vfxAlert उत्क्रमण रणनीति: हमारे संकेत, आपका लाभ

बाइनरी विकल्प सिग्नल कैसे काम करते हैं? क्या वे आपकी खुद की रणनीति के लिए एक अच्छा जोड़ होंगे, या पैसा बर्बाद हो जाएगा? इस तरह के सवाल न केवल शुरुआती बल्कि पेशेवर बाइनरी व्यापारियों द्वारा भी पूछे जाते हैं। इस वीडियो में सिग्नल सेवा vfxAlert अपनी उलट रणनीति दिखाएगा।

रणनीति की विशेषताएं

M1-M5 रेंज में कोई भी। हमारे मामले में, एम 1 का उपयोग किया जाता है, लेकिन विश्लेषण की बढ़ती अवधि के साथ, संकेत की सटीकता बढ़ रही है।

कोई भी मुद्रा जोड़ी। मुख्य आवश्यकता एक निश्चित (2-3 अंक) फैली हुई है और कोई छिपी हुई फीस नहीं है।

सभी विदेशी मुद्रा व्यापार सत्र।

प्रतिशत प्रीमियम विकल्प:

खेतों में प्रयुक्त संकेतक

रणनीति दो तकनीकी संकेतकों का उपयोग करती है:

पैराबोलिक SAR लघु और मध्यम अवधि की प्रवृत्ति की दिशा निर्धारित करें। संकेतक अंक मूल्य से नीचे हैं और ऊपर निर्देशित हैं - एक अपट्रेंड। उच्च मूल्य और नीचे की ओर निर्देशित - एक डाउनट्रेंड।

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) - थरथरानवाला खरीदारों और विक्रेताओं के बीच वर्तमान संतुलन का आकलन करेगा: 80 से ऊपर का भविष्यवक्ता - अपट्रेंड का अंत (ओवरबॉट), 20 से नीचे - नीचे की तरफ ( ओवरसोल्ड)।

80 और 20, "क्लासिक" आरएसआई स्तर। VfxAlert से बाइनरी ऑप्शन ट्रेडिंग सिग्नल , मान 70 और 30 का उपयोग करते हैं। यह आपको अधिक सटीक रूप से रिवर्सल की सच्चाई निर्धारित करने की अनुमति देता है: पहला सिग्नल 80/20 ज़ोन से बाहर निकल जाएगा, फिर vfxAlert से पुष्टि होगी।

उपकरण स्थापित करने के बाद, टर्मिनल की कामकाजी खिड़की इस तरह दिखती है:

बाइनरी विकल्प सिग्नल:

एक बार फिर, हम आपको याद दिलाते हैं कि जब मौजूदा रुझान की पुष्टि कीमत के उलट होने के साथ होती है तो विकल्प खुलते हैं।

RISE (CALL) विकल्प। कीमत के नीचे परवलयिक एसएआर के तीन बिंदु, आरएसआई को ओवरसोल्ड ज़ोन से ऊपर की ओर निर्देशित किया जाता है;

FALL (PUT) विकल्प। रिवर्स स्थितियां: चार्ट के ऊपर तीन पैराबोलिक मान, आरएसआई ओवरबॉट ज़ोन से नीचे।

एक विकल्प खोलने के लिए शर्त: पिछले 7 मानों को परवलयिक SAR के लिए चार्ट के विपरीत दिशा में या RSI के लिए ओवरबॉट / ओवरसोल्ड ज़ोन के बाहर होना चाहिए।

बाइनरी सिग्नल के बाद अगली मोमबत्ती पर एक ट्रेड खोलें। विकल्पों की समय सीमा समाप्त होने का समय 7-10 मिनट से कम नहीं होना चाहिए, भले ही एक कार्यसमय के रूप में यह मिनट का चुना गया हो, जैसा कि हमारे वीडियो में है।



उपयोग के लिए सिफारिशें:

यहां तक कि मिनट समय सीमा पर, आरएसआई शायद ही चरम क्षेत्रों में जाता है और आप बहुत सारे अच्छे द्विआधारी विकल्प विदेशी मुद्रा संकेतों को याद कर सकते हैं । यदि परवलयिक एसएआर और आरएसआई एक दिशा में बढ़ना शुरू करते हैं - तो आप एक विकल्प खोल सकते हैं!

