क्रिप्टोकरेंसी : क्या होगा ‘डिजिटल करेंसी का भविष्य’, केंद्र सरकार सतर्क

केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी यानी डिजिटल मुद्रा पर बड़ा फैसला लेने के लिए तैयार है। इसके लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक संसद में पेश करेगी। बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के पक्ष को शामिल किया गया है।

केंद्र सरकार शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे। लिस्ट में क्रिप्टो करेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है। भारत में क्रिप्टो करेंसी के 1.5 से 2 करोड़ यूजर है। इस बिल के कानून बनने से ये सभी यूजर प्रभावित हो सकते है।

बीते दिनों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण साफ कर चुकी हैं कि सरकार की योजना क्रिप्टोकरेंसी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने की नहीं है। असल में सरकार क्रिप्टोकरेंसी के आधार वाली तकनीक ब्लॉकचेन को रक्षा कवच देना चाहती है।

पिछले साल मार्च 2020 में क्रिप्टो करेंसी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया था। सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल करेंसी के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में लेन देन की इजाजत दी गई थी।

हालांकि इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने साल 2018 के भारतीय रिज़र्व बैंक के सर्कुलर पर आपत्ति जताते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। तब, रिज़र्व बैंक ने विनियमित संस्थाओं को क्रिप्टोकरेंसी में कारोबार नहीं करने के लिए निर्देश जारी किए थे।

क्रिप्टो करेंसी के कई फायदे तो नुकसान भी हैं, पहला और सबसे बड़ा फायदा तो ये है कि क्रिप्टोकरेंसी में रिटर्न यानी मुनाफा अधिक होता है, ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है। क्रिप्टो करेंसी के लिए कोई नियामक संस्था नहीं है, इसलिए नोटबंदी या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों का इस पर कोई असर नहीं पड़ता।

लेकिन बिटक्वाइन जैसी वर्चुअल करेंसी में भारी उतार-चढ़ाव होता है। पिछले पांच साल में कई मौके ऐसे आए जब बिटक्वाइन एक ही दिन में बगैर चेतावनी के 40 से 50 प्रतिशत गिर गया। अप्रैल 2013 में बिटक्वाइन की क़ीमत एक ही रात में 70 फीसदी गिरकर 233 डॉलर से 67 डॉलर पर आ गई थी।

हालही में जब भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर संसद के शीतकालीन सत्र में बिल लेकर आ रही है तो ऐसी खबरों से क्रिप्टोकरेंसी 15 फीसदी से ज्यादा गिरावट देखी गई। बिटक्वाइन में करीब 15 फीसदी, एथेरियम में 12 फीसदी और यूएसडी कॉइन में करीब 8 फीसदी की गिरावट देखी गई। भारत में बिटक्वाइन की कीमत 15 फीसदी गिरकर 40,28,000 रुपए, एथेरियम की कीमत 3,05,114 रुपए, कारडानो की कीमत करीब 137 रुपये तक पहुंच गई।

अमरीकी शेयर बाजार वॉल स्ट्रीट के चिंता जताने के बावजूद वहां बिटक्वाइन के लेन-देन को जारी रखने की इजाजत लेकिन नुकसान की आशंका हमेशा बनी रहती है।

क्रिप्टोकरेंसी का सबसे बड़ा नुक़सान तो यही है कि ये वर्चुअल करेंसी है और यही इसे जोखिम भरा सौदा बनाता है। इस करेंसी का इस्तेमाल ड्रग्स सप्लाई और हथियारों की अवैध ख़रीद-फ़रोख्त जैसे अवैध कामों के लिए किया जा सकता है। इस पर साइबर हमले का खतरा भी हमेशा बना रहता है।

क्या होती है क्रिप्टोकरेंसी : आसान भाषा में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल कैश प्रणाली है, जो कम्प्यूटर एल्गोरिदम पर बनी है। इसे बनाए रखने के लिए अनगिनत कम्प्यूटर बिना रुके कार्य करते हैं। यह सिर्फ डिजिट के रूप में ऑनलाइन रहती है। इस पर किसी भी देश या सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। इसकी डिमांग देखते हुए कई देशों ने लीगल मान्यता दी है।

