२. आउटस्टेशन चेक -Outstation Cheque
Goodbye 2022: पुणे के शख्स ने अपनी पूरी टीम के लिए Swiggy से ऑर्डर किया 71,000 रुपये का बर्गर
मशहूर ऑनलाइन फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी (Swiggy) को 2022 का सबसे बड़ा ऑर्डर कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु (Bengaluru) से आया, जहां एक ग्राहक ने दिवाली (Diwali 2022) पर 75,378 रुपये का खाना ऑर्डर किया। इसी बीच, ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? पुणे के एक शख्स ने अपनी पूरी टीम के लिए 71,229 रुपये का बर्गर (Burgers) और फ्राइज (Fries) का ऑर्डर दिया। शक्स का यह ऑर्डर ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? इस साल फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म (Swiggy 2022) के लिए दूसरा सबसे बड़ा ऑर्डर था। गुरुवार को जारी हुई स्विगी की सालाना ट्रेंड रिपोर्ट 'हाउ इंडिया स्विगी'डी 2022 (HOW INDIA SWIGGY’D 2022)' में ये खुलासा हुआ।
बिरयानी को सबसे ज्यादा किया गया ऑर्डर
Aadhaar Card: ये हैं आधार के 4 प्रकार, आप अपने घर मंगा सकते हैं चारों, जानें Details
Aadhaar Card: आज के समय में आधार कार्ड हर भारतीय के लिए सबसे जरूरी कागज बन ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? चुका है। आधार कार्ड के बिना वैक्सीन से लेकर बैंक और सरकारी दफ्तरों तक कहीं भी कोई काम नहीं होता है। हर तरह के कानूनी काम के लिए आधार कार्ड जरूरी है। कोरोना के समय में लोग एक दूसरे के संपर्क में आने से बचते हैं और एक दूसरे के हाथ से कोई सामान लेना भी कम ही पसंद करते हैं। ऐसे में आधार कार्ड की फोटोकॉपी की बजाय ई-आधार का प्रचलन बढ़ा है। यहां हम आधार के सभी रूपों के बारे में बता रहे हैं और कलर आधार कार्ड घर मंगवाने का तरीका भी बता रहे हैं।
Jio Mart: इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा और फैशन आइटम भी ऑर्डर कर सकेंगे जियोमार्ट से
Jio Mart: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की जियोमार्ट (Jio Mart) जल्द अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों को टक्कर देने जा रही है। रिलायंस के जियोमार्ट (Jio Mart) से ग्राहक किराना सामान के साथ इलेक्ट्रॉनिक्स, दवा और फैशन आइटम भी मंगा सकेंगे। हाल ही में रिलायंस जियो ने अपना नया ई-कॉमर्स प्लेटफार्म Jio Mart शुरू किया है जिसके तहत किराना दुकानदारों को जोड़ा गया है। बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन एवं एमडी मुकेश अंबानी ने 43वीं सालाना आमसभा में कहा कि वह जियोमार्ट के दायरे को किराना सामान से आगे ले जाने की तैयारी में है। आने वाले दिनों में ग्राहक जियोमार्ट से इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, दवाई व स्वास्थ्य संबंधी अन्य आइटम भी मंगा सकेंगे।
स्टे ऑर्डर क्या है और कैसे मिलेगा
आज के इस पोस्ट में आपको बताने वाले हैं स्टे ऑर्डर क्या होता है? स्टे ऑर्डर कैसे लिया जाता है? इसमें कितना समय लगता है? स्टे ऑर्डर मिलने पर क्या करना चाहिए? स्टे ऑर्डर नहीं मानने पर क्या होता है? स्टे आर्डर कब तक जारी रहता है?
स्टे आर्डर क्या होता है?
आमतौर पर (स्टे ऑर्डर) स्थगन आदेश का मतलब होता हैं, न्यायालय द्वारा एक आदेश को जारी करके किसी कार्य को करने से रोकने से रोकना। साधारण शब्दों में कहें तो स्टे ऑर्डर किसी कारवाही या किसी कार्य को रोकने का एक आदेश होता है। हम कह सकते हैं कि कानूनी रास्ता को रोकने के आदेश को स्टे ऑर्डर कहा जाता है।
स्टे ऑर्डर में कितना समय लगता है?
कोई भी न्यायालय स्टे आर्डर कितने समय में जारी कर देगी इसके लिए कहीं पर भी ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? कोई स्पष्ट समयसीमा तय नहीं की गई है। अमूमन यह देखा जाता है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत भी सेम डेट भी स्टे ऑर्डर जारी किया जा सकता है। अथवा 1 सप्ताह से 1 माह तक का समय भी लग सकता है। यह इस बात पर निर्भर करता है मामले की गंभीरता कितनी है।
स्टे आर्डर मिलने पर क्या करना चाहिए?
यदि न्यायालय ने किसी कार्य के लिए कोई स्थगन आदेश (स्टे आर्डर) ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? जारी कर दिया है, तो वह कार्य वहीं पर छोड़ दिया जाना चाहिए जिस स्तिथि में उस कार्य को किया जा रहा था।
स्टे आर्डर नहीं मानने पर क्या होता है?
