सरकार बिटकॉइन पर बिल लाने की तैयारी में है।

Cryptocurrencies Prices Today: 19,900 डॉलर के नीचे बिटकॉइन, क्या खरीदने का अच्छा समय या करें और इंतजार

फेडरल रिजर्व के महंगाई पर काबू पाने के लिए फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की खबरों ने क्रिप्टोकरेंसी बाजार पर असर डाला है। दुनिया की सबसे बड़ी और मशहूर क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन एक फीसदी की गिरावट के साथ 19,848 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया

Cryptocurrencies Prices Today: बिटकॉइन की कीमतों में गिरावट जारी है और 20,000 डॉलर के नीचे आ गया है। फेडरल रिजर्व के महंगाई पर काबू पाने क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? के लिए फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की खबरों ने क्रिप्टोकरेंसी बाजार पर असर डाला है। दुनिया की सबसे बड़ी और मशहूर क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन एक फीसदी की गिरावट के साथ 19,848 डॉलर पर कारोबार करता नजर आया। हालांकि, Polkadot, Avalanche, Tether मे तेजी नजर आई। क्रिप्टो बाजार का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के नीचे आ गया है।

बिटकॉइन जारी है गिरावट

एक्सपर्ट के मुताबिक बिटकॉइन 20000 डॉलर से नीचे आ चुका है। बिटकॉइन 25,000 डॉलर के लेवल पर नहीं टिक पाया है। एक्सपर्ट के मुताबिक बिटकॉइन 19,500 डॉलर के नीचे जा सकता है। बीते एक हफ्ते में इथेरियम में 11 फीसदी की गिरावट आई है। फेडरल रिजर्व के महंगाई पर काबू पाने के लिए फिर ब्याज दरों में बढ़ोतरी की खबरों क्रिप्टोकरेंसी बाजार में गिरावट का दौर लेकर आई है।

Bitcoin latest news: बिटकॉइन पर सरकार की 'कभी हां कभी ना', अजीब दुविधा में निवेशक

बिटकॉइन (Bitcoin) जैसी क्रिप्टोकरेंसीज (Cryptocurrencies) की लोकप्रियता हाल के वर्षों में काफी तेजी से बढ़ी है। लेकिन इसे लेकर सरकार दुविधा में नजर आ रही है। देश में अभी इसे रेगुलेट करने के लिए कोई कानून नहीं है। इस वजह से निवेशकों में भी दुविधा है।

सरकार बिटकॉइन पर बिल लाने की तैयारी में है।

सरकार बिटकॉइन पर बिल लाने की तैयारी में है।

हाइलाइट्स

  • क्रिप्टोकरेंसीज की लोकप्रियता में हाल के वर्षों में काफी तेजी आई है
  • भारत में 10 करोड़ से अधिक लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसीज होने का अनुमान
  • लेकिन बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसीज पर सरकार का रुख अभी साफ नहीं है
  • सरकार संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में इस पर एक बिल ला सकती है

सरकार इस समय दुविधा में नजर आ रही है और उसका आखिरी फैसला क्या होगा, इसका पता तो संसद में विधेयक पेश किए जाने के बाद ही पता चल पाएगा। देश में क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर अभी कोई सरकारी गाइडलाइन या नियम-कानून नहीं हैं। सरकार संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में एक बिल पेश कर सकती है। मीडिया में आई खबरों के मुताबिक सरकार बिटकॉइन सहित सभी क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगा सकती है।

सरकार की दुविधा
हालांकि बिल में तकनीक को जारी रखने की बात कही गई है। इसके अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? इंडस्ट्री का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाना संभव नहीं है और बिटकॉइन, ईथर और डॉगकॉइन जैसी करेंसीज को रियायत मिल सकती है। वर्चुअल करेंसी को रेगुलेट करने पर सरकार की एससी गर्ग समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इसके अलावा सरकार के पास कई मंत्रालयों की एक संयुक्त समिति की रिपोर्ट भी है।

