AdSense के काम करने का तरीका
Google AdSense की मदद से, पब्लिशर अपने ऑनलाइन कॉन्टेंट से पैसे कमा सकते हैं. AdSense आपके कॉन्टेंट और वेबसाइट पर आने वाले लोगों के हिसाब से, विज्ञापनों का मिलान करता है. विज्ञापन देने वाले जो लोग अपने प्रॉडक्ट का प्रमोशन करना चाहते हैं वे इन विज्ञापनों को बनाते हैं और उनके लिए पैसे चुकाते हैं. विज्ञापन कैसे लगाएं पैसे? देने वाले लोग, अलग-अलग विज्ञापनों के लिए अलग-अलग पैसे चुकाते हैं, इसलिए इनसे होने वाली कमाई में अंतर होता है.
इन तीन चरणों में AdSense की पूरी जानकारी दी गई है
1. आप अपनी साइट पर विज्ञापन स्पेस उपलब्ध करवाते हैं
2. आपकी साइट में सबसे ज़्यादा पैसे चुकाने वाले विज्ञापन दिखाए जाते हैं
3. इससे आपकी कमाई होती है
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
हमने पब्लिशर से मिले ये 'अक्सर पूछे जाने वाले सवाल' इकट्ठा किए हैं, ताकि आपको AdSense के काम करने के तरीके के बारे में ज़्यादा जानकारी मिल सके:
AdSense के बारे में जानकारी
AdSense, अपने ऑनलाइन कॉन्टेंट के बगल में विज्ञापन दिखाकर, बिना किसी शुल्क के पैसे कमाने का एक आसान तरीका है. AdSense की मदद से, अपनी साइट पर आने वाले लोगों को सही और दिलचस्प विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं. यहां तक कि विज्ञापनों को अपनी पसंद के मुताबिक बनाया जा सकता है, ताकि वे आपकी साइट में एकदम आकर्षक और दिलचस्प दिखें.
AdSense प्रोग्राम दूसरों से अलग है, क्योंकि यह आपकी साइट पर Google Ads के दिए गए विज्ञापन दिखाता है. फिर Google आपकी साइट पर दिखाए गए विज्ञापनों के टाइप के हिसाब से, विज्ञापनों को मिले उपयोगकर्ता क्लिक या विज्ञापन इंप्रेशन के आधार पर आपको पेमेंट करता है. AdSense के ज़रिए आपको विज्ञापन देने वालों के बड़े सोर्स का तुरंत और ऑटोमैटिक ऐक्सेस मिल जाता है. इसका मतलब यह है कि विज्ञापन स्पेस, आपके पेज के हिसाब से ज़्यादा सही विज्ञापन, और आपकी पूरे ऑनलाइन कॉन्टेंट के लिए विज्ञापन देने वालों में प्रतिस्पर्धा बढ़ जाती है.
नहीं. AdSense अपने-आप कैसे लगाएं पैसे? आपकी साइट पर ऐसे विज्ञापन दिखाता है जो आपके कॉन्टेंट या ऑडियंस को टारगेट करके बनाए जाते हैं. जानें कि Google आपकी साइट पर विज्ञापनों को कैसे टारगेट करता है.
AdSense, विज्ञापन नीलामी का इस्तेमाल करके, अपने-आप ऐसे विज्ञापन चुनता है जो आपके पेजों पर दिखाए जाएंगे. आपकी साइट पर सबसे ज़्यादा पैसे चुकाने वाले विज्ञापन दिखाए जाएंगे. विज्ञापन नीलामी के बारे में ज़्यादा जानें.
हां, जब आपके विज्ञापन साइट पर आने लगेंगे, तब उन्हें देखा जा सकता है. हालांकि एक बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि आप अपने विज्ञापन पर क्लिक न करें. AdSense कार्यक्रम की नीतियां आपको किसी भी वजह से आपके अपने विज्ञापन पर क्लिक करने की मंज़ूरी नहीं देती हैं.
हां. AdSense खाते में, ब्रैंड की सुरक्षा पेज पर अलग-अलग विज्ञापनों की समीक्षा की जा सकती है. इससे, आपके पास यह तय करने का विकल्प होगा कि उन विज्ञापनों को आपके पेजों पर दिखाना है या नहीं. साइट पर विज्ञापनों को मंज़ूरी देने और ब्लॉक करने की गाइड देखें.
