Biggest Tech Fails of 2022: मस्क के ट्विटर खरीदने से लेकर मेटा के घाटे तक, ये है इस साल के बड़े टेक फेल
वैसे तो इस साल के टेक फेल (Tech Fails) की लिस्ट काफी लंबी है लेकिन हमने आपके लिए इस आर्टिकल में टॉप 5 टेक फेल (Top 5 Tech Fails of 2022) को सेलेक्ट किया है.
बिग टेक के लिए 2022 काफी मुश्किल साल रहा. इस साल में मल्टीबिलियन-डॉलर कॉरपोरेट के लॉसेस से लेकर छंटनी (Layoffs) तक कई चीज़े देखने को मिली. वैसे तो इस साल के टेक फेल (Tech Fails) की लिस्ट काफी लंबी है लेकिन हमने आपके लिए इस आर्टिकल में टॉप 5 टेक फेल (Top 5 Tech Fails of 2022) को सेलेक्ट किया है.
एलन मस्क ने ट्विटर खरीदा (Elon Musk Buys Twitter)
मस्क-ट्विटर सागा (Musk Twitter Saga) ने 2022 के दूसरे हाफ को परिभाषित किया है. Elon Musk ने जनवरी में Twitter के शेयर खरीदे और अप्रैल में कंपनी के सबसे बड़े शेयरहोल्डर बन गए. 14 अप्रैल को वो कंपनी को $44 बिलियन (44 Billion Dollar) के लिए खरीदने का ऑफर देते हैं, लेकिन जुलाई में वापस हट हैं. लीगल ड्रामा के बाद, मस्क ने 27 अक्टूबर को ट्विटर को खरीदा, और Twitter को एक प्राइवेट कंपनी बनाया दिया. ट्विटर को खरीदने के बाद, मस्क ने कई टॉप एक्जीक्यूटिव को फायर कर दिया और ग्लोबल वर्कफोर्स के लगभग आधे को ले ऑफ (Layoff) कर दिया.
इसके बाद ट्विटर पर रोलर कोस्टर राइड देखने को मिली. प्लैटफॉर्म के कोर फंक्शनिंग पर काई अनपेक्षित चेंजेस हुए, जिनमें सबसे बड़ा चेंज ब्लू चेकमार्क (Paid Blue Tick) को पेड बनाना था, और कई पहले से प्रतिबंधित खातों को रिस्टोर भी किया गया.
मस्क के ट्विटर को हैंडल करने पर लोगों की प्रतिक्रिया ज्यादातर नकारात्मक रही. मस्क ने कुछ दिनों पहले ट्विटर पोल (Twitter Poll) में पूछा कि उन्हें सीईओ (CEO) पद छोड़ देना चाहिए, तो इस पर 58 प्रतिशत प्रतिभागियों ने हां में जवाब दिया. इसके बाद मस्क ने कहा की इस रोल के लिए जब कोई फूल मिल जाएगा तब वे पोजीशन छोड़ देंगे.
I will resign as CEO as soon as I find someone foolish enough to take the job! After that, I will just run the software & servers teams.
— Elon Musk (@elonmusk) December 21, 2022
मेटा का कैश ब्लीडिंग (Cash Bleeding Of Meta)
मेटावर्स (Metaverse) फ्यूचर जरूर है, लेकिन ये फ्यूचर अभी थोड़ा दूर है. Mark Zuckerberg ने 2021 में पैरेंट कंपनी फेसबुक (Facebook) का नाम मेटा (Meta) रख दिया, लेकिन वर्चुअल रियलिटी (Virtual Reality) अभी भी मेनस्ट्रीम नहीं है. इसके साथ ही मेटा का निवेश ऐसे प्लेटफॉर्म में हो रहा था, जिससे कंपनी की शुरुआत में कोई रेवेन्यू हासिल नहीं हो रहा था. इस वजह से कंपनी का प्राइमरी एड रेवेन्यू ग्लोबल इकोनॉमी के कमजोर होने की वजह से गिर गया. ऐसे में इनवेस्टर्स ने जुकरबर्ग को मेटावर्स इन्वेस्टमेंट्स को 50 फीसदी से कम करने को कहा.
