संसद टीवी संवाद
क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान वित्तीय दुनिया में हो रहे बहुत सारे तकनीकी परिवर्तनों में से एक का उदाहरण है और अब नई चुनौतियों को स्वीकार करने के साथ-साथ प्रतिभूति बाज़ार सहित मुद्रा बाज़ारों के लिये एक नए एकीकृत विनियमन की अनुमति देने का मौका है।
यह डिजिटल तकनीक में एक नई क्रांति पैदा कर सकती है जिसे भारत खोना नहीं चाहेगा, लेकिन साथ ही वह आंतरिक सुरक्षा और अन्य संबंधित मुद्दों को लेकर भी जोखिम नहीं उठा सकता है।
विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)
“ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी” के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (वर्ष 2020)
भारी उतार-चढ़ाव वाली करेंसी: साल 2022 में कैसी रहेगी क्रिप्टोकरेंसी की चाल, इस साल 7000% तक रही बढ़त
क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम की कीमत साल 2021 में 35 से 40% बढ़ी हैं। हालांकि इसमें काफी उतार-चढ़ाव रहा। बिटकॉइन की कीमत अप्रैल में 51 लाख रुपए तक चली गई थी। मई और जून में यह करीबन 50% गिरकर 28 लाख रुपए तक चली गई थी। ऐसा इसलिए क्योंकि टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने इस करेंसी को लेकर चिंता जाहिर की थी।
चीन क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं ने लगाया प्रतिबंध
अप्रैल-मई में ही चीन ने क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाने की बात कह दी और कारोबार पर पाबंदी लगा दी। इस वजह से कुछ क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें एक ही घंटे में 30-40% तक गिर गई थीं। सितंबर आते-आते खरीदार फिर लौटे। इसके बाद बिटकॉइन की कीमत फिर से नवंबर में 54 लाख रुपए को पार कर गई। अब 40 लाख रुपए के आस-पास है। इस साल की शुरुआत से यह 32% ऊपर है।
सरकार की नीतियों पर निर्भर रहेगी चाल
अगले साल की बात करें तो क्रिप्टोकरेंसी की चाल बहुत हद तक कई सरकारों की नीतियों पर निर्भर होगी। दुनिया का सबसे बड़ा क्रिप्टो बाजार चीन था, जिसने इस पर सितंबर में प्रतिबंध लगा दिया था। भारत में सरकार इसके रेगुलेशन पर काम कर रही है। माना जा रहा है कि सरकार इसे रेगुलेट करके मंजूरी दे सकती है। हाल में संसद के समाप्त हुए सत्र में इससे संबंधित बिल को लाया जाना था, पर इसे टाल दिया गया।
क्रिप्टो पर रोक लगाने की मांग
इस बिल में सभी क्रिप्टोकरेंसी पर रोक लगाने की मांग है। साथ ही कुछ रेगुलेशन के साथ इसे मंजूरी भी दिए जाने की बात इसमें है। वैसे जानकार मानते हैं कि ज्यादा जोखिम वाली क्रिप्टोकरेंसी में निवेशकों को मामूली निवेश करना चाहिए। पिछले कुछ महीने से यह 5 से 6 हजार पर्सेंट बढ़ चुकी है। ऐसे में कोई भी निवेश इसमें आगे घाटा भी दे सकता है। अगर आप जोखिम लेना चाहते हैं तो फिर अपने कुल निवेश का 10% हिस्सा इसमें लगा सकते हैं।
भारी उतार-चढ़ाव होता है
भारी उतार-चढ़ाव भी इस करेंसी में होता है। मई में जिस तरह से इसमें एक ही दिन में की 70-80% तक की गिरावट आई थी, ऐसे में इसी रफ्तार से इसमें कभी भी उतार-चढ़ाव बना रहा सकता है। बिटकॉइन जैसी प्रसिद्ध करेंसी में भी नवंबर में भारी गिरावट आई और वहां से अब तक इसमें 25% तक की कमी आई है। अगर आप इस तरह के उतार-चढ़ाव को झेलने में सक्षम हैं तो फिर आप इसमें निवेश कर सकते हैं।
विश्नसनीय प्लेटफॉर्म को चुनें