लागतें
नहीं, AdSense को बिना किसी शुल्क के इस्तेमाल किया जा सकता है. अच्छी बात यह है कि Google आपकी साइट पर दिखाए जाने वाले Google Ads के लिए क्लिक, इंप्रेशन, और दूसरे इंटरैक्शन के हिसाब से आपको पैसा देगा. AdSense के ज़रिए हो सकने वाली आय के बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए, AdSense से पैसे कमाने के बारे में पढ़ें.
साइन अप करें
अगर आपको AdSense का इस्तेमाल करना है, तो यहां साइन अप करें. हम आपकी साइट की समीक्षा करके देखेंगे कि वह कार्यक्रम की नीतियों के मुताबिक है या नहीं.
पब्लिशर को AdSense सेवा का इस्तेमाल करने के लिए, कार्यक्रम की नीतियों का पालन करना ज़रूरी है. इन नीतियों का पालन न करने पर, हम आपका AdSense खाता बंद कर सकते हैं. कई मामलों में, हम नीति का पालन पक्का करने के लिए पब्लिशर साथ काम करना पसंद करते हैं. हालांकि, हमारे पास इन नीतियों का उल्लंघन करने वाले विज्ञापनों को न दिखाने, इन नीतियों का उल्लंघन करने वाले पेजों पर विज्ञापनों को न दिखाने, पेमेंट रोकने या नियम उल्लंघन करने वाले खातों को बंद करने का अधिकार हैं.
कृपया ध्यान दें कि हम अपनी नीतियों में कभी भी बदलाव कर सकते हैं और जैसा कि नियमों और शर्तों में बताया गया है, कार्यक्रम की नीतियों के बारे में अपडेट रखना और उनका पालन करना आपकी ज़िम्मेदारी है.
हम AdSense पब्लिशर पर नज़र रखकर यह पता लगाते हैं कि वे हमारी कार्यक्रम की नीतियों का पालन लगातार कर रहे हैं या नहीं. अगर हमें ऐसे पब्लिशर मिलते हैं जो हमारी नीतियों या नियमों और शर्तों का पालन नहीं करते, तो हम उनके खाते को निलंबित या बंद कर सकते हैं.
Mutual Fund Investment: कितने 'सही' हैं म्यूचुअल फंड; कैसे लगाएं पैसा और कितना मिलेगा फायदा, जानें सभी डिटेल
Mutual Fund Investment म्यूचुअल फंड आपको कम जोखिम स्टाक और बांड खरीदने की सुविधा देता है। म्यूचुअल फंड निवेश में अलग-अलग जगह पैसा लगाया जाता है ताकि किसी एक क्षेत्र में मंदी आने के बावजूद अन्य क्षेत्रों से लाभ कमाया जा सके।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क : शेयर बाजार में निवेश करने के कई तरीके हैं। निवेशक सीधे तौर पर डीमैट अकांउट या फिर म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिए आसानी से निवेश कर सकते हैं। जानकारों का मानना है कि अगर किसी व्यक्ति को शेयर बाजार (Stock Market) की समझ है तो ही उसे सीधे डीमैट अकांउट (Demat Account) के जरिए निवेश करना चाहिए। ऐसे निवेशक जो नए हैं, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश (Mutual Fund Investment) का सबसे अच्छा तरीका है।
म्यूचुअल फंड आपको कम निवेश में कई स्टाक और बांड खरीदने की सुविधा देता है। म्यूचुअल फंड निवेश में किसी एक जगह पैसा नहीं लगाया जाता है, बल्कि अलग-अलग जगह निवेश किया जाता है, ताकि किसी एक क्षेत्र में मंदी आने के बावजूद अन्य क्षेत्रों से लाभ कमाया जा सके।
म्यूचुअल फंड को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) द्वारा चलाया जाता है और फंड मैनजेर इसे मैनेज करते हैं। ये कई प्रकार के होते हैं। जोखिम के आधार पर इन्हें इक्विटी फंड, हाइब्रिड फंड और डेट फंड बांटा गया है। इक्विटी फंड में सबसे अधिक जोखिम होता है, जबकि डेट फंड में सबसे कम जोखिम होता है।
म्यूचुअल फंड चुनने का तरीका
