संकेतक किसके लिए हैं?
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Question Paper 2015
संकेत क्या है ? विभिन्न प्रक .
Updated On: 27-06-2022
Solution : संकेत - विधुत रूप में रूपान्तरित सुचना को संकेत कहते हैं। दो प्रकार के संकेत होते हैं -
(i) एनालॉग संकेत - इन्हे लगातार बदलनेवाले संकेत कहते हैं। जैसे - प्रत्यावर्ती धारा।
(ii) डिजिटल संकेत - ऐसे संकेत जिनके दो या दो के गुणज (जैसे 2,4,6,8 आदि ) ही डिजिटल संकेत कहलाते हैं। जैसे - वर्ग तरंग |
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Aap ko kya acha nahi laga
स्टूडेंट संकेत क्या है इसका उत्तर भी बोलते हैं इलेक्ट्रोनिकी में विद्युत रूप में रूप में रूपांतरित कुछ ठीक है रूपांतरित सूत्रों से सूचना जो होता है उसे क्या कहते हैं मतलब देखे कोई सिग्नल
सिग्नल किस रूप में विद्युत रूप में रूपांतरण होता ठीक है वितरण सिग्नल दो प्रकार का होता है संकेत माहिती अनुरूप संकेत यह किस प्रकार का होता है यह प्रत्यावर्ती धारा कितने प्रकार का संकेत होता किस प्रकार प्रत्यावर्ती धारा और प्रत्यावर्ती धारा वोल्टेज किसके घर का संकेत होता है इसमें
क्या होता है कि यह समय के साथ संसद परिवर्तन होता है ठीक है परिवर्तन होता है ठीक है इसका अगर हम लोग का प्रोग्राम कैसा रहता है ठीक है जिसका हम लोग बोलते हैं कि जब सोचना रहता है वह या तो वोल्टेज धारा के अनुरूप संकेत में बदलने के लिए माइक्रोफोन धारा प्रवाहित होती है वह अपने आप को
डिलीट कर दिया संकेत क्या बोलते हैं अंकित यह क्या होता है यह जो संकेत है ठीक है इस समय के साथ आज संत होता है इसका परिवर्तन समय कैसा अंतर होता है यह दोस्ती का होगा तो दोस्त
अंकित करते हैं आधार य संख्या पद्धति पर तुम्हारी संख्या पद्धति पर निर्भर करता है डिजिटल संकेत इस प्रकार का होता है यह 1001 फिर 100 से अधिक इस प्रकार का जो सिग्नल है दोपहर का संकेत हो गया है पहला दूसरा हो गया डिजिटल
जीआई टैग क्या होता है ?। राजस्थान में जीआई टैग
DevEduNotes September 28, 2021
जीआई टैग क्या है ?
जीआई मुख्य रूप से कृषि, प्राकृतिक या एक निर्मित उत्पाद (हस्तशिल्प और औद्योगिक सामान) है, जो एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में उत्पन्न होता है।
किसी वस्तु या उत्पाद की किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में हुई उत्पत्ति तथा उससे जुड़े गुणों को सूचित करने हेतु जी आई टैग दिया जाता है।
GI = Geographical Indication. = भौगोलिक संकेतक
यह उसी उत्पाद को दिया जाता है जो विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में 10 वर्ष या अधिक समय से निर्मित या उत्पादित किया जा रहा हो।
जीआई टैग को औद्योगिक संपत्ति के संरक्षण के लिए पेरिस समझौते के तहत बौद्धिक संपदा अधिकार के तत्व के रूप में शामिल किया गया है।
जीआई टैग मिलने के बाद कोई भी अन्य निर्माता समान उत्पादों को बाजार में लाने के लिए नाम का दुरुपयोग नहीं कर सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जीआई टैग संकेतक किसके लिए हैं? को डब्ल्यूटीओ के व्यापार संबंधित बौद्धिक संपदा अधिकारों के ट्रिप्स समझौते के तहत नियंत्रित किया जाता है।
TRIPS - Trade Related Intellectual Property Rights.