क्रिप्टोकरेंसी भारत में गैरकानूनी नहीं है। लेकिन, इन्हें रेगुलेट नहीं किया जाता यानी आप बिटकॉइन खरीद और बेच सकते हैं। यहां तक बतौर इन्वेस्टमेंट इसे रख भी सकते हैं लेकिन, इसकी देखभाल या सुरक्षा के लिए कोई गवर्निंग बॉडी नहीं है। केंद्रीय रिज़र्व बैंक ने इस साल 2021 में फिर से डिजिटल करेंसी के कारण साइबर धोखाधड़ी के मुद्दे को उठाया है।

साल 2018 में आरबीआई ने क्रिप्टो करेंसी के लेन-देन का समर्थन करने को लेकर बैंकों और विनियमित वित्तीय संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया था। बहरहाल, केंद्र सरकार सक्रिय है, जो क्रिप्टोकरेंसी का भारत में भविष्य तय करेगी।

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CryptoCurrency क्या है? यह कैसे काम करती है

आज CryptoCurrency पूरी दुनिया में चर्चित है। लेकिन ये कोई वस्तु या शेयर बाजार नही है। आज भी बहुत से लोग ऐसे है जिनको पता नही C ryptoCurrency क्या है| आप सबके मन में ये बात जरूर आती होगी ।आखिर क् C ryptoCurrency क्या है and यह कैसे काम करती है तो आइए जानते हैं।

CryptoCurrency क्या है

Currency क्या है

CryptoCurrency क्या है किसी देश द्वारा मान्यता प्राप्त ऐसी मुद्रा जिसको लोग धन के रूप में इस्तेमाल करते हो | जिसके बदले लोग कुछ वस्तु खरीद सके उसे Currency कहते हैं
आप 500 रुपए के पुराने नोट से कुछ नहीं खरीद सकते क्योंकि उसकी आज कोई value नहीं है| वह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है | इसलिए वह कोई करेंसी नहीं है| सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त करेंसी को छुआ जा सकता है महसूस किया जा सकता है और उसे हम बैंक में रख सकते हैं लेकिन CryptoCurrency मैं ऐसा कुछ नहीं होता |

CryptoCurrency क्या है

इस तेजी से आगे बड़ते digital world में currency ने भी digital रूप ले लिया है। इस digital currency को ही C ryptoCurrency कहा। जाता है। जैसे bitcoin, dogecoin, litecoin etc. पहली बार C ryptoCurrency को 2009 में लॉन्च किया गया था। सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी bitcoin थी। जो आज सबसे पॉपुलर है। फिर एथेरियम आया और इसके बाद धीरे-धीरे बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी आ गई। आज 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी हैं।

हर क्रिप्टोकरंसी का तरीका अलग है हर coin का लोगों अलग है।

क्रिप्टो करेंसी कोई नोट या कोई सिक्का नहीं होता and ना ही हम इसको अपने पास रख सकते हैं। हम इसको महसूस नहीं कर सकते हैं। ना ही हम इसको किसी बैंक में रख सकते हैं। हम इसको अपने Digital wallet में रख सकते हैं। हम इसे online ही लेन देन कर सकते हैं।इसलिए इसको online करेंसी भी कहा जाता है। फिर एथेरियम आया |और इसके बाद धीरे-धीरे बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी आ गई। आज 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी हैं। हर क्रिप्टोकरंसी का तरीका अलग है| हर coin का लोगों अलग है।

हर देश को अपनी करंसी पर पूरा कंट्रोल होता है। क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं होता। इस पर किसी भी देश का कोई कंट्रोल नहीं होता। पहले इंडिया में क्रिप्टोकरंसी पर रोक लगा दी थी।

लेकिन March 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने इस रोक को हटा दिया था। and इंडिया में भी अब क्रिप्टोकरंसी के user बढ़ने लगे हैं।