म्यूचुअल फंड का चयन करने में जोखिम की बड़ी भूमिका होती है। अधिक जोखिम लेने वाले निवेशकों को इक्विटी फंड में निवेश करना चाहिए। ऐसे निवेशक जो मध्यम जोखिम उठाना चाहते हैं, तो वे हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं। वहीं, ऐसे निवेशक जो कम से कम जोखिम उठाना चाहते हैं, वे डेट फंड में निवेश कर सकते हैं। यहां इस बात का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए कि फंड को मैनेज करने वाले फंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है। बाजार में उन्हें कितने साल का अनुभव है। ऐसे म्यूचुअल फंड जहां एएमसी बार-बार फंड के मैनेजर को बदल रही हो, उनसे दूर रहना चाहिए। एक्सपेंस रेश्यो को भी ध्यान में रखना चाहिए। एक्सपेंस रेश्यो, जिस म्यूचुअल फंड का जितना कम होता है, वह उतना ही अच्छा माना जाता है।
म्यूचुअल फंड में न्यूनतम निवेश
म्यूचुअल फंड में कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है। आपके पास केवल आधार कार्ड और पैन कार्ड होना अनिवार्य है। आप किसी भी एएमसी की वेबसाइट पर जाकर सीधे निवेश कर सकते हैं। आमतौर पर 500 रुपये के मासिक निवेश में किसी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में कोई भी निवेश कर सकता है। NRI भी इसमें पैसा लगा सकते हैं। आप जीवनसाथी या बच्चों की तरफ से भी निवेश कर सकते हैं। यदि आपका बच्चा नाबालिग है तो कैसे लगाएं पैसे? उसके नाम पर निवेश करते समय आपको अपनी जानकारी देनी होगी।
कभी भी कर सकते हैं निकासी
निवेश के साथ-साथ म्यूचुअल फंड से निकासी करना भी बेहद आसान है। ज्यादातर में कोई भी लॉक-इन पीरियड नहीं होता है। आप जरूरत पड़ने पर कभी भी म्यूचुअल फंड से पैसे की निकासी कर सकते है। अगर क्लोज एंड स्कीम है तो लॉक-इन अवधि 3-4 वर्ष की होती है। अगर आप एक साल से कम अवधि में अपनी म्यूचुअल फंड यूनिट्स बेचते हैं तो फिर आपको एक फीसदी का एग्जिट लोड देना पड़ेगा। वहीं, एक साल की अवधि के बाद बेचने पर कोई भी चार्ज नहीं लगेगा।
कितना मिलता है फायदा
म्यूचुअल फंड बाजार जोखिम से जुड़े होते हैं, इसलिए आपको कितना रिटर्न मिलेगा, यह ठीक-ठीक बता पाना मुश्किल है। हो सकता है कि आपको एक निवेश में खूब फायदा हुआ हो, लेकिन ध्यान रहे, किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम का पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता है। इतना जरूर है कि यह निवेश के बाकी तरीकों से कहीं अधिक सुरक्षित है।
टैक्स-फ्री नहीं है यह निवेश
म्यूचुअल फंड शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) नियमों के अधीन हैं। अलग-अलग म्यूचुअल फंड पर कई तरह का टैक्स लगता है। म्यूचुअल फंड पर मिलने वाले लाभांश के मामले में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) लागू हो जाता है और फंड के अनुसार TDS काटा जाता है।
Mutual Fund Investment: कितने 'सही' हैं म्यूचुअल फंड; कैसे लगाएं पैसा और कितना मिलेगा फायदा, जानें सभी डिटेल
Mutual Fund Investment म्यूचुअल फंड आपको कम जोखिम स्टाक और बांड खरीदने की सुविधा देता है। म्यूचुअल फंड निवेश में अलग-अलग जगह पैसा लगाया जाता है ताकि किसी एक क्षेत्र में मंदी आने के बावजूद अन्य क्षेत्रों से लाभ कमाया जा सके।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क : शेयर बाजार में निवेश करने के कई तरीके हैं। निवेशक सीधे तौर पर डीमैट अकांउट या फिर म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के जरिए आसानी से निवेश कर सकते हैं। जानकारों का मानना है कि अगर किसी व्यक्ति को शेयर बाजार (Stock Market) की समझ है तो ही उसे सीधे डीमैट अकांउट (Demat Account) के जरिए निवेश करना चाहिए। ऐसे निवेशक जो नए हैं, उनके लिए म्यूचुअल फंड निवेश (Mutual Fund Investment) का सबसे अच्छा तरीका है।
