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क्रिप्टोक्यूरेंसी क्या है और यह कैसे काम करती है? | cryptocurrency in hindi meaning ✅✅✅

क्रिप्टो करेंसी का नाम आप लोगों ने कहीं ना कहीं सुना ही होगा आज पूरी दुनिया क्रिप्टो के पीछे भाग रही है तो आखिर क्रिप्टो करेंसी क्या है?(What Is Cryptocurrency in hindi) यह कैसे काम करती है और इसका उपयोग क्या है ऐसे तमाम सवालों के जवाब हम आसान भाषा में बताने जा रहे हैं।

क्रिप्टो करेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi meaning)

क्रिप्टो करेंसी एक कोडिंग डाटा है जो एक करेंसी की तरह काम करती है इसको और आसान भाषा में समझे तो क्रिप्टो करेंसी डिजिटल करेंसी है यह पूरी तरह से ऑनलाइन ही उपलब्ध है इसे आप फिजिकली लेन-देन नहीं कर सकते यानी आप इसे अपने हाथ से नहीं छू सकते और ना ही अपने पॉकेट में रख सकते हैं यह केवल मोबाइल लैपटॉप और कंप्यूटर के एक डिजिटल वायलेट के द्वारा दूसरे डिजिटल वॉलेट में ट्रांसफर किया जाता है।

हर देश की अपनी एक करेंसी होती है जैसे भारत की करेंसी रुपया,अमेरिका की करेंसी डॉलर और चीन की करेंसी युआन ऐसे अनेक देशों की करेंसी है जो अपने देशों में उपयोग में लाए जाते हैं और उन पर उन देशों की सरकारों का कंट्रोल होता है लेकिन क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं है क्रिप्टो करेंसी पूरी दुनिया में इस्तमाल किया जाता है और इस पर किसी देश की सरकार,बोर्ड,एजेंसी और किसी व्यक्ति का कोई कण्ट्रोल नहीं होता है।

Cryptocurrency कैसे काम करती है?

क्रिप्टो करेंसी विकेंद्रीकृत करेंसी है दो ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर काम करती है और इसको क्रिप्टोग्राफी द्वारा सुरक्षित रखा जाता है। ब्लॉकचेन एक तरह का डिजिटल लेजर है।

जब क्रिप्टो करेंसी को खरीदा बेचा या ट्रांसफर किया जाता है तो इसका हिसाब किताब एक डिजिटल लेजर में सेव कर लिया जाता है इस डिज़िटल लेजर को पब्लीक लेजर भी कहा जा सकता है क्योकि इसको एक व्यक्ति मैनेज नहीं करता बल्कि इसको बहुत सारे लोग कंप्यूटर के द्वारा मैनेज करते हैं और इन लोगो के नेटवर्क को Peer to Peer नेटवर्क कहा जाता है यानि Person to Person नेटवर्क।

यह नेटवर्क Blockchain Technology के द्वारा काम करता है और यह Technology एक कंप्यूटर में नहीं रहता है बल्कि बहुत सारे कम्प्यूटर्स में मावजूद रहता है। अगर एक व्यक्ति इसको मैनेज करता तो इसमें कुछ भी चेंज कर सकता है लेकिन इसको कई सारे लोग Blockchain Technology माध्यम से कंप्यूटर द्वारा निगरानी करते है जिससे कोई भी व्यक्ति इसमें छेड़छाड़ करता है तो सारे कंप्यूटर से मिसमैच हो जाता है और वह व्यक्ति पकड़ा जाता है।

जो लोग इस डिजिटल लेजर को मैनेज करने की रिस्पांसिबिलिटी उठाते हैं उन्हें Miner कहा जाता है और इसको मेंटेन करने की प्रक्रिया को Mining कहा जाता है। यह किसी को बैठकर नहीं करना होता है यह सब ऑटोमेटिकअली सिस्टम जेनरेटेड होता है लेकिन इसको करने के लिए स्पेशल सॉफ्टवेयर और पावरफूल कंप्यूटर लगते है और इस प्रोसेस में यानि माइनिंग जो पैसा और समय लगता है उसके बदले माइनर्स Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? को उसी करेंसी के बदले कुछ रिवॉर्ड दिए जाते है।

