शीबा कॉइन के फाउंडर्स बहुत सारे कदम उठा रहे है। इस कॉइन को अच्छा परफॉर्म करने के लिए। ये अंदाजा लगाया जा रहा है कि जैसे ही, शीबा स्वैप निकलेगा शीबा कॉइन की कीमत में बहुत बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। आज लोगो का सबसे बड़ा सवाल ये है की कब शीबा कॉइन की कीमत 1 या 2 रूपये तक हो सकती है।

What is shiba inu coin in Hindi | शीबा इनु कॉइन क्या है

हाल ही में आए Shiba inu coin ने क्रिप्टोकोर्रेंसी जगत में काफी सुर्खियां बटोरी हैं, जब क्रिप्टो अरबपति Vitalik Buterin ने कोविड राहत के तोर पर 1 अरब डॉलर कीमत के शीबा कॉइन भारत को डोनेट किए हैं। इसका परिणाम यह हुवा है, की आज हर कोई जो क्रिप्टोकोर्रेंसी में दिलचस्बी रखता है, वह शीबा इनु कॉइन के बारे में जानना चाहता है। इसी के चलते आज के इस पोस्ट में हम आपको शीबा इनु कॉइन के बारे में कुछ बुनियादी जानकारी देने जा रहे हैं, ताकि आसान शब्दों में आप इसके बारे में जान सकें। तो चलिए जानते हैं, शीबा इनु कॉइन क्या है, Shiba Inu का भविष्य क्या है Shiba Inu का भविष्य क्या है What is shiba inu coin in Hindi और आप शीबा कॉइन को कैसे खरीद सकते हैं।

Shiba inu coin को Shiba token (SHIB) के नाम से भी जाना जाता है, यह एक decentralized cryptocurrency है। इसे अगस्त 2020 को एक अनजान व्यक्ति द्वारा लॉंच किया गया था, जिन्हे रयोशी के नाम से जाना जाता है। शीबा इनु एक जापानी dog breed है, Shiba Inu का भविष्य क्या है जिसे Dogecoin ने अपने symbol के रूप में दर्शाया है, वहीं SHIB कॉइन ने इस dog breed के नाम पर ही अपना नाम रखा है। शीबा कॉइन exchange में SHIB symbol के रूप में listed है।

शीबा इनु कॉइन कैसे खरीदें | How to purchase Shiba inu Coin

यदि आप शीबा कॉइन INR में खरीदना चाहते हैं, तो इसके लिए आप WazirX पर जा कर खरीद सकते हैं, यह एक भारतीय ट्रेडिंग प्लेटफार्म है, जहाँ पर SHIBA कॉइन listed है। इसके साथ-साथ शीबा कॉइन को खरीदने के लिए आप दूसरे प्लेटफार्म जैसे Uniswap, Binance, CoinDCX इत्यादि का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

दोस्तों हमें उम्मीद है, इस पोस्ट से आपको शीबा कॉइन के बारे में काफी जानकारी हो गई होगी, यदि आप भी क्रिप्टो करेंसी में Interest रखते हैं, और इसमें निवेश करना चाहते हैं, तो ध्यान रहे की क्रिप्टो करेंसी की वैल्यू परिवर्तनशील होती है, तो इसमें सोच समझकर ही निवेश करें। यदि यह पोस्ट आपको ज्ञानवर्धक लगी है, तो इसे दूसरों के साथ भी शेयर करें।

Future of Dogecoin and Shiba Inu Cryptocurrency in Hindi 2022

Dogecoin and Shiba Inu

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Dogecoin and Shiba Inu क्रिप्टो करेंसी आज बहुत जोरों शोरों में चल रही है डिजिटल प्लेटफॉर्म पर Cryptocurrency अपनी एक अहम भूमिका निभा रही हैं बहुत ज्यादा तो कुछ में बहुत कम उतार चढ़ाव हो रहे हैं इसलिए ट्रेडिंग करने वालों के लिए या क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वालों के लिए पैसा कमाना बहुत ही आसान हो गया है मगर ध्यान रहे जहां लोग पैसा कमाते हैं वही अपना पैसा गवा भी बैठते हैं वह इसलिए होता है कि उनको इन्वेस्ट करने का सही तरीका मालूम नहीं होता और वह ठीक से ट्रेडिंग भी नहीं कर पाते हो क्रिप्टो करेंसी बहुत सारी अलग-अलग नामों से जानी जाती है जैसे सबसे फेमस बिटकॉइन,एथेरियम, यूएसडी कॉइन इत्यादि हैं।

Shiba Inu Coin Kya Hai In Hindi? || (शीबा इनु कॉइन क्या है)?

