कम समय में चाहते हैं मोटा मुनाफा, तो आप ट्रेडिंग ऑप्शन पर लगा सकते हैं दांव

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी से मोटा मुनाफा संभव है.

शेयर मार्केट के संबंध में अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. हालांकि, दोनों माध्यमों में निवेशकों का मकस . अधिक पढ़ें

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  • Last Updated : June 11, 2022, 14:52 IST

नई दिल्ली . शेयर मार्केट संबंधित चर्चा होते ही अक्सर ट्रेंडिंग और निवेश शब्द सुनने को मिलते हैं. कई लोग ट्रेडिंग और निवेश में फर्क नहीं कर पाते हैं. तो आपको बता दें कि ट्रेडिंग और निवेश के बीच सबसे अहम अंतर समय अवधि का है. निवेश की तुलना में ट्रेडिंग में समय अवधि काफी कम होती है. ट्रेडिंग कई प्रकार की होतीं हैं और ट्रेडर्स स्टॉक में अपनी पॉजिशन बहुत कम समय तक रखते हैं, जबकि निवेश वे लोग करते हैं, जो स्टॉक को वर्षों तक अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं. अगर आप कम समय में मोटा मुनाफा चाहते हैं, तो ट्रेडिंग आपके लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है.

सिक्योरिटीज की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं. फाइनेंसियल मार्केट की स्थिति और जोखिम के आधार पर ट्रेडिंग की विभिन्न स्ट्रेटेजी हैं. ट्रेडर्स अपने वित्तीय लक्ष्य के हिसाब से इनका चयन करते हैं. साथ ही विभिन्न प्रकार की ट्रेडिंग से जुड़े रिस्क और लागत को भी ध्यान में रखते हैं. आइए, यहां हम उन लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की चर्चा करते हैं, जो अधिकतर ट्रेडर अपनाते हैं.

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इंट्राडे ट्रेडिंग

शेयर बाजार में महज 1 दिन के कारोबार में भी मोटा प्रॉफिट कमाया जा सकता है. दरअसल, बाजार में एक ही ट्रेडिंग डे पर शेयर खरीदने और बेचने को इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) कहते हैं. इस स्ट्रेटेजी के तहत शेयर खरीदा तो जाता है, लेकिन उसका मकसद निवेश नहीं, बल्कि 1 दिन में ही उसमें होने वाली बढ़त से प्रॉफिट कमाना होता है. इसमें चंद मिनटों से ले कर कुछ घंटे तक में ट्रेडिंग हो जाती है. हालांकि, यह जरूरी नहीं कि इंट्रोडे ट्रेडर्स को हमेशा प्रॉफिट ही होता हो. ट्रेडर्स अपना ट्रेड शेयर मार्केट बंद होने से पहले बंद करते हैं और प्रॉफिट या लॉस उठाते हैं. इसमें इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए टिप्स तेजी से निर्णय लेना होता है.

पॉजिशनल ट्रेडिंग

पॉजिशनल ट्रेडिंग (Positional trading) स्टॉक मार्केट की एक ऐसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है, जिसमें स्टॉक को लंबे समय तक होल्ड किया जाता है. इस स्ट्रेटेजी के तहत ट्रेडर्स किसी स्टॉक को कुछ महीने से लेकर कुछ साल तक के लिए खरीदते हैं. उसके बाद उस स्टॉक को बेच कर प्रॉफिट या लॉस लेते हैं. उनका मानना होता है कि इतनी अ​वधि में शेयर के दाम में अच्छी बढ़ोतरी होगी. निवेशक आमतौर पर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल ग्राउंड को ध्यान में रखकर फंडामेंटल एनालिसिस के साथ टेक्निकल को ध्यान में रखकर यह स्ट्रेटेजी अपनाते हैं.

स्विंग ट्रेडिंग

स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading) में टाइम पीरियड इंट्राडे से अधिक होता है. कोई स्विंग ट्रेडर अपनी पॉजिशन 1 दिन से अधिक से लेकर कई हफ्तों तक होल्ड कर सकता है. बड़े टाइम फ्रेम में वोलैटिलिटी कम होने के साथ प्रॉफिट बनाने की संभावना काफी अधिक होती है. यही कारण है कि अधिकतर लोग इंट्राडे की अपेक्षा स्विंग ट्रेडिंग करना पसंद करते हैं.