लेकिन आपके मन में ऐसे सवाल जरूर आ रहे होंगे कि इस डिजिटल लेजर को बहुत सारे लोग मेंटेन करते हैं तो आपका पैसा जो क्रिप्टो करेंसी में लगा है वह सबको पता चल चलेगा कि कितना पैसा हमने क्रिप्टोकरंसी में लगाया है लेकिन ऐसा नहीं है यहां पर Cryptography नामक टेक्नोलॉजी के माध्यम से सब कुछ कोडेड है यानी यहां पर आपका नाम आपका नाम नहीं है बल्कि वह एक कोड द्वारा अंकित किया गया है जिससे आपके प्राइवेसी में कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता।

आज पूरी दुनिया में हजारों क्रिप्टोकरेंसी हैं। कुछ सबसे प्रसिद्ध क्रिप्टोकरेंसी :

बिटकॉइन पहली क्रिप्टोकरेंसी थी जिसे 2009 बनाया गया था और अभी भी सबसे अधिक कारोबार किया जाता है। इस करेंसी को सातोशी नाकामोतो द्वारा विकसित की गई थी - इनके नाम को लेकर संदेह है।

इस करेंसी को 2015 में विकसितकिया गया , एथेरियम एक ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म है जिसकी अपनी क्रिप्टोकरेंसी है, जिसे ईथर (ईटीएच) या एथेरियम कहा जाता है। यह बिटकॉइन के बाद सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है।

यह मुद्रा बिटकॉइन के समान है लेकिन नए नवाचारों को विकसित करने के लिए और अधिक तेज़ी से आगे बढ़ी है, जिसमें तेज़ भुगतान और अधिक लेनदेन की अनुमति देने की प्रक्रिया शामिल है।

रिपल एक वितरित खाता प्रणाली है जिसे 2012 में स्थापित किया गया था। वेव का उपयोग विभिन्न प्रकार के लेनदेन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है, न कि केवल क्रिप्टोकुरेंसी। इसके पीछे कंपनी ने विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों के साथ काम किया है।

क्या आपको Cryptocurrency में निवेश करना चाहिए?

क्रिप्टोकरेंसी में डील करने के कई फायदे हैं, और नुकसान भी काफी हैं। यहां शीर्ष तीन कारण दिए गए हैं जो क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष और विपक्ष में काम करते हैं।

CryptoCurrency के फायदे

आइए अब जानते हैं कुछ क्रिप्टो करेंसी के फायदों के बारे में :-

  • क्रिप्टोकरेंसी में धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम है।
  • अगर हम क्रिप्टोकरेंसी की बात करें तो ये सामान्य डिजिटल पेमेंट से ज्यादा सुरक्षित हैं।
  • अन्य भुगतान विकल्पों की बात करें तो लेनदेन शुल्क भी बहुत कम है।
  • इसमें खाते बहुत सुरक्षित हैं क्योंकि यह विभिन्न प्रकार के क्रिप्टोग्राफी एल्गोरिदम का उपयोग करता है।

Cryptocurrency के नुकसान

आइए अब जानते हैं कुछ क्रिप्टो करेंसी के नुकसान के बारे में :-

  • क्रिप्टोक्यूरेंसी में, एक बार लेनदेन पूरा हो जाने के बाद, इसे उलटना असंभव है क्योंकि ऐसा कोई विकल्प नहीं है।
  • यदि आपका वॉलेट आईडी खो जाता है तो यह हमेशा के लिए खो जाता है क्योंकि इसे पुनर्प्राप्त करना संभव नहीं है। ऐसे में आपके बटुए में जो भी पैसा है वह हमेशा के लिए खो जाता है।

भारत में क्रिप्टो करेंसी

2022 के केंद्रीय बजट की घोषणा तक, भारत में क्रिप्टोकुरेंसी का भाग्य काफी हद तक अनिश्चित था।

बजट में, भारतीय वित्त मंत्री ने आभासी डिजिटल संपत्ति के हस्तांतरण पर 30% tax की घोषणा की है , जिसमें क्रिप्टोकरेंसी भी शामिल है, इसको शुरू में क्रिप्टोकरेंसी के समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। इससे यह बहस छिड़ गई कि क्रिप्टोकरेंसी पर tax से पता चलता है कि सरकार ने इसे मुद्रा के वैध रूप में मान्यता दी है।

हालांकि, यह सच नहीं है लेकिन ऐसी अटकलें लगाई गई हैं कि private क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध आरबीआई की अपनी आधिकारिक डिजिटल मुद्रा के लॉन्च के बाद होगा। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने फरवरी 2022 में इस संबंध में खुलकर कहा, कि भारत के लिए क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाना उचित है। क्या यह 2018 में क्रिप्टोकरेंसी पर सरकार के प्रतिबंध के समान होगा (जिसे 2020 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पलट दिया गया था) देखा जाना बाकी है।

मुझे आशा है Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? की क्रिप्टो करेंसी क्या है cryptocurrency in hindi meaning इसको हम आसान भाषा में बताने सफल हुए होंगे अगर आप को इससे कुछ सीखने को मिला होगा आप इसे share और comment जरूर करें।

कैसे काम करते हैं Cryptocurrency Wallets, समझिए क्या है और कितने तरह के होते हैं?