भारत में जीआई को वस्तुओं के भौगोलिक संकेत (पंजीकरण और सुरक्षा) अधिनियम 1999 के द्वारा नियंत्रित किया जाता है।
यह अधिनियम 2003 में लागू हुआ।
पहला जीआई टैग 2004 में दार्जिलिंग चाय को दिया गया।
2019 में मिले जीआई टैग
पंचतीर्थम - मुरूगन मंदिर (तमिलनाडु)
रसगुल्ला - ओडिशा
कंधमान हल्दी - ओडिशा
मरयूर गुड - केरल
तिरूर पान का पत्ता - केरल
जोहा धान - असम
कोल्हापुरी चप्पल - महाराष्ट्र और कर्नाटक
डिंडीगुल के ताले - तमिलनाडु
कंडांगी साड़ियां - तमिलनाडु
अन्य प्रमुख जीआई टैग
नागपुरी संतरा - महाराष्ट्र
वायनाड रॉबस्टा कॉफी - केरल
अरेबिका कॉफी - कर्नाटक
सिरसी सुपारी - कर्नाटक
इरोड हल्दी - कोयंबटूर (तमिलनाडु)
काला जीरा - हिमाचल प्रदेश
तिरुपत्ति लड्डू - चितूर (आंध्रप्रदेश)
मधुबनी पेंटिंग - बिहार
चंदेरी साड़ी - मध्यप्रदेश
बनारसी साड़ी - उत्तरप्रदेश
लखनऊ चिकनकारी - उत्तरप्रदेश
कश्मीरी पश्मीना - जम्मू-कश्मीर
________ का उपयोग घ्राण संकेतक के रूप में किया जा सकता है।
The RRB Group D Results are expected to be out on or before 24th December 2022! The Railway Recruitment Board released the RRB Group D Answer Key on 14th October 2022. The candidates will be able to raise objections from 15th to 19th October 2022. The exam was conducted from 17th August to 11th October 2022. The RRB (Railway Recruitment Board) is conducting the RRB Group D exam to recruit various posts of Track Maintainer, Helper/Assistant in various technical departments like Electrical, Mechanical, S&T, etc. The selection process for these posts includes 4 phases- Computer Based Test Physical Efficiency Test, Document Verification, and Medical Test.
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मानव विकास सूचकांक 2022 | Information about HDI in Hindi
हाल ही में UNDP (United Nation Development Programme) द्वारा मानव विकास सूचकांक (Human Development Index, HDI) 2022 की रिपोर्ट जारी की गई.
मानव विकास को मानव विकास सूचकांक (Human Development Index, HDI) के संकेतक किसके लिए हैं? रूप में मापा जाता है. इसे मानव विकास की आधारभूत उपलब्धियों पर निर्धारित एक साधारण समिश्र सूचक (composite indicator) के रूप में मापा जाता है और विभिन्न देशों द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा तथा संसाधनों तक पहुँच के क्षेत्र में की गई उन्नति के आधार पर उन्हें श्रेणी (rank) प्रदान करता है. यह श्रेणी 0 से 1 के बीच के स्कोर पर आधारित होता है, जो एक देश, मानव विकास के महत्त्वपूर्ण सूचकों में अपने रिकॉर्ड से प्राप्त करता है.
मानव विकास सूचकांक UNDP (United Nation Development Programme) द्वारा नापा जाता है. UNDP का headquarter न्यूयॉर्क में है. इसकी स्थापना 1965 संकेतक किसके लिए हैं? को हुई थी. चलिए जानते हैं मानव विकास सूचकांक क्या होता है और इसको मापने के लिए किन पैमानों (measures) का प्रयोग किया जाता है? साथ ही साथ यह भी जानेंगे कि भारत का रैंक इस साल क्या रहा.
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के सूचक को निश्चित करने के लिए जन्म के समय जीवन-प्रत्याशा को चुना गया है. जितनी उच्च जीवन-प्रत्याशा होगी, उतनी ही अधिक विकास का सूचकांक (HDI) होगा.
शिक्षा
यहाँ पर शिक्षा का अभिप्राय प्रौढ़ साक्षरता दर तथा सकल नामांकन अनुपात से है. इसका अर्थ यह है कि पढ़ और लिख सकने वाले वयस्कों की संख्या तथा विद्यालयों में नामांकित बच्चों की संख्या अधिक होने से सूचकांक (index) में वृद्धि होती है.
