Zee Business हिंदी 1 दिन पहले ज़ीबिज़ वेब टीम

Stock Market: नए साल में बाजार से पैसा बनेगा या नहीं? मार्केट एक्सपर्ट से समझिए कमाई के मामले में कैसा रहेगा 2023

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Market Outlook in 2023: ग्लोबल मंदी और छंटनी के बीच नए साल में शेयर बाजार की चाल (Share Markets in 2023) कैसी रह सकती है? बाजार को कौन से फैक्टर्स प्रभावित कर सकते हैं? और निवेशकों के फायदे की खबर कौन सी रहेगी, कहां कमाई होगी? इन सभी सवालों को लेकर Zee Business के मैनेजिंग एडिटर और मार्केट गुरु अनिल सिंघवी ने Kotok MF के सीनियर एक्जिक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट पंकज टिबरेवाल से बात की. 'मार्केट आउटलुक 2023' की इस सीरीज में जानिए नए साल में बाजार को लेकर कौन से फैक्टर्स आपको दिमाग में रखने होंगे. पंकज टिबरेवाल ने बाजार में कमाई को लेकर भी बहुत अहम सलाह दी है. अगर आप बाजार में निवेश करते हैं या फिर करने का मन बना रहे हैं तो आपको ये जरूर जानना चाहिए कि ऐसे माहौल में किन उम्मीदों के साथ निवेश करना चाहिए.

बाजार को लेकर अगले साल का क्या व्यू बन रहा है? (Share Markets Outlook 2023)

अगले साल के आउटलुक को देखें तो 2-3 चीजें देखनी होंगी. वैश्विक स्तर पर ग्रोथ बड़ा चैलेंज रहेगा. ऐसा अनुमान है कि अगले ग्लोबल जीडीपी 2.1-2.3% के बीच बढ़ोतरी दर्ज करेगा. अगर ऐसा रहा तो ऐसी कमजोर वृद्धि दर्ज करने वाला आठवां साल रहेगा. वहीं, अगर महामारी को हटा दिया जाए तो यह कुछ सबसे खराब सालों में होगा.

दूसरा ग्लोबल इंफ्लेशन पीक कर गया है, कार सेल्स गिर गया है, रियल एस्टेट सेल गिरा है और फर्टिलाइजर प्राइसेज इस साल मार्च से करीब 40 फीसदी नीचे आए है. एनर्जी कॉस्ट नीचे आया है. तो इन फैक्टर्स के चलते महंगाई दर पीक पर है औरयहां से इसे नीचे आना चाहिए. दुनिया भर के सेंट्रल बैंक ब्याज दरों में एक और बढ़ोतरी करके पॉलिसी को स्थिर कर सकते हैं.

भारत में आंत्रप्रेन्योर्स के बीच बहुत उत्साह दिख रहा है. सरकार ने भी पिछले दो-तीन सालों में जो कदम उठाए हैं, उसके चलते अच्छे नतीजे दिख रहे हैं. कल के जो महंगाई के आंकड़े आए हैं, उसे देखकर कह सकते हैं कि देश में महंगाई अब नीचे आ रही है. ऐसा लग रहा है कि रूरल में रिकवरी आ रही है. रोजगारी बढ़ रही है और कंजम्प्शन आने वाले सालों में बढ़ सकता है.

नया पैसा लगाने का मौका कब मिलेगा? (Where to invest in 2023?)

मार्केट में टाइमिंग करना बहुत मुश्किल है. पंकज टिबरेवाल ने कहा कि रिस्क रिवॉर्ड में बैलेंस है. अगर किसी के पोर्टफोलियो में इक्विटी ज्यादा है, तो इसे कम करिए. इक्विटी अगर अंडरवेट है तो इसे बराबर वेट में ला सकते हैं. रिटर्न की उम्मीद थोड़ी नरम रखिए, अर्निंग थोड़ी सबड्यूड रह सकती है. आपके लिए सलाह क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? है कि आप इस बाजार में कम वक्त में जल्दी रिटर्न के साथ पैसा न लगाएं, आपको निराशा हाथ लग सकती है. छह-महीने एक साल में प्रॉफिट की उम्मीद से बेहतर है कि आप 4-5 सालों के रिटर्न के लिए निवेश करें.

