औंधे मुंह गिरा अमेरिकी शेयर बाजार, Dow में 1000 अंक से ज्यादा की गिरावट
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट से रुपया शुरुआती कारोबार में बुधवार को 25 पैसे के नुकसान के साथ 82.75 प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में डॉलर मांग तथा विदेशी कोषों की निकासी से निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा। वहीं, मंगलवार को रुपया 65 पैसे टूटकर 82.50 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
सोने-चांदी में की कीमतों में दर्ज हुई बढ़ोतरी
MCX पर सोने के भाव में जहां 100 रुपये से ज्यादा की बढ़त दर्ज की गई है। वहीं चांदी भाव में 300 रुपये से ज्यादा का उछाल देखा गया है। बता दें, सोना 53,880 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर ट्रेड कर रहा है। यह बीते दिन के भाव से 120 रुपये ज्यादा है। वहीं चांदी का भाव करीब 300 रुपये बढ़कर 65,714 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है।
अगले दो साल तक कमर्शियल और अन्य सर्विस देती रहेगी Viatris
Viatris के बायोसिमिलर कारोबार का अभी हाल ही में बायोकॉन बायोलॉजिक्स ने अधिग्रहण कर लिया है। यह सौदा कैश और इक्विटी के जरिये 335 करोड़ डॉलर में हुआ है। बायोकॉन बायोलॉजिक्स बायोकॉन की सब्सिडियरी है। बायोकॉन बॉयोलॉजिक्स में बायोकॉन का 68% हिस्सा है। अब Viatris अगले 2 साल तक कमर्शियल और अन्य सर्विस देगी। कंपनी ने यह जानकारी खुद दी है।
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Share Market : फिर औंधे मुंह गिरा शेयर बाजार, 300 अंक से ज्यादा फिसला सेंसेक्स
भारतीय शेयर बाजार संभलने का नाम नहीं ले रहा। सप्ताह के दूसरे दिन यानी मंगलवार को भी शेयर बाजार की शुरुआत निराशाजनक रही। कमजोर वैश्विक रुझानों और फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों के सतर्क रुख के चलते प्रमुख शेयर सूचकांकों में शुरुआती कारोबार में गिरावट हुई और सेंसेक्स 375 अंक लुढ़क गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक 374.72 अंक गिरकर 52,471.98 पर था, जबकि निफ्टी 100.15 अंक गिरकर 15,674.25 पर आ गया। सेंसेक्स में एशियन पेंट्स, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी बैंक, टाइटन और एचडीएफसी शुरुआती कारोबार में गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
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दूसरी ओर भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, एनटीपीसी, एमएंडएम और बजाज फिनसर्व में बढ़त देखी गई। अन्य एशियाई बाजारों में सोल, तोक्यो, हांगकांग और शंघाई के बाजार सत्र के मध्य सौदों में लाल निशान में थे। अमेरिकी शेयर बाजार सोमवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए।
इससे पहले सेंसेक्स सोमवार को 1,456.74 अंक या 2.68 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,846.70 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 427.40 अंक या 2.64 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,774.40 पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.02 प्रतिशत गिरकर 122.24 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को शुद्ध रूप से 4,164.01 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
क्यों दुनियाभर के शेयर बाजारों में आ गई सूनामी? सोकर उठे भारतीय निवेशकों के 4 लाख करोड़ डूबे
भारतीय निवेशकों को शुरुआती कारोबार में ही लगभग 4 लाख करोड़ की औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार चपत लग चुकी थी.
शुक्रवार को फेडलर रिजर्व के चीफ जेरोम पॉवेल की स्पीच के बाद शेयर बाजार का औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार मूड बिगड़ा. आज सोमवार को दुनियाभर के बाजारों . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : August 29, 2022, 12:36 IST
हाइलाइट्स
अमेरिका में होने वाले हर बड़े फैसले का रिएक्शन भारत में नजर आता है.
फेडलर रिजर्व के चीफ जेरोम पॉवेल की स्पीच के बाद बाजार का मूड बिगड़ा.
क्रूड ऑयल अब एक बार फिर से यह 100 डॉलर के ऊपर निकल गया है.
नई दिल्ली. 29 अगस्त 2022 को भारतीय शेयर बाजार ने बड़ा गोता लगाया है. सुबह ओपनिंग के साथ ही सेंसेक्स लगभग 1400 अंक गिर गया था, जबकि निफ्टी में 370 अंकों से अधिक की गिरावट थी. शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाले सेंसेक्स पर नेस्ले और हिन्दुस्तान यूनिलीवर को छोड़कर बाकी तमाम लाल निशान पर थे.