निवेश करने के लिए आपको एक विश्वसनीय प्लेटफॉर्म को चुनना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि भारत में यह रेगुलेटेड नहीं है। ढेर सारे प्लेटफॉर्म इस करेंसी के हैं। आपको एक अच्छे और विश्वसनीय प्लेटफॉर्म के जरिए इसमें निवेश करना चाहिए। अगर आप किसी विदेशी प्लेटफॉर्म के जरिए निवेश करना चाहते हैं तो फिर आपको टैक्स के मोर्चे पर ढेर सारे कंप्लायंस पूरे करने होंगे।
टिप्स पर भरोसा न करें
आपको निवेश के लिए किसी टिप्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए। ठीक उसी तरह, जैसे आप शेयर बाजार में ढेर सारे टिप्स पर भरोसा नहीं करते हैँ। क्रिप्टो में भरोसेमंद डेटा नहीं मिलते हैं। निवेशक सोशल मीडिया की गलत जानकारियों के आधार पर इसमें पैसे लगाते हैं। कुछ एनालिस्ट वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर इसे सर्कुलेट करते हैं। इसलिए यह और खतरनाक साबित हो सकता है।
बड़ी करेंसी पर फोकस करें
जिस तरह आप शेयर बाजार में बड़ी कंपनियों पर फोकस करते हैं, उसी तरह से क्रिप्टोकरेंसी में भी आपको ब्लूचिप यानी बड़ी करेंसी पर फोकस करना चाहिए। इसमें भी मिड कैप और पेन्नी यानी सस्ती करेंसी या सिक्के होते हैं। इसलिए कम कीमत देखकर कभी भी किसी सिक्के को खरीदने से बचना चाहिए। बड़ी करेंसी कीमती हो सकती हैं, पर वे ज्यादा स्थिर होती हैं। बिटकॉइन और एथरियम इसकी ब्लूचिप करेंसी मानी जाती हैं, जो पूरे बाजार के सेंटिमेंट को प्रभावित करती हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का दुनिया के बाजार में चलता है सिक्का, जानें इसके बारे में सबकुछ
नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। इसे यह नाम इसलिए मिला क्योंकि इसके सुरक्षित ट्रांजेक्शन्स के लिए इनक्रिप्शन का इस्तेमाल होता है। इसका अर्थ है कि क्रिप्टोकरेंसी के डाटा को ट्रांसमिट करने और वालेट में स्टोर करने के लिए एक बहुत ही एडवांस कोडिंग का इस्तेमाल होता।
भुगतान का तरीका
क्रिप्टकरेंसी असल में एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। मगर इस सिस्टम में अन्य डिजिटल माध्यमों की तरह ट्रांजेक्शन के लिए किसी बैंक की अनुमति की जरूरत नहीं होती। यह पीयर-टू-पीयर नेटवर्क सिस्टम से संचालित होती है और कोई भी कहीं से इसे भेज सकता है और प्राप्त कर सकता है।
क्या है पीयर-टू-पीयर सिस्टम
पीयर-टू-पीयर सिस्टम में कोई अपना एक सर्वर नहीं होता। सभी कंप्यूटर नेटवर्क से जुड़े होते हैं।
कहां रखी जाती है डिजिटल करेंसी डिजिटल करेंसी अपके डिजिटल वालेट में रहती है। जब कोई अपना डिजिटल करेंसी फंड ट्रांसफर करता है तो यह पब्लिक लेजर में दर्ज होता है।
कैसे काम करती है यह
क्रिप्टोकरेंसी एक पब्लिक लेजर जिसे ब्लॉकचेन कहते हैं के जरिए चलती है। इसमें करेंसी का सारा ट्रांजेक्शन अपडेट होता है और यह करेंसी होल्डर के पास रहता है।
कैसे बनती है
क्रिप्टोकरेंसी बनाने की प्रक्रिया माइनिंग कहलता है इसमें कंप्यूटर की जटिल गणितीय समस्याओं को सुलझाने की क्षमता का इस्तेमाल सिक्के का डिजिटल रूप बनाने के लिए किया जाता है।
कहां से मिलती हैै
क्रिप्टोकरेंसी को ब्रोकर्स से खरीदा जाता है और इसे क्रिप्टोग्राफिक वालेट में रखा जाता है और वहीं से खर्च किया जा सकता है।
क्या खरीद सकते हैं
बिटकॉइन को जब लांच किया गया था तो यह सोचकर किया गया था कि यह दैनिक मार्केटिंग के लिए होगी और इससे एक कप कॉफी से क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं लेकर कंप्यूटर और टिकट तक खरीदे जा सकें। मगर जल्द ही इसकी मांग बढ़ी और इसके दाम काफी ऊंचे हो गए। अब ये बड़े भुगतान में इस्तेमाल होती है।