टेक्निकल ट्रेडिंग

टेक्निकल ट्रेडिंग (technical trading) में निवेशक मार्केट में मूल्य परिवर्तन की भविष्यवाणी करने के लिए अपने टेक्निकल एनालिसिस ज्ञान का उपयोग करते हैं. हालांकि, इस ट्रेडिंग के लिए कोई समय-सीमा निर्धारित नहीं है. इसमें पॉजिशन 1 दिन से लेकर कई महीने तक रखा जा सकता है. शेयर मार्केट में कीमतों में उतार-चढ़ाव को निर्धारित करने के लिए अधिकतर ट्रेडर्स अपने टेक्निकल एनालिसिस स्किल का उपयोग करते हैं. टेक्निकल एनालिसिस के तहत देखा जाता है कि किसी खास समय अवधि में किसी शेयर की कीमत में कितना उतार-चढ़ाव आया. इस अवधि में इसकी ट्रेड की गई संख्या में क्या कभी कोई बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है.

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Intraday Trading क्या है? | इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कमा सकते हैं?

Intraday Trading kya hai

दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदते और बेचते होंगे मतलब कि ट्रेडिंग का काम करते होंगे ट्रेडिंग कई तरह की होती है इनमे से एक इंट्राडे ट्रेडिंग होती है लेकिन क्या आपको पता है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है और इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे होती है अगर नही, तो आइये आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी लेते है तो जो कैंडिडेट इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

Intraday Trading kya hai

Table of Contents

Intraday ट्रेडिंग क्या होती है (What is Intraday Trading in Hindi)

जब कोई ट्रेडर शेयर मार्केट से शेयर्स को एक ही दिन में कम दाम में खरीद कर उसी दिन उसे ज्यादा दामों में बेच देता है तो उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहते है. मतलब कि शेयर मार्किट में एक ही दिन के अन्दर शेयर को कम दाम पर खरीद कर ज्यादा दाम पे बेच कर प्रॉफिट लेने को इंट्रा डे ट्रेडिंग कहा जाता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट एकाउंट की जरूरत नही पड़ती है इसके लिए सिर्फ आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाना होता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे?

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको Trading Account की जरुरत होती है क्योंकि आप बिना ट्रेडिंग अकाउंट के ट्रेडिंग नहीं कर सकते. इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए आपको डिमैट अकाउंट की जरूरत नही होती है क्युकी इसमें आपको शेयर को होल्ड करके रखना नही होता है उसी दिन शेयर्स को खरीदना और बेचना होता है, जब आपको शेयर्स को होल्ड कर रखना होता है तब डिमैट अकाउंट की जरूरत होती है.

इंट्राडे ट्रेडिंग में प्रॉफिट कैसे कमा सकते हैं?

इसका सबसे अच्छा उदाहरण आप 1 अगस्त के बिज़नस में देख सकते हैं आज एयरटेल में निवेश करने वाले काफी आगे जा चुके है और शेयर में 5 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ मिली है, दरअसल आज के टाइम में एजीआर इश्यू पर निवेशकों की नजर थी. सुप्रीम कोर्ट ने एजीआर बकाया चुकाने के लिए टेलिकॉम कंपनियों को 10 साल का समय दिया है, जिसके बाद एयरटेल में 5 फीसदी की तेजी आई है और ऐसे ट्रेड का ध्यान रखना इंट्राडे या फिर डे ट्रेडर्स के लिए काफी जरूरी होता है.

एक्सपर्ट का मानना ये है कि शेयर मार्केट का ज्यादातर बिज़नस इंट्राडे ट्रेडिंग का ही होता है लेकिन फिर भी सावधानी के साथ ही इस बिज़नस करना बहत जरूरी है शेयर्स को खरीदने से पहले आपको मार्केट के ट्रेंड के बारे में जानना जरूरी होता है आपको मार्केट के ट्रेंड के खिलाफ न जाएं क्युकी ऐसा करने से आपको ट्रेडिंग बिज़नस में नुकसान हो सकता है. शेयर खरीदने के पहले शेयर्स का मूल्य तय कर लेना है और पूरी जानकारी लेने के बाद ही शेयर्स को खरीदना है.

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कितने पैसों की जरूरत पड़ती है?