Cryptocurrency wallets- अगर आपके मन में भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का ख्याल आया है तो पहले समझिए क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट क्या होता है.

  • शुभम् शुक्ला
  • Publish Date - April 21, 2021 / 08:09 PM IST

कैसे काम करते हैं Cryptocurrency Wallets, समझिए क्या है और कितने तरह के होते हैं?

Cryptocurrency: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के क्रिप्टोकरेंसी पेमेंट पर बैन हटाने के बाद भारत में क्रिप्टोकरेंसी का काफी क्रेज बड़ गया है. लेकिन, क्रिप्टोकरेंसी को रखने वाले वॉलेट के बारे में कम ही लोग जानते हैं. अगर आपके मन में भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का ख्याल आया है तो पहले समझिए क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट (Cryptocurrency Wallets) क्या होता है.

Cryptocurrency एक डिजिटल करेंसी होती है, जो ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित है. इस करेंसी में कोडिंग तकनीक का इस्तेमाल होता है. इस तकनीक से करेंसी ट्रांजैक्शन का पूरा लेखा-जोखा होता है, इसे हैक करना बहुत मुश्किल है. लेकिन, क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल को देश का केंद्रीय बैंक रेगुलेट नहीं करता है, जो कि इसकी सबसे बड़ी खामी है.

अब जानते हैं क्या है क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट?
जैसा नाम से पता चलता है. इस वॉलेट (Cryptocurrency wallets) में क्रिप्टो एसेट्स और टोकन स्टोर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. वॉलेट आपके फोन पर एक अलग डिवाइस या एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की तरह हो सकता है. वहीं, ब्लॉकचैन तकनीक इसे सुरक्षित रखने में मदद करती है. Cryptocurrency को भेजने और रिसीव करने की सुविधा भी देता है.

कितने तरह के होते हैं वॉलेट?
Cryptocurrency Wallets को खास तौर पर हॉट एंड कोल्ड वॉलेट (Hot and Cold Wallets) में कैटेगरीज किया जा सकता है. हॉट वॉलेट इंटरनेट से जुड़े होते हैं और इन्हें कभी भी एक्सेस किया जा सकता है. इनमें ऑनलाइन क्लाउड वॉलेट, मोबाइल वॉलेट, सॉफ्टवेयर वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज शामिल हैं. कोल्ड वॉलेट इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होते हैं और आपको अपने क्रिप्टो ऑफलाइन स्टोर करने होते हैं. कोल्ड वॉलेट में हार्डवेयर और पेपर वॉलेट शामिल हैं.

Hardware Wallets: एक हार्डवेयर वॉलेट क्रिप्टो स्टोर करते समय सुरक्षा और सुविधा के बीच बैलेंस बनाने में मदद करता है. हार्डवेयर वॉलेट को आपकी प्राइवेट की (Private Key) को स्टोर करने के ऑनलाइन तरीकों से बचाने के लिए डिज़ाइन किया Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? गया है, जैसे कि कंप्यूटर और फोन पर, जिसे हैकर से एक्सेस किया जा सकता है. आपकी प्राइवेट-की डिवाइस को कभी नहीं छोड़ती है, इसलिए इसे हैक नहीं किया जा सकता है. अगर आपका हार्डवेयर वॉलेट खो जाता है या टूट जाता है, तो आप अपने बिटकॉइन को एक नए डिवाइस से एक्सेस कर सकते हैं जब तक कि आप अपने रिकवरी सीड वर्ड्स को नहीं जानते हैं.

Paper Wallets: पेपर वॉलेट्स को पेपर की प्रिंटेड शीट पर स्टोर किया जाता है और यह सबसे सुरक्षित ऑप्शन में से एक है. Cryptocurrency को प्राइवेट की दर्ज करके या कागज पर QR कोड को स्कैन करके मूव किया जा सकता है. कंप्यूटर या मोबाइल पर सेव नहीं होने के वजह से उन्हें डिजिटल रूप से हैक या चोरी नहीं किया Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? जा सकता है. आपको किसी थर्ड पार्टी सर्वर पर निर्भर होने की भी जरूरत नहीं है. यूजर अपने फोन का इस्तेमाल करके अपने पेपर वॉलेट या सीड वर्ड्स की तस्वीर कभी नहीं लेनी चाहिए.

