डीमैट अकाउंट की पूरी जानकारी | Demat Account in Hindi
What is Demat Account in Hindi – डीमैट खाता क्या हैं? इसके फायदें क्या हैं? इसको कहाँ और कैसे खुलवाएँ इसकी पूरी जानकारी के लिए इस पोस्ट को जरूर पढ़े. शेयर बाज़ार में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट का होना जरूरी होता हैं.
डीमैट अकाउंट क्या हैं | What is Demat Account in Hindi
शेयरों को ख़रीदने, बेचने और इलेक्ट्रानिक्स रूप में रखने की सुविधा Demat Account द्वारा मिलती हैं. किसी भी तरह के शेयरों के लेनदेन के लिए Share Holder के पास डीमैट अकाउंट का होना आवश्यक हैं.
जब कोई कंपनी बोनस या राइट शेयर जारी करती हैं तो ये शेयर भी सीधे शेयर होल्डर के क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है डीमैट अकाउंट में आ जाते हैं. आईपीओ ( IPO ) में शेयरों के आवेदन के लिए भी डीमैट खाते की आवश्यकता होती हैं.
जब हम डीमैट अकाउंट खुलवाते हैं तब हमें शेयर खरीदने और बेचने की जानकारी के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी दी जाती हैं. जब डीमैट अकाउंट खुल जाता हैं तब आपको एक ‘User ID‘ और ‘Password‘ दिया जाता हैं जिसके द्वारा आप ऑनलाइन अपने डीमैट अकाउंट में लॉग इन करके शेयर को ख़रीद और बेच सकते हैं. यह बहुत ही आसान होता हैं.
डीमैट खाते की फायदें | Advantages of Demat Account
- निवेशक को दिया जाने वाला बोनस या राईट शेयर को तुरंत उनके खाते में जमा कर दिया जाता हैं.
- चोरी होने, खराब होने, गम होने का कोई डर नहीं रहता हैं. डीमैट अकाउंट होने की वजह से शेयरों की खरीद-बिक्री में धोखा होने की सम्भावना समाप्त हो जाती हैं और यह सुविधाजनक हैं.
- डीमैट खाता रखने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपको टिकट के लिए भुगतान नहीं करना पड़ता है क्योंकि ये इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहीत हैं जो लेनदेन लागत को कम कर देता है.
- डीमैट खातें का शेयर दुसरे को ट्रान्सफर कर सकते हैं.
- यह खाता दो व्यक्तियों के नाम से भी खुलवाया जा सकता हैं
डीमैट खाता कहाँ खुलवाएं | Where to open a Demat Account
डीमैट अकाउंट खुलवाने की सुविधा कई बैंकों और वित्तीय संस्थानों के द्वारा दिया जाता है. इसमें आपको यह देखना होता हैं शेयर की खरीदने और बेचने पर कौन सा बित्तीय संसथान कितना कमीशन लेता हैं. कुछ वित्तीय संस्थान Free Demat Account भी खोलते हैं पर वो बाद में शेयर खरीदने और बेचने पर अधिक कमीशन लेते हैं और कुछ वित्तीय संस्थान डीमैट अकाउंट खोलने के समय कुछ अमाउंट चार्ज करते हैं वहाँ पर शेयर खरीदने और बेचने पर कम कमीशन देना होता हैं. डीमैट अकाउंट के बारे में पूरी जानकारी 3-4 वित्तीय संस्थानों से ले और फिर जो आपको कम पैसे में ज्यादा सुविधा दे रहा हो वहाँ अपना खाता खुलवा सकते हैं.
नोट – मैंने अपना डीमैट अकाउंट HDFC Bank में खुलवाया हैं.सबसे पहले मैंने Saving Account खुलवाया था और बाद में जब मैं शेयर बाजार के बारे में अच्छी जानकारी ले ली तो मैंने HDFC Bank में अपना Demat Account खुलवाया. इसमें कई तरह के प्लान होते हैं उन्हें अच्छे तरीके से समझे. दो-तीन वित्तीय संस्थानों के प्लान की तुलना करे और फिर जो आपको बेहतर लगे उसमे अपना अकाउंट खुलवाए.
