5. अपनी तिजोरी या कैश बॉक्स को अपने घर के आखिरी या पहले कमरे में रखने से बचें.

क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है?

221. स्टॉक में व्यापार या निवेश के रूप में प्रतिभूतियों के उपचार के बारे में स्पष्टीकरण

1 24-4-1991 सर्कुलर नं 599, द्वारा (देखें स्पष्टीकरण 2), यह बैंकों द्वारा आयोजित प्रतिभूतियों सामान्य रूप से शेयर में करने के लिए दिया जाता है के रूप में उनके स्टॉक में व्यापार और नुकसान का दावा, खाते की किताबों में डेबिट किया है, तो एक ही उपचार दिया जाना चाहिए के रूप में माना जाना चाहिए कि स्पष्ट किया गया व्यापार. यह भी प्रतिभूतियों की खरीद पर खंडित अवधि के लिए ब्याज का भुगतान राजस्व भुगतान के रूप में माना जाता है और तदनुसार अनुमति दी जानी चाहिए कि स्पष्ट किया गया था.

प्र.20. सीआईटी [1991] क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? 187 आईटीआर 541 वी. विजया बैंक लिमिटेड के मामले में उच्चतम न्यायालय के निर्णय के फलस्वरूप, ऊपर परिपत्र 31-7-1991 दिनांकित, सर्कुलर नंबर 610 की समस्या से वापस ले लिया गया [स्पष्टीकरण 1 देखें] . सुप्रीम कोर्ट ने विजया बैंक लिमिटेड के मामले में ही टूटी हुई अवधि के लिए ब्याज के लिए दावे के साथ संबंध था और प्रतिभूतियों गठित चाहे मुद्दा तय नहीं किया था कि प्रभाव के लिए भारतीय Banks'Association से निरूपण किया गया है माल का भंडार या निवेश. इसलिए यह पूर्ण में 24-4-1991 सर्कुलर नं 599, की वापसी के लिए नहीं बुलाया गया था कि प्रतिनिधित्व दिया गया है.

क्या है 'बुल मार्केट' और 'बियर मार्केट'? जानिए शेयर बाजार से क्या है इसका संबंध

शेयर मार्केट

यदि आपने हर्षद मेहता के जीवन पर आधारित लोकप्रिय वेब सीरीज देखी है, तो आपको याद होगा कि उसमें 'मंदोड़िया' (बियर) और 'तेजड़िया' (बुल) के बारे में बताया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि बुल और बियर मार्केट, मार्केट एक्विटी का आधार हैं। ये निवेशकों और व्यापारियों को प्रचलित प्रवृत्ति के अनुसार अपना स्थान लेने में मदद करते हैं।

पर ये क्या हैं? आइए फिनोलॉजी के मुक्य कार्यकारी अधिकारी प्रांजल कामरा द्वारा जानते हैं इसके बारे में।

बिजनेस साइकल (व्यापार चक्र) को समझना
कोई भी बाजार कुछ आर्थिक सिद्धांतों के आधार पर बढ़ता है। इस संदर्भ में सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक 'व्यापार चक्र' है, जिसे इकोनॉमिक साइकल या ट्रेड साइकल के रूप में भी जाना जाता है। ये चक्र लहर की तरह के पैटर्न हैं जो दीर्घकालिक विकास की प्रवृत्ति पर बनते हैं। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि बाजार के आगे बढ़ने के साथ-साथ उनमें एक उछाल और गिरावट (मंदी) आती है। संक्षेप में, एक व्यापार चक्र की लंबाई एक उछाल और मंदी से लिया गया समय है।

व्यापार में तरक्की के लिए, दुकान में ऐसे करें प्रवेश और इस दिशा में बैठें

वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा की दुकान को शुभ माना जाता है.(फोटो साभार: Pixabay)

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में न केवल घर से जुडे़ बल्कि दुकान आदि से संबंधित भी कई वास्तु उपाय (Vastu Tips) बताए गए हैं. व्यापार शुरू करते समय हम तमाम बातों का ध्यान रखते हैं, लेकिन कुछ बातों को नजरअंजाद कर देते हैं जैसे दुकान में दुकानदार के प्रवेश और उसके बैठने की दिशा के बारे में. जिन्हें अपनाने वाला व्यक्ति अपने व्यापार (Business) में तरक्की प्राप्त करता है. तो आइए बिल्कुल भी देर न करते हुए जानते हैं वास्तु शास्त्र में बताए खास टिप्स जो हर दुकानदान (Shopkeeper) के लिए लाभदायक हो सकते हैं.