यद्यपि पूरे दिन व्यापार करना संभव है, लेकिन सबसे विश्वसनीय संकेत अमेरिकी सत्र के दूसरे भाग में (16: 00 यूटीसी से) और एशियाई सत्र के अंत में (06:00 यूटीसी तक) होंगे। इन अवधियों के दौरान, उच्च अस्थिरता और बहुत अधिक प्रवृत्ति उलट होती है।

महत्वपूर्ण मौलिक समाचार और आंकड़ों के प्रकाशन के दौरान, हम समाचार से 30 मिनट पहले और प्रकाशन के 30 मिनट बाद विकल्प नहीं खोलते हैं; सतर्क व्यापारी वर्तमान सौदों को बंद कर सकते हैं। घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए, हम सभी लोकप्रिय बाइनरी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में शामिल आर्थिक कैलेंडर का उपयोग करते हैं

बाजार की बग़ल की चाल जितनी लंबी होती है, उसके पूरा होने के बाद एक मजबूत प्रवृत्ति की संभावना उतनी ही अधिक होती है। ऐसे मामलों में, आप vfxActert से एक परवलयिक एसएआर उत्क्रमण और मजबूत ऑटो बाइनरी संकेतों के पहले संकेतों पर ट्रेडों को खोल सकते हैं;

संक्षेप में बताएं । जब द्विआधारी विकल्प पर पैसे बनाने के तरीके के बारे में सोचते हैं , तो पहले यह निर्धारित करें कि संपत्ति क्या संकेत होगी। VfxAlert सेवा लगातार सभी मुद्रा जोड़े और क्रिप्टोकरेंसी के लिए स्थिर लाभ के लिए एल्गोरिदम में सुधार करती है, लेकिन व्यापारी यह तय करता है कि उसे अपनी रणनीति में किसका उपयोग करना है। याद रखें, सिग्नल केवल सिफारिशें हैं और सेवा नुकसान की जिम्मेदारी नहीं उठाती है।

अस्वीकरण:

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कैसे बनें शेयरों के शेर? जानें शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मंत्र

घटबढ़ अगले महीने भी जारी रह सकती है। ऐसे दौर में रिटेल इनवेस्टर को चाहिए कि रिस्क कम लें और समझदारी से शॉर्ट टर्म रणनीति बनाकर कारोबार करें.

ऐसे दौर में जब एक दिन शेयरों में मंदी के भारी झटके लगें और दूसरे दिन शेयर नई ऊंचाइयां चढ़ जाएं, तो रिटेल इनवेस्टरों को उन शेयरों में हाथ आजमाना चाहिए, जिनमें उतार-चढ़ाव कम हुआ है। इन शेयरों को गिरने पर खरीद लेना चाहिए। जब ये शेयर चढ़ें, तो बेच दें। इन शेयरों को खरीदने का फायदा यह होगा कि इन शेयरों के ज्यादा गिरने का रिस्क आपको नहीं डराएगा। कुछ समय तक गिरने के बाद इन शेयरों का बढ़ना तय है। ऐसे में आप इन्हें बेचकर मुनाफा कमा सकते हैं। डीएसई के पूर्व अध्यक्ष बी. बी. साहनी का कहना है कि छोटी तेज वाले शेयरों में इनवेस्टमेंट ऐसे दौर में सबसे सेफ होता है।

2. प्रॉफिट मार्जिन रहे कम

रिटेल इनवेस्टर झटके तभी खाते हैं, जब वे बड़े प्रॉफिट के चक्कर में पड़ते हैं। ज्यादा बढ़ने की चाहत में वे कई बारे शेयरों को होल्ड करके रख लेते हैं। अचानक पता चलता है कि मुनाफा वसूली की वजह से शेयर बुरी तरह गिर गए। ऐसे में जरूरी है कि शॉर्ट टर्म मुनाफा वसूली करते समय प्रॉफिट माजिर्न कम करें। शेयरों को निचले स्तर पर खरीदें और 5 से 10 पसेर्ंट के प्रॉफिट पर बेच दें। विनायक इंक के सीएमडी विजय सिंह का कहना है कि खरीदने और बेचने की छोटी रैलियां चलाएं। मुनाफा कम मिलने पर अगर कारोबारी रैलियां ज्यादा संख्या में होंगी, तो प्रॉफिट कवर हो जाएगा।