संसाधनों तक पहुँच
संसाधनों तक पहुँच को क्रय शक्ति/purchasing power (अमेरिकी डॉलर में) के सन्दर्भ में मापा जाता है.
सूचकांक निर्मित करने के लिए प्रत्येक सूचक के लिए सर्वप्रथम न्यूनतम तथा अधिकतम मान निश्चित कर लेते हैं:
जन्म के समय जीवन प्रत्याशा: 25 वर्ष और 85 वर्ष
सामान्य साक्षरता दर: 0 प्रतिशत और 100 प्रतिशत
प्रतिव्यक्ति वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद (PPP)
$100 संकेतक किसके लिए हैं? अमेरिकी डॉलर और $40, 000 अमेरिकी डॉलर. इनमें से प्रत्येक आयाम को 1/3 भारिता (weights) दी जाती है. मानव विकास सूचकांक (Human Development Index) इन सभी आयामों को दिए गए weights का कुल योग होता है. स्कोर, 1 के जितना निकट होता है, मानव विकास का स्तर उतना ही अधिक होता है. इस प्रकार 0.983 का स्कोर अति उच्च स्तर का, जबकि 0.268 मानव विकास का अत्यंत निम्न स्तर माना जायेगा.
Source: The Hindu
मानव विकास सूचकांक 2022 से जुड़े मुख्य तथ्य
वैश्विक प्रदर्शन
- स्विट्ज़रलैंड ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. नोर्वे ने दूसरा स्थान लाया और आइसलैंड ने तीसरा.
- COVID-19 महामारी, रूस के यूक्रेन पर आक्रमण और जलवायु संकट के कारण 90 प्रतिशत देशों में मानव विकास का स्कोर नीचे चला गया है.
- इस कमी ने सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधा पहुँचाई है.
- मानव विकास सूचकांक की हालिया गिरावट में एक बड़ा योगदान जीवन प्रत्याशा में वैश्विक गिरावट है, जो 2019 में 72.8 वर्ष से घटकर 2021 में 71.4 वर्ष हो गया है।
भारत का प्रदर्शन
- मानव विकास सूचकांक (एचडीआई) 2021 में भारत 191 देशों में से 132वें स्थान पर है (पिछले वर्ष से दो स्थान की गिरावट दर्ज की संकेतक किसके लिए हैं? गई)।
- यह तीन दशकों में पहली बार लगातार दो वर्षों में अपने स्कोर में गिरावट को दर्शाता है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2020 में, संकेतक किसके लिए हैं? भारत 0.642 के एचडीआई मूल्य के साथ 130वें स्थान पर था।
- COVID-19 के प्रकोप से पहले, 2018 में भारत का HDI मान 0.645 था।
- एचडीआई स्कोर में यह गिरावट वैश्विक प्रवृत्ति के अनुरूप है जो दर्शाता है कि देश COVID-19 महामारी के प्रकोप के बाद से मानव विकास में पिछड़ गए हैं।
- 2021 में भारत में एचडीआई में गिरावट को जन्म के समय जीवन प्रत्याशा में गिरावट के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो 70.7 वर्ष से घटकर 67.2 वर्ष हो गया है।
- भारत में स्कूली शिक्षा के अपेक्षित वर्ष 11.9 वर्ष है, और स्कूली शिक्षा का औसत वर्ष 6.7 वर्ष है।
- GNI प्रति व्यक्ति स्तर $6,590 है।
- COVID-19 महामारी ने लैंगिक असमानता को भी बढ़ा संकेतक किसके लिए हैं? दिया है, जिसमें वैश्विक स्तर पर 6.7% की वृद्धि हुई है।
भारत के पड़ोसी देशों का प्रदर्शन
- श्रीलंका = 73
- चीन = 79
- भूटान = 127
- बांग्लादेश = 129
- म्यांमार = 147
- नेपाल = 143
- पाकिस्तान = 161
- अफगानिस्तान = 170
- मालदीव = 90
उपलब्धियाँ और कमियाँ (Achievements and Shortfalls)
मानव विकास सूचकांक (HDI) मानव विकास में उपलब्धियों एवं कमियों को मापता है.