वॉलेट में क्रिप्टो को कब होल्ड करना चाहिए?
कोल्ड वॉलेट आपकी Cryptocurrency को स्टोर करने का सबसे सुरक्षित तरीका है. वे ऑनलाइन वायरस और हैकर्स से बचाने में मदद करता हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपने डेटा को स्टोर करने के लिए किसी थर्ड पार्टी पर निर्भर नहीं हैं.

रिस्क क्या है?
ऑनलाइन अटैक या स्कैम के लिए ऑनलाइन या वेब वॉलेट सबसे ज्यादा रिस्की होते हैं. अगर आप क्रिप्टो एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि आप अपनी एसेट्स के साथ उन पर भरोसा कर सकते हैं.

क्रिप्टो करेंसी क्या है पैसे कैसे कमाए | Crypto Currency Kya Hai

CryptoCurrency Kya Hai In Hindi: इंटरनेट के माध्यम से आपने क्रिप्टोकरेंसी के बारे में तो आपने सुना ही होगा. पर क्या आप जानते हैं Cryptocurrency क्या है और काम कैसे करती है, क्रिप्टोकरेंसी का अबिष्कार कब हुआ, क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे करें, क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमाए, क्रिप्टोकरेंसी के फायदे व नुकसान क्या हैं तथा भारत में क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य क्या होगा.

अगर आपके मन में भी क्रिप्टोकरेंसी को लेकर इसी प्रकार के सवाल आते रहते हैं तो आज के इस लेख के द्वारा हम आपके सवालों का जवाब देने की कोशिस करेंगे.

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है जिसे हम छु नहीं सकते हैं, अपने पास नहीं रख सकते या फिर बैंक या तिजोरियों में छुपा नहीं सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी को हम अपने डिजिटल Wallet में रख सकते हैं और ऑनलाइन Transaction के साथ – साथ क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग भी कर सकते हैं .

कई विशेषज्ञ कहते Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? हैं कि क्रिप्टोकरेंसी को भविष्य में स्थाई तौर पर उपयोग में लाया जाएगा, और कई कहते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी का कोई भविष्य नहीं है. इसी कारण से दुनिया के कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी को illegal माना जाता है तो कई सारे देशों में क्रिप्टोकरेंसी को Legal कर दिया गया है. भारत भी उन्हीं देशों की सूची में है जहाँ क्रिप्टोकरेंसी लीगल है.

क्रिप्टो करेंसी क्या है कैसे काम करती है हिंदी में (CryptoCurrency Kya Hai In Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी के बारे में विस्तृत जानकरी प्राप्त करने के लिए इस लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें. तो चलिए शुरू करते हैं बिना किसी देरी के आज के इस लेख – क्रिप्टो करेंसी क्या है इन हिंदी.

करेंसी क्या है (What is Currency in Hindi)

करेंसी एक ऐसी धन – प्रणाली होती है जिसे किसी देश के द्वारा मान्यता प्राप्त होती है और उसकी कोई Value होती है. करेंसी को उस देश के लोगों द्वारा धन के रूप में प्रयोग किया जाता है, लोग करेंसी के इस्तेमाल से वस्तुएं खरीद सकते हैं.

Currency को हिंदी में मुद्रा कहा जाता है. आजकल लगभग सभी देशों के पास खुद की करेंसी होती है जैसे भारत की करेंसी रुपया है और अमेरिका की डॉलर इसी प्रकार अन्य देशों की भी अलग – अलग करेंसी होती है.

करेंसी को कागज़ या धातु के टुकड़ों (सिक्कों) पर प्रिंट किया जाता है. करेंसी भौतिक रूप में होती है, मतलब कि हम इसे छु सकते हैं, अपने पास रख सकते हैं. इसलिए Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? करेंसी को फिजिकल करेंसी भी कहते हैं. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी इससे बहुत अलग है.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है (Cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी होती है जो कंप्यूटर के अल्गोरिथम पर बनी होती है. यह एक डिजिटल asset है जिसके द्वारा ऑनलाइन चीजों की खरीददारी का काम कर सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी एक स्वतंत्र मुद्रा है, Decentralized होने के कारण इसका मालिक कोई नहीं है और न ही दुनिया के किसी भी देश के सरकार का अधिकार क्रिप्टोकरेंसी में है.