इतना ही नहीं, Facebook ने अपने यूजर्स को खोना भी शुरू कर दिया है. उदाहरण के लिए, मई में फेसबुक पर 11 मिलियन मंथली एक्टिव यूजर्स (Monthly Active Users) थे, जो मई 2020 के मुकाबले 25.4 प्रतिशत कम हैं. लगातार हो रहे घाटे की वजह से मेटा ने 2022 में 11,000 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाल भी दिया है.
आईफोन 14 प्रो में देरी (Delay in iPhone 14 Pro)
अगर आप 2022 का ऐपल (Apple) का बेहतरीन आईफोन खरीदना चाहते हैं तो चांस हैं कि अभी तक आप आईफोन 14 प्रो (iPhone 14 Pro) को ना खरीदे पाए हों. फॉक्सकॉन (Foxconn) के चाइना प्लांट की समस्याओं की वजह से, आईफोन 14 प्रो और प्रो मैक्स (iPhone 14 Pro Max) का प्रोडक्शन बहुत ज्यादा बाधित हुआ है. प्लांट के पेमेंट सिस्टम्स में "तकनीकी त्रुटि" (Technical issue) होने की वजह से हिंसक विरोध हुए, जिनके वजह से प्लांट का काम रुक गया था. ये प्लांट 200,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है.
गूगल स्टेडिया का बंद होना (Google Stadia)
गूगल स्टैडिया क्लाउड गेमिंग (Cloud Gaming) में रेवेलूशन लाने के लिए 3 साल पहले लॉन्च हुआ था. क्लाउड गेमिंग कॉन्सेप्ट एक्सबॉक्स गेम पास (X-Box Game Pass) और एनवीडिया जीफोर्स नाउ (Nvidia GeForce Now) के साथ काफी अच्छा चल रहा है. फिर स्टेडियम को इस साल क्यों बंद कर दिया गया है? शुरुआती तकनीकी गड़बड़ियां प्लेटफॉर्म के लिए डिजास्टर बन गयी, जहां अर्ली अडॉप्टर्स (Early Adopters) को लैग्स (Lags) और क्रैश एक्सपीरियंस हुआ. स्टेडिया का गेम कलेक्शन लिमिटेड (Limited Game Collection) होने की वजह से भी आलोचना का सामना करना पड़ा. इन सभी फैक्टर्स ने, Google को निवेश वापस लेने और प्लेटफार्म को बंद करने पर मजबूर कर दिया.
क्रिप्टो क्रैश (Crypto Crash)
नवंबर 2021 के बाद क्रिप्टो एसेट (Crypto Assets) $2.2 ट्रिलियन के वैल्यू ड्राप के साथ 73 प्रतिशत नीचे आ चूका है. इसके अलावा एक लोकप्रिय क्रिप्टो एक्सचेंज (Popular Crypto Exchange) FTX इस साल नवंबर में कोलेप्स हो गया है. इस प्लेटफॉर्म पर यूजर फंड और एसेट्स को मिसएप्रोप्रिएट करने के आरोप भी लगे. इस वजह से इसके प्रतिद्वंद्वी प्लेटफॉर्म बाइनेंस (Binance) इसे खरीदने का प्लान चेंज कर देता है. FTX पर क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन शुरू हुई, जिसने क्रिप्टो सेक्टर (Crypto Sector) में कंज्यूमर कॉन्फिडेंस को काफी कम कर दिया.
तो ये थे साल 2022 के सबसे बड़े टेक फेल (Biggest Tech Fails of 2022). हम उम्मीद करते हैं कि इनमें से कई टेक फेल को आने वाले साल 2023 में कुछ हद तक ठीक कर लिया जायेगा.