म्यूचुअल फंड आपको कम निवेश में कई स्टाक और बांड खरीदने की सुविधा देता है। म्यूचुअल फंड निवेश में किसी एक जगह पैसा नहीं लगाया जाता है, बल्कि अलग-अलग जगह निवेश किया जाता है, ताकि किसी एक क्षेत्र में मंदी आने के बावजूद अन्य क्षेत्रों से लाभ कमाया जा सके।
म्यूचुअल फंड को एसेट मैनेजमेंट कंपनियों (AMC) द्वारा चलाया जाता है और फंड मैनजेर इसे मैनेज करते हैं। ये कई प्रकार के होते हैं। जोखिम के आधार पर इन्हें इक्विटी फंड, हाइब्रिड फंड और डेट फंड बांटा गया है। इक्विटी फंड में सबसे अधिक जोखिम होता है, जबकि डेट फंड में सबसे कम जोखिम होता है।
म्यूचुअल फंड चुनने का तरीका
म्यूचुअल फंड का चयन करने में जोखिम की बड़ी भूमिका होती है। अधिक जोखिम लेने वाले निवेशकों को इक्विटी फंड में निवेश करना चाहिए। ऐसे निवेशक जो मध्यम जोखिम उठाना चाहते हैं, तो वे हाइब्रिड फंड में निवेश कर सकते हैं। वहीं, ऐसे निवेशक जो कम से कम जोखिम उठाना चाहते हैं, वे डेट फंड में निवेश कर सकते हैं। यहां इस बात का भी पूरा ध्यान रखना चाहिए कि फंड को मैनेज करने वाले फंड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है। कैसे लगाएं पैसे? बाजार में उन्हें कितने साल का अनुभव है। ऐसे म्यूचुअल फंड जहां एएमसी बार-बार फंड के मैनेजर को बदल रही हो, उनसे दूर रहना चाहिए। एक्सपेंस रेश्यो को भी ध्यान में रखना चाहिए। एक्सपेंस रेश्यो, जिस म्यूचुअल फंड का जितना कम होता है, वह उतना ही अच्छा माना जाता है।
म्यूचुअल फंड में न्यूनतम निवेश
म्यूचुअल फंड में कोई भी व्यक्ति निवेश कर सकता है। कैसे लगाएं पैसे? आपके पास केवल आधार कार्ड और पैन कार्ड होना अनिवार्य है। आप किसी भी एएमसी की वेबसाइट पर जाकर सीधे निवेश कर सकते हैं। आमतौर पर 500 रुपये के मासिक निवेश में किसी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में कोई भी निवेश कर सकता है। NRI भी इसमें पैसा लगा सकते हैं। आप जीवनसाथी या बच्चों की तरफ से कैसे लगाएं पैसे? भी निवेश कर सकते हैं। यदि आपका बच्चा नाबालिग है तो उसके नाम पर निवेश करते समय आपको अपनी जानकारी देनी होगी।
कभी भी कर सकते हैं निकासी
निवेश के साथ-साथ म्यूचुअल फंड से निकासी करना भी बेहद आसान है। ज्यादातर में कोई भी लॉक-इन पीरियड नहीं होता है। आप जरूरत पड़ने पर कभी भी म्यूचुअल फंड से पैसे की निकासी कर सकते है। अगर क्लोज एंड स्कीम है तो लॉक-इन अवधि 3-4 वर्ष की होती है। अगर आप एक साल से कम अवधि में अपनी म्यूचुअल फंड यूनिट्स बेचते हैं तो फिर आपको एक फीसदी का एग्जिट लोड देना पड़ेगा। वहीं, एक साल की अवधि के बाद बेचने पर कोई भी चार्ज नहीं लगेगा।
कितना मिलता है फायदा
म्यूचुअल फंड बाजार जोखिम से जुड़े होते हैं, इसलिए आपको कितना रिटर्न मिलेगा, यह ठीक-ठीक बता पाना मुश्किल है। हो सकता है कि आपको एक निवेश में खूब फायदा हुआ हो, लेकिन ध्यान रहे, किसी भी म्यूचुअल फंड स्कीम का पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता है। इतना जरूर है कि यह निवेश के बाकी तरीकों से कहीं अधिक सुरक्षित है।
टैक्स-फ्री नहीं है यह निवेश
म्यूचुअल फंड शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स (STCG) और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स (LTCG) नियमों के अधीन हैं। अलग-अलग म्यूचुअल फंड पर कई तरह का टैक्स लगता है। म्यूचुअल फंड पर मिलने वाले लाभांश के मामले में डिविडेंड डिस्ट्रीब्यूशन टैक्स (DDT) लागू हो जाता है और फंड के अनुसार TDS काटा जाता है।
कैसे लगाएं Share Market में पैसा?
