Top 5 Stock Exchanges of the World | Biggest Stock Exchanges of the World
स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchange) का इतिहास बहुत पुराना है। स्टॉक एक्सचेंज वो जगह है जहां सभी कंपनिया लिस्टेड होती है स्टॉक एक्सचेंज किसी कंपनी और इन्वेस्टर के बीच में मीडिएटर का काम करते है जब भी किसी कंपनी को शेयर बाजार से पैसा उठाना होता है तो वह कंपनी अपने आप को स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट करवा लेती है जिससे की लोग उस कंपनी में निवेश कर सके।
दुनिया के पहले स्टॉक एक्सचेंज (First Stock Exchange of World) की स्थापना 440 से ज्यादा साल पहले हुई थी। दुनिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज यूरोप में शुरू हुआ स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है था। नीदरलैंड्स में इसकी शुरुआत 1602 में हुई थी। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) एशिया का सबसे पुराना स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना 1875 में हुई थी। यह देश के दो सबसे बड़े एक्सचेंजों में से एक है। क्या आप जानते हैं दुनिया के पांच सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज कौन हैं?
आज हम इसी बारे में बात करेंगे। तो चलिए शुरू करते है :
यह दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। यह अमेरिका में है। इसकी इमारत न्यूयॉर्क के 11, वॉल स्ट्रीट में स्थित है।केवल 24 लोगों द्वारा शुरू किए गए इस स्टॉक एक्सचेंज में आज 2400 कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। इनमें कई दिग्गज कंपनियां शामिल हैं। इस लिस्ट में बर्कशायर हैथवे (Berkshire Hathway), वाल्ट डिजनी (Walt Disney), कोका कोला, जेपी मॉर्गन चेज, वॉलमार्ट जैसी कंपनियां हैं। इस एक्सचेंज की स्थापना 1792 में हुई थी। न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) का बाजार पूंजीकरण 22.9 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है। इस पर रोजाना औसतन 2 से 6 अरब शेयरों का कारोबार होता है। NYSE को ‘द बिग बोर्ड’ के नाम से भी जाना जाता है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के हिसाब से ये दुनिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है।
नेशनल एसोसिएशन ऑफ सिक्योरिटीज डीलर्स ऑटोमेटेड कोटेशंस (NASDAQ) दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। यह भी अमेरिका में है। यह एनवाईएसई के मुकाबले काफी नया है। इसकी स्थापना 1971 में हुई थी। इसे दुनिया में पहला इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की सुविधा वाला एक्सचेंज माना जाता है। इस पर 3000 से ज्यादा कंपनियां सूचीबद्ध हैं। इसका बाजार पूंजीकरण 10.8 लाख करोड़ डॉलर है। इस पर कई दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है टेक्नोलॉजी कंपनियां सूचीबद्ध हैं। इनमें माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft), गूगल (Google), फेसबुक (Facebook), टेस्ला (Tesla), ऐमजॉन, एपल, सिस्को शामिल हैं।
टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज (TSE) का मुख्यालय जापान के टोक्यो में है। इसकी स्थापना 1878 में हुई थी। इसे दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है। इस पर करीब 3500 कंपनियां सूचीबद्ध हैं। निक्केई 225 इसका प्रमुख सूचकांक है। एक्सचेंज पर ट्रेडों को येन में दर्शाया जाता है और हर दिन बहुत अधिक मात्रा में होता है क्योंकि व्यापारी जापान के भीतर की स्थितियों पर प्रतिक्रिया करते हैं, साथ ही वैश्विक बाजार दबाव भी। इस पर होंडा, सुजुकी, सोनी, मित्सीबिशी जैसी दिग्गज कंपनियां सूचीबद्ध हैं।
- शंघाई स्टॉक एक्सचेंज (SSE)
यह एशिया का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। यह चीन के शंघाई में है। इसकी स्थापना 1866 में हुई थी। लेकिन, 1949 में चीन में हुई क्रांति में इसका वजूद खत्म हो गया था। दोबारा 1990 में इसकी स्थापना हुई। इस पर 1450 कंपनियां सूचीबद्ध हैं। इसका बाजार पूंजीकरण 4 लाख करोड़ डॉलर है। शंघाई स्टॉक एक्सचेंज अभी भी पूरी तरह स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है से विदेशी निवेशकों के लिए खुला नहीं है और अक्सर चीन की केंद्र सरकार के फैसलों से प्रभावित होता है।
यह नीदरलैंड्स के एम्सटर्डम में स्थित है। इसे यूरोपीय स्टॉक एक्सचेंज भी कहा जाता है। इसे यूरोप का सबसे अच्छा स्टॉक एक्सचेंज माना जाता है। इस पर 1300 से ज्यादा कंपनियां सूचीबद्ध हैं। इसका बाजार पूंजीकरण 4.2 लाख करोड़ डॉलर से ज्यादा है। इस एक्सचेंज पर सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों की खरीदफरोख्त यूरो में होती है।
तो दोस्तों ये हमने आज बात की दुनिया भर की टॉप 5 स्टॉक एक्सचेंज के बारे में। दोस्तों उम्मीद करते है की आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा।
NSE Emerge क्या है? What’s NSE Emerge in Hindi स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है 2022
दोस्तों अगर आप इस लेख पर आए है तो हमें उम्मीद है की आप शेयर मार्केट को जानने और समझनें को इच्छुक होंगे, अतः आप स्टॉक मार्केट से रिलेटेड सभी इनफार्मेशन को जानना चाहते है, इसी में ही NSE Emerge भी आता है, तो आज के लेख में हम जानेंगे की NSE Emerge क्या है? What’s NSE Emerge in Hindi 2022.