अस्थिर बाजार में सावधानी के साथ करें निवेश: संजीव बजाज

आपको अपने एसेट एलोकेशन पर टिके रहने की जरूरत है. अगर इक्विटी में तेजी आ रही है, तो आपको कुछ प्रॉफिट बुक करने और उन्हें डेट में डालने की जरूरत है.

  • Sarbajeet K Sen
  • Publish Date - January 19, 2022 / 07:19 PM IST

अस्थिर बाजार में सावधानी के साथ करें निवेश: संजीव बजाज

मुझे लगता है कि लोग ओमीक्रोन के बारे में भ्रमित हैं. वे नहीं जानते कि यह कैसे खत्म होने वाला है. हालांकि, अगर यह कोरोनावायरस का हल्का वैरियंट निकला, तो बाजार आगे बढ़ सकता है, लेकिन अगर यह आक्रामक है, तो बाजार प्रभावित हो सकता है

बजाज कैपिटल के संयुक्त अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक संजीव बजाज (Sanjiv Bajaj ) के मुताबिक, पिछले 18 महीनों में शेयर बाजार में बड़े पैमाने पर तेजी देखी गई है. हालांकि मूल्यांकन अधिक होने के कारण, क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? निवेशकों को अब सावधानी बरतनी चाहिए. इसी के साथ निवेशकों को मुख्य रूप से ब्लू-चिप कंपनियों में निवेश करना चाहिए. न्‍यूज9 की मार्केट मावेरिक्स श्रृंखला में बात करते हुए संजीव बजाज ने निवेशकों को निश्चित वित्तीय लक्ष्य रखने और उसके अनुसार परिसंपत्ति आवंटन बनाए रखने की सलाह दी. यहां देखिए साक्षात्कार का संपादित अंश –

सवाल – कई महीनों के शानदार प्रदर्शन के बाद हाल के दिनों में शेयर बाजारों में काफी उतार-चढ़ाव रहा है. ऐसे में निवेशकों को मौजूदा बाजार में अपनी स्थिति कैसे बनानी चाहिए?

संजीव – मुझे लगता है कि बाजार में अस्थिरता जारी रहने वाली है. यह एक ऐसा समय है जब आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत है. यह मूल्य और उच्च गुणवत्ता वाले शेयरों के लिए अच्‍छा समय है. आपको ब्लू-चिप स्टॉक या वैल्यू फंड को देखना चाहिए जहां कुछ मात्रा में मूल्य हो. कुछ स्टॉक ऐसे हो सकते हैं जिनका मूल्यांकन अधिक हो गया है और तरलता के प्रवाह के साथ कुछ सुधार देखने को मिल सकता है. यह समय पिछले 18 महीनों की तरह नहीं है, जब आपने जो भी म्यूचुअल फंड चुना होगा, उसने अच्छा प्रदर्शन किया होगा. अब, आपको अपने पोर्टफोलियो चयन और अपने पैसे के आवंटन से सावधान रहना होगा.

सवाल – आपको क्या लगता है कि मौजूदा COVID-19 लहर का निवेश के परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है?

संजीव – COVID-19 की स्थिति को पहले ही शामिल कर लिया गया है. मुझे लगता है कि लोग ओमीक्रोन के बारे में भ्रमित हैं. वे नहीं जानते कि यह कैसे खत्म होने वाला है. हालांकि, अगर यह कोरोनावायरस का हल्का वैरियंट निकला, तो बाजार आगे बढ़ सकता है, लेकिन अगर यह आक्रामक है, तो बाजार प्रभावित हो सकता है. जब भी लॉकडाउन होता है तो नुकसान होता है, लेकिन कुल मिलाकर हम बहुत मजबूत जगह पर हैं. इसलिए, अगर हम लंबे समय तक बाजार में बने रहना चाहते हैं, जो मेरे लिए तीन से 10 साल है, तो आपको इन चीजों के बारे में परेशान होने की जरूरत नहीं है. आपको बस शुरुआत करने और इंतजार करना बंद करने की जरूरत है.