क्रिप्टो बैन: सही कदम या भूल
भारत में इन दिनों क्रिप्टोकरेंसी को लेकर चर्चा हरेक की जुबान पर है भले ही उसने इसमें कभी निवेश किया हो या नहीं. अब सरकार इस पर कानून लाने वाली है, लेकिन यह काम भी बड़ा उलझन भरा है. जाानिए क्यों?
भारतीय संसद के इस हफ्ते शुरू हुए शीतकालीन सत्र की खास बात कृषि या विकास संबंधी परियोजनाएं न होकर एक ऐसी करेंसी या मुद्रा रही जो न देखी जा सकती है, न छुई जा सकती है और जिसकी कीमत तेजी से घटती-बढ़ती रहती है. इसे क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल करेंसी कहते हैं, जिस पर सरकार या बैंक का नियंत्रण नहीं होता है. यह करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक पर बनी होती है, जो किसी डेटा को डिजिटली सहेजता है.
अब जो करेंसी किसी के नियंत्रण में नहीं है, उस पर सरकार कानून कैसे ला सकती है? इसका जवाब हां और ना दोनों है. भले ही सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई कानून न बनाया हो, लेकिन भारत का आयकर विभाग क्रिप्टो निवेश पर होने वाली इनकम पर टैक्स लेता है. हालांकि क्रिप्टो टैक्स के नियम ज्यादा साफ नहीं हैं, लेकिन अगर किसी निवेश पर टैक्स लिया जा रहा है तो इसका मतलब है कि सरकार उसे आय का स्रोत मान रही है.
दूसरा पक्ष यह है कि सरकार इसे पेमेंट का माध्यम मानने से इनकार कर रही है. हाल ही में संसद की ओर से जारी एक बुलेटिन में कहा गया कि बिटकॉइन या इथेरियम जैसी अन्य क्रिप्टोकरेंसी को करेंसी का दर्जा नहीं दिया जा सकता है. यानि इनसे कोई भी दूसरा सामान नहीं खरीदा जा सकेगा.
नुकसानदेह हो सकता है सरकार का रवैया
सरकार की यह हिचक लंबे अर्से में नुकसान ही कराएगी क्योंकि कई छोटे-बड़े देशों ने क्रिप्टोकरेंसी को पेमेंट का माध्यम मान लिया है. मसलन, अमेरिका स्थित दुनिया के सबसे बड़े मूवी थिएटर चेन एएमसी ने कुछ क्रिप्टोकरेंसी से पेमेंट किए जाने को मंजूरी दे दी है. वहीं, कोरोना महामारी से बुरी तरह तबाह हो चुके टूरिज्म बिजनेस को दोबारा खड़ा करने के लिए थाइलैंड ने क्रिप्टो निवेशकों का स्वागत करते हुए कहा है कि वे उनके यहां आकर क्रिप्टो के जरिए सामान खरीद सकते हैं.
प्राइवेट बैंकों ने तो एटीएम भी लगा रखा हैतस्वीर: Christian Beutler/picture alliance/KEYSTONE/dpa
हालांकि, भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी को एसेट क्लास यानि स्टॉक, बॉन्ड जैसा मानने को तैयार दिख रही है. इसका मतलब है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को करेंसी न मानकर निवेश का माध्यम मानने को तैयार है. संसद की ओर से जारी बुलेटिन की एक अन्य टिप्पणी भी भ्रम पैदा करने वाली है. सरकार ने कहा है कि वह प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा देगी. यह प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी आखिर है क्या? सरकार ने इसे लेकर कोई व्याख्या नहीं दी है. क्रिप्टो जगत में प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी जैसी कोई चीज होती ही नहीं है क्योंकि सारी क्रिप्टोकरेंसी ‘प्राइवेट' ही हैं, ‘पब्लिक' या सरकार के नियंत्रण में तो हैं नहीं.