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है तो इसमें आप किसी शेयर में जितनी भी रकम चाहे लगा सकते है शेयर मार्केट का एक रूल होता है कि इसमें जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसी दिन पूरा पैसा नहीं देना होता है. नियम के अनुसार जिस दिन शेयर खरीदा जाता है उसके 2 ट्रेडिंग दिनों के बाद आपको पूरा पैसा देना होता है स्टार्टिंग में आपको शेयर के मूल्य का 30 फीसदी रकम का निवेश करना होता है.

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स –

एक सफल इंट्राडे ट्रेडर बनने के लिए आपको इन कुछ जरुरी बातो को ध्यान रखना है-

  • इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको खरीदे गये शेयर्स को कभी होल्ड करके नही रखना है.
  • जब भी आप शेयर्स को खरीदे तो कभी भी एक ही शेयर पर बार बार ट्रेडिंग न करे .
  • अगर किसी दिन आपको ट्रेडिंग में मुनाफा ज्यादा हो तो उस दिन को लकी डे समझ कर ज्यादा ट्रेडिंग नही करना है.
  • कभी भी आपको ट्रेडिंग में एक साथ ज्यादा पैसा नही लगाना है.
  • अगर आप ट्रेडिंग का काम करते है तो कभी भी किसी भी व्यक्ति की सलाह लेकर ट्रेडिंग न करे अपना खुद का रिसर्च करने के बाद ही ट्रेडिंग करे.
  • अगर कोई कंपनी बंद है तो उसके शेयर्स न खरीदे, मतलब कि बंद हुई कंपनी के शेयर्स आपको नही खरीदना है.

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आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Intraday Trading kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको इंट्राडे ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए टिप्स Intraday Trading kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करना चाहते है उनके साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

Best Broker for Intraday Trading in 2022: इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए श्रेष्ठ ब्रोकर

लोकप्रिय इंट्राडे ट्रेनिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ विकल्प

  • Date : 15/09/2022
  • Read: 3 mins Rating : -->

भारत में इंट्राडे ट्रेडिंग, कारोबार का बेहद लोकप्रिय तरीका है लेकिन इसके लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर ढूँढना एक चुनौती है।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए श्रेष्ठ ब्रोकर

Best broker for Intraday trading in India: शेयर बाजार में कारोबार करने का एक बेहद लोकप्रिय तरीका है इंट्राडे ट्रेडिंग। मगर इसके लिए सबसे अच्छा ब्रोकर ढूंढना बेहद चुनौतीपूर्ण है। ब्रोकर फर्म ढूंढने के लिए मौजूदा ब्रोकर में से शीर्ष स्टॉकब्रोकरों के इंट्राडे ब्रोकरेज और एक्सपोजर मार्जिन की तुलना की जानी चाहिए।

इंट्राडे ट्रेनिंग का अर्थ है कि एक ही कारोबारी दिन के भीतर शेयर की खरीद और बिक्री। इंट्राडे के लिए समय बाजार के खुलने के साथ शुरू होता है और बाजार बंद होने से पहले ही खरीद या बिक्री के अवसर भी बंद हो जाते हैं।

यदि ग्राहक कारोबार के बंद होने तक अपनी ट्रेडिंग पोज़ीशन (खरीद और बिक्री) पूरी नहीं करता है (उस स्टॉक की समान संख्या में रिवर्स स्टील या खरीद) तो ब्रोकर पोजिशन को बंद करने के लिए बाध्य होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग लगभग सभी सेक्टर यानी इक्विटी, इक्विटी एफएंडओ (F&O), करंसी एफएंडओ, कमोडिटी एफएंडओ आदि में होती है। जब कारोबारी, दिन के समय में ही कारोबार करता है तो उसे डे ट्रेडर कहा जाता है।

इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ब्रोकर

आमतौर पर सभी स्टॉकब्रोकर दिन में कारोबार का प्रस्ताव देते हैं लेकिन इस कारोबार को फायदेमंद बनाने के लिए ब्रोकर में निम्नलिखित गुण अवश्य होने चाहिए:-

  • न्यूनतम ब्रोकरेज (बिना न्यूनतम ब्रोकरेज के फ्लैट रेट ब्रोकरेज को प्रधानता)
  • उच्च इंट्राडे मार्जिन (एक्सपोज़र)
  • मुफ्त में ट्रेनिंग प्लेटफार्म (खास कर डेस्क टॉप ट्रेनिंग टर्मिनल )
  • अनुसंधान रिपोर्ट
  • उत्कृष्ट ग्राहक सेवा