दोस्तों NSE Emerge जिसे एनएससी इमर्ज भी कहते है, जानने से पहले हमें NSE के बारें में जानना होगा, तो चलिए सबसे पहले स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है जानते हैं की NSE क्या है?
NSE क्या है? What’s National Stock Exchange in Hindi
Table of Contents
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (NSE) भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है, जो मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है. NSE की स्थापना 1992 में देश में पहले डीमैटरियलाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज के रूप में हुई थी.
डेरिवेटिव्स ट्रेड बॉडी फ्यूचर्स इंडस्ट्री एसोसिएशन (FIA) द्वारा जारी किये गये आंकड़ों के आधार पर कारोबार किए गए कॉन्ट्रैक्ट्स की संख्या के हिसाब से यह 2021 में दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है एक्सचेंज है.
एनएसई एक आधुनिक, पूरी तरह से स्वचालित स्क्रीन-आधारित इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम प्रदान करने वाला देश का पहला एक्सचेंज था, जिसने देश भर में फैले निवेशकों को आसान ट्रेडिंग सुविधाएं प्रदान कीं.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का कुल बाजार पूंजीकरण US$3.4 ट्रिलियन से अधिक है जो इसे अगस्त 2021 तक दुनिया का 9वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है स्टॉक एक्सचेंज बनाता है.
NSE Emerge क्या है?
NSE EMERGE, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा चलाया गया एक Initiative है जो भारत के छोटे और मध्यम आकार के एंटरप्राइज और स्टार्टअप कंपनियों के लिए है. इसमें कंपनियां बिना इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO ) के NSE पर लिस्ट हो सकती हैं.
What’s NSE Emerge in Hindi
यह प्लेटफॉर्म SME और स्टार्टअप्स को फंडिंग के लिए निवेशकों से जुड़ने में मदद करता है. अगस्त 2019 के दौरान, NSE को अपने SMI प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड 200वीं कंपनी मिली.
FY13 के बाद से, 200 कंपनियों को सूचीबद्ध किया गया, प्लेटफ़ॉर्म पर सामूहिक रूप से 3,136 करोड़ रुपये जुटाए. SME IPO प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध पहली कंपनी चेन्नई की थेजो इंजीनियरिंग थी और वंडर फाइब्रोमैट्स प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध होने वाली 200वीं फर्म थी.
SME IPO क्या है?
SME IPO स्पेशली SME (Small and Medium Enterprises), और Start-Up के लिए Regular IPO की तुलना में Minimum Compliance और Cost के साथ पूँजी जुटाने के लिए डिज़ाइन किया गया है, ऐसे में NSE Emerge के मामले में, कंपनियों को SEBI से नहीं, बल्कि बोर्ड से अप्रूवल लेने की आवश्यकता होती है.
कई कंपनियां SME प्लेटफॉर्म से Main Board में स्थानांतरित हो गई हैं, जो NSE द्वारा SME Exchange की सफलता को दर्शाता है.
SME का फुलफॉर्म क्या होता है?
Small and Medium Enterprises
NSE का फुलफॉर्म क्या है?
National Stock Exchange
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Share Market/Stock Market क्या होता है ?
What is share market in Hindi/ Share Market क्या है ?
