Blockchain kya hai | What is Blockchain Technology in hindi
Blockchain kya hai, What is Blockchain Technology in hindi, Blockchain in hindi, ब्लॉकचैन क्या है, Blockchain का अविष्कार किसने और कब किया, Blockchain technology की आवश्यकता, लाभ, भविष्य, उपयोग, Blockchain technology कितना शुरक्षित है?
क्या आप जानना चाहते हैं की Blockchain technology kya hai और इस technology का अविष्कार किसने किया था, तो इस आर्टिकल में बने रहिये।
अभी के समय आपने एक क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन के बारे में जरूर सुना होगा बिटकॉइन को लेकर लोगों को बहुत ज्यादा उम्मीद है क्योंकि बिटकॉइन की कीमत प्रति दिन बढ़ती जा रही है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस क्रिप्टोकरंसी के पीछे कौन सी टेक्नोलॉजी होती है? अगर आप जानना चाहते हैं कि बिटकॉइन के पीछे की टेक्नोलॉजी क्या है तो इस आर्टिकल Blockchain kya hai के साथ अंत तक बने रहे।
आज इस आर्टिकल Blockchain kya hai के जरिए हम आपको ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से संबंधित सभी चीजें जैसे ब्लॉकचेन क्या है, ब्लॉकचेन का आविष्कार किसने किया था, यह टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में कुछ जरूरी चीजें के संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे।
Bitcoin Cryptocurrency के पीछे लगी हुई टेक्नोलॉजी को ब्लॉकचेन कहते है इस टेक्नोलॉजी के विषय में Experts का मानना है कि आने वाले समय में यह टेक्नोलॉजी बहुत तेजी से आगे बढ़ेगी।
आज इस आर्टिकल Blockchain kya hai के जरिए हम आपको ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से संबंधित सभी चीजें जैसे ब्लॉकचेन क्या है, ब्लॉकचेन का आविष्कार किसने किया था, यह टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के बारे में कुछ जरूरी चीजें के संबंध में विस्तार से जानकारी देंगे।
Blockchain-kya-hai-hindi
Polkadot Price India INR: आज पोल्काडॉट क्वाइन का भाव 8 फीसदी से ज्यादा चढ़ा, जानें बढ़कर कहां पहुंच गई इसकी ताजा कीमत
Polkadot Price India INR:पोल्का डॉट क्रिप्टोकरेंसी की कीमत आज बढ़ गई है। गुरुवार को क्रिप्टो बाजार में इसकी कीमत में 8.84 फीसदी या 180 रुपये का इजाफा देखा गया। इस तेजी के बाद डिजिटल करेंसी की कीमत 2,223.80 रुपये हो गई है।
Polkadot Price India INR:पोल्का डॉट क्रिप्टोकरेंसी की कीमत आज बढ़ गई है। गुरुवार को क्रिप्टो बाजार में इसकी कीमत में 8.84 फीसदी या 180 रुपये का इजाफा देखा गया। इस तेजी के बाद डिजिटल करेंसी की कीमत 2,223.80 रुपये हो गई है। इस कीमत पर इस क्रिप्टोकरेंसी का बाजार पूंजीकरण भी बढ़कर 2.0 खरब रुपये हो गया है। जहां तक रिटर्न की बात है तो साल 2021 में इस क्रिप्टो करेंसी ने 625.46 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसकी ऑलटाइम हाई कीमत 55.11 डॉलर रही है। पोल्काडॉट शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में से एक है। आप पोल्काडॉट को कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज से खरीद सकते हैं। किसी एक्सचेंज में अपना ट्रेडिंग खाता सेटअप करने के बाद आप पोल्काडॉट खरीद या बेच पाएंगे।
क्या है पोल्काडॉट?