नीचे दी गई सूची में इंट्राडे कारोबार के लिए श्रेष्ठ ब्रोकरों के नाम शामिल है।

इंट्राडे कारोबार के लिए श्रेष्ठ ब्रोकरों के नाम

एक अच्छे इंट्राडे अनुभव के लिए निम्नलिखित बातों पर ग्राहक ध्यान दें

  • इंट्राडे टिप्स के सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर
  • इंट्राडे मार्जिन के लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर
  • इंट्राडे के इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए टिप्स लिए सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर प्लेटफार्म
  • इंट्राडे कारोबार के लिए उचित ब्रोकरेज शुल्क
  • इंट्राडे कारोबार के लाभ और हानि

इंट्राडे कारोबार के लाभ

  • छोटे निवेश से बड़ा मुनाफा प्राप्त करने के अवसर।
  • ब्रोकर द्वारा दिन के कारोबार के लिए अधिक मार्जिन देना।
  • कारोबारी को ट्रेनिंग के बाद बाजार की चिंता नहीं, एक ही दिन में कारोबार पूरा।
  • यदि ग्राहक कारोबार स्क्वेर-ऑफ करना भूल जाए तो ब्रोकर आवश्यक रूप से स्क्वेर-ऑफ करता है।
  • जोखिम कम करने के लिए अग्रिम ऑर्डर जैसे ब्रैकेट ऑर्डर या कवर ऑर्डर का प्रयोग किया जा सकता है।
  • डिस्काउंट स्टॉकब्रोकर के कारण एक ही दिन में की जाने वाली ट्रेनिंग बहुत फायदेमंद है।

इंट्राडे कारोबार के नुकसान

  • कारोबार का यह तरीका बहुत जोखिम भरा है। इसमें बहुत अधिक नुकसान का डर होता है।
  • ब्रोकर के साथ सहमति होने पर स्वचालित तरीके से कारोबार स्क्वेर-ऑफ किया जाता है। कारोबार दूसरे दिन के लिए आगे नहीं बढ़ाया जा सकता।
  • एक ही दिन का कारोबार एक पूर्णकालिक काम है। इसके लिए बाजार की अच्छी समझ और विश्लेषण क्षमता चाहिए।
  • कारोबार का यह तरीका शेयर बाजार में शुरुआत करने वाले निवेशक के लिए नहीं है।

Intraday Trading Ke Liye Best Broker

Best broker for Intraday trading in India: शेयर बाजार में कारोबार करने का एक बेहद लोकप्रिय तरीका है इंट्राडे ट्रेडिंग। मगर इसके लिए सबसे अच्छा ब्रोकर ढूंढना बेहद चुनौतीपूर्ण है। ब्रोकर फर्म ढूंढने के लिए मौजूदा ब्रोकर में से शीर्ष स्टॉकब्रोकरों के इंट्राडे ब्रोकरेज और एक्सपोजर मार्जिन की तुलना की जानी चाहिए।

इंट्राडे ट्रेनिंग का अर्थ है कि एक ही कारोबारी दिन के भीतर शेयर की खरीद और बिक्री। इंट्राडे के लिए समय बाजार के खुलने के साथ शुरू होता है और बाजार बंद होने से पहले ही खरीद या बिक्री के अवसर भी बंद हो जाते हैं।

यदि ग्राहक कारोबार के बंद होने तक अपनी ट्रेडिंग पोज़ीशन (खरीद और बिक्री) पूरी नहीं करता है (उस स्टॉक की समान संख्या में रिवर्स स्टील या खरीद) तो ब्रोकर पोजिशन को बंद करने के लिए बाध्य होता है। इंट्राडे ट्रेडिंग लगभग सभी सेक्टर यानी इक्विटी, इक्विटी एफएंडओ (F&O), करंसी एफएंडओ, कमोडिटी एफएंडओ आदि में होती है। जब कारोबारी, दिन के समय में ही कारोबार करता है तो उसे डे ट्रेडर कहा जाता है।

इंट्राडे के लिए सर्वश्रेष्ठ ऑनलाइन ब्रोकर

आमतौर पर सभी स्टॉकब्रोकर दिन में कारोबार का प्रस्ताव देते हैं लेकिन इस कारोबार को फायदेमंद बनाने के लिए ब्रोकर में निम्नलिखित गुण अवश्य होने चाहिए:-

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