सवाल – आपने कहा कि निवेशकों को इस समय सतर्क रहने की जरूरत है. अब लोन क्या भूमिका निभाएगा और परिसंपत्ति आवंटन कितना महत्वपूर्ण है?

संजीव – हमें जिस चीज से सावधान रहने की जरूरत है, वह है छोटे, कमजोर स्टॉक जो ऊपर गए हैं. ये कंपनियां उस वैल्यूएशन के लायक नहीं हैं, जिसमें वे हैं. बाजार हमेशा सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ को प्रीमियम देगा, लेकिन जब कमजोर कंपनियों को भी प्रीमियम मिलना शुरू हो जाता है, तो सावधान रहने की जरूरत है. इस स्थिति में, आपको ब्लू-चिप स्टॉक और वैल्यू स्टॉक के साथ जाना चाहिए.

साथ ही, यह वह समय है जब आपको अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करने की जरूरत है, अधिमानतः एक सलाहकार के साथ, आप किस प्रकार के म्यूचुअल फंड और स्टॉक धारण कर रहे हैं और जोखिम-वापसी अनुपात का आंकलन करने के लिए, कुछ छोटे शेयरों के लिए जोखिम-वापसी अनुपात का कोई मतलब नही है. जहां नीचे जाने का जोखिम बहुत अधिक है और कीमत बढ़ने की संभावना न्यूनतम है. ऐसे में आपको सावधानी बरतने की जरूरत है.

दूसरे, आपको अपने एसेट एलोकेशन पर टिके रहने की जरूरत है. अगर इक्विटी में तेजी आ रही है, तो आपको कुछ प्रॉफिट बुक करने और उन्हें डेट में डालने की जरूरत है. आप अपना एसेट एलोकेशन आधार, अपने लक्ष्य और जोखिम जो आप उठा सकते हैं, बनाते हैं. एक लक्ष्य जरूर रखें क्योंकि बिना लक्ष्य के निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. अधिकांश निवेशकों को अच्छा रिटर्न नहीं मिलता है क्योंकि वे गलत समय पर प्रवेश करते हैं या गलत समय पर बाहर निकलते हैं.

सवाल – वर्तमान में सोने की क्या भूमिका है और कितना निवेश करना चाहिए?

संजीव – लंबे समय में सोना आपको चार-पांच फीसदी रिटर्न देगा. आप सोने में कुछ आवंटन कर सकते हैं, शायद अधिकतम पांच प्रतिशत. कई बार ऐसा भी हो सकता है कि सोना आपको 20-30 फीसदी का रिटर्न दे, लेकिन लंबे समय में यह औसत से घटकर पांच फीसदी रह जाएगा.

सवाल – आप बचत के वित्तीयकरण को कैसे देख रहे हैं? क्या आप यह महसूस कर रहे हैं कि अधिक लोग वित्तीय साधनों में निवेश कर रहे हैं और नए निवेशकों के लिए आपकी क्या सलाह है?

संजीव – पूंजी बाजार में आने वाले नए लोगों की संख्या अभूतपूर्व है. हम में से अधिकांश लोग रैली के अंतिम चरण में प्रवेश करते हैं जब बाजार बहुत ऊपर चला जाता है और यदि बाजार सही होने लगते हैं, तो हम घबरा जाते हैं और पैसा खो देते हैं. हमें लगता है कि ऐसा करना सही नहीं है. अगर आप बाजार में हैं, तो कृपया 10-15 साल के लिए रुकें. जब तक आपको बाजारों का ज्ञान न हो तब तक सीधे व्यापार करने का प्रयास न करें. जैसा कि मैंने पहले कहा, रिलायंस, एचयूएल, आईटीसी जैसी उच्च-गुणवत्ता वाली कंपनियों में निवेश करना सबसे अच्‍छा है. यह एक साधारण खेल है.