आज के समय में आप हर दूसरे स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है व्यक्ति के मुँह से शेयर मार्किट के बारे में जरूर सुनते होंगे । और हो भी क्यों न – न्यूज़, वेबसाइट, यूट्यूब और जहाँ भी आप जाओ हर जगह इस पर कई तरह के UPDATES आते रहते हैं। तो आइये हम आपको विस्तार से बताते हैं Share Market/Stock Market? क्या है और क्या आपको Share Market/Stock Market में पैसे लगाने चाहिए या नहीं।
Stock Market/Share Market क्या है ?
Table of Contents
Share Market/Stock Market को आप के ऐसे बड़े दुकान की तरह ले सकते हैं जिसके कई मालिक हैं। और जितने भी Owner आएंगे, सभी की अपनी हिस्सेदारी रहेगी।
अब मानो की आपने भी उस दुकान में अपने पैसे लगाए हैं तो आपको भी कुछ हिस्सा ओनर की तरह मिल जायेगा। इसी हिस्से को शेयर बोलते हैं। और जब-जब उस दुकान को फ़ायदा होगा तब-तब आपको भी फायदा होगा। और इसके उलट जब भी नुकसान होगा तो आपको भी नुकसान झेलना होगा।
Stock Market/Share Market exchange कितने तरह के होते हैं –
नेशनल stock एक्सचेंज , इंडिया
भारत में मूलतः दो बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं। पहला और सबसे बड़ा है NSE और दूसरा BSE।
NSE का अर्थ है नेशनल स्टॉक एक्सचेंज।
BSE का अर्थ है बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज।
कोई कंपनी कैसे Share Market/Stock Market में listed होती है ?
किसी भी कंपनी के Stock Market में listed होने के लिए कुछ Rules बने होते हैं। जैसे –
1 कंपनी को IPO ( इनिशियल पब्लिक ऑफर ) में रजिस्टर्ड होना जरुरी है जो की Indian Government के आधीन आती है।
2 उस कंपनी का ३ से ५ साल का रिकॉर्ड देखा जाता है। उस कंपनी का कोई डिफाल्टर लिस्ट में नाम नहीं होना चाहिए।
3 कंपनी का सभी financial रिकॉर्ड, प्रोजेक्ट्स इत्यादि सारी जानकारी जमा करनी पड़ती है।
4 इन सब के बाद उसका रिकॉर्ड सेबी के पास भेजा जाता है जो की Central Government के आधीन आती है।
5) तत्पश्चात उसका एक मूल्य निर्धारित किया जाता है।
6 ये वही Price होती है जो हमें BUY या SELL प्राइस के तौर पर दिखता है और जो की उस कंपनी के मार्किट वैल्यू के आधार पर निर्धारित किया जाता है।
Stock Market में Share कितने तरह के होते हैं-
Common Share-
वैसे शेयर जिसे कोई भी खरीद बेच सकता है उसे कॉमन शेयर कहते हैं।
ऐसे शेयर्स प्रॉफ़िट्स तोह बहुत दे सकते यहीं पर उतना हिन् रिस्क फैक्टर रहता है|
Preferential Share –
ऐसे शेयर्स मूलतः खास होते हैं और कुछ चुनिंदा लोगों को हिन् जारित की जातीं हैं।
जैसे की किसी ऑफिस के एम्प्लाइज, ज्यादा मुनाफा देने के लिए, आपसी समझौते के लिए इत्यादि।
Ready made Share –
कुछ कम्पनीज अपने शेयर होल्डर्स को प्रॉफिट का हिस्सा न दे कर उन्हें अपने कुछ शेयर्स दे देती है। इसे डिविदेनेड शेयरिंग भी कहा जाता है।
कितने तरह के stock होते हैं –
Stock / Share मूलतः तीन तरह के होते हैं-
- Commodity
- Equity
- Foreign Exchange
Commodity Market –
Commodity Market को सरल शब्दों में कच्चे माल का बाजार कहा जा सकता है। यहाँ पर वैसे उत्पाद जो की या तो कृषि, प्रकृति, या अन्य उन्ही तरह के उत्पाद को BUY ( खरीद ) या SELL ( बेच ) सकते हैं। जैसे की –
लौह अयस्क ( METAL ) – ZINC, COPPER, इत्यादि
क्रूड आयल ( PETROLEUM PRODUCTS )
इलाइची ( CARDAMOM ), रुई (COTTON) इत्यादि।
EQUITY –
EQUITY मार्किट किसी कंपनी के आम स्टॉक होते हैं। उनकी आधिकारिक मूल्य को स्टॉक एक्सचेंज के द्वारा निर्धारित किया जाता है और उसी के ऊपर उसका सारा व्यापार होता है।
Commodity की एक्सपायरी होती है पर EQUITY को आप जब तक चाहे तब तक रख सकते हैं।
आगे चलकर हम किसी अन्य लेख में कमोडिटी और इक्विटी पर विस्तार से स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है बातें करेंगे।
Shares / Stocks कैसे खरीदें-
Share Market क्या है ?