उपलब्ध क्रिप्टोकरेंसियां
बिटकॉइन: पहली क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन है। इसे 2009 में बनाया गया। इसके प्रति लोगों ने खूब रुचि दिखाई और इसकी कीमत आसमान छूने लगी।
इथेरियम: ईथर या इथेरियम नाम से प्रचल्लित इस क्रिप्टोकरेंसी को 2015 में विकसित किया गया। क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं बिटकॉइन के बाद यह दूसरी सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी है।
लाइटकॉइन: इसे बिटकॉइन की तर्ज पर ही विकसित किया गया है मगर आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल की बजे से इसे ज्यादा तेजी से ट्रांसफर किया जा सकता है।
रिपल: यह डिस्ट्रीब्यूटेड लेजर सिस्टम है, जिसे 2012 में बनाया गया था। यह असल में यह केवल क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं है, बल्कि एक यह विभिन्न तरह के ट्रांजेक्शन को ट्रेक करने वाला सिस्टम है। इसके पीछे जो कंपनी है, वह विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थाओं के लिए काम करती है।
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Cryptocurrency Rate Today: क्रिप्टोकरेंसी बाजार में जोरदार उतार-चढ़ाव, जानिए Bitcoin, BNB, Ethereum और Crypto के रेट…
Cryptocurrency Rate Today 5 December News: आज Cryptocurrency Market में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। Cryptocurrency का मार्केट कैप आज 868,977,471,502 डॉलर पर आ गया है और इसमें बिटकॉइन की हिस्सेदारी 38.3 फीसदी और एथेरियम की हिस्सेदारी 18.3 फीसदी है।
हालांकि आज Bitcoin की कीमत में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है, लेकिन यह 17,000 डॉलर से ऊपर कारोबार करने में कामयाब रहा है। आज crypto market में Bitcoin का रेट 17,312.68 डॉलर है। इसके 24 घंटे के रेट में 1.78 फीसदी और 7 दिन के रेट में 6.77 फीसदी के उछाल के साथ कारोबार हुआ है।
Cryptocurrency Prices in India
भारत में आज क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में उछाल देखने को मिल रहा है। सबसे ज्यादा तेजी बिटकॉइन के रेट में देखी जा रही है। बिटकॉइन की दर और एथेरियम की कीमत दोनों आज क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं वृद्धि के साथ कारोबार कर रहे हैं।
Bitcoin Price in india
भारत में आज Bitcoin 1,400,971.42 रुपये प्रति टोकन पर कारोबार कर रहा है। इसमें पिछले एक दिन में 1.47 फीसदी और पिछले एक हफ्ते में 4.69 फीसदी का उछाल देखने को मिला है.
Ethereum Price
Ethereum की कीमत में भी उछाल देखा गया है और यह 105,064.44 रुपये प्रति कॉइन की दर से है। Ethereum में आज 0.4 प्रतिशत की तेजी देखी गई है और पिछले एक दिन में इसमें 2.57 प्रतिशत की तेजी आई है। वहीं, पिछले 7 दिनों में Ethereum की कीमत में 8.38 फीसदी का उछाल आया है.
BNB Price
BNB के रेट में मिलाजुला कारोबार देखा जा रहा है और आज यह 23,993.96 रुपये पर कारोबार कर रहा है। इसमें एक दिन के कारोबार में 1.04 फीसदी का उछाल दिख रहा है, लेकिन पिछले 7 दिनों यानी एक हफ्ते के कारोबार में 2.14 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
क्रिप्टोकरेंसी बाजार क्या हैं
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