निवेश सकते हैं में है कि आखिर अचानक से ऐसा क्या हुआ कि शेयर बाजार में एकदम से इतनी गिरावट आ गई. दरअसल, शेयर बाजार पर बाहरी तत्वों का काफी प्रभाव रहता है. भारतीय बाजारों की बात करें तो अमेरिका में होने वाले हर बड़े फैसले का रिएक्शन भारत में नजर आता है. इसके अलावा डॉलर की मजबूती और कमजोरी का असर भी हमारे बाजार पर पड़ता है. आज हम आपको इस ताजा गिरावट के मुख्य कारणों के बारे में बता रहे हैं.
शुक्रवार को ही हो गया था आभास
बात है 26 अगस्त, शुक्रवार की. शुक्रवार को भारतीय बाजार हल्की गिरावट के साथ बंद हुए थे. सेंसेक्स में लगभग 60 अंक और निफ्टी में 36 अंकों की गिरावट थी. भारतीय बाजार बंद होने के बाद अमेरिकी बाजार काफी दबाव में खुले. नैस्डैक 100 (Nasdaq 100) शुक्रवार को 538 अंक गिर गया यानी 4 फीसदी से ज्यादा की बड़ी देखी गई. नैस्डैक के अलावा एसएंडपी (S&P) भी 3 प्रतिशत से अधिक टूटा. उसी दिन अंदाजा हो गया था कि सोमवार को भारतीय बाजार काफी गिरावट के साथ खुल सकते हैं और बिलकुल वही हुआ भी.
केवल आज सुबह की औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार बात करें तो ओपनिंग के साथ ही BSE पर लिस्टेड कंपनियों की पूंजी 3.90 लाख करोड़ रुपये कम औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार हो गई. सुबह के समय BSE पर लिस्टेड कंपनियों की कुल पूंजी 273.06 लाख करोड़ रुपये रह गई. इसे दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों के कुछ किए बिना ही उन्हें लगभग 4 लाख करोड़ रुपये की चपत लग गई. आज सुबह सभी सेक्टर लाल देखे गए, लेकिन टेक्नोलॉजी सेक्टर के शेयर्स में ज्यादा बिकवाली हावी रही.
क्या हैं गिरावट के कारण?
1. पॉवेल की स्पीच
फेडलर रिजर्व के चीफ जेरोम पॉवेल की स्पीच के बाद बाजार का मूड बिगड़ा और निवेशकों ने जोखिमभरे बाजार से अपना पैसा निकालकर सुरक्षित ठिकानों में निवेश करने का मन बनाया. उन्होंने कहा, “मूल्य स्थिरता बहाल करने में कुछ समय लगेगा. मांग और आपूर्ति को बेहतर संतुलन में लाने औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार के लिए हमें हमारे टूल्स का जबरदस्ती उपयोग करना पड़ेगा… इकॉनमी को महंगाई को नियंत्रण में आने तक कुछ औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार समय के लिए कठोर मौद्रिक नीति की जरुरत है. हमें सुस्त ग्रोथ, कमजोर जॉब मार्केट और कारोबार में सुस्ती के लिए तैयार रहना चाहिए.”
2. ग्लोबल सेलऑफ (Global selloff)
जैसा कि हम पहले ही बात कर चुके हैं कि अमेरिकी बाजार शुक्रवार को औंधे मुंह गिरे थे, बाकी देशों के बाजारों से भी कोई अच्छा संकेत नहीं मिला. 16 जून के बाद अमेरिकी बेंचमार्क इंडेक्स नैस्डैक में यह सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली है.
S&P 500 में 141.46 अंकों (3.37 फीसदी) की गिरावट आई, जबकि Nasdaq Composite 497.56 अंक (3.94 फीसदी) टूटकर 12,141.71 के स्तर पर बंद हुआ. डाउ जोन्स (Dow Jones Industrial Average) में 1,008.38 अंकों की भयंकर गिरावट देखी गई. यह 3.03 फीसदी गिरकर 32,283.40 पर बंद हुआ. आज MSCI की एशिया का सबसे बड़े इंडेक्स भी गिरा. जापान के Nikkei में 2.3 फीसदी की गिरावट आई और साउथ कोरिया के Kospi को भी इतने ही फीसदी नीचे ट्रेड करते देखा गया.
3. क्रूड का महंगा होगा
पिछले कुछ दिनों से कच्चे तेल में उबाल देखने को नहीं मिला था. बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड दहाई (डबल डिजिट) में गिर चुका था और धीरे-धीरे शांत हो रहा था. परंतु अब एक बार फिर से यह 100 डॉलर के ऊपर निकल गया है. पॉवेल की स्पीच के बाद यह थोड़ा शांत होता दिखा, लेकिन उतनी स्थिरता नहीं दिखी कि जिस पर शेयर बाजार कोई रिएक्शन नहीं दिखाता. क्रूड ऑयल का महंगा होना अन्य चीजों की महंगाई की तरफ पहला कदम है.