जैसा की ऊपर हमने बताया की ये एक मार्किट हीं है। तो अब इससे आप Shares कैसे खरीद सकते हैं ?
Stock Market से शेयर्स खरीदने के लिए आपको एक Broker की जरुरत पड़ेगी। ये Brokers आपकी एक DEMAT अकाउंट बनाएँगे और उसी पर सभी जानकारी आपको मिल जाएगी। जैसे कंपनी की PRICE क्या है और वह किस तरह का मुनाफा दे रही है।
हालाँकि अब के समय में कई तरह के DISCOUNT BROKERS आ गए हैं जैसे – Zerodha , Upstox,आदि।
आपको अगर इनसे related विस्तार पूर्वक जानना होगा की कौन सा BROKER आपके लिए सही है तो जरूर पूछें। जरुरत होगी तो मैं एक दूसरे आर्टिकल में इसे भी समझा दूंगा।
STOCK MARKET में बने रहने के तरीके-
Share Market में में एक शब्द होती है TRADING। ये WORD इतना कॉमन हो गया है की इसे Share Market के समान्तर हीं देखा जाता है।
TRADING का अर्थ होता है व्यापार करना। अगर आपक कोई भी वास्तु BUY या SELL करते हैं तो उसे TRADING कहते हैं।
TRADING के प्रकार-
Bear Vs Bull in Hindi: Share Market क्या है ?
NSE की पूर्व एमडी चित्रा रामकृष्ण पर CBI का शिकंजा, देश छोड़ने पर लगी रोक
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर चित्रा रामकृष्ण पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते गुरुवार को आयकर विभाग की छापेमारी के बाद अब सीबीआई ने भी रामकृष्ण से पूछताछ.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर चित्रा रामकृष्ण पर जांच एजेंसियों का शिकंजा कसता जा रहा है। बीते गुरुवार को आयकर विभाग की छापेमारी के बाद अब सीबीआई ने भी रामकृष्ण से पूछताछ की है। सीबीआई ने रामकृष्ण और एक अन्य पूर्व सीईओ रवि नारायण और पूर्व सीओओ आनंद सुब्रमण्यन के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया है, ताकि उन्हें देश छोड़ने से रोका जा सके।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने स्टॉक मार्केट में जल्दी पहुंच बनाकर लाभ कमाने के लिए एनएसई की ‘‘को-लोकेशन’’ सुविधा का कथित तौर पर दुरुपयोग करने को लेकर दिल्ली स्थित ओपीजी सिक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक और प्रमोटर संजय गुप्ता और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एजेंसी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) और एनएसई, मुंबई के अज्ञात अधिकारियों और अन्य लोगों के खिलाफ पहले से जांच कर रही थी।
जांच एजेंसी का क्या है कहना: सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि निजी कंपनी के मालिक और प्रमोटर ने एनएसई के अज्ञात अधिकारियों के साथ साजिश करके एनएसई के सर्वर का दुरुपयोग किया। सीबीआई ने यह भी आरोप लगाया कि एनएसई, मुंबई के अधिकारियों ने वर्ष 2010 से 2012 के दौरान ‘‘को-लोकेशन’’ सुविधा का दुरुपयोग करके उस कंपनी को अनुचित पहुंच उपलब्ध कराई। सीबीआई के मुताबिक इस अनुचित पहुंच का इस्तेमाल करके कंपनी स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर में सबसे पहले लॉगइन करने में सक्षम हो गई, जिससे उसे अन्य ब्रोकर से पहले डाटा हासिल करने में मदद मिली।
रामकृष्ण कब चर्चा में आईं: आपको बता दें कि रामकृष्ण का नाम तब सुर्खियों में आया था, जब 11 फरवरी को सेबी ने कहा कि उन्होंने हिमालय में विचरण करने वाले एक योगी के प्रभाव में आकर आनंद सुब्रमण्यन को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त किया।
सेबी ने रामकृष्ण और अन्य पर सुब्रमण्यन की मुख्य रणनीतिक सलाहकार के तौर पर नियुक्ति और फिर समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक के सलाहकार के तौर पर उनकी पुन: नियुक्ति में नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया था।
