आचार संहिता हटते ही डिप्टी सीएमओ को देहात के अस्पतालों की कमान सौंपी जायेगी। सभी को दिक्कत वाले केंद्रों पर चिकित्सा अधीक्षक बनाया जायेगा। आये दिन कादरचौक, म्याऊं, ककराला, इस्लामनगर, उसावां सहित कई जगह से शिकायतें आती हैं इसके अलावा बड़े केंद्रों पर बदलाव किया जायेगा।
Haryana में 25 डाॅक्टरों को पदोन्नति का तोहफा, जानें क्या बने
चंडीगढ़। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग (Health Department) में लंबे समय से खाली चली आ रही एसएमओ (सीनियर मेडिकल अफसर) के पदों को सूबे के सेहत मंत्री अनिल विज के निर्देशों पर भर दिया गया है। राज्य में विभिन्न जिलों में काम करने वाले 25 मेडिकल अफसरों (डाॅक्टरों) को पदोन्नति(Promotion) का तोहफा देते हुए एसएमओ बना दिया गया है। सभी डाॅक्टरों को पदोन्नति करने के साथ ही नए स्थान पर पोस्टिंग दी गई है।
गत 7 अगस्त को पदोन्नति सूची एसीएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव) राजीव अरोड़ा आफिस की ओऱ से मुहर लगी थी। सूची पर गौर करें, तो इनमें पदोन्नति पाने वाले डाॅक्टर अनिल सचदेवा सांपला रोहतक को बौंदकला चरखी दादरी, डा. चंदबाला करनाल से जींद अलेवा, डाॅक्टर संगीता एमडी करनाल केसीजीएमसी उसी स्थान पर, डा. नीर आहूजा शिवजी कालोनी रोहतक सीएस दादरी भेजा गया है।इसके अलावा नरेंद्र कुमार छाबड़ा जगाधरी यमुनानगर को वहीं, डा. लता सांगवान सीएच फतेहाबाद डीएमएस सीएच हिसार , डा. एकता मान रेडियोलाजिस्ट सीएच बहादुरगढ़ झज्जर एसएमओ एसएमओ प्रमोशन क्या है बहादुरगढ़ झज्जर, डा तरुण कुमार डिप्टी सीएमओ हिसार, डा. संदीप बतीश कैथल गुहला, डा. नवीन गर्ग पीजीबीसीसी बीके हास्पीटल फरीदाबाद डाक्टर हरेंद्र सिंह सिवानी भिवानी, डा. नीलम दलाल सीएचसी गोहाना, डा. अर्चना अग्रवाल सीएच सिरसा, डीएमएस सिरसा, डा. नीरु आर्य डीओएमएस को डीएचबीवीएन रोहतक से सीएच चरखीदादरी किया गया है। राजेश श्योकंद बीके हास्पीटल फरीदाबाद को बतौर डिप्टी सीएमओ उसी जिले में रखा गया है।
जनपद के 10 डॉक्टरों को पदोन्नति, बने डिप्टी सीएमओ
जनपद की चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत करने के लिये सीएमओ के अधीन डॉक्टरों को पदोन्नति मिल गयी है। सीएमओ ने वर्षों से कुर्सी पर जमे चिकित्सा अधीक्षकों को हटाकर देहात के अस्पतालों की चिकित्सा व्यवस्था सुधारने की पहल की। इसके लिये सीएमओ डिप्टी सीएमओ के दम पर बड़ा बदलाव करने जा रहे हैं।
शासन से जनपद के डॉक्टरों को पदोन्नति का तोहफा दिया गया है। सीएमओ के अधीन देहात के अस्पतालों में तैनात डॉक्टरों को लेवल-2 से पदोन्नति देकर लेवल-3 में 10 डॉक्टरों को पहुंचा दिया है। अब जनपद के 10 डॉक्टर डिप्टी सीएमओ बन गये हैं। पदोन्नित का आदेश मिल चुका है। अधिकांश डॉक्टर देहात में तैनात थे, एक-दो डॉक्टर सीएमओ के अधीन जिला मुख्यालय पर है, दो डॉक्टर जिला कारागार में एसएमओ प्रमोशन क्या है हैं। वर्तमान में आचार संहिता लगी है इसलिये कुछ दिन एसएमओ प्रमोशन क्या है का इंतजार है
पदोन्नति के बाद सीएमओ पदावनत, नए सीएमओ के सामने चुनौतियां
जागरण संवाददाता, बलिया : पदोन्नति पाकर बलिया के सीएमओ बने डा. राजेंद्र प्रसाद आखिरकार पदावनत कर दिए गए। जनवरी 2021 में वे बलिया आए थे। उस वक्त पूर्व सीएमओ डा. जितेंद्र पाल की कोरोना से मौत हो गई थी। पहली बार वे सीएमओ बने थे। इससे पहले वे महाराजगंज में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी थे। बलिया में वह सात माह रहे लेकिन सेहत के इंतजाम दुरुस्त करने में वे सफल नहीं हए। संसाधन बढ़ाने से लेकर विभागीय भ्रष्टाचार पर नकेल नहीं कस एसएमओ प्रमोशन क्या है पाए, दागी लिपिकों को अभयदान दिया। उन्नाव के अपर सीएमओ डा. तन्मय कक्कड़ को अब जिम्मेदारी मिली है। उनके समक्ष भी कई चुनौतियां रहेंगी। दिवंगत सीएमओ के पेंशन भुगतान में लापरवाही पर हुई थी किरकिरी
बलिया के दिवंगत सीएमओ डा. जितेंद्र पाल के पेंशन व अन्य देयकों के भुगतान में लापरवाही करने पर वह शासन की नजरों में आए थे। सीएम ने प्रकरण को संज्ञान में लिया था। वरिष्ठ लिपिक गोपाल कुमार को निलंबित करते हुए ललितपुर संबद्ध कर दिया गया था। खरीदे गए थे 25 लाख के घटिया कोविड सुरक्षा किट
क्या हमें सोशल नेटवर्क पर प्रशंसकों और "पसंद" को खरीदना चाहिए?