CryptoCurrency कैसे काम करती है

यह एक blockchain के माध्यम से काम करती है| इसमें जो भी लेनदेन होता है| उसका रिकॉर्ड रखा जाता है| यहां हाइटेक कंप्यूटर द्वारा इसकी देखरेख की जाती है|

जिसे cryptocurrency mining कहते है जो mining करते हैं उनको miners कहा जाता है | जो इसकी सिक्योरिटी करते हैं उनको फीस के तौर पर कुछ coin दिए जाते हैं|

CryptoCurrency क्या है

Cryptocurrency के फायदे और नुकसान

किसी भी चीज के लोगों के लिए फायदे हैं तो नुकसान भी होते हैं।

Cryptocurrency के फायदे क्या है।

आपको पता है यह डिजिटल करंसी है और इसमें कोई भी खतरा या फ्रॉड नहीं है।

✅ इसका सबसे बड़ा फायदा है कि आप इससे किसी भी देश विदेश में लेनदेन कर सकते हैं।

✅ आप अपने देश की करेंसी से किसी भी देश में लेनदेन करते हैं तो आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है। लेकिन CryptoCurrency में आपको कुछ नहीं देना पढ़ता।

✅ अगर आपके पास एक्स्ट्रा पैसे हैं तो आप इसमें इन्वेस्ट भी कर सकते हैं। Price बढ़ने पर एक अच्छा फायदा ले सकते हैं

✅ आप इससे किसी भी सामान की shopping कर सकते हैं।

Cryptocurrency के नुकसान क्या है।

❌ क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी देश का नियंत्रण नहीं है। तो इसकी कीमत बढ़ती घटती रहती है।

❌ इसमें एक नुकसान यह भी है अगर आप किसी को गलत transaction कर देते हैं।तो अप इसको वापिस नहीं ले सकते।

❌ इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए भी हो सकता है क्योंकि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच ही होता है।

भारत में CryptoCurrency कैसी है | इसे कैसे खरीदा जाए

भारत में CoinSwitch, CoinDCX ,or WazirX,आदि क्रिप्टो एक्सचेंज बहुत पॉपुलर है जिसकी मदद से आप C ryptocoin खरीद सकते हैं और भारतीय रुपए में payment कर सकते है

अगर आपको क्रिप्टोकरंसी खरीदनी है तो इस लिंक पर जाएं और Sign up कर के यहां से आप CryptoCurrency खरीद सकते हैं

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भारत में आगे इसका उपयोग कैसा है।

यह एक blockchain की तकनीक से बना है। और ब्लॉकचेन आगे आने वाले समय में सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाली है। अभी भारत में इसका उपयोग कम है लेकिन जिस तरह से यह popular हो रही है तो आगे चलकर भारत में इसका अच्छा उपयोग देखा जा सकता है।

तो यह थी CryptoCurrency क्या है आशा करता हूं कि आपको यह articalअच्छा और informative लगा होगा। आपको अगर अच्छा लगा है तो आगे शेयर करिए और कमेंट करिए कैसा लगा।

Digital currency vs cryptocurrency: क्रिप्टो करेंसी और भारत सरकार की डिजिटल करेंसी में क्या है अंतर

कई लोग कंफ्यूज हैं कि अभी डिजिटल करेंसी को सरकार हां कर रही है लेकिन बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को ना क्यों कह रही है. इस अंतर को समझ कर ही हम डिजिटल करेंसी के फायदे और नुकसान को समझ सकेंगे.

  • डिजिटल रुपये केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में शामिल होगी
  • इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है

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Digital currency vs cryptocurrency: क्रिप्टो करेंसी और भारत सरकार की डिजिटल करेंसी में क्या है अंतर

नई दिल्ली: Digital currency vs cryptocurrency-डिजिटल रुपया या सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए RBI का अगला प्रयास होगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 में डिजिटल रुपये को लेकर कई घोषणाएं की गई हैं. लेकिन कई लोग कंफ्यूज हैं कि अभी डिजिटल करेंसी को सरकार हां कर रही है लेकिन बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को ना क्यों कह रही है. इस अंतर को समझ कर ही हम डिजिटल करेंसी के फायदे और नुकसान को समझ सकेंगे.