जानकारों का कहना है कि एससी गर्ग समिति ने क्रिप्टोकरेंसी पर भारत में पाबंदी लगाने की सलाह दी है। लेकिन मार्च में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने संकेत दिए थे कि वर्चुअल करेंसियों को केवल रेगुलेट किया जाएगा, उन पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा। सीतारमण ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार एक जोखिम भरा क्षेत्र है और यह नियामक ढांचे में नहीं है। इस लिए इस पर अच्छी-तरह से विचार करना बेहद जरूरी है।

विज्ञापनों पर रोक नहीं
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से अभी तक क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित विज्ञापनों पर किसी तरह का प्रतिबंध लगाने पर कोई फैसला नहीं लिया गया। इससे पहले खबर आई थी कि WazirX और bitbns जैसी कंपनियों ने क्रिप्टो से जुड़े विज्ञापन फिलहाल बंद करने का फैसला किया है। भारत में वर्चुअल करेंसी के बारे में आम लोगों की समझ बहुत कम है, लेकिन उसके बाद भी बहुत से लोग बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी में निवेश कर रहे हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज वजीरएक्स ने प्रिंट और टेलीविजन एडवर्टाइजमेंट से कुछ दिनों तक दूर रहने का फैसला किया है।

बिटबीएनएस ने अपने मौजूदा विज्ञापन बंद करने का फैसला किया है। बिट बीएनएस के विज्ञापन में कहा जाता है कि बिटकॉइन के फिक्स्ड डिपॉजिट में बैंक डिपॉजिट की तुलना में 4 गुना तक अधिक मुनाफा हो सकता है। इस मामले से जुड़े लोगों के अनुसार क्रिप्टो इंडस्ट्री से जुड़े लोगों के दबाव के बाद बिटबीएनएस ने इस तरह का विज्ञापन रोकने का फैसला किया है। बिटबीएनएस के चीफ एग्जिक्यूटिव ने विज्ञापन बंद करने की पुष्टि की है।

विज्ञापनों की बमबारी
पिछले कुछ वक्त में क्रिप्टो एक्सचेंज ने क्रिकेट इवेंट को विज्ञापनों से भर दिया है। इस मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि कंपनियां अब इस तरह के विज्ञापन बंद करने और अपने दावे को वापस लेने पर विचार कर रही हैं। क्रिप्टो एक्सचेंज के विज्ञापनों की पड़ताल की जा क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो एक्सचेंज और ट्रेडिंग प्लेटफार्म अनाप-शनाप दावे कर निवेशकों को भ्रमित कर रही हैं।

सीतारमण ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और पूंजी बाजार नियामक सेबी के माध्यम से इसको लेकर जागरुकता पैदा करने को कदम उठाए गए हैं। इसे लेकर तैयार किया गया क्रिप्टोकरेंसी बिल जल्द ही पेश किया जाएगा। सीतारमण ने कहा कि इसके संभावित खतरों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है। भारत में क्रिप्टो करेंसी से संबंधित धोखाधड़ी के मामले देखने को मिले हैं। इस तरह के आठ मामलों की प्रवर्तन निदेशालय द्वारा फिलहाल जांच की जा रही है।

लेनदेन के आंकड़े नहीं रखती सरकार
इससे पहले शीतकालीन सत्र के पहले दिन सीतारमण ने एक लिखित जवाब में कहा कि सरकार बिटकॉइन के लेनदेन के आंकड़े एकत्र नहीं करती है और इसे करेंसी के रूप में मान्यता देने की कोई योजना नहीं है। आरबीआई ने 2018 में क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन लगा दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने 2020 में यह बैन हटाया था। क्रिप्टोकरेंसीज के रेग्युलेशन के लिए इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स और केंद्र के बीच बातचीत चल रही है। लेकिन आरबीआई लगातार इसके खतरों से सरकार को आगाह कर रहा है।

इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? देश में क्रिप्टोकरेंसीज पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं होगा। बिटकॉइन का मार्केट कैप 1 लाख करोड़ डॉलर से अधिक है। सरकार ने क्रिप्टोकरेंसीज को एसेट क्लास में डालने की बात कही थी। इसलिए उम्मीद की जा रही थी कि बिटकॉइन को एसेट क्लास में क्लासीफाई किया जा सकता है। Blockchain and Crypto Assets Council के मुताबिक भारत में 6 लाख करोड़ रुपये की क्रिप्टो एसेट्स है। जयंत सिन्हा की अगुवाई वाली Standing Committee on Finance ने क्रिप्टो एक्सचेंजेज, ब्लॉकचेन और Crypto Assets Council (BACC) के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। समिति का कहना था कि क्रिप्टोकरेंसीज पर बैन नहीं लगाया जाना चाहिए बल्कि इन्हें रेगुलेट करना चाहिए।

Cryptocurrency में निवेश करना हुआ और भी आसान, अब ZebPay के जरिए लगाएं पैसा और करें कमाई!

ZebPay ऐप से क्रिप्टो में करें निवेश

cryptokisamajh-भारत में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग पर पाबंदी नहीं है. इसलिए आप अपनी पसंद के अनुसार ट्रेड कर सकते हैं. . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : September 06, 2021, 18:31 IST

नई दिल्ली: अगर आप बाहरी दुनिया से बेखबर नहीं हैं, तो आपने निश्चित तौर पर क्रिप्टोकरेंसी, Bitcoin और NFT जैसे शब्द सुने होंगे. यह एक अच्छी शुरुआत है और हम में से कई लोग इस बारे में जानते हैं. अगर आपको पहले से ही इस बारे में जानकारी है, तो आपको यह भी पता होगा कि भारत में क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग पर पाबंदी नहीं है. इसलिए आप अपनी पसंद के अनुसार ट्रेड कर सकते हैं.

Paypal, Visa और Mastercard जैसे वित्तीय संस्थानों के साथ-साथ अल सल्वाडोर जैसे देशों में क्रिप्टोकरेंसी को बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है. इसे देखते हुए, अब क्रिप्टो की दुनिया में अपना पैर रखने और इस मौके को भुनाने का समय आ गया है.

2010 में खरीदा होगा Bitcoin तो बन गए होंगे करोड़पति
आइए इस सच्चाई को अपनाएं और FOMO की असलियत को स्वीकार करें. साथ ही, यह भी स्वीकार करें कि Bitcoin, पिछले दशक में किसी भी व्यक्ति के द्वारा किए गए बेहतरीन निवेशों में से एक रहा है. अगर आपने 2010 में 10,000 रुपये का Bitcoin खरीदा था, तो आप सिर्फ़ सात साल बाद 2017 में 66 करोड़ रुपये के मालिक बन गए होंगे. इस तरह सिर्फ सात सालों में 66,00,000 फीसदी की वृद्धि हुई. यह जुलाई 2017 का आंकड़ा है जब 1 Bitcoin की कीमत 2779 अमेरिकी डॉलर थी.

इस समय 46,000 डॉलर है बिटकॉइन की कीमत
2017 के बाद से Bitcoin की कीमत क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? और भी बढ़ गई है. इस समय, एक Bitcoin की कीमत 46,000 डॉलर (INR 34.46 लाख) से अधिक है. अगर आप किसी ऐसे एसेट क्लास को दिखा सकें जिसने इतनी वृद्धि की है, तो हम अपने शब्दों को तुरंत वापस ले लेंगे.

जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
विश्लेषकों का कहना है कि दिसंबर 2025 तक एक Bitcoin की कीमत 3,18,417 अमेरिकी डॉलर (INR 2.36 करोड़) तक पहुंचने की उम्मीद है! यह पहली बार निवेश करने की इच्छा रखने वालों के लिए एक अच्छा संकेत है. ऐसे लोग अभी भी Bitcoin की तरक्की की कहानी का हिस्सा बन सकते हैं. आइए शुरू करें.