पोल्काडॉट एक ओपन सोर्स शार्डिंग मल्टीचैन प्रोटोकॉल है, जो केवल टोकन्स का ही नहीं, बल्कि किसी भी प्रकार के डाटा या परिसंपत्तियों का क्रॉस-चैन ट्रांसफर करने की सुविधा देता है, जिससे आपस में अंतरसंक्रियता रखने वाली ब्लॉकचेंस की एक विस्तृत शृंखला बनती है। पोल्काडॉट एक शार्डिड मल्टीचैन नेटवर्क है, जिसका मतलब है कि यह समानांतर रूप से कई चैन (पैराचेंस) पर कई सारे लेनदेन संसाधित कर सकता है।
वेब3 फाउंडेशन द्वारा की गई थी स्थापना
पोल्काडॉट की स्थापना वेब3 फाउंडेशन द्वारा की गई थी, यह एक स्विस फाउंडेशन है जिसे एक ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट के रूप में पूरी तरह से कार्यात्मक और उपयोगकर्ता के लिए अनुकूल विकेंद्रीकृत वेब सुविधा बनाने के लिए स्थापित किया गया था। coinmarketcap.com के अनुसार, इसके संस्थापक डॉ. गैविन वुड, रॉबर्ट हेबरमायर और पीटर जबैन हैं।
तीन उद्देश्यों की पूर्ति करता है DOT टोकन
पोल्काडॉट का मूल DOT टोकन तीन स्पष्ट उद्देश्यों की पूर्ति करता है: चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें नेटवर्क प्रशासन और संचालन प्रदान करना और बॉडिंग द्वारा पैराचेंस (समानांतर चैन) बनाना। वुड, वेब3 फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं, ये इथेरियम के सह-संस्थापक, पैरिटी टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सोलिडिटी नामक स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट कोडिंग भाषा के निर्माता के रूप में उद्योग में अपने प्रभाव के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं।
विस्तार
Polkadot Price India INR:पोल्का डॉट क्रिप्टोकरेंसी की कीमत आज बढ़ गई है। गुरुवार को क्रिप्टो बाजार में इसकी कीमत में 8.84 फीसदी या 180 रुपये का इजाफा देखा गया। इस तेजी के बाद डिजिटल करेंसी की कीमत 2,223.80 रुपये हो गई है। इस कीमत पर इस क्रिप्टोकरेंसी का बाजार पूंजीकरण भी बढ़कर 2.0 खरब रुपये हो गया है। जहां तक रिटर्न की बात है तो साल 2021 में इस क्रिप्टो करेंसी ने 625.46 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसकी ऑलटाइम हाई कीमत 55.11 डॉलर रही है। पोल्काडॉट शीर्ष 10 क्रिप्टोकरेंसी में से एक है। आप पोल्काडॉट को कई क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज से खरीद सकते हैं। किसी एक्सचेंज में अपना ट्रेडिंग खाता सेटअप करने के बाद आप पोल्काडॉट खरीद या बेच पाएंगे।
क्या चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें है पोल्काडॉट?
पोल्काडॉट एक ओपन सोर्स शार्डिंग मल्टीचैन प्रोटोकॉल है, जो केवल टोकन्स का ही नहीं, बल्कि किसी भी प्रकार के डाटा या परिसंपत्तियों का क्रॉस-चैन ट्रांसफर करने की सुविधा देता है, जिससे आपस में अंतरसंक्रियता रखने वाली ब्लॉकचेंस की एक विस्तृत शृंखला बनती है। पोल्काडॉट एक शार्डिड मल्टीचैन नेटवर्क है, जिसका मतलब है कि यह समानांतर रूप से कई चैन (पैराचेंस) पर कई सारे लेनदेन संसाधित कर सकता है।
वेब3 फाउंडेशन द्वारा की गई थी स्थापना
पोल्काडॉट की स्थापना वेब3 फाउंडेशन द्वारा की गई थी, यह एक स्विस फाउंडेशन है जिसे एक ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट के रूप में पूरी तरह से कार्यात्मक और उपयोगकर्ता के लिए अनुकूल विकेंद्रीकृत वेब सुविधा बनाने के लिए स्थापित किया गया था। coinmarketcap.com के अनुसार, इसके संस्थापक डॉ. गैविन वुड, रॉबर्ट हेबरमायर और पीटर जबैन हैं।
तीन उद्देश्यों की पूर्ति करता है DOT टोकन
पोल्काडॉट का मूल DOT टोकन तीन स्पष्ट उद्देश्यों की पूर्ति करता है: नेटवर्क प्रशासन और संचालन प्रदान करना और बॉडिंग द्वारा पैराचेंस (समानांतर चैन) बनाना। वुड, वेब3 फाउंडेशन के अध्यक्ष हैं, ये इथेरियम के सह-संस्थापक, पैरिटी टेक्नोलॉजीज के संस्थापक और सोलिडिटी नामक स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट कोडिंग भाषा के निर्माता के रूप में उद्योग में अपने प्रभाव के लिए सबसे प्रसिद्ध हैं।
Career in Blockchain Technology: ब्लॉकचेन डेवलपर बनकर करें लाखों की कमाई, जानिए कोर्स और कॉलेज की पूरी डिटेल
आजकल ब्लॉकचेन स्किल वाले लोगों की डिमांड ज्यादा है क्योंकि इस तकनीक का इस्तेमाल बैंकिंग सहित कई क्षेत्रों में हो रहा है. यह उन लोगों के लिए जॉब के एक से बढ़कर एक मौके देता है जिनके पास इस नई तकनीक को जानने-समझने के लिए आवश्यक स्किल है.
