क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष

अकेले इस महीने, लगभग 718 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी पहले ही चोरी हो चुकी है, जो 2022 के लिए कुल मिलाकर तीन बिलियन डॉलर तक ले जाती है। ब्लॉकचैन में विशेषज्ञता वाली कंपनी चेनालिसिस के आंकड़ों का हवाला देते हुए, ब्लूमबर्ग के अनुसार, पिछले साल सिर्फ तीन बिलियन डॉलर से अधिक की चोरी हुई थी।

लक्ष्य ज्यादातर विकेंद्रीकृत नेटवर्क हैं और 2022 में क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष पहले से ही 125 हमलों के रिकॉर्ड हैं। चैनलिसिस के अनुसार, इस महीने चुराए गए मूल्य के साथ 11 कंप्यूटर हमलों में 718 मिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है, अक्टूबर पहले से ही रिकॉर्ड पर कंप्यूटर पायरेसी की उच्चतम गतिविधि वाला महीना है। कंपनी का अनुमान है कि अकेले उत्तर कोरिया से कनेक्शन रखने वाले समूह पहले ही लगभग 1 बिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चुरा चुके हैं।

हाल ही में, दो बड़े हमलों ने क्रिप्टोकरेंसी उद्योग को हिला दिया, अर्थात् मैंगो सेवा से लगभग 100 मिलियन डॉलर की चोरी, और लगभग 570 मिलियन डॉलर के दो मिलियन बिनेंस सिक्के। एक बयान में, बिनेंस ने कहा कि चोरी की गई राशि के बारे में, लगभग 100 मिलियन डॉलर बरामद नहीं हुए, जबकि बाकी जमे हुए थे।

हैकर्स ने चुराए 10 करोड़ डॉलर से अधिक के ​NFT

NFT के प्राइसेज घटने के बावजूद इस सेगमेंट में स्कैम के मामले बढ़ रहे हैं. स्कैमर्स ने ठगी करने के लिए सोशल मीडिया को बड़ा जरिया बनाया है

हैकर्स ने चुराए 10 करोड़ डॉलर से अधिक के ​NFT

इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है

खास बातें

  • पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टो मार्केट में गिरावट आई है
  • इसका असर NFT के प्राइसेज और बिक्री पर भी पड़ा है
  • इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है

क्रिप्टो सेगमेंट को निशाना बनाने वाले हैकर्स ने जुलाई तक पिछले एक वर्ष में 10 करोड़ डॉलर से अधिक के नॉन-फंजिबल टोकन (​NFT) की चोरी की है. पिछले वर्ष क्रिप्टो मार्केट में खरीदारी बढ़ी थी और इससे क्रिप्टोकरेंसीज के प्राइसेज में काफी तेजी आई थी. हालांकि, पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टो मार्केट में भारी गिरावट आई है और इसका असर NFT के प्राइसेज और बिक्री पर भी पड़ा है.

ब्लॉकचेन रिसर्च फर्म Elliptic ने एक रिपोर्ट में बताया कि NFT के प्राइसेज घटने के बावजूद इस सेगमेंट में स्कैम के मामले बढ़ रहे हैं. स्कैमर्स ने ठगी करने के लिए सोशल मीडिया को बड़ा जरिया बनाया है. स्कैमर्स को ऐसे प्रत्येक मामले में लगभग तीन लाख डॉलर मिले हैं. हालांकि, NFT की चोरी के मामले बहुत अधिक हो सकते हैं क्योंकि ऐसे बहुत से अपराधों की रिपोर्ट नहीं की जाती. क्रिप्टो स्कैमर्स अब ठगी के लिए LinkedIn को भी जरिया बना क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष रहे हैं. अमेरिका की इनवेस्टिगेशन एजेंसी FBI ने यह जानकारी दी है. क्रिप्टो स्कैमर्स प्रोफेशनल फाइनेंशियल एडवाइजर्स के तौर पर खुद को पेश कर LinkedIn यूजर्स से संपर्क कर रहे हैं. इन यूजर्स को स्कैम वाली स्कीम्स की पेशकश की जा रही है.

NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं. इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं. इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता.

इस सेगमेंट में कारोबार बढ़ने के साथ ही स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है. ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है. इनमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. इन मामलों से इस सेगमेंट में ट्रेडिंग को लेकर आशंका बढ़ी है. NFT की लोकप्रियता में भी बढ़ोतरी हो रही है. स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं. हाल ही में चीन में फाइनेंशियल और सिक्योरिटी ऑर्गनाइजेशंस ने NFT से जुड़े वित्तीय जोखिमों के खिलाफ चेतावनी दी थी. बहुत क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष से देशों में रेगुलेटर्स ने इस सेगमेंट की स्क्रूटनी बढ़ाने पर जोर दिया है.

क्रिप्टोकरेंसी की अब तक की सबसे बड़ी चोरी, हैकर्स ने उड़ाए 4,465 करोड़ रुपए

बिजनेस डेस्कः बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज के बारे में भारत समेत पूरा दुनिया में इसका क्रेज बढ़ रहा है, लेकिन अब हैकर्स की इस पर बुरी नजर पड़ गई है। मिली जानकारी के अनुसार, हैकर्स ने 60 करोड़ डॉलर यानी करीब 4,465 करोड़ रुपए की क्रिप्टोकरेंसीज चुराई गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसीज की अब तक की सबसे बड़ी चोरी माना जा रहा है। चोरी की गई क्रिप्टोकरेंसीज में ईथर (Ether) और दूसरी डिजिटल करेंसीज शामिल हैं।

अलग-अलग ब्लॉकचेंस को जोड़ने वाली कंपनी पॉली नेटवर्क (Poly Network) ने मंगलवार को ट्विटर पर जानकारी दी कि कुछ हैकरों ने उसकी सिक्योरिटी में सेंध लगाई है और रिकॉर्ड मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी उड़ा ली है। कंपनी ने बताया कि हैकरों ने उसके नेटवर्क पर अटैक किया और फिर बड़ी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसीज को अपने अकाउंट्स में ट्रांसफर कर दिया।

इतिहास की सबसे बड़ी चोरी
कंपनी ने साथ ही हैकरों की ओर से इस्तेमाल किए गए ऑनलाइन एड्रेस भी शेयर किए। उसने इस हैकिंग से प्रभावित ब्लॉकचेंस और क्रिप्टो एक्सचेंजेज को इन एड्रेसेज से आ रहे टोकंस को ब्लैकलिस्ट करने को कहा है। पॉली नेटवर्क ने साथ ही हैकरों से भी चुराई गई क्रिप्टोकरेंसीज वापस करने की अपील की है। कंपनी ने कहा कि जो अमाउंट आपने हैक की है, वह इतिहास की सबसे बड़ी चोरी है। जो पैसे आपने चुराए हैं, वो क्रिप्टो कम्युनिटी के हजारों सदस्यों क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष के हैं।

माना जा रहा है कि इस चोरी में सबसे ज्यादा प्रभावित दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ethereum हुई है। हैकर्स ने 27.3 करोड़ डॉलर के Ethereum पर हाथ साथ किया है। साथ ही उन्होंने पॉली नेटवर्क से 25.3 करोड़ डॉलर के Binance Smart Chain को भी अपने अकाउंट्स में ट्रांसफर किया। लगभग 3.3 करोड़ डॉलर की Tether कॉइन भी चोरों ने उड़ा ली थी लेकिन अटैक का पता चलते ही इसे इशूअर ने इसे फ्रीज कर दिया है।

3 अकाउंट में ट्रांसफर किया पैसा
हैकर्स ने करेंसीज चुराने के बाद इन्हें क्रिप्टोकरेंसी एड्रेसेज में भेजना शुरू कर दिया था। सिक्योरिटी कंपनी SlowMist के मुताबिक कुल 61 करोड़ डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी को 3 अलग-अलग एड्रेसेज में ट्रांसफर किया गया। ये अब तक की सबसे बड़ी चोरी डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस या DeFi स्पेस में हुई क्रिप्टो चोरी के लिए रिकॉर्ड वर्ष है। Poly Network एक प्लेटफॉर्म है जो यूजर्स को क्रिप्टो टोकन्स एक्सचेंज करने की परमिशन देता है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