ब्लॉकचेन तकनीक से परहेज नहीं
एक अन्य मुद्दा जिस पर सरकार का रुख कन्फ्यूज कर रहा है वह है डिजिटल रुपये. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को ब्लॉकचेन तकनीक भा गई है क्योंकि इसकी वजह से रिकॉर्ड को सहेजना और करेंसी को जारी करना आसान है. सरकार को भले क्रिप्टोकरेंसी से दिक्कत हो, लेकिन वह खुद रुपये को डिजिटली जारी करना चाहती है. यानि हो सकता है कि भारतीय रुपया जल्द ही बिटकॉइन या डॉजकॉइन की तरह डिजिटल हो जाए.
हाल के दिनों में सरकार के रवैये ने आम भारतीय क्रिप्टो निवेशकों को खूब छकाया. भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज जैसे वजीरएक्स और कॉइनडीसीएक्स पर निवेशकों ने जल्दबाजी में अपनी करेंसी बेच डाली. पुराने और मंझे हुए क्रिप्टो निवेशकों ने इसका फायदा उठाया और गिरे हुए भाव पर दाव लगाकर क्रिप्टोकरेंसी को अपनी झोली में डाल लिया. ऐसा ही होता है क्रिप्टोकरेंसी बाजार में, जहां कीमत के गिरने का इंतजार कर रहे निवेशक झट से पैसे लगाकर प्रॉफिट लेकर चले जाते हैं.
कंपनियों को सरकार के फैसले का इंतजार
भारत में स्थित क्रिप्टो कंपनियां फिलहाल सरकार के बिल लाने का इंतजार कर रही हैं. वह कई वर्षों से सरकार के साथ बातचीत कर रही थीं क्योंकि उन्हें मालूम है कि रेगुलेशन और कानून आने से उन्हीं का फायदा होगा और क्रिप्टो को लेकर आम लोगों में विश्वास जगेगा. यही वजह है कि क्रिप्टो बिल को लेकर तमाम अटकलों के बावजूद अरबों की संपत्ति वाला क्रिप्टो एक्सचेंज कॉइनडीसीएक्स अब अपना आईपीओ शेयर बाजार में लाने वाला है. आईपीओ के जरिए उसे विस्तार मिलेगा और वह आम लोगों में अपने शेयर बेचकर धन की उगाही कर सकेगा.
कई देशों में बिटकॉइन के प्रचार की कोशिशें हो रही हैंतस्वीर: Salvador Melendez/AP Photo/picture alliance
भारत को लेकर बड़ी कंपनिया आश्वस्त हैं कि यहां चीन की तरह क्रिप्टो पर बैन लगाकर तानाशाही नहीं चलेगी. एनालिटिक फर्म चेनएनालिसिस ने भी भारत को क्रिप्टो का हब करार दिया है, जो बिना किसी गाइडलाइंस के देश ने हासिल किया है. यह बड़ी उपलब्धि है और सरकार को इसे गंवाना नहीं चाहिए.
फिलहाल सरकार को ब्लॉकचेन तकनीक से कोई दिक्कत नहीं, न ही क्रिप्टोकरेंसी इनकम पर मिलने वाले टैक्स से. लेकिन विडंबना यह है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने को भी आतुर है. यह वही बात हो गई है कि कमरे में हाथी रखा है और सबने उसकी अपनी तरह से व्याख्या की है. भारत सरकार को क्रिप्टोकरेंसी पर व्यापक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए. एक ऐसा देश जो आईटी सेक्टर का हब हो, जहां 50 करोड़ इंटरनेट यूजर्स हो और जिसने डिजिटल इंडिया का ख्बाव देखा हो, वह ब्लॉकचेन और क्रिप्टोकरेंसी के उदय के दौर में पिछड़ कर रह जाएगा.
ये भी देखिए: बिटकॉइन कैसे काम करता है और यह किस काम आता है
स्कार लाइट क्रीम के, फायदे, नुकसान, उपयोग | Scar Lite Cream Ke Fayde In Hindi.