ये कंपनियां हर साल 10-20 फीसदी की दर से बढ़ेंगी और साथ ही साथ आपका पैसा भी बढ़ेगा. दूसरे, रिटेल निवेशकों को म्यूचुअल फंड, पीएमएस या एआईएफ के माध्यम से जाना चुनना चाहिए. फंड मैनेजर को काम करने दें. फंड मैनेजर का भविष्य और आपके रिटर्न आपस में जुड़े हुए हैं. ये कुछ सबसे चतुर लोग हैं और स्टार फंड मैनेजर बनने के लिए अपना क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? 200 प्रतिशत लगा देंगे. निवेश स्वयं करें (DIY) खेल नहीं है. आपको एक सलाहकार की जरूरत है जो आपको गलतियां करने से रोके. निवेश बनाए रखें क्योंकि लंबे समय में बहुत सारा पैसा बनाना है.

(ये लेख केवल जानकारी के लिए है. पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने विवेक से निवेश करें.)

जल्द रिटायर हो रहे हैं, तो एन्युटी प्लान खरीदना है जरूरी, जानिए सही समय क्या है?, क्या हैं फायदे

एन्युटी प्लान (योजनाएं) आपकी वित्तीय ज़रूरत को पूरा करने में मदद करने के लिए ही डिज़ाइन किए गए हैं। भारत में कई ऐसे एन्युटी प्लान हैं, जो व्यक्ति को आजाीवन आय प्रदान करते हैं।

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आप 45 या 50 की उम्र में भी एन्युटी प्लान खरीद सकते हैं।

Highlights निवेशित पूंजी को लंबे समय तक सुरक्षित रखती हैं और आपको नियमित आय प्रदान करती हैं। कुछ लोग 60 वर्ष के पश्चात सेवानिवृत होने की योजना बनाते है को कुछ 40 वर्ष की आयु में ही सेवानिवृत हो जाते है। आप 45 या 50 की उम्र में भी एन्युटी प्लान खरीद सकते हैं।

जब आप अपनी सभी पेशेवर जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाते हैं तो आप स्वयं के लिए भी कुछ वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करते है। हालांकि, सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य होता है सेवानिवृति के बाद अपने लिए एक निश्चित आय का स्त्रोत तैयार करना।

भले ही आप अपनी सेवानिवृत्ति की आयु के करीब आ रहे हों या नहीं, आय के एक स्थिर स्रोत को सुरक्षित करना बहुत अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। ऐसा करने पर आप चिंतामुक्त होकर पूर्ण वित्तीय स्वतंत्रता के साथ अपनी वर्तमान जीवन शैली का आनंद ले पाएंगे। एन्युटी प्लान (योजनाएं) आपकी वित्तीय ज़रूरत को पूरा करने में मदद करने के लिए ही डिज़ाइन किए गए हैं।

इनकी सहायता से आप सेवानिवृति की राशि के खत्म होने की चिंता करे बिना एक अच्छा जीवनयापन कर पाएंगे। अब प्रश्न यह उठता है कि एन्युटी प्लान क्या हैं और इनमे निवेश करने का सही समय क्या होता है? इन सभी सवालों के जवाब जानने के लिए पढ़िए पूरा लेख।

एन्युटी प्लान क्या हैं?

एन्युटी का आशय होता है नियमित भुगतान, उदाहरण के लिए हर वर्ष एक लाख रुपए प्राप्त करना। हालांकि एन्युटी का शाब्दिक अर्थ वाषिर्क भगुतान होता है लेकिन पेंशन के संदर्भ में इसका मतलब नियमित भुगतान का कोई तरीका होता है। इस प्रकार, एक एन्युटी सेवानिवृत्ति के बाद आपके लिए आय का क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? एक निश्चित स्त्रोत बनती है एवं नकदी की आवश्यकताओं को भी पूर्ण करने में सहायक होता है।

भारत में कई ऐसे एन्युटी प्लान हैं, जो व्यक्ति को आजाीवन आय प्रदान करते हैं। ये दीर्घकालिक सुरक्षित निवेश योजनाएं हैं जो आपकी निवेशित पूंजी को लंबे समय तक सुरक्षित रखती हैं और आपको नियमित आय प्रदान करती हैं।कई आजीवन एन्यूटी प्लान आपकी मृत्यु पर खरीद मूल्य की वापसी के विकल्प के साथ आपकी विरासत अगली पीढ़ी को प्रदान करने में भी सहायता करते हैं।