भारत में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,913 हुई

भारत में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 3,913 हुई

सीवरेज पाइप बिछाने के चल रहे कार्य दौरान हुआ भयानक हादसा, 2 मजदूरों की मौत

सीवरेज पाइप बिछाने के चल रहे कार्य दौरान हुआ भयानक हादसा, 2 मजदूरों की मौत

Saraswati Mata Puja mantra: इस मंत्र का करें जाप और पाएं ज्ञान का वरदान

Saraswati Mata Puja mantra: इस मंत्र का करें जाप और पाएं ज्ञान का वरदान

भूपेन्द्र चौधरी का दावा- निकाय चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी भाजपा

भूपेन्द्र चौधरी का दावा- निकाय चुनाव में ऐतिहासिक जीत दर्ज करेगी भाजपा

मिड डे मील का खाना खाने से 45 बच्चों की बिगड़ी तबीयत, इलाज के लिए स्वास्थ्य केन्द्र में कराया गया भर्ती

करेंसी का भविष्य: दुनिया में लेन-देन का सिस्टम बदल रहा, 184 लाख करोड़ रुपए हुआ क्रिप्टो संपत्ति का मूल्य

फाइनेंस की नई व्यवस्था में कई खामियां पर उसका तेजी से विस्तार। - Dainik Bhaskar

डिजिटल पैसा यानी क्रिप्टोकरेंसी के आलोचकों की कमी नहीं है। उन्हें इसका विरोध करने के मौके भी खूब मिलते हैं। मूल क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का इस्तेमाल नशीली ड्रग्स की खरीद के लिए होता था। अब साइबर हैकर फिरौती की रकम क्रिप्टो में दिन की मांग करते हैं। हैकर एक अन्य डिजिटल करेंसी ईथर के करोड़ों डॉलर की चोरी इस साल कर चुके हैं। फिर भी, क्रिप्टो संपत्ति का बुखार दुनिया पर चढ़ रहा है। इसका मूल्य 184 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो चुका है।

आलोचकों और ठगों की हलचल के बावजूद वित्तीय सेवाओं के विकेंद्रीकरण (डेफि-डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस) का नया सिस्टम आकार ले रहा है। वैसे, सिस्टम के साथ कुछ खामियां भी हैं। इसका दुरुपयोग हो सकता है। इस समय फाइनेंस सेक्टर को जिन तीन टेक्नोलॉजिकल ट्रेंड ने प्रभावित किया है,उनमें डेफि शामिल है। टेक्नोलॉजी कंपनियां पेमेंट और बैंकों पर असर डाल रही हैं। सरकारें डिजिटल करेंसी या गवकॉइंस लांच कर रही हैं।

डेफि ने वैकल्पिक रास्ता पेश किया है जिसका लक्ष्य केंद्रीकरण नहीं बल्कि फैलाव का है। क्रिप्टोकरेंसी के मूल तत्व ब्लॉकचेन को देखिए। कंप्यूटरों का विराट नेटवर्क खुला और साफ-सुथरा रिकॉर्ड रखता है। किसी केंद्रीय प्राधिकरण या व्यवस्था के बिना इसको अपडेट कर सकते हैं। 2009 में बनी पहली बड़ी ब्लॉकचेन बिटकॉइन अब कमजोर पड़ चुकी है। उसकी बजाय 2015 में बना ब्लॉकचेन नेटवर्क एथीरम अधिक लोगों के बीच पहुंच रहा है।