विशेषज्ञों के मुताबिक डिजिटल रुपये की अवधारणा क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे और नुकसान बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से प्रेरित है, लेकिन केंद्रीय बैंक के नियमों के साथ. यानी बिटक्वाइन अनियंत्रित होती है जबकि डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की ओर से जारी की जाती है. क्रिप्टोकरेंसी का प्रबंधन एक कंप्यूटर एल्गोरिथम द्वारा किया जाता है. वहीं डिजिटल करेंसी को अथारिटी द्वारा नियंत्रित किया जाता है. डिजिटल रुपये को सरकार की मान्यता मिली होती है. डिजिटल रुपये केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में भी शामिल होगी और इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है. प्रस्ताव है कि देश में डिजिटल करेंसी को बैंक नोट की परिभाषा में रखा जाए. इसके लिए RBI ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव दिया है.

डिजिटल करेंसी भी दो तरह की होती है
- रिटेल डिजिटल करेंसी का प्रयोग आम जनता और कंपनियां करती हैं.
- होलसेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल वित्तीय संस्थाओं के लिए होगा.

डिजिटल करेंसी के चार फायदे
- तेज लेन-देन और नोट छापने की तुलना में कम खर्चीला
- बाजार में करेंसी को सरकार बेहतर तरीके से नियंत्रित कर पाएगी
- बैंक खाते की जरूरत नहीं और ऑफलाइन लेन-देन संभव होगा.
- हर डिजिटल रुपये पर सरकार की नजर होगी और कोई गैरकानूनी लेन-देन नहीं हो पाएगा

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cryptocurrency क्रिप्टोकरेंसी क्या होता है। इसके लाभ हानि क्या है।

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क्रिप्टो-मुद्रा या क्रिप्टो एक डिजिटल संपत्ति के रूप मे है जिसे एक्सचेंज के माध्यम के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। और जिसमें व्यक्तिगत सिक्का स्वामित्व रिकॉर्ड को एक कम्प्यूटरीकृत डेटाबेस के रूप में मौजूदा बहीखाता के रूप में संग्रहित किया जाता है। आज इसके चर्चे हर जगह है।

जब यह शब्द पहले मार्केट मे आया था तो विभिन्न ‘विशेषज्ञों’ द्वारा ‘तकनीकि -बुलबुले ‘ के रूप में इसको खारिज कर दिया गया था। लेकिन अब फिर बदलते दौर मे वैश्विक हस्तियो ने इसको बढ़ावा दे दिया है।

मुद्रा किसी भी रूप में मुद्रा होती है। और जिसका उपयोग विनिमय के माध्यम के रूप में किया जाता है।

क्रिप्टो करेंसी भी उनमे से एक है जो मुद्रा का एक रूप है । और जो पैसे के रूप में कार्य करने के लिए क्रिप्टोग्राफी का उपयोग किया जा रहा है।

इससे डिजिटल रूप से कारोबार किया जा सकता है। और यह इस प्रकार कार्य कर रहा है।

1. विनिमय का एक माध्यम के रूप मे

2. खाते की एक इकाई के रूप मे

3. मूल्य का भंडारके रूप मे लेकिन कानूनी निविदा की स्थिति इसमे नही है।

इसको अलग अलग लोंगों के द्वारा इस प्रकार से देखा गया है।

बिल गेट्स के अनुसार

“बिटकॉइन एक तकनीकी माध्यम है जो टूर डी फोर्स हो सकता है।”

टायलर विंकलेवोस (जो की फेसबुक के सह-आविष्कारक)है उनके अनुसार –

“हमने अपना पैसा और विश्वास एक गणितीय ढांचे में लगाने के लिए इसका चुनाव किया है। जो राजनीति और मानवीय त्रुटि से मुक्त है।”

अल गोर (अमेरिका के 45वें उपराष्ट्रपति) के अनुसार –
मैं बिटकॉइन का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। इसका अर्थ यह है कि बिटकॉइन ब्रह्मांड एक एल्गोरिथ्म सरकार के कार्यों को बदल देता है। यह बहुत अच्छा है।