डीमैट खाता कैसे खुलवाएं | How to open a Demat Account
जब आप यह कन्फर्म कर ले कि इस वित्तीय संस्थान में डीमैट अकाउंट खुलवाना हैं तो आप उसके वेबसाइट पर जाकर या कस्टमर केयर पर कॉल करके खाता खुलवाने में कौन सा डॉक्यूमेंट और क्या-क्या लगेगा इसकी पूरी जानकारी ले सकते हैं और डीमैट खाता खुलवाने के लिए उन्हें अपने घर या ऑफिस में बुला सकते हैं. आप उस क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है वित्तीय संस्थान पर जाकर भी खाता खुलवा सकते हैं.
नोट – Demat Account खुलवाने के बाद उनसे डेमो जरूर ले कि किस तरह शेयर खरीदा या शेयर को बेचा जाता हैं और अन्य जानकारी भी ले. जल्दबाजी में कभी भी निवेश न करें. पहले जरूरी जानकारी ले फिर निवेश करें.
Demat Account क्या है? Demat Account Kaise Khole
इस लेख के माध्यम से हम आपको समझाएंगे कि यह Demat Account क्या है? Demat Account Kaise Khole? और Stock Market के महत्वपूर्ण बातो पर भी नजर डालेंगे। स्टॉक मार्केट एक ऐसी जगह है जहां हर किसी को व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने की आवश्यकता होती है, भले ही सैद्धांतिक ज्ञान कितना भी हो। ज्ञान होना अत्यंत आवश्यक और उचित है। लेकिन व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करना और स्वयं के अनुभव से सीखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।
इससे पहले कि आप शेयरों में निवेश करना शुरू करें, Demat एक महत्वपूर्ण खाता है जिसे आपको स्थापित करने की आवश्यकता है। जी हाँ, आपने सही अनुमान लगाया – Demat Account Kaise Khole। SEBI के नियमों के अनुसार, Stock Market में शुरुआत करने के लिए Demat account खोलना जरूरी है। मैं आपके जानकारी के लिए बता दू आज भारत में काफी तेजी से इसका प्रचलन बढ़ रहा है।
2018 में लगभग 40 लाख Demat(डीमैटरियलाइज्ड) खाते खोले गए । जिससे ऐसे खातों की कुल संख्या 3.48 करोड़ से अधिक हो गई । सितंबर 2019 के बाद से सबसे अधिक मासिक वृद्धि हुई जब 1.9 मिलियन खाते खोले गए। अकेले जनवरी 2021 में, 1.7 मिलियन नए डीमैट खाते जोड़े गए।
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Demat Account क्या है?
अब हम जानेंगे कि आम आदमी की भाषा में Demat Account वास्तव में है क्या ? एवं Demat Account Kaise khole ? यह बहुत हद तक बैंक खाते से मिलता-जुलता है। जहां एक बैंक खाते में आपका पैसा Electronics प्रारूप में होता है, वहीं एक Demat khate में शेयर/प्रतिभूतियां होती हैं। यह Electronic प्रारूप में शेयर रखने की सुविधा है।
डीपत्रों का उपयोग किए बिना शेयरों को स्थानांतरित करने और प्राप्त करने की अनुमति देता है। इस खाते के माध्यम से कोई भी शेयर या स्टॉक को होल्ड या ट्रांसफर कर सकता है।आसान भाषा में बोले तो यह खाते का एक Digital रूप है। Demat शब्द ‘डीमैटरियलाइज्ड’ का संक्षिप्त रूप है। एक Demat Account आपको वास्तविक भौतिक शेयर प्रमाणपत्रों का उपयोग किए बिना शेयरों को स्थानांतरित करने और प्राप्त करने की अनुमति देता है।
सबसे अच्छा Demat Account का चयन कैसे करें?