एन्युटी प्लान शुरू करने का सही समय

सेवानिवृति की कोई निश्चित आयु नहीं होती है, कुछ लोग 60 वर्ष के पश्चात सेवानिवृत होने की योजना बनाते है को कुछ 40 वर्ष की आयु में ही सेवानिवृत हो जाते है। आदर्श रूप से एक व्यक्ति को एन्युटी की योजना इस प्रकार बनानी चाहिए कि एक नियमित राशि आपकी पूर्व-सेवानिवृत्ति आय के एक बड़े हिस्से की जगह ले लें।

आप इसे निम्नलिखित दो तरीकों से सुनिश्चित कर सकते हैं:

विलंबित (डिफर्ड) एन्युटी प्लान में एक बड़ी धनराशि निवेश करेंः ज्यादा प्रतिफल देने वाले निवेश का उपयोग करके अपने कोष का निर्माण करें और फिर तत्काल(इमिडियेट) एन्युटी योजनाओं का उपयोग करें। अधिकांश एन्युटी प्लान आपको 40 वर्ष की आयु में निवेश शुरू करने की अनुमति देते हैं।

इस प्रकार, यदि आप सीधे एन्युटी प्लान में निवेश करना चाहते हैं तो 40 वर्ष वह न्यूनतम आयु है जब आप निवेश प्रारंभ कर सकते है। एन्युटी प्लान को अब तक के सबसे सुरक्षित निवेशों में से एक माना जाता हैं। यद्यपि इसमे प्रतिफल की दर कम होती है।

इसलिए, यदि आप अपनी आय में वृद्धि के बारे में विचार कर रहे है तो एन्युटी योजनाओँ में सीधे निवेश करना सबसे अच्छा निवेश निर्णय नहीं हो सकता है। फिर भी, आप अपने अप्रत्याशित लाभ को विलंबित( डिफर्ड) एन्युटी प्लान में निवेश क्या अब आपको करना चाहिए निवेश? कर सकते हैं और यदि आपको इसकी आवश्यकता नहीं है तो एन्युटी आय का पुनर्निवेश भी कर सकते हैं।

इस तरह आप अपनी पूंजी को सुरक्षित रख सकते हैं।अगर आप एन्युटी से तुरंत आय प्राप्त करने की इच्छा रखते है तो इसके लिए आप तुरंत (इमिडियेट) एन्युटी प्लान का विकल्प चुन सकते है। अगर आप एक निश्चित अवधि के बाद या अपनी सेवानिवृिति के बाद लगातार पेंशन प्राप्त करना चाहते हैं, आप एन्युटी के अन्य विकल्पों में से 'विलंबित (डिफर्ड) एन्युटी प्लान' का चयन कर सकते है। आप 45 या 50 की उम्र में भी एन्युटी प्लान खरीद सकते हैं।

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

आप एन्युटी में कितना निवेश करना चाहते है यह आपकी आर्थिक स्थिति पर निर्भर करता है। आप एन्युटी में कितना निवेश कर सकते है इसकी कोई सीमा निर्धारित नहीं होती है। आप अपनी इच्छानुसार राशि का चयन कर सकते है। विलंबित (डिफर्ड) एवं तुरंत (इमीडियट) एन्युटी दोनों में से किसी का भी चयन करते निम्नलिखित बातों पर विशेष ध्यान देना चाहिए -

आपकी वास्तविक आर्थिक आवश्यकताएं क्या है?

आपके दीर्घकालीन आर्थिक लक्ष्य क्या है ?

आपकी वर्तमान बचत कितनी है एवं निवेश सूची में आपकी प्राथमिकताएं क्या-क्या है ?

महंगाई का प्रभाव क्या होगा ?