क्रिप्टोकरेंसी में कैसे करें निवेश की शुरुआत?
अब जबकि आपने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने का फैसला ले लिया है, तो आपको यह ज़रूर जानना चाहिए कि इस नए एसेट क्लास में आपके लिए क्या अच्छा है. खास तौर पर, जब आपको लगने लगता है कि क्रिप्टो भविष्य के लिए बेहतर है, तो आप अपने-आप उसके लिए तैयार हो जाएंगे.

एक क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? बार क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? अपना मन बना लेने के बाद, आपको यह चुनना होगा कि आप किस क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना चाहते हैं और कितना पैसा लगाना चाहते हैं. Bitcoin और Ethereum जैसे लोकप्रिय विकल्पों को तो देखें ही, लेकिन उन कॉइन पर भी नज़र रखें जो लोकप्रिय हो चुके कॉइन की तुलना में शानदार छलांग लगाने की क्षमता रखते हैं.

पैसे निवेश करने के लिए, सबसे पहले आपको भारत में किसी क्रिप्टो एक्सचेंज सेवा के क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? साथ साइन अप करना होगा और KYC प्रोसेस को पूरा करना होगा. इसके बाद, अपना पहला क्रिप्टो खरीदने के लिए अपने बैंक से उस एक्सचेंज में फंड ट्रांसफर करना होगा. इसके लिए, हम बिटकॉइन एक्सचेंज ऐप ZebPay को इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं, क्योंकि यह देश के सबसे पुराने और सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टो एक्सचेंज में से एक है.

ZebPay ऐप से कर सकते हैं निवेश
ZebPay, सबके लिए आसान और व्यवस्थित ऐप है, इसमें कुछ ऐसी खास विशेषताएं भी हैं जो इसे इस्तेमाल करने का सुझाव देने के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाती हैं. उदाहरण के लिए ZebPay Earn को ही लें. यह सुविधा क्रिप्टो को होल्ड करने और उसे आसानी से अर्जित करने की अनुमति देती है – लगभग उसी तरह क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? जैसे क्रिप्टो सेविंग पर ब्याज दर प्राप्त करना. आपके पास मौजूद कॉइन के हिसाब से रिटर्न की दर 1% से 7.5% के बीच बदलती है. सचमुच, क्रिप्टो को पाना इतना आसान कभी नहीं रहा.

क्रिप्टो में पहली बार निवेश करने वालों के लिए जानने योग्य बातें
एक अतिरिक्त संसाधन के रूप में, पहली बार निवेश करते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें.

1. शुरुआत में अपने पोर्टफोलियो की एक छोटी सी राशि क्रिप्टोकरेंसी में लगाएं. आप उतनी ही राशि लगाएं जिसके नुकसान का जोखिम उठा सकते हैं, उससे अधिक न लगाएं.

2. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश शुरू करने के लिए आपको हजारों रुपये की ज़रूरत नहीं है. एक्सचेंज आमतौर पर INR 100 जितना कम निवेश शुरू करने का विकल्प प्रदान करते हैं. इस तरह, आप पूरे कॉइन के बजाय बिटकॉइन जैसे किसी भी क्रिप्टो का एक अंश खरीद सकते हैं.

3. सरकार के बदलते नियमों और खबरों पर नजर रखें. हालांकि, भारत में क्रिप्टो पर पाबंदी नहीं है, फिर भी इसके नियमन के संबंध में बहुत सारी परस्पर विरोधी बातें हो सकती हैं. लेटेस्ट जानकारी पाते रहने के लिए सही ग्रुप, फोरम और समाचार स्रोतों को फॉलो करें.