भारत में इक्विटी बाजारों में निवेश करने के लिए आपके पास डीमैट खाता होना सबसे महत्वपूर्ण है। बिना दमत कहते के आप स्टॉक मार्किट नहीं कर सकते है , हालांकि, आपको अपने डीमैट खाते को किसी साधारण अकाउंट नहीं समझना चाहिए।
लेकिन, सबसे अच्छा विकल्प चुनने के लिए हमे बहुत ही अच्छे से जानकारी इक्कठी करनी होती है । डीमैट खात को खोलने के लिए, आपको एक डिपॉजिटरी चुननी होगी जो आपके लिए शेयर एक्सचेंजों में व्यापार करने के लिए सबसे बढ़िया हो। इस प्रकार, निवेश शेयरों में अपनी शुयह यात्राशुरू करने के लिए आपको ट्रेडिंग के लिए क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है सर्वश्रेष्ठ डीमैट खाते का चयन करना होगा।
वैसे मार्किट में बहुत Demat Account Holders है । लेकिन Zerodha एक बहुत ही बढ़िया विकल्प हो सकता है। क्योकि मैंने खुद Zerodha में ही अपना दमत अकाउंट ओपन किया है । Open Demat Account for Free
Online Demat Account कैसे खोलें? Demat Account Kaise Khole
निवेश तथा ट्रेडिंग के लिए Demat Account होना जरूरी है। आइए इस लेख के माध्यम से जानें कि Demat Account kaise Khole
आजकल बहुत से लोग ये जानने के लिए इक्क्षुक होते हैं, की भारत में शेयर बाजार का व्यापार कैसे करें। मैं आपकी जानकारी के लिए बता दू इसकी शुरुआत 3 चीजों से होती है – एक डीमैट खाता, एक बैंक खाता और एक ट्रेडिंग खाता ।
Demat and Trading Account | Demat Account Kaise kholte hain
मैं अभी आपको एक और खता जिसे Treding Account कहा जाता है जो की आपके डीमैट खाते और बैंक खाते के बीच एक Mediater का काम करता है। जो आपको बाजार में वास्तव में खरीदने तथा बेचने की Permission देता है। जब हम Demat अकाउंट खोल रहे होते है तो उस समय हमरे लिए ये आवश्यक होता है ।
Demat and Trading Account के बीच एक छोटी सी अंतर है। जैसा की हम जानते है की Demat Account का इस्तेमाल शेयरों को रखने और शेयरों की खरीद-बिक्री के रिकॉर्ड के लिए किया जाता है। वही दूसरी तरफ , Treding Account व्यक्ति को वास्तव में आसानी से खरीद या बिक्री तथा लेनदेन करने में सक्षम बनाता है। इन दोनों खातों को खोलते ही , आप निवेशक आसानी से अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार निवेश और व्यापार के साथ शुरुआत कर सकते हैं।
Demat Account खोलना आमतौर पर बहुत ही सरल है। बस आपको एक Demat Account खोलने का फॉर्म भरना होता है, फिर आवश्यक संपर्क से सबंधित विवरण दर्ज करना होता है ,क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है उसके बाद आवश्यक दस्तावेजो को अपलोड करके और कुछ आवश्यक विवरण भरना होता है। एक बार ई-सत्यापन की ये प्रक्रिया पूर्ण हो जाये , फिर ग्राहक व्यापार और निवेश शुरू करने के लिए तैयार हो जाते है ।
Demat Account खोलने के Steps( Demat Account Kaise Khole ) :
1. Demat Account Opening Form भरना
4. नीचे दिए गए Documents की एक फोटो या स्कैन कॉपी अपलोड करें। और है ये स्कैन कॉपी Max. 4 MB चाहिए।
a. स्थायी खाता संख्या (पैन) कार्ड
c. निवास प्रमाण पत्र
d. रद्द और हस्ताक्षरित चेक,
f. बैंक स्टेटमेंट
10. Client E-sign
11. व्यक्तिगत सत्यापन (आईपीवी)
चलते चलते
तो दोस्तों आप अपनी राय जरूर दे की आपको ये लेख आपको कैसा लगा। जैसा की हमने इस लेख के माध्यम से जाना की Demat Account क्या है? Onlline Demat Account kaise khole सकते है।
और हाँ दोस्तों अगर आपको ऐसे ही स्टॉक मार्किट और इन्वेस्टमेंट के बारे में ऐसेही और भी जानकारिया लेनी है। तो हमारे वेबसाइट पर से सारी जानकारिया ले सकते है।
तो चलिए दोस्त मिलते है एक और नयी जानकरी को लेकर जो की आपको बिज़नेस, इन्वेस्टमेंट और स्टॉक मार्किट में शुरुवात करने में मदद करेगी। इस लेख को पुरे अंत तक पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद !!