इस एक उदाहरण माध्यम से भी समझा जा सकता है, यदि 60 साल की उम्र में, 30,000 रूपएं आपके महीने भर के खर्चों के लिए पर्याप्त है, तो जब तक आप 80 वर्ष के होंगे तो आपको औसत महंगाई की दर 7 प्रतिशत को ध्यान में रखते हुए जीवन जीने के लिए प्रति माह कम से कम 1,16,090 रूपएं की आवश्यकता होगी। इसलिए एन्युटी योजनाओँ में निवेश करते समय इन सभी बिंदुओँ पर विचार अवश्य करें।

Post Office के इस स्कीम में अब कम समय में ही हो जाएंगे पैसे डबल

Post Office KVP Scheme, Kisan Vikas Patra

पोस्ट ऑफिस की एक योजना में निवेश का पैसा डबल हो जाता है

पैसे डबल करने वाली योजनाओं पर सरकार ने मैच्योरिटी अवधि को कम कर दिया है

पोस्ट ऑफिस (Post Office) की सारी निवेश योजना सुरक्षित होती है. यहां निवेश (Investment) किये गए पैसों पर गारंटी रिटर्न मिलती है.ये सरकार द्वारा संरक्षित है इसलिए इसमें पैसे डूबने की किसी तरह की गुंजाइश नहीं है. पोस्ट ऑफिस के योजनाओं में कई ऐसी योजनाएं है जिसमें बड़ा रिटर्न मिलता है. इसमें एक ऐसी भी योजना है जिसमें पैसे डबल हो जाते हैं.ये पोस्ट ऑफिस की सुपरहिट स्कीम है.इस योजना का नाम किसान विकास पत्र (KVP).

किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस की 9 स्मॉल सेविंग अकाउंट स्किम में से एक है. इस योजना में निवेश किया गया पैसा हमेशा सुरक्षित रहता है. इसमें निवेश किये पैसों पर रिटर्न की गारंटी दी जाती है. क्योंकि, इस योजना में ब्याज की दर और अवधि पहले ही तय की जाती है. इस योजना को 10 साल तक के उम्र के बच्चों के लिए भी है.साथ ही ज्वाइट तरीके से भी खोला जा सकता है. किसान विकास पत्र स्कीम में आप न्यूनतम 1 हजार रुपये निवेश कर सकते हैं, और अधिकतम रकम तय नहीं है.वहीं, निवेश के पैसे एक निश्चित अवधि के बाद डबल हो जाते हैं.

आपको बता दें, किसान विकास पत्र की योजना के ब्याज पर सरकार हर तिमाही समीक्षा करती है. जिसमें ब्याज दरों में बदलाव भी किया जाता है. हाल ही में सरकार ने इसकी ब्याज दर में समीक्षा कर मैच्योरिटी की टाइम को कम कर दिया है. पहले इस स्कीम की मैच्योरिटी 124 महीने में होती थी. लेकिन अब इसकी अवधि 123 महीने कर दी गई है.यानी आपका पैसा 10 साल 3 महीने में डबल हो जाएगा. इसके अलावा किसान विकास पत्र (KVP) पर ब्याज दर 6.9 से बढ़कर 7.0 फीसदी हो गई है.

कैसे करें KVP निवेश

आपको निवेश करने के लिए डाकघर या बैंक से फॉर्म A लेना पड़ेगा या आप इस फॉर्म को ऑनलाइन भी डाउनलोड कर सकते हैं. KVP प्रमाण पत्र को खरीदने के लिए आपको फॉर्म को भर के बैंक या डाकघर में जमा करना होगा. यदि आप किसी एजेंट के माध्यम से निवेश कर रहे हैं तो आपका फॉर्म A1 एजेंट द्वारा भरा जाएगा. केवाईसी (KYC) प्रक्रिया के लिए आपको आईडी प्रूफ कॉपी (पैन, आधार, वोटर आईडी, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस) जमा करना होगा. एक बार सत्यापन पूरा हो जाने और भुगतान हो जाने के बाद आपको प्रमाण पत्र दिया जाएगा. इस प्रमाण पत्र की आपको मैच्योरिटी के समय जरूरत होगी.आपको बता दें KVP (Kisan Vikas Patra Yojana) मे निवेश धारा 80C कटौती के तहत नहीं आता है.इसका पूरा ब्याज टैक्स योग्य होता है.

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