Career Guidance: आजकल पूरी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसीका काफी क्रेज है. भारत में इस बारे में आए दिन चर्चा होती रहती है. इस साल अपने बजट स्पीच में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा था कि भारतीय रिज़र्व बैंक जल्द ही ‘डिजिटल रुपया’ पेश करेगा. आरबीआई (RBI) की यह डिजिटल करेंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) पर आधारित होगी. इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी का नाम दिया जाएगा. पीएम मोदी ने भी कहा कि इससे डिजिटल इकॉनमी को काफी बल मिलेगा. यह डिजिटल रुपया फिनटेक से जुड़े सेक्टर को अनेक अवसर देगा.
अब आप यकीन कर सकते हैं कि आने वाले दिनों में ब्लॉकचेन डेवलपर की डिमांड देश में कितनी अधिक हो सकती है. नवीनतम स्किल इंडेक्स के मुताबिक इस तकनीक में माहिर लोगों की मांग दुनिया के कई देशों में बहुत अधिक है. ब्लॉकचेन डेवलपमेंट पर पिछले कुछ सालों में बहुत कम लोगों ने ध्यान दिया, लेकिन अब यह प्रोफेशनल्स के लिए एक महत्वपूर्ण करियर ऑप्शन बन गई है. आजकल ब्लॉकचेन चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें स्किल वाले लोगों की डिमांड ज्यादा है क्योंकि इस तकनीक का इस्तेमाल बैंकिंग सहित कई क्षेत्रों में हो रहा है. यह उन लोगों के लिए जॉब के एक से चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें बढ़कर एक मौके देता है जिनके पास इस नई तकनीक को जानने-समझने के लिए आवश्यक स्किल है.
क्या हैं ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी?
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी एक प्लेटफॉर्म हैं जहां ना सिर्फ डिजिटल करेंसी बल्कि किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है. आसान शब्दों में कहें तो ब्लॉकचेन एक डिजिटल बहीखाता हैं. जो भी ट्रांजैक्शन इस पर होता है, वो चेन से जुड़े हर कंप्यूटर पर दिखाई देता है. इसे क्रिप्टोकरेंसीज का बैकबोन कहा जाता है. लेकिन इसका इस्तेमाल सिर्फ क्रिप्टोकरेंसीज (Cryptocurrency) में चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें ही नहीं बल्कि और भी कई क्षेत्रों में होता है. यह एक सुरक्षित और डीसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी है जिसे हैक कर पाना लगभग नामुमकिन है.
ब्लॉकचेन तकनीक के जरिए कम लागत में पारदर्शी तरीके से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है. इस तकनीक को लेकर बैंकिंग और हेल्थ सेक्टर सबसे अधिक सक्रिय है. इस तकनीक पर आधारित नए-नए स्टार्टअप भी खुल रहे हैं, और इस कारण रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं. एक अनुमान के मुताबिक, ग्लोबल मार्किट में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की धूम मचने वाली है. देश-विदेश की बड़ी आईटी कंपनियां ब्लॉकचेन प्रोफेशनल्स के लिए शानदार करियर के अवसर प्रदान कर रही हैं. ऐसे में ब्लॉकचेन डेवलपर बनकर बेहद सफल करियर बनाया जा सकता है.