परंपरागत बैंकिंग के लिए भारी-भरकम ढांचे, पूंजी के नियम कायदों और अदालतों की जरूरत पड़ती है। यह खर्चीला है। सिस्टम पर अंदरूनी लोगों का कब्जा है। इसकी तुलना में ब्लॉकचेन विश्वसनीय, सस्ता, पारदर्शी और तेज सिस्टम है। डेफि से शेयर बाजारों में ट्रेडिंग, कर्ज देना, पैसा जमा करना जैसी गतिविधियां हो सकती हैं। क्रिप्टोकरेंसी से कुछ समस्याएं भी हैं। ब्लॉकचेन प्लेटफार्म आसानी से नहीं चलते हैं। वे जिन कंप्यूटर पर चलते हैं, उनमें बिजली की बहुत खपत होती है।

यह भी सवाल है कैसे कोई आभासी या वर्चुअल अर्थव्यवस्था अपने नियम-कायदों के साथ वास्तविक दुनिया से घुल-मिल सकती है। परंपरागत पैसे और करेंसी के पीछे सरकारें और रिजर्व बैंक हैं। डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस की दुनिया में जवाबदेही प्रारंभिक दौर में है। कई बड़े लेनदेन जिन्हें मानवीय हस्तक्षेप से रोकना संभव नहीं है, खतरनाक हो सकते हैं।

कंप्यूटर कोडिंग में भूल होती ही है। एथीरम और बैंकिंग सिस्टम के बीच सेवाओं के बड़े क्षेत्र में पैसे का अवैध लेनदेन मनी लांडरिंग के जरिये चल रहा है। विकेंद्रीकरण के दावों के बावजूद कुछ प्रोग्रामर और एप मालिकों का डेफि सिस्टम पर जरूरत से ज्यादा नियंत्रण है। इसके अलावा बुरे इरादों वाला कोई व्यक्ति ब्ल़ॉकचेन चलाने वाले अधिकतर कंप्यूटरों पर कब्जा कर सकता है।

नए सिस्टम के एक करोड़ से अधिक यूजर हुए

नई करेंसी की गतिविधि को मापने का पैमाना डिजिटल लेनदेन के मूल्य से लगाया जा सकता है। लगभग शून्य से इसका मूल्य 2018 में 6.61 लाख करोड़ रुपए हो गया था। इस साल की दूसरी छमाही में इसका मूल्य 184 लाख करोड़ रुपए हो गया था। यह अमेरिकी स्टॉक एक्सचेंज नेस्डाक की गतिविधि के छठवें हिस्से और वीसा के जरिये लेन-देन के बराबर है। डेफि का विस्तार अधिक महत्वाकांक्षी क्षितिज पर हो रहा है। डेफि के वालेट मेटामास्क के एक करोड़ से अधिक यूजर हैं।

Crypto Hacking: क्रिप्टोकरेंसी बाजार पर ‘हैकरों’ का साया, अक्तूबर में इतने मिलियन डॉलर का कर चुके हैं सफाया

Crypto Hacking: हाल के दिनों में हुए दो प्रमुख कारनामों ने क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को हिला दिया है। उनमें से एक में एक हैकर ने अपने टोकन की कीमतों में हेराफेरी करके DeFi सेवा मैंगो से लगभग 100 मिलियन डॉलर निकाल लिए। इस प्रक्रिया में अपराधी ने प्लेटफॉर्म पर जमाकर्ताओं की राशि का सफाया कर दिया।

Tax on Cryptocurrency

भले ही इस वर्ष क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्रैश हो गया है पर हैकर्स के लिए यह अब भी मोटी कमाई का जरिया बना हुआ है। वे क्रिप्टोकरेंसीज का डिजिटल कैश मशीन की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। ब्लॉकचेन विशेषज्ञ चाइनालाइसिस आईएनसी के अनुसार अकेले अक्तूबर महीने में अब तक कम से कम $718 मिलियन की चोरी हो चुकी है, जो पिछले साल के लिए $3 बिलियन से कहीं ज्यादा है, ऐसे में 2022 में हैक किए गए क्रिप्टोकरेंसीज के कुल मूल्य का रिकॉर्ड बन गया है।