4. इस बात को याद रखें, यह इतना अच्छा कि इस पर यकीन करना मुश्किल है. कुछ क्रिप्टो एक्सचेंज, एक ओर जहां दिमाग को सुन्न कर देने वाले रिटर्न देते हैं, वहीं अगर क्रिप्टोकरेंसी क्रैश हो जाती है, तो आप एक ही बार में सब कुछ खो देते हैं. ZebPay जैसे जाने-माने क्रिप्टो एक्सचेंज से जुड़े रहें.

हम क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया में कदम रखने के लिए आपको शुभकामनाएं देते हैं. हम जल्द ही, एक सफल क्रिप्टोकरेंसी निवेशक बनने से जुड़ी सभी आवश्यक जानकारी शेयर करेंगे. इसलिए, हमारे साथ बने रहें और अपनी नजरें जमाए रखें.

डिसक्लेमर: क्रिप्टोकरेंसी अनियमित डिजिटल एसेट हैं, यह वैध क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? मुद्रा नहीं हैं. इनका पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गांरटी नहीं है. क्रिप्टोकरेंसी में निवेश या ट्रेड करना बाजार जोखिमों और कानूनी जोखिमों के अधीन है.

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'Bitcoin'

बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के बैंकरप्ट होने से इस मार्केट में बिकवाली बढ़ी थी। FTX के फाउंडर ने गोपनीय तरीके से कस्टमर्स के लगभग 10 अरब डॉलर को अपनी ट्रेडिंग फर्म Alameda Research में ट्रांसफर किया था

दूसरे सबसे बड़े इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज FTX क्या बिटकॉइन खरीदना हलाल है? ने फंड की कमी होने के बाद पिछले महीने की शुरुआत में बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया था

Cryptocurrency | Written by: राधिका पाराशर, Edited by: आकाश आनंद |मंगलवार दिसम्बर 13, 2022 04:25 PM IST

हाल ही में की गई एक स्टडी में पता चला है कि Bitcoin खरीदने वाले लगभग तीन चौथाई लोगों को नुकसान उठाना पड़ा है

बिटकॉइन की माइनिंग में इलेक्ट्रिसिटी की अधिक खपत के कारण कुछ देशों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। लगभग छह महीने पहले उज्बेकिस्तान ने सोलर पावर से क्रिप्टोकरेंसीज की माइनिंग की अनुमति देने का फैसला किया था

Cardano, Dogecoin, Shiba Inu, Polygon, Polkadot, Litecoin और Tron के प्राइस सोमवार को गिरावट के साथ खुले

Bitcoin Investors Alert: पिछले वर्ष नवंबर में बिटकॉइन ने लगभग 69,000 डॉलर का हाई छुआ था और तब इन वॉलेट्स की संख्या 1,13,898 थी

BlockFi के दिवालियापन की घोषणा का असर जिन क्रिप्टो पर पड़ रहा है, हम नीचे उन सभी को लिस्ट कर रहे हैं।

Cryptocurrency: एक हफ्ते में बिटकॉइन की कीमत में 30% की गिरावट, रूस-यूक्रेन युद्ध से मार्केट पर दवाब

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aajtak.in

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  • नई दिल्ली,
  • 14 मई 2022,
  • अपडेटेड 6:55 PM IST

बिटकॉइन दुनिया की सबसे पहली विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी या कहें कि डिजिटल कॉइन है. इसे विकेंद्रीकृत क्रिप्टोकरेंसी इसलिए कहा जाता है क्योंकि दुनिया की कोई भी फाइनेंशियल रेग्युलेटरी अथॉरिटी इस पर नियंत्रण नहीं रखती है. दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन अब धीरे-धीरे टूटती हुई नजर आ रही है. निवेशकों के बीच तेजी से पॉपुलर हो रही क्रिप्टोकरेंसी में अब मार्किट पर दवाब के चलते गिरावट देखने को मिल रही है. इस वीडियो में देखें और समझें कि पिछले 6 महीने से क्यों बिटकॉइन की कीमत में गिरावट आने लगी है.

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