आइए जानते हैं, खास टिप्स जिसमें ये तमाम जानकारी वर्णित है

वास्तु के हिसाब से ये दिशा है पैसे रखने के लिए सबसे बेस्ट, सौभाग्य के साथ आती है समृद्धि

Vastu Tips

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  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2022,
  • (Updated 09 अप्रैल 2022, 6:44 PM IST)

कैश बॉक्स को कमरे के कोने में न रखें

वास्तु एक हिंदू सिस्टम है जो आर्किटेक्चर से ताल्लुक रखता है. हमारे समाज में अधिकतर लोग ऐसे हैं जो वास्तुकला को ध्यान में रखते हुए ही अपने घर में चीज़ें रखते हैं. वे उसी हिसाब से अपने घर को बनवाते हैं. मान्यता है कि ये वातावरण में अलग-अलग एनर्जी से पैदा होने वाली पॉजिटिव वाइब्स को हमारे घर में लाता है. ऐसे ही हम सभी के पास पैसे हैं और कीमती सामान हैं जो हम अपने घरों में रखते हैं. जहां कुछ लोग ऐसे हैं जो इसबारे में नहीं सोचते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो इस पैसे को कहां रखा जाए या कहां नहीं इन सबपर बहुत ध्यान देते हैं. वे लोग वास्तु के हिसाब से कीमती चीजों को रखना पसंद करते हैं. चलिए जानते हैं वास्तु के आधार पर कौन सी दिशा पैसे रखने के लिए शुभ मानी जाती है.

उत्तर दिशा

उत्तर दिशा को धन और धन के देवता भगवान कुबेर की दिशा माना जाता है. वास्तु के अनुसार जिस कैश बॉक्स में आप अपना कीमती सामान रखते हैं उसे हमेशा उत्तर दिशा में रखना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि यह आपके लिए सौभाग्य लाता है और आपके धन क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? को दोगुना करता है.

Chanakya Niti: व्यापार में वही होते हैं सफल जो कभी नहीं करते ये गलती, जानें बिजनेस पर क्या है चाणक्य नीति

By: ABP Live | Updated at : 21 Sep 2022 10:05 AM (IST)

चाणक्य नीति: व्यापार में सफलता पाने के गुण

Chanakya Niti: आज के दौर में अधिकतर व्यक्ति नौकरी की झंझट से दूर खुद का बिजनेस करने की चाह रखता है. कई लोग अपने स्टार्ट अप खोलते हैं तो कुछ छोटे व्यवसाय से व्यापार की शुरुआत करते हैं. व्यापार जोखिम भरा क्षेत्र है. एक सफल व्यापारी बनने के लिए चाणक्य ने कई बातों का जिक्र किया है. बिजनेस को बुलंदियों तक पहुंचाना चाहते हैं तो चाणक्य की इन बातों को अनदेखा न करें. ये नीतियां आपको व्यवसाय के मामले में बहुत लाभकारी हैं.

रिसर्च

चाणक्य कहते हैं कि बिजनेस शुरु करने से क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? पहले उसके बारे में पूरी तरह रिसर्च कर लें. कितना निवेश करना है, पहले से मौजूद प्रतिद्वंदी की जानकारी, नुकसान की भरपाई की रणनीति आदि. अधूरी जानकारी के साथ व्यापार शुरु करने में फायदा तो दूर हमेशा घाटा झेलना पड़ सकता है. अक्सर कई व्यापारी अपने प्रतिद्वंदी को देखकर अपनी नीतियों में भी बदलाव करने की सोचते हैं, जो कि एक तरीके क्या दिशाओं में व्यापार करना एक अच्छा विचार है? से सही भी है लेकिन इसे लागू करने से पहले पूरा मार्केट रिसर्च जरूर कर लें. नई नीति से कितना फायदा होगा, कितना नुकसना, बाकियों के मुकाबले कैसे आप जनता की नजर में दूसरों से अलग छवि बना पाएंगे. इन सब चीजों की जानकारी व्यक्ति को व्यापार में नुकसान होने से बचाती है.

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