ब्लॉकचेन डेवलपर क्या करते हैं?
ब्लॉकचेन डेवलपर ब्लॉकचेन प्रोटोकॉल डिजाइन करने के अलावा स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट बनाते हैं. स्किल्ड प्रोफेशनल्स ब्लॉकचेन आर्किटेक्चर और प्रोटोकॉल के आधार पर स्मार्ट सॉफ्टवेयर डेवलप करते हैं. इसी आधार पर डिजिटल जानकारी को रिकॉर्ड और डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है. ब्लॉकचेन लेनदेन के रिकॉर्ड बदला, हटाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है. डेवलपर ब्लॉकचेन नेटवर्क की सुरक्षा को डिजाइन करने के अलावा उसे यूज़र फ्रेंडली बनाते हैं.
ब्लॉकचेन डेवलपर्स कैसे बनें?
1. इस फील्ड में करियर बनाने के लिए उम्मीदवार को कंप्यूटर साइंस या इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी का ज्ञान होना आवश्यक है. उम्मीदवार किसी खास स्ट्रीम में ग्रेजुएट या पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल करने के बाद इस तकनीक को सीख सकते हैं. ब्लॉकचेन डेवलपर बनने के लिए इस टेक्नोलॉजी को प्रभावी ढंग से सीखना चाहिए. उम्मीदवार अपनी सुविधा के अनुसार इससे संबंधित कोई भी कोर्स कर सकते हैं.
2. क्रिप्टोग्राफी और डिजिटल लेज़र ब्लॉकचेन तकनीक के आधार पर काम करते हैं. इसलिए डेवलपर को क्रिप्टोग्राफी की बारीकियों को समझना चाहिए और उसमें लागू होने वाले एल्गोरिदम के बारे में जानना चाहिए.चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें
3. ब्लॉकचेन डेवलपर्स के लिए प्रोग्रामिंग लैंग्वेज या कोडिंग जानना आवश्यक है क्योंकि ब्लॉकचेन डेवलपमेंट में इसका इस्तेमाल किया जाता है. आमतौर पर ब्लॉकचेन डेवलपमेंट के लिए प्रोग्रामिंग या कोडिंग की आवश्यकता होती है.
4. हालांकि, ब्लॉकचेन तकनीक सीखने से पहले कोडिंग सीखने की आवश्यकता नहीं है. इस फील्ड में रूचि रखने वाले उम्मीदवार इस तकनीक को सीख सकते हैं और पर्सनल या प्रोफेशनल कामों में इसका उपयोग कर सकते हैं.
5. प्रोग्रामिंग (Java, Solidity, C+, Python, and JavaScript), डेटा स्ट्रक्चर और आर्किटेक्चर, क्रिप्टोग्राफी और साइबर सिक्योरिटी जैसे स्किल्स की बदौलत ब्लॉकचैन सीखना आसान हो जाता है. वैसे उम्मीदवारों के लिए इन स्किल्स में महारत हासिल करने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन ब्लॉकचैन तकनीक समझने में इससे मदद मिलती है.
टॉप 10 ब्लॉकचेनटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट
1. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी, हैदराबाद 2. इंडियन ब्लॉकचेन अकादमी, पुणे 3. केरल ब्लॉकचैन अकादमी, तिरुवनंतपुरम 4. बेसेंट टेक्नोलॉजीज, बैंगलोर 5. एमिटी फ्यूचर एकेडमी, मुंबई 6. जीटीए अकादमी, गुरुग्राम 7. इंडियन साइबर सॉल्यूशंस, कोलकाता 8. नरेश टेक्नोलॉजीज, हैदराबाद 9. नेट टेक इंडिया, ठाणे 10. एल2एल इंटरनेशनल, नोएडा
न्यूज
Second Idea Challenge Programme To Attract Promising Start-Ups Launched By Apiary – A Centre Of Entrepreneurship For Blockchain Technology At STPI, Gurugram
Software Technology Parks of India (STPI), an organization under Ministry of Electronics चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें & Information Technology (MeitY), Government of India via Apiary, a Centre of Entrepreneurship (CoE) in Blockchain Technology, has launched the Second Idea Challenge Programme (ICP 2.0). As part of this initiative, a comprehensive screening process in the form of hackathon, Idea Challenge Program etc. will be conducted to identify and select innovative startups having the potential to create disruptive blockchain-based products and solutions. The theme of the Second Idea Challenge Programme is “UPSCALE” – which brings the focus on start-ups that are ready to launch and scale. The ICP 2.0 portal (https://innovate.stpinext.in/apply-now/apiary_icp_2.0) is open now to receive applications from eligible start-ups and the last date for submission of completed application is Sunday, 03 October 2021.
