कब आएगा क्रिप्टोकरेंसी बिल?
क्रिप्टोक्यूरेंसी बिल को इस साल संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश किए जाने का अनुमान है. इसका उद्देश्य शामिल तकनीक के अनुसार क्रिप्टोकरेंसी को परिभाषित और वर्गीकृत करना है. क्रिप्टोक्यूरेंसी पर एक अंतर-मंत्रालयी पैनल ने हाल ही में सुझाव दिया था कि क्रिप्टोकरेंसी को डिजिटल संपत्ति के रूप में माना जाना चाहिए न कि मुद्रा के रूप में. ऐसी भी अटकलें हैं कि सरकार द्वारा लागू क्रिप्टो सिक्के आदर्श बन सकते हैं.
अल्टकॉइन के प्रकार
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अल्टकॉइन क्या है (altcoin in Hindi)
altcoin in Hindi: बिटकॉइन के अलावा जितने भी कॉइन है, उन्हें alts कॉइन कहते हैं। alts का मतलब alternative कॉइन हैं।बिटकॉइन के अलावा अन्य सभी अल्टरनेटिव कॉइन को अल्टकॉइन कहा जाता है।
Bull Market in Hindi : बुल मार्केट का मतलब है कि खरीदने वालों की संख्या अधिक होने की वजह से प्राइज में बहुत उछाल आता है और यह बिटकॉइन का प्राइस लंबे समय तक धीरे धीरे बढ़ता रहता है तो उसे क्रिप्टो बुल मार्केट कहलाता है। इसमें प्राइस हमेशा बढ़ता है।
बियर मार्केट क्या है (Beer Market in Hindi)
Beer Market in Hindi : बियर मार्केट का मतलब है, कि बेचने वालों की संख्या अधिक होने के वजह से क्रिप्टो कॉइन के प्राइस मूल्य में किसी भी प्रकार का अधिक बढ़ोतरी ना होकर धीरे-धीरे कुछ समय तक मूल्य में गिरावट होना क्रिप्टो बियर मार्केट कहलाता है। इसमें हमेशा प्राइस घटता है। हर एक मार्केट का एक ट्रेंड होता है, जो उनमें से एक बियर मार्केट ट्रेंड भी आता है।
Bitcoin dominance in Hindi: जितने भी कुल क्रिप्टो करेंसी है, मार्केट में उसका अधिकतर भाग बिटकॉइन का है। लेकिन हमें पता नहीं होता है कि कितना क्रिप्टो करेंसी है परंतु हमें यह पता कर सकते हैं कि जितने भी क्रिप्टोकरंसी है उसका अधिकतर भाग कौन सा कॉइन का अधिक हिससा हैं।
बिटकॉइन का डोमिनेंस पता करने के लिए oinmarketcap में जा सकते हैं। बिटकॉइन का अल्टकॉइन के प्रकार डोमिनेंस अगर घटता है तो बिटकॉइन के प्राइस घटता हैं। बिटकॉइन का डोमिनेंस बढ़ता है तो alts coin के प्राइस में गिरावट आती है।
क्रिप्टो स्टैकिंग क्या है (Crypto Stacking in Hindi)
Crypto Stacking in Hindi : क्रिप्टो स्टैकिंग का मतलब है कि किसी अल्टकॉइन के प्रकार निश्चित समय के लिए खरीदे गए कॉइन को फिक्स टाइम पीरियड के लिए जमा करना क्रिप्टो स्टैकिंग कहलाता है यह बैंक में ब्याज देने जैसा है अगर आप क्रिप्टो स्टेकिंग करते हैं तो बदले में आपको क्रिप्टो Rewards प्राप्त होगा किसी निश्चित टाइम पीरियड के बाद इसमें (APY) annual percentage yield मिलता है जोकि 5%, 10%, 50% या इससे अधिक परसेंट ब्याज इंटरेस्ट के हिसाब से मिलता हैं।
Crypto Price Prediction in Hindi : प्राइस प्रिडिक्शन यह भविष्यवाणी जैसी है। जिसमें से यह कोई भी सत्यता नहीं होती कि इसकी मूल्य में बढ़ेगा या घटेगा। यह उसके फंडामेंटल, स्टैटिक्स, अनुभव, कार्य , आदि को देखकर, सोचकर किसी क्रिप्टो करेंसी का प्राइस प्रिडिक्शन किया जाता है यह कोई संस्था या कोई व्यक्ति अपने अनुभव के आधार पर करता है।
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यह बयान ऐसे समय में आया है, जब देश में क्रिप्टोकरेंसी अभी भी अनियंत्रित है. भारत में क्रिप्टोक्यूरेंसी निवेशकों और एक्सचेंजों का एक मजबूत आधार है लेकिन निवेशक अभी भी क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर अंधेरे में हैं.
क्या भारत में गैर कानूनी है क्रिप्टोकरेंसी?
वर्तमान में, बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकरेंसी भारत में कानूनी दायरे से बाहर हैं. हम उन्हें अवैध नहीं कह सकते क्योंकि वे अभी तक देश में किसी भी केंद्रीय प्राधिकरण द्वारा उपयोग के लिए अधिकृत नहीं किया गया है. क्रिप्टोक्यूरेंसी फिलहाल किसी भी दिशा-निर्देश, विनियम या नियम के दायरे से बाहर है. इस वजह से बिटकॉइन (Bitcoin) और अल्टकॉइन (altcoin) लेनदेन जोखिम भरा है क्योंकि इन एक्सचेंजों से उत्पन्न होने वाले विवाद कानूनी रूप से बाध्य नहीं होंगे.
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स?
भारत ने अभी तक क्रिप्टोकुरेंसी लेनदेन पर कोई नियम नहीं बनाए हैं, इसलिए इस पर टैक्स भी नहीं हैं, लेकिन सभी उपक्रमों से पारदर्शिता बरतने के लिए कहा गया है. अप्रैल में, इसी बाबत कंपनी अधिनियम में संशोधन अल्टकॉइन के प्रकार पेश किए गए थे. इस पारदर्शिता के कारण, डिजिटल संपत्ति और उसके लाभ को पूंजीगत संपत्ति के रूप में गिना जा सकता है, जो पूंजीगत लाभ के तहत करों से बंधी है लेकिन कंपनियां अभी तक यह सुनिश्चित नहीं कर पा रही हैं कि इस संबंध में विभिन्न प्रकार के लाभ और आय पर कर गणना कैसे की जाए.
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