लगा है जुर्माना: सेबी ने रामकृष्णन पर तीन करोड़ रुपये, एनएसई और उसके पूर्व प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि नारायण और सुब्रमण्यन पर दो-दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था। इसके अलावा मुख्य नियामक एवं शिकायत अधिकारी वी आर नरसिम्हन पर छह लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।
स्टॉक एक्सचेंज क्या है Stock Exchange के क्या स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है कार्य हैं? आसान अर्थ Hindi में
0 आशुतोष नायक (Editor) अगस्त 22, 2021
स्टॉक एक्सचेंज क्या है और यह कैसे काम करता है। शेयर बाजार में स्टॉक एक्सचेंज का क्या अर्थ होता है। और इसके क्या कार्य होते हैं। किस तरह किसी कंपनी के शेयर खरीदने और बेचने में स्टॉक एक्सचेंज की जरूरत होती है। भारत में स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना कब हुई, और यहां के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज कौन कौन हैं। उनके क्या नाम हैं।
ऐसे तमाम सवाल आपके दिमाग में घूम रहे होंगे और आपकी स्टॉक एक्सचेंज से जुड़े सारे सवालों के जवाब देने के लिए आज हम लेकर आए हैं इस आर्टिकल को जहां आपको ना सिर्फ स्टॉक एक्सचेंज क्या है यह बताएंगे बल्कि आपको स्टॉक एक्सचेंज से जुड़ी हर वो जानकारी देने की कोशिश करेंगे जो शेयर बाजार में इन्वेस्ट या ट्रेड करने से पहले आपको जाननी जरूरी है। तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है और यह कैसे काम करता है।
स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है
स्टॉक मार्केट में स्टॉक एक्सचेंज ठीक उसी तरह होता है। जैसे किसी शहर में किसी सामान का एक मार्केट जैसे सब्जी मंडी गल्ला मंडी या कपड़ों का मार्केट। आपके आस पास भी कोई न कोई मार्केट जरूर होगा। जहां समान के खरीददार और बिक्रेता दोनों होते हैं। ठीक ऐसे ही स्टॉक एक्सचेंज होता है। जहां पर शेयर के खरीददार और बिक्रेता दोनों मिलते हैं। असल मायने में स्टॉक एक्सचेंज को ही शेयर बाजार कहते हैं। बस यहां आम बाजार की तरह हम अकेले ही थैला लेकर नहीं जा सकते और न ही स्टॉक एक्सचेंज क्या होता है शेयर खरीद सकते। बल्कि यहां हमें यदि शेयर खरीदने होते हैं, तो हमें स्टॉक ब्रोकर की जरूरत होती है। स्टॉक ब्रोकर के जरिये ही स्टॉक एक्सचेंज से हम शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं।
तो क्या स्टोक्स एक्सचेंज के पास शेयर होते हैं
जी नहीं, स्टॉक एक्सचेंज के पास शेयर नहीं होते। जैसा कि हमने पहले ही आपको बताया कि स्टॉक एक्सचेंज हमारे आम बाजारों की तरह ही सिर्फ एक बाजार है। जहां पर शेयर की खरीद और बिक्री होती है। जबकि शेयर के खरीदार और विक्रेता कंपनी या हम ही लोग होते हैं। जैसे आम बाजारों में होता है। ऐसे ही स्टॉक एक्सचेंज भी शेयर की खरीद और बिक्री की एकमात्र जगह है। जहां पर ऑनलाइन, शेयर के खरीदार और विक्रेता स्टॉक ब्रोकर के जरिए शेयर की खरीदारी और बिक्री करते हैं। यह सारा कुछ ऑनलाइन होता है सो इसे हम वर्चुअल मार्केट भी कह सकते हैं।
भारत में कौन कौन से स्टॉक एक्सचेंज हैं
वैसे तो भारत में कई स्टॉक एक्सचेंज हैं, लेकिन प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज 2 ही हैं। एक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई). जब भी कोई कंपनी पहली बार शेयर बाजार में उतरती है। यानी कि अपना आईपीओ (IPO) लॉन्च करती है तो वह इन्हीं दो स्टॉक एक्सचेंज एनएसई NSE और बीएसई BSE में लिस्ट होती है। और इन्हीं दो स्टॉक एक्सचेंज से सभी लोग शेयर की खरीद और बिक्री करते हैं।
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