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दोस्तों acne pimple की वजह से हो जाने वाली काली दाग Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? खासकर उन्हीं लोगों की Skin पर दिखते हैं, जिनकी लाइफस्टाइल में स्ट्रेस काफी ज्यादा होने के अलावा पानी पीने काभी समय नहीं मिल पाता है और त्वचा से एस्ट्रा ऑयली एक्सेस होता रहता है। जिस वजह से वे सभी चेहरे से दाग धब्बे हटाने की होम्योपैथिक दवा और black spot removal cream की जानकारी गूगल पर सर्च करते रहते हैं इसे देखते हुए हिं मैं आपको scar lite cream ke Fayde In Hindi बताने जा रही हूं ताकि आप Uses से पहले जान सके Benefits और Side effects को।
Scar lite cream क्या है | What is Scar lite cream In Hindi.
स्कार लाइट क्रीम दवा के रूप में बिकने वाली dark spot treatment की क्रीम होती है जो मुख्य तीन तरह की दवा से निर्मित की गई स्क्रीन की क्रीम होती है, जो कि skin lightening के लिए और dark spot की कमी करने एवं त्वचा की चमड़ी को bleaching बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह स्क्रीन पर पनप रहे मुहासे को कम करने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है, Scar lite cream का उपयोग सीधे तौर पर खरीद कर नहीं किया जाता है क्योंकि यह एक मेडिकेटेड क्रीम होता है।
स्कार लाइट क्रीम की समाग्री क्या है | Scar lite cream Ingredients In Hindi.
स्कार लाइट क्रीम का निर्माण करने में Hydroquinone और Mometasone Furoate एवं Tretinoin की सामग्री की सामग्री का उपयोग किया गया है जो कि सभी दवाइयों की लिस्ट में शामिल है।
स्कार लाइट क्रीम के फायदे क्या है | Scar Lite Cream benefits In Hindi.
यदि आपकी त्वचा हाइपरपिगमेंटेशन या मेलाजमा का शिकार हो चुकी है तो ऐसे में स्कार लाइट क्रीम बेहतर रहेगा यह आपकी स्किन से झाइयों को कम कर एक्ने पिंपल से राहत दिलाने के साथ skin lightening के लिए फायदा पहुंचाता है, इस क्रीम के उपयोग से स्किन का रंग हल्का हो जाता है। जिस कारण दाग धब्बे भी कम होने लगते हैं यदि आपकी चेहरे की त्वचा पर स्ट्रेच मार्क मौजूद है तो उसके लिए Scar Lite Cream को लगाने से spot mark से निजात मिलने लगता है, यह क्रीम स्किन की कंडीशन एग्जिमा एलर्जी खुजली को देखते हुए सजेस्टर सजेस्ट लेकर यूज करने से हिं लाभ जाता है।
स्कार लाइट क्रीम का यूज, उपयोग, कैसे करें | Scar lite cream uses In Hindi.