The ICP 2.0 comes after an overwhelming response to the First Idea Challenge Programme and in line with its mission to empower 100+ Blockchain technology start-ups in the next 5 years, the Second Idea Challenge Programme (ICP 2.0) was launched by Dr Omkar Rai, DG, STPI in the august presence of dignitaries from MeitY, Govt. of Haryana, Academic Partners FITT, IIT Delhi, JC Bose University of Science & Technology, Faridabad, Deenbandhu Chhotu Ram University of Science & Technology, Faridabad, Industry Partner Government Blockchain Association (GBA) and technology partners IBM & Intel to select start-ups from Blockchain domain for the second cohort of Apiary CoE.
“The global blockchain technology market size is expected to expand at a compounded annual growth rate (CAGR) of 82.4% from its current size of USD 5.88 billion in 2021 to USD 394.60 billion by 2028. The investment data in blockchain start-ups, suggests that blockchain startup companies around the world have amassed USD 2.6 billion and USD 4.4 billion in the first and second quarters of 2021 alone, in venture capital funding. Investment in Indian blockchain start-ups has also seen a quantum jump in 2021 as compared to previous years and have already attracted USD 100 million in venture capital funding by June 2021”, said Dr. Rajneesh Agrawal, Director, STPI Noida.
“In the First Idea Challenge Programme that was launched by Dr Omkar Rai, Director General, STPI on 17th of July 2020, a total of ten start-ups were onboarded to the first cohort of Apiary”, said Shri Subodh Sachan, Director, STPI-HQ. “These start-ups are building cutting edge technology for diverse industries such as financial services, supply chain, food & pharmaceuticals, global logistics, smart contracts, digital credit issuance & verification, digital identity management, digital records, tax administration, healthcare & e-governance. This year, we plan to onboard over ten start-ups through this Idea Challenge Programme, ICP 2.0.”
On Launch of Idea Challenge Programme (ICP 2.0) of Apiary CoE, Dr Omkar Rai, Director General, STPI said, “STPI firmly believes that with the promotion of disruptive technology-led innovations & supporting ecosystem, such initiatives will transform India into a hub for new generation software products, through policy support as an enabler, market catalysts for growth and knowledge exchange resulting in innovative product and solutions by next-gen entrepreneurs. I congratulate the Apiary team for assembling a great set of start-ups for the first cohort and expressed that this Idea Challenge Programme shall be equally successful.”
क्या DigiByte को दूसरों की तुलना में मजबूत बनाता है?