Two-Factor Authentication In Demat Account | शेयर में करते हैं निवेश तो जान लीजिए क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है डीमैट खाते से जुड़ा नया नियम, वरना 30 सितंबर के बाद नहीं कर सकेंगे लॉग इन
दोस्तों ,अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं तो यह समाचार आपके लिए बेहद खास है.दरअसल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange- NSE) ने 14 जून को एक सर्कुलर जारी किया था जिसमें दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) को अनिवार्य कर दिया गया था. इसे एक्टिवेट करने के लिए 30 सितंबर 2022 की समय सीमा निर्धारित की गई थी, जोकि बस कुछ ही दिनों में समाप्त होने वाली है.
अगर आप डीमैट खाते का प्रयोग कर रहे हैं तो 30 सितंबर 2022 तक अपने डीमैट खाते को दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) से अवश्य जोड़ दें,ऐसा न करने की स्थिति क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है में समय अवधि बीत जाने के बाद आप अपने डीमैट खाते में लॉगिन नहीं कर पाएंगे.
दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) योजना के अनुसार डीमैट अकाउंट होल्डर निम्नलिखित तीन विकल्पों में से कोई भी विकल्प अपना सकते हैं-
- पहला– डीमैट अकाउंट होल्डर अपने डीमैट खाते में लॉग इन करने के लिए बायोमेट्रिक पहचान का इस्तेमाल कर सकते हैं.
- दूसरा– डीमैट अकाउंट होल्डर निर्धारित प्रारूप के पासवर्ड(अल्फा न्यूमेरिक,अपर केस विथ स्पेशल कैरेक्टर्स) या पिन का प्रयोग कर सकते है जो केवल डिमैट अकाउंट होल्डर को ही पता हो.
- तीसरा– डीमैट खाता धारक वन टाइम पासवर्ड, सिक्योरिटी टोकन या किसी ऑथेंटिकेटर ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं.
Table of Contents
दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) की खास बातें-
- खाते में लॉग इन करने के लिए बायोमेट्रिक पहचान जरूरी होगी.
- ओटीओपी(OTOP) या पिंन (चार डिजिट या छ:डिजिट जैसा ब्रोकर द्वारा निर्धारित हो) की हर बार जरूरत होगी.
- बायोमेट्रिक पहचान के साथ ही साथ मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी या पिंन डालना पड़ेगा.
किस तरह इस्तेमाल कर सकेंगे-
दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) के लिए अलग-अलग ब्रोकर द्वारा अलग-अलग सेट बनाए जा सकते हैं जहां पर कुछ स्टॉक ब्रोकर बायोमेट्रिक पहचान के साथ-साथ पासवर्ड, पिन, ओटीपी या सिक्योरिटी टोकन इनपुट करने के लिए कह सकते हैं वहीं पर कुछ ब्रोकर ओटीपी, सिक्योरिटी टोकन के साथ पासवर्ड या पिन के उपयोग करने का विकल्प उपलब्ध करा सकते हैं.