दोस्तों अब तक आपने गोरा करने वाली क्रीम का उपयोग बिना किसी डॉक्टर की इजाजत लिए यूज करके चेहरे को गोरा और lite करते होंगे परंतु स्कार लाइट क्रीम को यूज आने से पहले आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेना होगा, जिसके बाद उनके द्वारा बताई गई इस मेडिकेटेड क्रीम का उपयोग डे मे या नाइट में करना है की जानकारी प्राप्त करने के बाद ही आप इसे यूज करने का तरीका अपना सकते हैं, अन्यथा इसके दुष्ट प्रभाव आपको देखने को मिल सकते हैं इससे आपकी त्वचा भी खराब होने के चांसेस बढ़ सकते हैं।
cryptocurrency क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है। इसके लाभ हानि क्या है।
क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो एक डिजिटल संपत्ति के रूप मे है जिसे एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। और जिसमें व्यक्तिगत सिक्का स्वामित्व रिकॉर्ड को एक कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में मौजूदा बहीखाता के रूप में संग्रहित किया जाता है। आज इसके चर्चे हर जगह है।
जब यह शब्द पहले मार्केट मे आया था तो विभिन्न ‘विशेषज्ञों’ द्वारा ‘तकनीकि -बुलबुले ‘ के रूप में इसको खारिज कर दिया गया था। लेकिन अब फिर बदलते दौर मे वैश्विक हस्तियो ने इसको बढ़ावा दे दिया है।
मुद्रा किसी भी रूप में मुद्रा होती है। और जिसका उपयोग विनिमय के माध्यम के रूप में किया जाता है।
क्रिप्टो करेंसी भी उनमे से एक है जो मुद्रा का एक रूप है । और जो पैसे के रूप में कार्य करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग किया जा रहा है।
इससे डिजिटल रूप से कारोबार किया जा सकता है। और यह इस प्रकार कार्य कर रहा है।
1. विनिमय का एक माध्यम के रूप मे
2. खाते की एक इकाई के रूप मे
3. मूल्य का भंडारके रूप मे लेकिन कानूनी निविदा की स्थिति इसमे नही है।
इसको अलग अलग लोंगों के द्वारा इस प्रकार से देखा गया है।
बिल गेट्स के अनुसार
“बिटकॉइन एक तकनीकी माध्यम है जो टूर डी फोर्स हो सकता है।”
टायलर विंकलेवोस (जो की फेसबुक के सह-आविष्कारक)है उनके अनुसार –
“हमने अपना पैसा और विश्वास एक गणितीय ढांचे में लगाने के लिए इसका चुनाव किया है। जो राजनीति और मानवीय त्रुटि से मुक्त है।”
अल गोर (अमेरिका के 45वें उपराष्ट्रपति) के अनुसार –
मैं बिटकॉइन का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। इसका अर्थ यह है कि बिटकॉइन ब्रह्मांड एक एल्गोरिथ्म सरकार के कार्यों को बदल देता है। यह बहुत अच्छा है।
पीटर थिएल (पेपैल के सह-संस्थापक)के अनुसार –
“मुझे लगता है कि बिटकॉइन में दुनिया को बदलने की क्षमता है।”
जॉन मैक्एफ़ी के अनुसार –
आप बिटकॉइन को नहीं रोक सकते। यह हर जगह Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? उपलब्ध होगाऔर इससे दुनिया को फिर से समायोजित करना होगा।
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे –
क्रिप्टोकरेंसी को किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौगोलिक बाधा नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी सस्ता, सुरक्षित, तेज मुद्रा है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान-
क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है।
क्रिप्टोकरेंसीलेनदेन मे अपरिवर्तनीय हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग अवैध गतिविधि या डार्क वेब में हो रहा है।
ब्लॉक श्रृंखला पर निर्धारित –
यह एक ऐसी गतिविधि है जहां व्यक्ति अपनी कंप्यूटिंग क्षमता का उपयोग करके एक परेशान करने वाले 64-अंकीय हेक्साडेसिमल समीकरणों, पहेलियों और हैश के रूप में ज्ञात कोड को हल करने के लिए करता है। क्रिप्टोकरेंसी एक माध्यम है जिसमे लेनदेन को एक ब्लॉक श्रृंखला पर सत्यापित और मान्य किया जाता है। इससे एक नई क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करते हैं।