DigiByte एक तेजी से बढ़ती ओपन सोर्स ब्लॉकचेन है, जो कि 2013 मे बनाई गई थी और 2014 की शुरुआत में रिलीज़ की गयी । 8 साल के फॉरवर्ड थिंकिंग डेवलपमेंट के बाद, DigiByte अस्तित्व में सबसे सुरक्षित, सबसे तेज़, सबसे लंबे और सबसे विकेन्द्रीकृत UTXO ब्लॉकचेन में से एक बन गयी है।
सच में विकेंद्रीकृत
DigiByte को कभी भी ICO या पूर्व-जारी सिक्कों की महत्वपूर्ण राशि के माध्यम से वित्त पोषित नहीं किया गया है। DigiByte ब्लॉकचैन को नियंत्रित करने वाला कोई सीईओ या कंपनी नहीं है। यह एक स्वयंसेवक आधारित और वैश्विक समुदाय संचालित परियोजना है।
ज्यादा सुरक्षित
DigiByte पाँच तरह के एल्गोरिदम इस्तेमाल करता है जो कि हर समय में कठिनाई व्यवस्थित खते है ताकि दुष्ट माईनर केन्द्रीकरण और हैश शक्ति की अस्थिरता को रोका जा सके। जिनमे से एक ओड़ोक्रिप्ट है जो अपने आप को हर 10 दिन मे बदल लेता है ASIC के प्रतिरोध मे।
काफी तेज
DigiByte ब्लॉक हर 15 सेकंड में होता है जो Bitcoin की तुलना में 40 गुना अधिक और Litecoin की तुलना में 10 गुना तेज होता है। प्रारम्भ में अमल किया गया SegWit और ब्लॉकचेन की कठोरता न्यूनतम शुल्क के साथ प्रति सेकंड 1066 ऑन-चेन लेनदेन की क्षमता प्रदान करती है।
आगे कि सोच
पिछले 7 वर्षों में, DigiByte ने बार-बार खुद को कई ब्लॉकचेन फर्स्ट के साथ अलग किया है, जैसे कि DigiShield गार्ड, MultiAlgo माइनिंग, SegWit कार्यान्वयन, Odocrypt एल्गोरिथ्म, Dandelion++ गोपनीयता प्रोटोकॉल, DigiAssets और Digi-ID।
इस तरह से DigiByte blockchain काम करता है।
तीन परतें DigiByte ब्लॉकचैन के सबसे नवीन भाग हैं जो अत्याधुनिक गति के साथ कार्य करने के लिए नेटवर्क के बुनियादी ढाँचे, सुरक्षा और संचार प्रदान करते हैं।
Applications / DigiAssets.
शीर्ष परत स्पष्ट वास्तविक दुनिया के उपयोग के साथ एक ऐप स्टोर की तरह है। DigiByte ब्लॉकचैन के शीर्ष पर DigiAssets प्रोटोकॉल के साथ सभी प्रकार की digital assets बनाई जा सकती है। Decentralized applications (dApps) DigiByte blockchain के शीर्ष पर बनाए जा सकते हैं। DigiByte blockchain की rigidity और security का लाभ उठाने वाले स्मार्ट अनुबंधों को आसानी से एन्कोड किया जा सकता है।
Digital asset / Public ledger.
मध्य परत सुरक्षा और प्रशासन प्रदान करती है। डेटा का एक Digital Byte बड़े डेटा या मान रखने वाली एक इकाई का प्रतिनिधित्व करता है, और नकली, डुप्लिकेट या हैक नहीं किया जा सकता है। एक अपरिवर्तनीय सार्वजनिक नेतृत्वकर्ता जहां DigiBytes के सभी लेनदेन दर्ज किए जाते हैं। DigiByte सुरक्षा के लिए five proof of work algorithms का उपयोग करता है। नई DigiBytes केवल mining से आती हैं।
कोर प्रोटोकॉल / ग्लोबल नेटवर्क।
नीचे की परत संचार और संचालन प्रक्रिया चेन स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के बारे में जानें प्रदान करती है। DigiByte वैश्विक नेटवर्क संचार पर एक बहुत ही निम्न-स्तरीय तरीका नोड्स। पूरे ग्रह में हजारों लोग DigiByte सॉफ्टवेयर चला रहे हैं। DigiByte Network से जुड़ा कोई भी सर्वर, कंप्यूटर, टैबलेट या मोबाइल फोन एक नोड बन जाता है जो रिले लेनदेन में मदद करता है। DigiByte blockchain में योगदान करना शुरू करें।
Open source / Permissionless.
की तरह इस वेबसाइट, DigiByte blockchain पूरी तरह से खुला स्रोत है और MIT लाइसेंस, के तहत जारी उपयोग करने के लिए स्वतंत्र है, जो आपको सॉफ़्टवेयर को चलाने और संशोधित करने की शक्ति देता है। पारदर्शिता बायनेरिज़ के स्वतंत्र सत्यापन और उनके संबंधित स्रोत कोड के लिए अनुमति देती है।
GitHub पर DigiByte Protocol।
GitHub पर DigiByte Core Development।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 299