आज दुनिआ भर में Cryptocurrency की चर्चा बहुत ही जोड़ो पर है। आप किसी भी सोशल प्लेटफार्म को देखे बस इसकी ही बाते हो रही है। उसमे भी दो नामो शीबा इनु कॉइन और डोज कॉइन की अधिक हो रही है। अब सवाल ये है कि ऐसा क्या खास है इन दोनों कॉइन में जो इन दोनों की इतनी चर्चा हो रही है। और दूसरा सवाल ये भी है कि Shiba Inu Coin Kya Hai और यह काम कैसे करता है?

Shiba Inu Coin को बनाने वाले ने Dogecoin से प्रेरणा लेकर बनाया था। इनका उद्देश्य इस कॉइन को बनाने का सिर्फ एक मजाक से अधिक बनाना था। Shiba Inu कॉइन Decentralized Currency है, जिसको अगस्त 2020 में बनाया गया था जिसका कोड (SHIB) है। इसको शीबा इनु टोकन के नाम से भी जाना जाता है। शीबा कॉइन भी Dogecoin के जैसा एक meme कॉइन है। इस कॉइन का नाम जापानी कुत्ते के नाम पर रखा गया है। शीबा इनु कॉइन को इसके समुदाय द्वारा ‘डॉजक्वाइन किलर’ भी कहा गया है।

शीबा कॉइन के जनक कौन है ?

शीबा इनु कॉइन को एक अनजान व्यक्ति ने बनाया है जिनका नाम रयोशी (Ryoshi) बताया जाता है। उसके बारे में उससे अधिक और कोई भी जानकारी नहीं। ये Shiba Inu का भविष्य क्या है जानकारी भी उस व्यक्ति के द्वारा खुद से सोशल साइट पर शेयर से पता चलता है। रयोशी सोशल मीडिया के दो प्लेटफॉर्म पर सभी जानकारी को शेयर कर बताते है। एक Twitter और दूसरा Medium. इस कॉइन के बारे कोई भी अपडेट इस माध्यम से देता है।

शीबा इनु कॉइन वैसे Ethereum पर आधारित है। अभी एथेरियम के संस्थापक विटालिक ब्यूटिरिन है। Shiba Inu का भविष्य क्या है शीबा कॉइन आने के बाद विटालिक को ही सबसे अधिक लाभ हुआ था। इसके बाद उनकी कुल संपत्ति में 11 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई थी।

Shiba Inu Coin Price Today – Shiba inu coin News Today

आज 25 March 2022 के दिन coindcx के अनुसार Shiba Inu Coin Price Today ₹0.001920 रूपए है। और WazirX की बात करे तो उसके अनुसार शीबा इनु कॉइन की कीमत ₹0.001925 है। अभी कुछ दिनी की बात को छोड़ दे तो, ये कॉइन कुछ Shiba Inu का भविष्य क्या है महीनो से लगातार डाउन साइड में ही जा रहा है। इस बात से इसके इन्वेस्टर थोड़ा चिंतित भी है।

वो क्या है जो शिबा इनू को खास बनाता है?

शिबा इनू वेबसाइट "कलात्मक शीबा आंदोलन" को बढ़ावा देने के लिए दुनिया भर से कुत्तों से प्रेरित कलाकारों को आमंत्रित करती है क्योंकि वे अपने SHIBA INU समुदाय को NFT बाजार में ला रहे हैं।

शीबा इनु ने अमेज़ॅन स्माइल का उपयोग करके शीबा इनू रेस्क्यू एसोसिएशन के साथ वास्तविक, जीवित शीबा इनु कुत्तों Shiba Inu का भविष्य क्या है को बचाने के लिए चन्दा एकत्र करने के लिए एक अभियान भी बनाया है।

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शिबा इनू (SHIB) के कितने सिक्के प्रचलन में है?