Youtube सबसे बड़ा वीडियो प्लेटफॉर्म है. हर चीज के वीडियो आपको यहां मिल जाएंगे. कई लोग यूट्यूब (Youtube) से ही नई चीजों को सीख रहे हैं. एक ऐसा यूट्यूब चैनल है, जो काफी पॉपुलर हो रहा है. वो चैनल ट्रेडिंग करने का तरीका बताता है और बताता है कि शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाना है. इस पेज का नाम बाप ऑफ चार्ट है, जिसमें मोहम्मद नासिर अंसारी(Mohammad Nasir Ansari) ट्रेडिंग करने का तरीका और गाइड करते हैं. वो इस चैनल पर बेस्ट ट्रेडिंग नॉलेज देते हैं.
Youtube पर सिखाते हैं ट्रेडिंग करना
मोहम्मद नासिर खुद एक सफल ट्रेडर हैं, लेकिन उन्होंने बहुत कठिन तरीके से ट्रेड करना सीखा. कभी उन्होंने घाटा खाया तो कभी लाभ हुआ. उनके अनुभवों ने उन्हें एक YouTube चैनल शुरू करने और हजारों अन्य लोगों का मार्गदर्शन करने के लिए प्रेरित किया. लेकिन नासिर ने लोगों तक पहुंचने के लिए YouTube का इस्तेमाल क्यों किया? इसका जवाब उन्होंने खुद दिया..
मोहम्मद नासिर कहते हैं, ‘मैं अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना चाहता था जो ट्रेडर बनना चाहते हैं, लेकिन मैं इसे पैसे कमाने के बारे में भी नहीं बनाना चाहता था. जबकि YouTube कॉन्सेप्ट्स को समझने के लिए सबसे पसंदीदा मंच है, इससे बेहतर क्या हो सकता है.’
2015 में शुरू किया यूट्यूब चैनल
नासिर और उनकी टीम ने साल 2015 में यूट्यूब पर बाप ऑफ चार्ट नाम से एक चैनल शुरू किया था. इस चैनल के जरिए वह अपने अनुभव सुनाकर ट्रेडिंग के उतार-चढ़ाव को समझाना चाहते थे. चैनल को शुरू हुए सात साल हो चुके हैं, और अब उनके 100k सब्सक्राइबर्स हैं और 200 से अधिक वीडियो अपलोड कर चुके हैं. मोहम्मद नासिर ने सिर्फ एक व्हाइटबोर्ड के साथ एज्युकेट करना शुरू किया और अब उन्होंने तकनीकों को अपडेट कर दिया है.
मोहम्मद नासिर ने कहा, ‘मैं कागज की शीट और एक व्हाइटबोर्ड का उपयोग करके ट्रेडिंग सिखाता था, लेकिन कई ट्रेडर्स ने महसूस किया कि मेरा प्रेजेंटेशन सही नहीं है. हालांकि, जो सबसे ज्यादा मायने रखता है, वह उस नॉलेज और एक्सपीरियंस की क्वालिटी है जिसे मैं शेयर करने का प्रयास कर रहा था और मैं धन्यवाद देता हूं हर उस शख्स का जिसने मेरा सपोर्ट किया.’ ट्रेडिंग सिखाने के लिए वो Youtube के अलावा अन्या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का भी इस्तेमाल करते हैं, जैसे इंस्टाग्राम, ट्विटर और फेसबुक.
राकेश झुनझुनवाला के इन टिप्स से आप भी बन सकते हैं करोड़पति, जानें कैसे लगाएं शेयर में पैसा
Rakesh Jhunjhunwala Investment Tips: राकेश झुनझुनवाला ने लोगों को इस बारे में सीख देने का काम किया कि, कैसे हम शेयर मार्केट में इनवेस्ट करके करोड़ों रुपये बना सकते हैं. झुनझुनवाला अक्सर ही देश के करोड़ों इनवेस्टर्स को निवेश से संबंधित टिप्स देते रहते थे.