पहले बैंक था जो मुद्रा के रूप मे निवेश का माध्यम हुआ करता था। अब क्रिप्टोकुरेंसी के साथ लेनदेन सत्यापित करने के लिए कोई मध्यस्थ नहीं बचा है। दुनिया भर में ऐसे हजारों लोग हैं जो अपने लेनदेन को सत्यापित करने के लिए वहां मौजूद हैं।
भारत में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता-
भारत मे ऐसा कोई कानून नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री को प्रतिबंधित करता है। यहा पर यह परिसंपत्ति वर्ग है जहां कोई भी निवेश कर सकता है। लेकिन यहा पर इसको कानूनी निविदा नहीं माना जाता है।
भारत मे कोई भी तकनीकी रूप से क्रिप्टोकरेंसी को रोक नहीं सकता। क्योंकि इसमे किसी भी केंद्रीकृत पार्टी आदि का इसपर कोई नियंत्रण नहीं है।
भारत मे पिछले कुछ समय में क्रिप्टो करेंसी की भूमिका एक मुद्रा के रूप में कम हो गईथी जो अब फिर से बढ़ गयी है। इसका एक बहुत छोटा हिस्सा है। यह सोने की तरह एक परिसंपत्ति वर्ग की तरह विकसित हो रहा है।
अब दुनिया मे यह तेजी से विकसित हो रही है। दुनिया के किसी भी देश ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। और आगे ईआई सल्वाडोर जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन को लीगल टेंडर का दर्जा भी दे दिया है।
भारत में क्रिप्टो मुद्रा पर कर के प्रभाव और इसका स्वरूप –
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कर योग्यता की स्थिति के बारे में 23 मार्च 2021 को संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया था की जिसमें कहा गया है कि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 5 के अनुसार यह कुल आय से एक व्यक्ति की सभी आय होगी। और इसके सभी स्रोत चाहे कानूनी हों या नहीं और , कोई भी व्यावसायिक गतिविधि जो क्रिप्टोकरेंसी या संपत्ति से संबंधित हैउस पर जब तक कि विशेष रूप से छूट प्रदान न किया गया हो माल और सेवा कर के तहत कर योग्य है।
और इसी तरहसे “किसी भी सेवा की आपूर्ति यदि विशेष रूप से छूट प्रदान नही की गयी है तो वह जीएसटी के तहत कर योग्य है । और क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज से संबंधित किसी भी सेवा को छूट नहीं दी गई हैइसलिए यह भी कर योग्य है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार खुले दिमाग से सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। और यह सुनिश्चित करेगी कि निवेशकों के हितों की रक्षा जिसमे हो उसको लागू किया जाए। आरबीआई भारत की अपनी डिजिटल मुद्रा पर भी काम कर रहा है। और सरकार ने एक अंतर-मंत्रालयी समिति की भी गठन किया गया है। जहां पर सचिवों ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।
आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 2 (24) में आय की परिभाषाइस प्रकार से दी गयी है। जिसमे ‘आय’ शब्द ‘लाभ’ या ‘लाभ’ तक सीमित नहीं है। जबकि इस परिभाषा का उद्देश्य ‘आय’ के अर्थ को सीमित करना नहीं है बल्कि आय के स्त्रोत को चौड़ा करना है। भले ही एक रसीद परिभाषित किसी भी खंड के दायरे में क्यो नहीं आती है। फिर भी यह आय की प्रकृति का एक हिस्सा हो सकती है। जब तक कि स्पष्ट रूप से छूट न दी गयी हो।
यदि डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में माना जाता है। तो यह आयकर अधिनियम के अनुसार कर के लिए अतिसंवेदनशील नहीं होगा। परंतु इसका प्राकृतिक अर्थ और न ही आईटी अधिनियम की धारा 2(24) में आय के रूप में क्रिप्टोकुरेंसी ‘पैसा’ या ‘मुद्रा’ मे शामिल किया गया है। हालांकि इसमें ‘मौद्रिक भुगतान’ शामिल है।
Cryptocurrency के फायदे और नुकसान क्या है | क्रिप्टो करेंसी के फायदे और नुकसान जाने क्या है फायदा और क्या नुकसान.