पीटर थिएल (पेपैल के सह-संस्थापक)के अनुसार –

“मुझे लगता है कि बिटकॉइन में दुनिया को बदलने की क्षमता है।”

जॉन मैक्एफ़ी के अनुसार –

आप बिटकॉइन को नहीं रोक सकते। यह हर जगह उपलब्ध होगाऔर इससे दुनिया को फिर से समायोजित करना होगा।

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे –

क्रिप्टोकरेंसी को किसी मध्यस्थ की आवश्यकता नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी का कोई भौगोलिक बाधा नहीं है।
क्रिप्टोकरेंसी सस्ता, सुरक्षित, तेज मुद्रा है।

क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान-

क्रिप्टोकरेंसी अत्यधिक अस्थिर है।
क्रिप्टोकरेंसीलेनदेन मे अपरिवर्तनीय हैं।
क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग अवैध गतिविधि या डार्क वेब में हो रहा है।

ब्लॉक श्रृंखला पर निर्धारित –

यह एक ऐसी गतिविधि है जहां व्यक्ति अपनी कंप्यूटिंग क्षमता का उपयोग करके एक परेशान करने वाले 64-अंकीय हेक्साडेसिमल समीकरणों, पहेलियों और हैश के रूप में ज्ञात कोड को हल करने के लिए करता है। क्रिप्टोकरेंसी एक माध्यम है जिसमे लेनदेन को एक ब्लॉक श्रृंखला पर सत्यापित और मान्य किया जाता है। इससे एक नई क्रिप्टोकरेंसी प्राप्त करते हैं।

पहले बैंक था जो मुद्रा के रूप मे निवेश का माध्यम हुआ करता था। अब क्रिप्टोकुरेंसी के साथ लेनदेन सत्यापित करने के लिए कोई मध्यस्थ नहीं बचा है। दुनिया भर में ऐसे हजारों लोग हैं जो अपने लेनदेन को सत्यापित करने के लिए वहां मौजूद हैं।

भारत में क्रिप्टोकरेंसी की वैधता-

भारत मे ऐसा कोई कानून नहीं है जो क्रिप्टोकरेंसी की खरीद और बिक्री को प्रतिबंधित करता है। यहा पर यह परिसंपत्ति वर्ग है जहां कोई भी निवेश कर सकता है। लेकिन यहा पर इसको कानूनी निविदा नहीं माना जाता है।

भारत मे कोई भी तकनीकी रूप से क्रिप्टोकरेंसी को रोक नहीं सकता। क्योंकि इसमे किसी भी केंद्रीकृत पार्टी आदि का इसपर कोई नियंत्रण नहीं है।

भारत मे पिछले कुछ समय में क्रिप्टो करेंसी की भूमिका एक मुद्रा के रूप में कम हो गईथी जो अब फिर से बढ़ गयी है। इसका एक बहुत छोटा हिस्सा है। यह सोने की तरह एक परिसंपत्ति वर्ग की तरह विकसित हो रहा है।

अब दुनिया मे यह तेजी से विकसित हो रही है। दुनिया के किसी भी देश ने क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध नहीं लगाया है। और आगे ईआई सल्वाडोर जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन को लीगल टेंडर का दर्जा भी दे दिया है।

भारत में क्रिप्टो मुद्रा पर कर के प्रभाव और इसका स्वरूप –

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कर योग्यता की स्थिति के बारे में 23 मार्च 2021 को संसद में पूछे गए एक सवाल के जवाब में बताया था की जिसमें कहा गया है कि आयकर अधिनियम 1961 की धारा 5 के अनुसार यह कुल आय से एक व्यक्ति की सभी आय होगी। और इसके सभी स्रोत चाहे कानूनी हों या नहीं और , कोई भी व्यावसायिक गतिविधि जो क्रिप्टोकरेंसी या संपत्ति से संबंधित हैउस पर जब तक कि विशेष रूप क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे और नुकसान से छूट प्रदान न किया गया हो माल और सेवा कर के तहत कर योग्य है।