- बड़े काम के हैं राकेश झुनझुनवाला के निवेश मंत्र
- इनको अपना कर आप भी बन सकते हैं करोड़पति
ट्रेंडिंग तस्वीरें
नई दिल्ली. शेयर मार्केट के बेताज बादशाह और भारत के वारेन बफेट के नाम से मशहूर राकेश झुनझुनवाला को देख कर करोड़ों युवा आज शेयर मार्केट में निवेश कर रहे हैं. राकेश झुनझुनवाला ने लोगों को इस बारे में सीख देने का काम किया कि, कैसे हम शेयर मार्केट में इनवेस्ट करके करोड़ों रुपये बना सकते हैं. झुनझुनवाला अक्सर ही देश के करोड़ों इनवेस्टर्स को निवेश से संबंधित टिप्स देते रहते थे. आप भी उन टिप्स को अपना कर शेयर मार्केट कैसे लगाएं पैसे? से अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं.
निवेश को दें समय
राकेश झुनझुनवाला का मानना था कि, लंबी अवधि में निवेश करना ज्यादा बेहतर है. वह अक्सर शुरुआती निवेश करने वालों को लंबे समय के लिए निवेश करने की सलाह देते हैं. उनका मानना है कि छोटी अवधि में ही मुनाफा कमाने के बजाए निवेश को कई गुना बढ़ने के लिए समय देना चाहिए. झुनझुनवाला के मुताबिक, बाजार में पैसे को मेच्योर होने का समय दें, थोड़ा इंतजार जरूर करना पड़ेगा, लेकिन बदले में आपको निश्चित रिटर्न मिलेगा.
दूसरों को देख कर ना लगाएं पैसा
राकेश झुनझुनवाला का मानना था कि, शेयर मार्केट में निवेश बैंकों की तरह हमेशा सुरक्षित नहीं होता. यहां अगर बड़ा रिटर्न है तो रिस्क भी है. इसलिए जरूरी है कि आप कंपनी की पूरी जानकारी लेने के बाद ही किसी शेयर में पैसा लगाएं. किसी शेयर में सिर्फ इसलिए पैसा नहीं लगाना चाहिए क्योंकि, दूसरे उसमें पैसा लगा रहे हैं. क्योंकि, दूसरे शायद नुकसान उठाने में सक्षम होंगे, लेकिन आप नहीं.
देखें कंपनियों का कर्ज
शेयर मार्केट में यह देखना होता है कि, जिस कंपनी के शेयर पर आप पैसा लगा रहे हैं, उस पर कितना कर्ज है. अगर कर्ज कम है तो कंपनियों पर कैश का दबाव नहीं होगा. लेकिन, अगर कर्ज ज्यादा है तो कंपनी की वैल्यूएशन में कभी भी उतार-चढ़ाव आ सकता है. किसी शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी के कर्ज की समीक्षा जरूर करें.
एक साथ ना लगाएं पूरा पैसा
झुनझुनवाला के मुताबिक आपके पास निवेश करने के लिए अच्छी रकम हो सकती है. लेकिन, जरूरी नहीं कि आप सारा पैसा एक बार में ही शेयर में निवेश कर दें. मुनाफा कमाने की चाह अच्छी है, लेकिन नियम यह कहता है कि थोड़ा-थोड़ा इन्वेस्टमेंट ही बेहतर रिटर्न दे सकता है. किसी एक शेयर में पैसा लगाते वक्त अपनी निवेश रकम को हिस्सों में बांट लें और समय-समय पर खरीदारी करें. अगर शेयर में गिरावट कैसे लगाएं पैसे? आती है तो खरीदारी जारी रखें. इससे आपकी खरीद का औसत घट जाएगा.
देखें कंपनी का प्रदर्शन
शेयर मार्केट में अगर कंपनी अच्छा प्रदर्शन कर रही है तो जरूरी नहीं वह आपको अच्छा ही रिटर्न देगी. इसलिए जरूरी है निवेश से पहले कंपनी का बैकग्राउंड चेक करें और देखें कि कंपनी ने कितना डिविडेंड दिया है. डिविडेंड शेयर मार्केट में काफी महत्व रखता है. कंपनी अगर लंबे समय से नियमित तौर पर डिविडेंड दे रही है तो इसका मतलब है कि उसके पास कैश की कमी नहीं है. कैश सरप्लस वाली कंपनियां अक्सर अच्छा प्रदर्शन करती हैं.
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