उपलब्धियाँ (Achievements):
उपलब्धियाँ मानव विकास के प्रमुख क्षत्रों में की नई उन्नति संकेतक किसके लिए हैं? की सूचक हैं. ये सर्वाधिक विश्वनीय माप नहीं है, क्योंकि ये वितरण (distribution) के सम्बन्ध में कोई सूचना नहीं देती.
कमियाँ (Shortfalls):
मानव गरीबी सूचकांक, मानव विकास सूचकांक (Human Development Index) से सम्बंधित है और मानव विकास में कमियों को मापता है. इनमें कई पक्षों को सम्मिलित किया जाता है, जैसे – 40 वर्ष कम आयु तक जीवित न रह पाने की संभाव्यता (feasibility), प्रौढ़ निरक्षरता दर (adult illiteracy rate), स्वच्छ जल तक पहुँच न रखने वाले लोगों की संख्या और अल्प्भार वाले छोटे बच्चों की संख्या (number of underweight children) आदि. मानव विकास सूचकांक इन पैमानों (measures) द्वारा संयुक्त अवलोकन कर के किसी देश में मानव विकास की स्थिति का यथार्थ चित्र प्रस्तुत करता है.
बीएमआई कैलकेलुटर
बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) बॉडी फैट नापने का कैलकुलेटर है जो किसी शख्स की हाइट और उसके वेट के आधार पर नापते हैं.
अपना बीएमआई जानने के लिए अपना वेट और हाइट इस कैलकुलेटर में डालें जिसके बाद आपका बीएमआई निकल आएगा।
अन्य कैलकुलेटर
बीएमआई (Body Mass Index) ठीक है या या नहीं, कहां होता है बीएमआई कैलकुलेटर का संकेतक किसके लिए हैं? प्रयोग?
एक स्वस्थ व्यक्ति का वेट उसकी हाइट के हिसाब से होना चाहिए और इसके लिए मानक निर्धारित है. आपकी लंबाई और वेट का अनुपात ही बीएमआई या बॉडी मास इंडेक्स कहलाता है और इसको मापने के लिए अलग-अलग कैलकुलेटर आते हैं. ये किस फॉर्मूले पर काम करता है और इसके इस्तेमाल की जरूरत कहां होती है, आपको इसके बारे में जानना चाहिए.
बॉडी मास इंडेक्स का क्या है फॉर्मूला?
बीएमआई को कैलकुलेट करने का एक सामान्य सा फॉर्मूला होता है और इसके लिए व्यक्ति को अपना वेट और अपनी हाइट एकदम ठीक तरह से डालनी होती है जिसके बाद
बीएमआई= वजन / (ऊंचाई X ऊंचाई) या बीएमआई =वजन/ (लंबाई स्क्वेयर)
बीएमआई का क्या है मानक?
किसी व्यक्ति की ऊंचाई और वजन के आधार पर अगर उसका बीएमआई इंडेक्स 18.5 से कम आता है तो ये सामान्य से कम होता है. अगर आपका बीएमआई स्तर 18.5 से 24.9 के बीच में है तो यह एकदम ठीक स्थिति है. बीएमआई स्तर अगर 25 या उससे ऊपर है तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. ऐसे संकेतक किसके लिए हैं? लोगों को दिल की बीमारी, स्ट्रोक, डाइबिटीज होने का डर रहता है. 30 से ज्यादा बीएमआई होने पर मोटापे से जुड़ी सभी बीमारियों के लिए आपका शरीर ज्यादा मुफीद है.
बीएमआई कैलकुलेटर का इस्तेमाल किनके लिए सही नहीं होता?
एक बात ध्यान रखने की है जो जरूरी भी है कि संकेतक किसके लिए हैं? बीएमआई का इस्तेमाल गर्भवती महिलाओं या बुजुर्गों तथा छोटे बच्चों के लिए नहीं करना चाहिए, साथ ही बॉडी बिल्डर्स और एथलीट्स के लिए भी बीएमआई का उपयोग नहीं होना चाहिए. इसकी एक बड़ी वजह है कि इन मामलों में यह सही कैलकुलेशन करने में सक्षम नहीं है. इसके पीछे इस बात का कारण बताया जाता है कि बीएमआई मांसपेशियों या वसा को अलग रूप से नहीं समझ पाता है? उदाहरण के लिए इसे इस तरह समझिए कि गर्भवती महिलाओं का वजन सिर्फ उनके वेट के आधार पर नहीं बल्कि इसमें गर्भ में पल रहे बच्चे का वजन भी शामिल होता है.