स्टॉक ब्रोकिंग कंपनियों ने नियम लागू किया-
दोहरा प्रमाणीकरण (two-factor authentication) कोई नई चीज नहीं है कई स्टॉक ब्रोकर के द्वारा यह नियम पहले से ही लागू किया जाता आ रहा है लेकिन नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange- NSE) के नए सर्कुलर के आने के बाद से अब 30 सितंबर 2022 के बाद यह प्रक्रिया सभी स्टॉक ब्रोकर्स के लिए अपनानी आवश्यक हो जाएगी. अगर आप एक सक्रिय और जागरुक निवेशक हैं तो आपने देखा होगा कई प्रचलित स्टॉक ब्रोकर्स द्वारा यह व्यवस्था लागू की जा चुकी है जबकि कुछ अभी इस दिशा में प्रयत्नशील है.
निष्कर्ष-
निवेशकों की सुरक्षा के लिए समय-समय पर ऐसे नियम आते रहते हैं, इसी क्रम में दोहरा प्रमाणीकरण (two-factor authentication) का नियम लागू किया जाने वाला है. दोहरा प्रमाणीकरण (two-factor authentication) ग्राहकों की सुरक्षा के लिए जरूरी है.नियम लागू होने के बाद से डीमैट खाता धारक टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन के बिना लॉगिन नहीं कर पाएंगे.
तो देर किस बात की है, आप किस बात का इंतजार कर रहे हैं. अगर आपने अभी तक दोहरे प्रमाणीकरण (two-factor authentication) का फीचर इनेबल नहीं किया है तो इसको अविलंब इनेबल यानी सक्रिय कर लें. यह आपके डिमैट अकाउंट की सुरक्षा के लिए अति आवश्यक है.
डीमैट अकाउंट खोलना चाहते हैं तो ये बातें जान लें
अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.
अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो आप ऑनलाइन ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलकर ऐसा कर सकते हैं.
जानिए कैसे खुलेगा यह अकाउंट:
ब्रोकरेज कंपनियां खोलती हैं यह अकाउंट
ऑनलाइन निवेश करने के लिए ब्रोकिंग खाते की जरूरत होती है. इसे एचडीएफसी सिक्योरिटीज, आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एक्सिस डायरेक्ट, फेयर्स और जेरोधा जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास जाकर खोला जा सकता है.
ट्रेडिंग के लिए डीमैट काफी नहीं
शेयरों में सीधे निवेश करने के लिए आपके पास तीन खाते होने चाहिए. इनमें बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट खाता शामिल हैं. ट्रेडिंग खाते के बगैर डीमैट खाता अधूरा है. डीमैट खाते में आप सिर्फ डिजिटल रूप में शेयरों को रख सकते हैं.
जबकि ट्रेडिंग अकाउंट के साथ आप शेयर, आर्इपीओ, म्यूचुअल फंड और यहां तक गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. इसके बाद आप इन्हें डीमैट खाते में रख सकते हैं.
डीमैट में शेयरों के रखरखाव का काम डेपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) करते हैं. इनमें नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) और सेंट्रल डिपॉजटरी सर्विसेज लिमिटेड (सीडीएसएल) शामिल हैं.
एक से दूसरे खाते में इस तरह जाती है रकम
-पहले आपके सेविंग्स बैंक अकाउंट से ट्रेडिंग अकाउंट में रकम आती है.
-ट्रेडिंग अकाउंट की अपनी खास आर्इडी होती है. इस खाते की मदद से शेयरों की खरीद-फरोख्त की जा सकती है.
-जितने शेयर खरीदे या बेचे जाते हैं, यह डीमैट खाते में दिखता है. डीमैट खाते का इस्तेमाल बैंक की तरह होता है जहां शेयरों को जमा किया जाता है.
ब्रोकरेज फर्म की फीस देख लें
किसी भी वित्तीय सेवा की तरह डीमैट खाते के साथ भी चार्ज जुड़े होते हैं. इसमें ब्रोकर को चुनने में खास ध्यान देना चाहिए. खाता खोलने की फीस और ब्रोकिंग चार्ज के अलावा ट्रांजैक्शन चार्ज को भी देख लेना चाहिए.
आपके खाते और पैसे का क्या होगा अगर आप हर साल पीपीएफ, एसएसवाई, एनपीएस में पैसा जमा नहीं करते?