4. रुपये में गिरावट, डॉलर मजूबत
करेंसी बाजार भी शेयर बाजार की तरह ही दिखा. 29 अगस्त, मतलब आज भारतीय रुपये में बड़ी गिरावट देखने को मिली. यह डॉलर के मुकाबले नए निचले स्तर पर पहुंच गया. शुरुआती कारोबार में यह 80.11 पर पहुंच गया था, जबकि 26 अगस्त को इसने 79.87 पर क्लोजिंग दी थी.
कोटक सिक्योरिटीज़ के अनिंद्या बनर्जी ने कहा कि डॉलर की मजबूती, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड का ऊंचा होना, और भारतीय बाजारों के कमजोर होने से FPIs के लिए अपने ट्रेड्स को बनाए रखना मुश्किल हो गया है. करेंसी में अगले 1-2 हफ्तों तक 79.70 से 80.50 तक की रेंज देखने को मिल सकती है.
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औंधे मुंह गिरा शेयर बाजार, Sensex 1150 अंक गिरा, निवेशकों के डूबे 5 लाख करोड़
Stock Market News: गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर 77.59 पर पहुंच गया.
Stock Market News Update Today: वीकली एक्सपायरी वाले दिन गुरुवार 12 मई को बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा. बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई. भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 2% से ज्यादा गिरकर बंद हुए. इस मार्केट क्रैश में निवेशकों के 5 लाख करोड़ रूपये से ज्यादा डूब गए.
30 शेयरों पर आधारित प्रमुख सूचकांक BSE सेंसेक्स (Sensex) 2.14 फीसदी या 1158 अंको की कमजोरी के साथ 52,930 पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी गिरकर 16,200 के नीचे आ गया. निफ्टी 50 इंडेक्स 2.22% या 359 अंक फिसलकर 15,808 पर आ गया.
क्यों गिरा बाजार?
बाजार में जारी गिरावट की सबसे बड़ी वजह इन्फेलेशन (महंगाई) पर काबू पाने के लिए RBI समेत दुनियाभर के केंद्रीय बैंको द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी है. आरबीआई द्वारा रेपो रेट में वृद्धि करने के बाद से अब तक भारतीय मार्केट 7% गिर चुका है. सोर्सस के मुताबिक आरबीआई ब्याद दरों में और बढ़ोतरी कर सकता है.
डॉलर के मुकाबले रूपये में कमजोरी जारी है. गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर 77.59 पर पहुंच गया.
औंधेमुंह गिरे अमेरिकी औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार शेयर बाजार
नई दिल्ली
अमेरिकी शेयर बाजार में बुधवार को आए तूफान का असर घरेलू शेयर मार्केट पर भी दिख रहा है। 30 शेयरों पर आधारित बीएसई का प्रमुख संवेदी सूचकांक आज यानी गुरुवार को 509 अंकों की गिरावट के साथ खुला। वहीं, निफ्टी भी 18044 के स्तर से अपने कारोबार की शुरुआत की।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 326 अंकों की गिरावट के साथ 60706 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 105 अंक लुढ़क कर 18051 के स्तर पर। निफ्टी टॉप गेनर में सिप्ला, हिन्दुस्तान यूनीलवर, दिविस लैब, भारती एयरटेल और इंडसंड बैंक जैसे स्टॉक्स थे तो टॉप लूजर में टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, आयशर मोटर्स, टेक महिंद्रा और अल्ट्राटेक सीमेंट।
बता दें बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार का प्रमुख संवेदी सूचकांक डाऊ जोंस 1.95 फीसद यानी 646 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक भी 2.48 फीसद लुढ़क कर 10353 के स्तर पर बंद हुआ। एसएंडपी भी 2.08 फीसद यानी 263 अंकों का गोता लगाया।
दिग्गज कंपनियों के शेयर औंधेमुंह गिरे
वॉल्ट डिज्नी के शेयर 13 फीसद से अधिक लुढ़क कर बंद हुए। नेटफ्लिक्स भी 3 फीसद से अधिक गिरकर बंद हुआ। वहीं, एलन मस्क की कंपनी टेस्ला औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार इंक 7.17 फीसद टूट गया। जेफ बेजोस की कंपनी अमेजन के शेयर भी 3.84 फीसद टूट गए। औंधेमुंह गिरे अमेरिकी शेयर बाजार एप्पल में 3.32 फीसद की गिरावट दर्ज की गई तो गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट 1.78 फीसद टूटा।
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Comments
- Reply Henry kendel October 31, 2018
There’s such a thing as “too much information”, especially for the companies scaling out their sales operations. That’s why Attentive was born
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