अगर आपका बीएमआई इंडेक्स आपकी ऊंचाई और वजन के आधार पर 18.5 से कम आता है तो ये वजन सामान्य से कम है और इसे बढ़ाए जाने की जरूरत है. बीएमआई का आदर्श स्तर 18.5 से 24.9 के बीच में माना जाता है. जिन लोगों का बीएमआई इस लेवल के बीच में आता है उनके लिए इसे मेंटेन करने की जरूरत है. 25 या उससे ज्यादा बीएमआई आने पर अलर्ट होने की जरूरत है क्योंकि इस बीएमआई लेवल वालों को डायबिटीज टाइप 2, हार्ट डिजीज या स्ट्रोक होने का डर रहता है. वहीं अगर 30 से ज्यादा बीएमआई होता है तो मोटापे या ओबेसिटी से होने वाले साइड इफेक्टस का आपके शरीर को बड़ा खतरा है.
बीएमआई की सीमाएं या लिमिट क्या हैं?
एक जरूरी बात ये है कि स्वस्थ शरीर और मानक वजन का आधार सिर्फ केवल बीएमआई नहीं हो सकता. आयु और जेंडर यानी लिंग से भी बीएमआई यानी बॉडी मास इंडेक्स पर असर पड़ता है. बीएमआई को आपके शरीर की लंबाई और वजन का रेश्यो माना जा सकता है. बीएमआई से ये पता लगाया जा सकता है कि आपके शरीर का वजन आपकी हाइट के मुताबिक ठीक है या नहीं, लेकिन इसकी अपनी लिमिटेशन भी हैं. आपके शरीर के किस भाग में कितनी चर्बी या फैट जमा है ये बीएमआई के जरिए पता नहीं लग सकता है.
जानकारों के मुताबिक बीएमआई स्वस्थ शरीर के वजन का एक इंडीकेटर तो जरूर है, लेकिन इसकी भी कुछ लिमिट हैं. बीएमआई किसी व्यक्ति के संपूर्ण अनुपात या संरचना का सही आकलन नहीं कर सकता. मांसपेशियों, हड्डी के वजन और फैट के कारण हरेक की बॉडी अलग होती है और सिर्फ मानक बीएमआई के आधार पर ये मानना कि स्वस्थ शरीर है या नहीं, ये उचित नहीं है.
बीएमआई की सीमाएं व्यस्कों यानी एडल्ट्स के लिए अलग क्यों हैं?
जैसा कि बीएमआई के बारे में हमने पहले ही आपको बताया कि ये पूरी तरह से सही नहीं हो सकता है. बीएमआई से शरीर के अतिरिक्त वजन की माप पता चलती है, इससे शरीर में अतिरिक्त फैट का पता नहीं लगाया जा सकता. अलग-अलग आयु, लिंग, मांसपेशियों और शरीर में फैट जैसे फैक्टर्स से बीएमआई पर असर देखा जाता है.
इसका एक उदाहरण देखें तो एक व्यस्क शख्स जो बीएमआई के मानकों के मुताबिक स्वस्थ वजन का होता है लेकिन वह अपने डेली रूटीन में एक्सरसाइज या वर्कआउट नहीं करता तो उसके शरीर में अतिरिक्त चर्बी या फैट जमा होने की संभावना होती है. ऐसे में भले ही उसके शरीर में अतिरिक्त वजन न हो और बीएमआई लेवल के आधार पर वह आदर्श स्थिति में आ रहा हो तो भी वह व्यक्ति स्वस्थ नहीं माना जा सकता. उसी बीएमआई का उच्च मांसपेशी संरचना वाला कम उम्र का व्यक्ति स्वस्थ माना जाएगा, इस तरह से व्यस्कों याानी एडल्ट्स के लिए बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई के लिए अलग तरह की लिमिट हैं.
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