Hindionlinesite नवंबर 11, 2021
आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे क्रिप्टो करेंसी के फायदे और क्रिप्टो करेंसी के नुकसान अगर आप भी जानना चाहते हैं तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें क्योंकि आज हम आपको बताने वाले हैं क्रिप्टो करेंसी के नुकसान और फायदे क्या है।
जब Cryptocurrency का इस्तेमाल करते है. तो मन में कहीं बाहर ऐसा मन में सवाल जरूर उठता है. क्यों इस्तेमाल करें cryptocurrency मैं आपको बताना चाहूँगा कि क्रिप्टोकरेंसी के कई सारे फायदे हैं।
Cryptocurrency के फायदे क्या है ?
• क्रिप्टोकरेंसी एक Digital Currency है। इसे हम छू नहीं सकते मतलब पैसों की तरह नहीं है डिजिटल रूप से हम इसे देख सकते। अपने मोबाइल या कंप्यूटर में।
बहुत आसान है। डिजिटल रूप से हम इसे अलग-अलग जगहों पर इन्वेस्ट कर सकते हैं, क्योंकि इसके लिए कई सारे Digital Wallets उपलब्ध हैं।
विकल्प है। यहां पर हम इसे कम कीमत में खरीदकर ज्यादा से ज्यादा कीमत पर बेच सकते हैं क्योंकि इसकी कीमतो में तेजी से उछाल आता रहता है।
• cryptocurrency को किसी भी राज्य अथवा सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता। क्योंकि क्रिप्टोकरसी में किसी भी प्रकार का गवर्नमेंट का हित नहीं है।
Cryptocurrency के नुकसान क्या है ?
क्रिप्टो करेंसी के दो पहलू होते हैं। कुछ फायदे होते हैं तो कुछ नुकसान भी होते हैं। ठीक यही बात क्रप्टोकरेंसी पर भी लागू होती है। यानि कि Cryptocurrency के भी कुछ नुकसान हैं।
• Cryptocurrency का सबसे बड़ा नुकसान तो यही है। कि इस पर किसी Authority का नियंत्रण नहीं है। मतलब कि इसकी कीमतों को कोई Control नहीं कर सकता। इसीलिए इसकी कीमतें कभी - भी घट सकती है और बढ़ भी सकती है।
• यह एक Digital Currency है। इसीलिए इसे Hack किया जा सकता है। और Ethereum के साथ ऐसा हो भी चुका है। इसलिए थोड़ा संभल कर काम करना चाहिए इसमें है हैक का बहुत ज्यादा खतरा होता है।
• Ilegal Activities में इस्तेमाल। यानि कि क्रिप्टोकरेंसी को Ilegal Weapons, Drugs और चोरी के credit card / Debit Cards को खरीदने में उपयोग किया जा सकता है।
अस्तित्व (रूप) व आकार नहीं है। यानि कि इसके नोट और सिक्के नहीं होते। इसको Cryptocurrency का फायदा क्या है और नुकसान क्या है? हम छू नहीं सकते बल्कि मोबाइल कंप्यूटर में देख सकते हैं।
• क्रिप्टोकरंसी का उपयोग गलत कामों के लिए बहुत ज्यादा किया जाता है ड्रक्स सप्लाई ,कालाबाजारी के लिए किया जाता है।
•क्रिप्टोकरसी के अकाउंट के अगर आपका वॉलेट के आईडी खो जाता है तो वह हमेशा के लिए खो जाता है क्यूंकि यह दुबारा प्राप्त करना संभव नहीं है।
आज की इस पोस्ट में हमने आपको बताया है क्रिप्टो करेंसी के फायदे और नुकसान क्या है आपको बिल्कुल समझ में आ गया होगा क्रिप्टो करेंसी के फायदे और नुकसान ।
अगर आप हिंदी में नई नई जानकारियां हर रोज पढ़ना चाहते हैं तो आप हिंदी ऑनलाइन साइट हर रोज पढ़ें क्यों कि हम यहां पर हर रोज नए-नए आर्टिकल पोस्ट करते रहते हैं।
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