कई कंपनियां जब इंटरनेट पर शुरू करती हैं तो उनके पास सोशल नेटवर्क पर पंजीकरण करने का रिफ्लेक्स होता है। वक्त गुजरता है. और चाहने वाले नहीं.
सामाजिक नेटवर्क: Instagram पर स्थानीय प्रचार का उदाहरण
2014 में, मैंने इंस्टाग्राम पर पहला लेख प्रस्तावित किया था। 6 साल बाद, इस नेटवर्क ने निश्चित रूप से महत्वपूर्ण सामाजिक नेटवर्क के बीच खुद को स्थापित किया है।…
एजरैंक में किन तत्वों को ध्यान में रखा जाता है?
सोशल नेटवर्क फेसबुक के 2019 में फ्रांस में 37 बिलियन से अधिक सक्रिय उपयोगकर्ता थे। इसलिए दो में से एक से अधिक फ्रांसीसी लोगों के पास…
सीएमओ-पीएमओ की प्रमोशन के लिए वरिष्ठता सूची पर टिकी निगाहें
जागरण संवाददाता, अंबाला : स्वास्थ्य विभाग में बहुप्रतिक्षित एसएमओ व सीएमओ व पीएमओ प्रमोशन को हरी झंडी देने के संकेत दे दिए हैं। ऐसे में भिवानी, अंबाला व फरीदाबाद में पीएमओ व रोहतक, नारनौल व फतेहाबाद में खाली पड़े सिविल सर्जन के पदों सहित सात सीनियर मेडिकल आफिसर को प्रमोशन मिलना लगभग तय है। इनमें से कई जगहों पर फिलहाल कार्यकारी पदभार संभाले हुए हैं। इसके साथ ही हरियाणा सिविल एसएमओ प्रमोशन क्या है मेडिकल सर्विसिस की वरिष्ठता सूची पर निगाहें आकर टिक गई हैं। साल 2011 की ग्रेडेशन लिस्ट में वरीयता रखने वाले एसएमओ की एसीआर में कोई अड़चन नहीं आई तो फिर उन्हें इन पदों पर तरक्की मिलना तय है। इस सूची में एसएमओ प्रमोशन क्या है शामिल नामों वाले एसएमओ से महकमे ने इसके लिए जरूरी सभी प्रकार की प्रक्रिया पूरी कर ली है। पुख्ता सूत्रों के मुताबिक अब लिस्ट को स्वास्थ्य मंत्री की हरी झंडी का इंतजार है। जहां तक ग्रेडेशन लिस्ट की बात है इसमें फतेहाबाद के कार्यकारी सीएमओ डॉ. अशोक चौधरी का नाम सबसे आगे चल रहा है। चूंकि, ये एचसीएमएस की ग्रेडेशन सूची में सबसे आगे हैं तो इनका सीएमओ बनना लगभग तय माना जा रहा है। इनके बाद सेक्टर 16 चंडीगढ़ में तैनात डॉ. वीरेंद्र नागपाल का नाम सूची में दूसरे स्थान पर है। उप सिविल सर्जन हिसार डॉ. संजय दहिया का नाम एसएमओ प्रमोशन क्या है ग्रेडेशन लिस्ट में तीसरे स्थान पर है। उप सिविल सर्जन सोनीपत डॉ. मो¨हद्र ¨सह का नाम चौथे स्थान पर है। इनके बाद पांचवें स्थान पर उप सिविल सर्जन पंचकूला डॉ. अनिल अलाहबादी, उप सिविल सर्जन गुड़गांव डॉ. वीरेंद्र थापर छठे स्थान पर, एसएमओ सेक्टर-16 चंडीगढ़ डॉ. राजीव दोसाज व एमएस सिविल अस्पताल एसएमओ प्रमोशन क्या है सोनीपत डॉ. चंद्र प्रकाश अरोड़ा का नाम शामिल है। बड़ी एसएमओ प्रमोशन क्या है बात यह है कि इस ग्रेडेशन लिस्ट में से बहुत से एसएमओ रिटायर हो चुके हैं जिसके चलते क्रम में नीचे बने कई लोगों को उम्र का लाभ मिलता दिख रहा है।
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