जैसे-जैसे हम वित्तीय वर्ष के अंत के करीब पहुंच रहे हैं, आप यह चेक करना चाहेंगे कि आपने बचत और पेंशन योजनाओं को सक्रिय रखने के लिए आवश्यक न्यूनतम निवेश किया है या क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है नहीं। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF).
जैसे-जैसे हम वित्तीय वर्ष के अंत के करीब पहुंच रहे हैं, आप यह चेक करना चाहेंगे कि आपने बचत और पेंशन योजनाओं को सक्रिय रखने क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है के लिए आवश्यक न्यूनतम निवेश किया है या नहीं। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), और नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में हर वित्तीय वर्ष में न्यूनतम निवेश क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है अनिवार्य है। आपको बता रहे हैं कि डिफॉल्ट करने पर आप क्या खो सकते हैं और एक निष्क्रिय खाते को कैसे फिर एक्टिव करें।
पीपीएफ: पीपीएफ को सक्रिय रखने के लिए आवश्यक न्यूनतम निवेश 500 रुपए है। आपको उस बैंक या डाकघर को एक आवेदन लिखना होगा जिसके साथ खाता खोला गया था ताकि इसे एक्टिव किया जा सके।आवेदन के साथ, आपको प्रत्येक डिफ़ॉल्ट वर्ष के लिए 50 रुपए का भुगतान करना होगा, सभी वर्षों के लिए 500 रुपए का भुगतान और 500 रुपए उस साल के फिर से सब्सक्रिप्शन के लिए शुल्क के रूप में जिसमें आप खाते को एक्टिव करते हैं।
पीपीएफ में अधिकतम योगदान की कोई सीमा नहीं है, आपको प्रति वित्तीय वर्ष में केवल 1.5 लाख रुपए तक की कर छूट और ब्याज मिलता है। जब तक आप खाते को एक्टिव नहीं करते हैं, तब तक आप क्रमशः तीन और पांच वर्षों के बाद पीपीएफ शेष राशि पर लोन नहीं ले सकते हैं या आंशिक निकासी नहीं कर सकते हैं। बंद खाते में बकाया राशि पर परिपक्वता तक ब्याज मिलता है। डिफ़ॉल्ट खातों को परिपक्वता के बाद एक्टिव नहीं किया जा सकता है और यदि परिपक्वता के समय आपका खाता बंद कर दिया जाता है, तो आप खाते को अगले पांच वर्षों के लिए आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।
एनपीएस: एनपीएस टियर 1 खातों में प्रति वित्तीय वर्ष न्यूनतम 1,000 रुपए का योगदान होना चाहिए, जिसकी कोई ऊपरी सीमा नहीं है। टियर II खातों के लिए कोई न्यूनतम अनिवार्य योगदान नहीं है। डिफॉल्ट करने पर आपका टियर 1 अकाउंट फ्रीज हो जाएगा। खाताधारक जो ऑनलाइन लेन-देन करते हैं, वे प्रत्येक चूक वर्ष के लिए बकाया के रूप में 1,000 रुपए के साथ 100 रुपए का जुर्माना देकर सीधे इसे नियमित कर सकते हैं। ऑफलाइन खाताधारकों को अनफ्रीजिंग की प्रक्रिया शुरू करने के लिए अपनी उपस्थिति (पीओपी) को लिखना चाहिए।
SSY: SSY खाते को सक्रिय रखने के लिए माता-पिता/कानूनी अभिभावक को कम से कम 250 रुपए का भुगतान क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है क्या निवेश के लिए डीमैट खाता आवश्यक है करना होगा। डिफॉल्ट में प्रति डिफॉल्ट वर्ष 50 रुपए का जुर्माना लगता है। खाते को नियमित नहीं करने से ब्याज पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और शेष 21 वर्ष की परिपक्वता अवधि तक ब्याज अर्जित करेगा। ध्यान दें कि चूंकि SSY में केवल 15 साल तक जमा की अनुमति है, इससे पहले ही खाते को एक्टिव किया जा सकता है।
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