क्रिप्टोकरेंसी Peer to Peer इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम के रूप में कार्य करती है जिसके द्वारा हम इंटरनेट के माध्यम से Service या Good को खरीदते हैं. क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करने के लिए किसी बैंक या सरकार की अनुमति की आवश्यकता नहीं होती है.

Digital Form में होने के कारण क्रिप्टोकरेंसी को छु नहीं सकते हैं और ना ही हम इसे भौतिक रूप में अपने पास रख सकते हैं. क्रिप्टोकरेंसी के द्वारा लोग ऑनलाइन खरीदकारी करने के साथ – साथ क्रिप्टो में ट्रेड करने का काम सकते हैं.

तकनीकी रूप से कहें तो क्रिप्टोकरेंसी Blockchain Technology पर आधारित एक वर्चुअल करेंसी है जो कि Cryptography के द्वारा सुरक्षित है. Cryptocurrency को Digital Currency, Virtual Currency या Electronic Currency के नामों से भी जाना जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास (History of Cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी की शुरुवात 2009 में हुई थी जिसका नाम बिटकॉइन था. जापान के इंजिनियर सतोषी नाकमोतो ने बिटकॉइन को बनाया था. शुरुवात में यह इतना ज्यादा Popular नहीं था, लेकिन धीरे – धीरे क्रिप्टोकरेंसी के रेट बहुत अधिक बढ़ने लगे और देखते ही देखते क्रिप्टोकरेंसी बहुत अधिक महंगी हो गयी जिसके बाद से लोगों का ध्यान क्रिप्टोकरेंसी पर गया और लोग इसमें निवेश करने लगे.

2009 में क्रिप्टोकरेंसी की Value 1 रूपये थी लेकिन आज 45 लाख 1 बिटकॉइन की Value है. शुरुवात में क्रिप्टोकरेंसी को illegal कर दिया था लेकिन धीरे – धीरे क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता को देखकर कुछ देशों ने इसे Legal कर दिया. अभी भी बहुत सारे ऐसे देश हैं जहाँ क्रिप्टोकरेंसी illegal है. भारत की बात करें तो यहाँ क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से Legal है

कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी के नाम

वैसे तो सैकड़ों क्रिप्टोकरेंसी मौजूद हैं पर इनमें से कुछ प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी जो अच्छा Perform कर रहे हैं उनके नाम निम्न हैं –

  • बिटकॉइन (Bitcoin)
  • इथेरयम (Ethereum)
  • रेडकॉइन (Redcoin)
  • सोलाना (Solana)
  • रिप्पल (Ripple)
  • लाइटकॉइन (Litecoin)
  • मोनेरो (Monero)
  • तेथेर (Tether)
  • डोज़ कॉइन (Dogecoin)
  • शीबा एनु (Shiba Coin)

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे (Advantage of Cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी के अनेक सारे फायदे हैं जिनमें से कुछ के बारे में हमने लेख में बताया है –

  • क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है, इसमें fraud होने की संभावना बहुत कम है.
  • क्रिप्टोकरेंसी फिजिकल फॉर्म में उपलब्ध नहीं रहती है, इसे हम तिजोरी या बैंक में नहीं रख सकते हैं, जिसके कारण क्रिप्टोकरेंसी के चोरी होने, कट – फट जाने या खो जाने की संभावना नहीं होती है.
  • क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करना बहुत आसान है. आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेड करके अच्छे पैसे कमा सकते हैं.
  • क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसकी कीमतों में तेजी से उछाल आते हैं.
  • क्रिप्टोकरेंसी को किसी बैंक, सरकार या देश के द्वारा संचालित नहीं किया जाता है. यह एक स्वतंत्र करेंसी है.
  • क्रिप्टोकरेंसी बहुत Secure है क्योंकि इसमें Cryptography Algorithm का इस्तेमाल किया गया है.