यदि कोई व्यक्ति या कोई संस्था न्यायालय के ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? इस स्टे ऑर्डर का पालन नहीं करती है, तो यह कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट समझा जाता है और उस पर मुकदमा भी दायर किया जा सकता है।, ऐसे व्यक्ति को न्यायालय के आदेश न मानने पर सजा (6 महीने तक कि जेल या जुर्माना 2000 तक)भी दी जा सकती है।
चेक के प्रकार: Types of Cheques कितने हैं?
चेक एक कागज़ है. है न? कागज़ ही तो है. भले ही उसकी वैल्यू लाखों की हो सकती है….पर चेक एक कागज़ ही है…ठीक नोट की तरह….पर परीक्षा में ऐसे लिखिएगा तो आपको जीरो मार्क्स मिलेंगे. परीक्षा में ऐसे लिखना होगा:—- चेक बैंक द्वारा अकाउंट होल्डर को दिया जाने वाला वह भुगतान का साधन है जिससे ग्राहक किसी अगले व्यक्ति को अपने अकाउंट से डायरेक्ट कैश न देकर भुगतान कर सकता है. यह हुई न बात! अब मिलेंगे आपको १० ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? में से १०. भले ही शिक्षक को समझ न आये!
चेक में आप किसे पैसे दे रहे हैं, उनका नाम लिखना होता है…वह किसी व्यक्ति का नाम भी हो सकता है या किसी फर्म का. चेक में आपको यह भी भरना होता है कि आप कितने पैसे उस व्यक्ति को दे रहे हैं (शब्द और संख्या में), कब दे रहे हैं (Date)…और अंत ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? में आपको सिग्नेचर करना पड़ता है. आपका चेक लेकर बन्दा अपने अकाउंट में डाल देता है और आपने जितना अमाउंट उसे दिया था वो उसके अकाउंट में ट्रान्सफर हो जाता है.
चेकों का वर्गीकरण: मूल्य के आधार पर
१. साधारण मूल्य वाले चेक -Normal Value Cheques
1 लाख से कम मूल्य वाले चेक नॉर्मल वैल्यू चेक कहलाते हैं.
२. ऊँचे मूल्य वाले चेक -High Value Cheques
1 लाख से ऊपर वाले चेक हाई वैल्यू चेक कहलाते हैं.
३. उपहार चेक – Gift Cheques
अपने प्रिय जनों को उपहारस्वरूप दिए जाने वाले चेक गिफ्ट चेक कहलाते हैं. उपहार चेकों की राशि 100 रु. से लेकर 10,000 रु. तक हो सकती है.
चेक मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं –
1. खुला चेक – Open Cheque
खुला चेक वह चेक होता है जिसे बैंक में प्रस्तुत कर काउंटर पर ही नकद प्राप्त किया जा सकता है. Clarence के लिए आपको इंतज़ार करने की जरुरत नहीं है. गीव एंड टेक…..ओपन चेक को धारण करने वाला व्यक्ति काउंटर में जा कर, चेक दिखाकर….पैसे ले सकता है और या तो अपने अकाउंट में पैसे को ट्रान्सफर कर सकता है या चेक के पीछे हस्ताक्षर कर के किसी अन्य व्यक्ति को प्राधिकृत (authorize) कर सकता है.
2. बेयरर चेक – Bearer Cheque
बेयरर चेक वह चेक है जो खाताधारी (account holder) का कोई भी प्रतिनिधि बैंक में जाकर भुना सकता है. प्रतिनिधि को चेक देते समय चेक के पीछे हस्ताक्षर करने की आवश्यकता नहीं होती एवं मात्र चेक दे देने से निकासी हो जाती है. ये चेक risky भी हो सकते हैं क्योंकि अगर यह चेक अगर भुला गया तो कोई भी बैंक जा कर इसे भुना सकता है.
चेक का वर्गीकरण: गारंटी भुगतान के आधार पर
1. सेल्फ चेक – Self Cheque
सेल्फ चेक वह होता है जिसे खाताधारी बैंक में प्रत्यक्ष भुगतान के लिए स्वयं प्रस्तुत करता है. इसमें भुगतान पाने वाले के नाम की जगह पर “Self” लिखा जाता है.
2. आगे की तारीख वाला चेक – Post-dated Cheque (PDC)
आगे की तिथि में भुगतान वाला चेक एक ऐसा क्रॉस किया हुआ बेयरर चेक होता जिसमें आगे की तिथि अंकित की जाती है. इसका अर्थ यह हुआ है कि इस चेक का भुगतान अंकित तिथि या उसके बाद ऑर्डर के प्रकार क्या हैं? हो सकता है.
3. पीछे की तारीख वाला चेक – Ante-dated Cheque (ADC)
इस चेक में बैंक में प्रस्तुत करने के पहले की तिथि होती है. यह चेक अंतिम तिथि से तीन महिना के पूरा होने के तक भुनाया जा सकता है.
4. काल बाधित चेक – Stale Cheque
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