शिबा इनू वेबसाइट बताती है कि उन्होंने कुल टोकन आपूर्ति का 50% हिस्सा यूनिस्वैप पर बंद कर दिया है, और उसकी "कुंजियों को फेंक दिया है"! शेष 50% "विटालिक ब्यूटिरिन द्वारा जला दिया गया है"।

शिबा इनू वेबसाइट पर कई अन्य टोकन वर्णित हैं — LEASH, जिसे "अनलीश कर दिया किया गया है और अब वो रिबेस नहीं होगा", BONE, "डोजकोइन किलर" (जो मई 2021 तक उपलब्ध नहीं है)।

वूफ़पेपर बताता है कि आप SHIB का इस्तेमाल शिबास्वैप के लिए BONES को DIG करने के लिए, या अपने Shiba Inu का भविष्य क्या है Shiba Inu का भविष्य क्या है टोकन को BURY करने के लिए करेंगे। "प्रशिक्षक" अपने शिबाओं को टोकन SWAP करना भी सिखा सकते हैं — ये सभी क्रियाएं "रिटर्न" बनाती हैं जिन्हें पप्पी पूल में डाल दिया जाता है, जहां #SHIBARMY के पास हड्डियों को दफन करने या खोदने का विकल्प होता है।

शिबा इनू नेटवर्क सुरक्षित कैसे है?

शिबा इनू के 22 पेज लंबे वूफ़पेपर के अनुसार, Shiba Inu का भविष्य क्या है SHIB एथेरियम पर आधारित है, जो कि एक प्रूफ़-ऑफ़-वर्क ब्लॉकचैन है जो वर्तमान में प्रूफ़-ऑफ़-स्टेक पर परिवर्तित हो रही है।

SHIB Huobi, Binance, Gate.io, Uniswap और OKEx आदि जैसे अन्य एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध है।

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डिजिटल करेंसी नहीं एसेट पर लगा है टैक्स

सबसे पहले तो ये समझिए सरकार ने जो टैक्स लगाया है वो डिजिटल एसेट या यूं कहें क्रिप्टोकरेंसी (Cyrptocurrency) जैसे बिटकॉइन पर लगा है, जो फिलहाल लीगल नहीं है. गौर करने की बात ये है कि सरकार इसे करेंसी नहीं मान रही है. तो अब भारत में डिजिटल एसेट (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30% टैक्स लगेगा. मतलब अब अगर कोई व्यक्ति किसी डिजिटल एसेट (Digital Asset) में निवेश करके 100 रुपए का मुनाफा कमाता है, तो उसे 30 रुपए टैक्स के रूप में सरकार को देने होंगे.

क्रिप्टोकरेंसी के हर एक ट्रांजैक्शन (Transaction) पर अलग से 1% TDS (Tax deduction at source) सरकार को देना होगा. मान लीजिए, किसी ने कोई क्रिप्टोकरेंसी खरीदी हुई है. ये उसका निवेश है. मतलब उसका ये Asset हुआ. अब अगर खरीदने वाला इस एसेट को किसी और को ट्रांसफर करता है, तो उसे अलग से उस Asset की कुल कीमत पर 1% के हिसाब से TDS चुकाना होगा. TDS किसी Source पर लगाया जाता है. जैसे आपको हर महीने मिलने वाली तनख्वाह पर सरकार जो टैक्स लेती है, वो TDS होता है. कुल मिलाकर सरकार डिजिटल करेंसी को एक इनकम सोर्स मान रही है. इसकी कमाई पर 30% टैक्स भी लगा दिया गया है.

तो क्या क्रिप्टो करेंसी लीगल हो गई?