और इसी तरहसे “किसी भी सेवा की आपूर्ति यदि विशेष रूप से छूट प्रदान नही की गयी है तो वह जीएसटी के तहत कर योग्य है । और क्रिप्टोकुरेंसी एक्सचेंज से संबंधित किसी भी सेवा को छूट नहीं दी गई हैइसलिए यह भी कर योग्य है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार खुले दिमाग से सभी विकल्पों पर विचार कर रही है। और यह सुनिश्चित करेगी कि निवेशकों के हितों की रक्षा जिसमे हो उसको लागू किया जाए। आरबीआई भारत की अपनी डिजिटल मुद्रा पर भी काम कर रहा है। और सरकार ने एक अंतर-मंत्रालयी समिति की भी गठन किया गया है। जहां पर सचिवों ने एक रिपोर्ट प्रस्तुत की थी।

आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 2 (24) में आय की परिभाषाइस प्रकार से दी गयी है। जिसमे ‘आय’ शब्द ‘लाभ’ या ‘लाभ’ तक सीमित नहीं है। जबकि इस परिभाषा का उद्देश्य ‘आय’ के अर्थ को सीमित करना नहीं है बल्कि आय के स्त्रोत को चौड़ा करना है। भले ही एक रसीद परिभाषित किसी भी खंड के दायरे में क्यो नहीं आती है। फिर भी यह आय की प्रकृति का एक हिस्सा हो सकती है। जब तक कि स्पष्ट रूप से छूट न दी गयी हो।

यदि डिजिटल मुद्रा को मुद्रा के रूप में माना जाता है। तो यह आयकर अधिनियम के अनुसार कर के लिए अतिसंवेदनशील नहीं होगा। परंतु इसका प्राकृतिक अर्थ और न ही आईटी अधिनियम की धारा 2(24) में आय के रूप में क्रिप्टोकुरेंसी ‘पैसा’ या ‘मुद्रा’ मे शामिल किया गया है। हालांकि इसमें ‘मौद्रिक भुगतान’ शामिल है।

CryptoCurrency क्या है? यह कैसे काम करती है

आज CryptoCurrency पूरी दुनिया में चर्चित है। लेकिन ये कोई वस्तु या शेयर बाजार नही है। आज भी बहुत से लोग ऐसे है जिनको पता नही C ryptoCurrency क्या है| आप सबके मन में ये बात जरूर आती होगी ।आखिर क् C ryptoCurrency क्या है and यह कैसे काम करती है तो आइए जानते हैं।

CryptoCurrency क्या है

Currency क्या है

CryptoCurrency क्या है किसी देश द्वारा मान्यता प्राप्त ऐसी मुद्रा जिसको लोग धन के रूप में इस्तेमाल करते हो | जिसके बदले लोग कुछ वस्तु खरीद सके उसे Currency कहते हैं
आप क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे और नुकसान 500 रुपए के पुराने नोट से कुछ नहीं खरीद सकते क्योंकि उसकी आज कोई value नहीं है| वह सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है | इसलिए वह कोई करेंसी नहीं है| सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त करेंसी को छुआ जा सकता है महसूस किया जा सकता है और उसे हम बैंक में रख सकते हैं लेकिन CryptoCurrency मैं ऐसा कुछ नहीं होता |

CryptoCurrency क्या है

इस तेजी से आगे बड़ते digital world में currency ने भी digital रूप ले लिया है। इस digital currency को ही C ryptoCurrency कहा। जाता है। जैसे bitcoin, dogecoin, litecoin etc. पहली बार C ryptoCurrency को 2009 में लॉन्च किया गया था। सबसे पहले क्रिप्टोकरंसी bitcoin थी। जो आज सबसे पॉपुलर है। फिर एथेरियम आया और इसके बाद धीरे-धीरे बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी आ गई। आज 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी हैं।