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान (Disadvantage of Cryptocurrency in Hindi)

क्रिप्टोकरेंसी के अनेक सारे फायदे होने के कारण इसके कुछ नुकसान भी हैं जो नीचे बताये गए हैं –

क्रिप्टो करेंसी क्या है कैसे काम करती है | CryptoCurrency In Hindi (June 2022)

CryptoCurrency Kya Hai In Hindi: वर्तमान समय में क्रिप्टोकरंसी बहुत ही चर्चा का विषय बन रहा है और दिन प्रतिदिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है पर क्या आप जानते हैं क्रिप्टो करेंसी क्या है कैसे काम करती है | CryptoCurrency In Hindi (June 2022) , इसका इतिहास क्या है और इसके फायदे और इसके नुकसान

दोस्तों आज मैं आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में बहुत ही आसान भाषा से समझाने वाला हूं क्रिप्टो करेंसी दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है जिसमें क्रिप्टो का मतलब छिपा हुआ या गोपनीय होता है और करेंसी का मतलब मुद्रा या पैसा होता है

CryptoCurrency In Hindi

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Table of Contents

क्रिप्टो करेंसी क्या है ( CryptoCurrency In Hindi )

क्रिप्टो करेंसी एक वर्चुअल करेंसी तथा डिजिटल करेंसी है जिसे आप आम करंसी जेसे रुपए और डॉलर के तरह नहीं ना छू सकते हो ना ही पकड़ सकते हो क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है जो सिर्फ ऑनलाइन कंप्यूटर में ही दिखती है और यह डिजिटल वॉलेट में सेव रहती है सबसे ज्यादा लोकप्रिय करेंसी बिटकॉइन है, जिसे आप अच्छे से जानते होंगे बिटकॉइन का पेमेंट भी एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ऑनलाइन ही होता हैक्रिप्टो करेंसी एक ऐसी करेंसी है जिस पर किसी भी गवर्नमेंट अथॉरिटी या किसी भी देश या एजेंसी का कोई कंट्रोल नहीं है इसको कंट्रोल सब लोग करते हैं जो लोग इसे खरीदते हैं तथा जो लोग इसे बेचते हैं

क्रिप्टो करेंसी कैसे काम करती

क्रिप्टो करेंसी ब्लॉकचेन तकनीक के माध्यम से काम करती है जो इंक्रिप्टेड मतलब कोडेड होती है जिसे बहुत पावरफुल कंप्यूटर के द्वारा कंट्रोल किया जाता है

क्रिप्टो करेंसी का इतिहास

क्रिप्टो करेंसी की खोज संतोषी नाकामोतो ने 2008 में करी थी लेकिन आज तक यह नहीं पता चल पाया कि जो संतोषी नाकामोतो है क्या वह एक समूह है , क्या यह कोई व्यक्ति है और इन्होंने क्यों क्रिप्टोकरंसी को बनाया और यह कहां रहते हैं और कई ऐसे सवालों के जवाब आज तक किसी के पास नहीं हैक्रिप्टोकरंसी की खोज 2008 में होने के बाद इसका पहली बार मुद्रा के रूप में इसका इस्तेमाल 2009 में किया गया था और सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी का नाम बिटकॉइन था जिसको संतोषी नाकामोतो ने बनाया था उस समय बिटकॉइन की कीमत मात्र ₹0 थी लेकिन आज एक बिटकॉइन की कीमत लगभग 23 लाख रुपया है

सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी बिटकॉइन

बिटकॉइन तो मानो जैसे एक ट्रेंड बन चुका है जिस किसी से भी क्रिप्टोकरंसी के बारे में पूछो तो वह सबसे पहले बिटकॉइन का नाम ही लेता है और ले भी क्यों ना क्योंकि वर्तमान समय में संसार का सबसे ज्यादा मूल्यवान और सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? बिटकॉइन ही है दूसरे नंबर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी का नाम एथेरियम है और इसकी जैसी कई लोकप्रिय क्रिप्टोकरंसी संसार में मौजूद है अब आपने बिटक्वॉइन, डॉजक्वाइन, लाइटक्वाइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनक्वाइन लेकिन Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है? बिटकॉइन शुरू से मार्केट में अपना दबदबा बनाए हुए हैं https://bitcoin.org/hi/how-it-works

कितने तरह की होती है क्रिप्टोकरेंसी?

पूरी दुनिया में इस समय 18,000 क्रिप्टो करेंसी मौजूद है और जैसे-जैसे इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही वैसे वैसे इसकी संख्या भी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और और इनमें से सबसे ज्यादा लोकप्रिय या पॉपुलर क्रिप्टो करेंसी बिटकॉइन है और वर्तमान समय 1 बिटकॉइन की कीमत लगभग 23 लाख भारतीय रुपए हैं और इसकी यह कीमत बढ़ती और घटती रहती है इसके अलावा दुनिया में कई और फेमस क्रिप्टोकरंसी है जिनमें लोग इन्वेस्ट करते हैं जैसे

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