बजट में हुए इस ऐलान के बाद ज्यादातर लोगों के मन में ये सवाल है कि क्या सरकार ने डिजिटल करेंसी पर टैक्स लगा कर इसे लीगल कर दिया है? जवाब है- नहीं. इसे ऐसे समझिए, सरकार सिर्फ उस डिजिटल करेंसी (Digital Currency) को लीगल यानी वैध मानती है, जिसे Reserve Bank of India-RBI जारी करता है या करेगा. मतलब अभी जो Bitcoin जैसी Crypto Currency हैं, वो वैध नहीं है. बजट भाषण के बाद पत्रकारों से सवाल-जवाब में वित्तमंत्री ने साफ किया कि क्रिप्टो की वैधता को लेकर सरकार में चर्चा जारी है लेकिन अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क के बाहर जो भी क्रिप्टोकरेंसी हैं, वे करेंसी नहीं हैं. अगर कोई आपसे कहे कि ये लीगल हो गई हैं तो जब तक सरकार नहीं कहती, मानिएगा नहीं. यहां पर गौर करने की बात ये भी है कि सरकार अप्रैल से शुरू होने वाले कारोबारी साल में अपनी डिजिटल करेंसी लाने की भी तैयारी में है जिसका जिक्र वित्तमंत्री ने अपने भाषण में किया. जाहिर है ये करेंसी पूरी तरह लीगल होगी.

वर्चुअल एसेट से वित्तमंत्री का मतलब क्या है?

आसान तरीके से समझें तो आप जो सोना खरीदते हैं या जो घर खरीदते हैं, वो आपकी Assets होती है. मतलब आपकी सम्पत्ति, ना कि ये करेंसी है. ठीक इसी तरह Crypto Currency भारत सरकार के लिए एक Asset होगी और इस पर लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि Bitcoin, Ethereum, Tether, Ripple जैसी डिजिटल करेंसी को लीगल माना गया है तो तकनीकी तौर पर बिल्कुल सही नहीं है. हालांकि, लोग इसमें निवेश कर सकेंगे.

सरकार के प्रतिनिधियों ने ये भी बताया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांजैक्शन साल 2017 से ही सरकार के राडार पर है. इस पर टैक्स लगाने से सरकारी खजाने में मोटी रकम पहुंचनी तय है. अभी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, Netherlands और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में वर्चुअल करेंसी (Virtual Currency) पर वहां की सरकारें टैक्स लगाती हैं. सरकार के इस फैसले के पीछे एक बड़ी वजह ये हो सकती है कि, हमारे देश में जितने लोगों ने CryptoCurrency में निवेश किया है, वो देश की आबादी का लगभग 8% हैं. RBI के आंकड़ों के मुताबिक, इन लोगों ने अपने Shiba Inu का भविष्य क्या है 70 हजार करोड़ रुपए इस समय ऐसी Virtual Currency में लगाए हुए हैं. पूरी दुनिया में CryptoCurrency में ट्रेड करने के मामले में भारतीय सबसे आगे हैं. सरल शब्दों में कहें तो ये 30 प्रतिशत टैक्स, सीधे तौर पर 70 हजार करोड़ रुपए के निवेश को एक गारंटी देगा और हो सकता है कि भारत में इसका इस्तेमाल बढ़ जाए.

गिफ्ट पर भी लगेगा टैक्स, ऐसे होगा कैलकुलेट

बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने वर्चुअल एसेट्स (Virtual Assets) के ट्रांजैक्शन से हुई कमाई पर 30% टैक्स लगाने का प्रस्ताव किया. क्रिप्टोकरेंसी गिफ्ट करने को भी ट्रांजेक्शन माना जाएगा. मतलब अगर आप क्रिप्टोकरेंसी किसी को गिफ्ट में देते हैं तब भी 30 फीसदी टैक्स की देनदारी बनेगी. गिफ्ट किए जाने के मामले में उस समय की वैल्यू पर टैक्स लगेगा. इस वैल्यू को Recipient का इनकम माना जाएगा और उसे वैल्यू पर टैक्स देना होगा.

एक और बात जो नोटिस करने वाली है कि ये नया टैक्स आने वाले कारोबारी साल यानी 1 अप्रैल से लागू होगा. यानी क्रिप्टो में कारोबार करने वालों के पास फिलहाल 31 मार्च तक की मोहलत है. वित्त मंत्री ने यह भी प्रस्ताव किया कि डिजिटल एसेट्स के दायरे में क्रिप्टोकरेंसी के अलावा NFT समेत सारे टोकन आते हैं, जो सेंट्रल बैंक के फ्रेमवर्क में नहीं हैं. वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि रिजर्व बैंक की डिजिटल करेंसी आने आने वाली है. ये सारे बदलाव बजट पर कैबिनेट की मुहर लगने के बाद 1 अप्रैल 2022 से लागू हो जाएंगे.

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