हर क्रिप्टोकरंसी का तरीका अलग है हर coin का लोगों अलग है।

क्रिप्टो करेंसी कोई नोट या कोई सिक्का नहीं होता and ना ही हम इसको अपने पास रख सकते हैं। हम इसको महसूस नहीं कर सकते हैं। ना ही हम इसको किसी बैंक में रख सकते हैं। हम इसको अपने Digital wallet में रख सकते हैं। हम इसे online ही लेन देन कर सकते हैं।इसलिए इसको online करेंसी भी कहा जाता है। फिर एथेरियम आया |और इसके बाद धीरे-धीरे बहुत सारी क्रिप्टोकरंसी आ गई। आज 5000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरंसी हैं। हर क्रिप्टोकरंसी का तरीका अलग है| हर coin का लोगों अलग है।

हर देश को अपनी करंसी पर पूरा कंट्रोल होता है। क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे और नुकसान होता। इस पर किसी भी देश का कोई कंट्रोल नहीं होता। पहले इंडिया में क्रिप्टोकरंसी पर रोक लगा दी थी।

लेकिन March 2020 को सुप्रीम कोर्ट ने इस रोक को हटा दिया था। and इंडिया में भी अब क्रिप्टोकरंसी के user बढ़ने लगे हैं।

CryptoCurrency कैसे काम करती है

यह एक blockchain के माध्यम से काम करती है| इसमें जो भी लेनदेन होता है| उसका रिकॉर्ड रखा जाता है| यहां हाइटेक कंप्यूटर द्वारा इसकी देखरेख की जाती है|

जिसे cryptocurrency mining कहते है जो mining करते हैं उनको miners कहा जाता है | जो इसकी सिक्योरिटी करते हैं उनको फीस के तौर पर कुछ coin दिए जाते हैं|

CryptoCurrency क्या है

Cryptocurrency के फायदे और नुकसान

किसी भी चीज के लोगों के लिए फायदे हैं तो नुकसान भी होते हैं।

Cryptocurrency के फायदे क्या है।

आपको पता है यह डिजिटल करंसी है और इसमें कोई भी खतरा या फ्रॉड नहीं है।

✅ इसका सबसे बड़ा फायदा है कि आप इससे किसी भी देश विदेश में लेनदेन कर सकते हैं।

✅ आप अपने देश की करेंसी से किसी भी देश में लेनदेन करते हैं तो आपको कुछ चार्ज देना पड़ता है। लेकिन CryptoCurrency में आपको कुछ नहीं देना पढ़ता।

✅ अगर आपके पास एक्स्ट्रा पैसे हैं तो आप इसमें इन्वेस्ट भी कर सकते हैं। Price बढ़ने पर एक अच्छा फायदा ले सकते हैं

✅ आप इससे किसी भी सामान की shopping कर सकते हैं।

Cryptocurrency के नुकसान क्या है।

❌ क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी देश का नियंत्रण नहीं है। तो इसकी कीमत बढ़ती घटती रहती है।

❌ इसमें एक नुकसान यह भी है अगर आप किसी को गलत transaction कर देते हैं।तो अप इसको वापिस नहीं ले सकते।

❌ इसका इस्तेमाल गलत कामों के लिए भी हो सकता है क्योंकि इसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच ही होता है।

भारत में CryptoCurrency कैसी है | इसे कैसे खरीदा जाए

भारत में CoinSwitch, CoinDCX ,or WazirX,आदि क्रिप्टो एक्सचेंज बहुत पॉपुलर है जिसकी मदद से आप C ryptocoin खरीद सकते हैं और भारतीय रुपए में payment कर सकते है

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भारत में आगे इसका उपयोग कैसा है।

यह एक blockchain की तकनीक से बना है। और ब्लॉकचेन आगे आने वाले समय में सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाली है। अभी भारत में इसका उपयोग कम है लेकिन जिस तरह से यह popular हो रही है तो आगे चलकर भारत क्रिप्टोकरेंसी के फ़ायदे और नुकसान में इसका अच्छा उपयोग देखा जा सकता है।

तो यह थी CryptoCurrency क्या है आशा करता हूं कि आपको यह articalअच्छा और informative लगा होगा। आपको अगर अच्छा लगा है तो आगे शेयर करिए और कमेंट करिए कैसा लगा।

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