ऐसे तथाकथित विकेंद्रीकृत वित्त या DeFi प्रोटोकॉल्स जो सॉफ्टवेयर आधारित अल्गोरिदिम पर आधारित हैं और क्रिप्टो निवेशकों को बिना केंद्रीय मध्यस्थ का उपयोग किए डिजिटल लेजर पर ट्रेड करने, उधार लेने व उधार देने की सुविधा प्रदान करते हैं, उन्हें सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया है।
हैकिंग गतिविधियां वर्ष 2022 के अक्टूबर महीने में सबसे ज्यादा हुई हैं। Chainalysis ने गुरुवार को ट्विटर पर खतरा जाहिर करते हुए कहा कहा है कि ब्लॉकचैन को जोड़ने वाली कड़ियों को भी भेदा जा सकता है। उन्हें भी हैकर निशाना बना सकते हैं।

हाल के दिनों में हुए दो प्रमुख कारनामों ने क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को हिला दिया है। उनमें से एक ऐसा मामला भी है जिसमें एक हैकर ने अपने टोकन की कीमतों में हेराफेरी करके DeFi सेवा मैंगो से लगभग 100 मिलियन डॉलर निकाल लिए। इस प्रक्रिया में अपराधी ने प्लेटफॉर्म पर जमाकर्ताओं की राशि का सफाया कर दिया।

पिछले हफ्ते, 2 मिलियन बिनांस के सिक्के जिनका मूल्य करीब $ 570 मिलियन के बराबर है, एक हैकर ने प्रभावी ढंग से उड़ा लिया। बिनांस के एक बयान के अनुसार इसमें से लगभग 100 मिलियन डॉलर की वसूली नहीं की जा सकी, जबकि बाकी राशि को फ्रीज कर दिया गया।

विस्तार

भले ही इस वर्ष क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्रैश हो गया है पर हैकर्स के लिए यह अब भी मोटी कमाई का जरिया बना हुआ है। वे क्रिप्टोकरेंसीज का डिजिटल कैश मशीन की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। ब्लॉकचेन विशेषज्ञ चाइनालाइसिस आईएनसी के अनुसार अकेले अक्तूबर महीने में अब तक कम से कम $718 मिलियन की चोरी हो चुकी है, जो पिछले साल के लिए $3 बिलियन से कहीं ज्यादा है, ऐसे में 2022 में हैक किए गए क्रिप्टोकरेंसीज के कुल मूल्य का रिकॉर्ड बन गया है।

ऐसे तथाकथित विकेंद्रीकृत वित्त या DeFi प्रोटोकॉल्स जो सॉफ्टवेयर आधारित अल्गोरिदिम पर आधारित हैं और क्रिप्टो निवेशकों को बिना केंद्रीय मध्यस्थ का उपयोग किए डिजिटल लेजर पर ट्रेड करने, उधार लेने व उधार देने की सुविधा प्रदान करते हैं, उन्हें सबसे ज्यादा निशाना बनाया गया है।

हैकिंग गतिविधियां वर्ष 2022 के अक्टूबर महीने में सबसे ज्यादा हुई हैं। Chainalysis ने गुरुवार को ट्विटर पर खतरा जाहिर करते हुए कहा कहा है कि ब्लॉकचैन को जोड़ने वाली कड़ियों को भी भेदा जा सकता है। उन्हें भी हैकर निशाना बना सकते हैं।

हाल के दिनों में हुए दो प्रमुख कारनामों ने क्रिप्टोकरेंसी मार्केट को हिला दिया है। उनमें से एक ऐसा मामला भी है जिसमें एक हैकर ने अपने टोकन की कीमतों में हेराफेरी करके DeFi सेवा मैंगो से लगभग 100 मिलियन डॉलर निकाल लिए। इस प्रक्रिया में अपराधी ने प्लेटफॉर्म पर जमाकर्ताओं की राशि का सफाया कर दिया।

पिछले हफ्ते, 2 मिलियन बिनांस के सिक्के जिनका मूल्य करीब $ 570 मिलियन के बराबर है, एक हैकर ने प्रभावी ढंग से उड़ा लिया। बिनांस के एक बयान के अनुसार इसमें से लगभग 100 मिलियन डॉलर की वसूली नहीं की जा सकी, जबकि बाकी राशि को फ्रीज कर दिया गया।

रेटिंग: 4.63
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 721