3. झटकों पर रखें ध्यान

मुनाफा कमाने के लिए शेयर बाजार में होने वाले झटकों पर ध्यान रखना जरूरी है, न कि बड़े चढ़ाव पर। जब भारी झटके लगें, तो देखें कि कौन-कौन से शेयर कितने गिरे हैं। शेयरों की गिरावट की तुलना उनकी पिछली गिरावट से करें। शेयरों के निचले स्तर का पता लगाएं। जो शेयर ज्यादा गिरे हैं और पहले की तुलना में निचले स्तर पर पहुंच गए हैं, उन्हें खरीदना फायदेमंद है। ऐसे शेयर दो-तीन कारोबारी दिनों के दौरान ही फिर तेजी पकड़ लेते हैं या पुराने स्तर पर आ जाते हैं। दोनों ही स्थितियों में उन शेयरों को बेच दें। आपको शॉर्ट टर्म फायदा होगा। ऐसे शेयरों में रिस्क कम होता है।

4. पूंजी का 60 परसेंट ही इनवेस्ट करें

शेयरों में अपनी पूंजी का 60 परसेंट ही लगाएं। कई बार शेयर बाजार का मूड भांपने में इनवेस्टर धोखा खा जाते हैं। वे ज्यादा प्रॉफिट के लालच में अपनी सारी पूंजी शेयरों में लगा देते हैं। जिन शेयरों में उन्होंने अपनी पूंजी लगाई है, अगर दुर्भाग्य से वे गिर गए तो वे घबरा जाते हैं और भविष्य में भारी नुकसान की आशंका के मद्देनजर शेयरों को बेच देते हैं। बाजार एक्सपर्ट के. के. मदान का कहना है कि अपने पास 40 परसेंट पूंजी रखना इसलिए जरूरी है कि इसके जरिए आप बाजार में रिकवरी कर सकते हैं। आपने जिन शेयरों को खरीदा है, अगर वे गिर भी गए, तो आप बाकी की 40 परसेंट पूंजी दूसरे शेयरों में लगाकर प्रॉफिट कमाने की रणनीति बना सकते हैं।

5. बड़े शेयरों को सस्ते में खरीदें

शेयर बाजार में ऐसे मौके भी आते हैं, जब बड़ी कंपनियों के शेयर बुरी तरह गिरते हैं। अगर आप थोड़ा रिस्क लेकर बजट का 30 परसेंट तक शेयरों में लगा सकते हैं तो आपको बड़े शेयरों पर नजर रखनी चाहिए। जब भी 10 से 15 परसेंट की गिरावट आए, तुरंत खरीद लें। ऐसा तब होता है, जब तकनीकी करेक्शन का दौर चलता है या विदेशी इनवेस्टर भारी मुनाफे के लिए शेयरों को गिराने का खेल खेलते हैं। ऐसा नवंबर-दिसंबर में देखने को मिल सकता है। नैक्सस इंफोटेक लिमिटेड के प्रमुख सुधीर जोश का कहना है कि अगर बड़े शेयर सस्ते में मिल जाएं, तो फिर क्या कहने! ऐसी स्थिति में कुछ ज्यादा वक्त तक शेयरों को अपने पास रख सकते हैं।

6. एफआईआई पर रखें नजर

नवंबर से दिसंबर के दौरान रिटर्न ज्यादा दिखाने के लिए फॉरेन इंस्टिट्यूशनल इनवेस्टर (एफआईआई) मुनाफा ट्रेडिंग रणनीति उलट वसूली का भारी खेल खेलते हैं। इस दौरान अगर रिटेल इनवेस्टर एफआईआई की रणनीति पर ध्यान दें, तो अच्छा होगा। देखें कि एफआईआई किन शेयरों को निशाना बना रहे हैं और कितना? वे जिन शेयरों को ज्यादा बढ़ाते हैं, उन्हें उतना ही गिराने की कोशिश करते हैं ताकि ज्यादा मुनाफा मिल सके। आप उन शेयरों पर दांव मत लगाइए, जिन्हें एफआईआई ज्यादा बढ़ावा दे रहे हैं। इनवेस्टरों को कई बार लगता है कि एफआईआई इन शेयरों पर खासे मेहरबान हैं। ये नई ऊंचाइयां छुएंगे, जबकि इसका उल्टा होने में देरी नहीं होती।

Sukhvinder Singh Sukhu: सुखविंदर सिंह सुक्खू के हाथ हिमाचल की कमान, मुकेश अग्निहोत्री बने डिप्टी CM

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिमला के रिज मैदान में सुक्खू को सीएम पद की शपथ दिलाई. उनके साथ मुकेश अग्निहोत्री ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली.

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ली हिमाचल के सीएम पद की शपथ

कमलजीत संधू/सुप्रिया भारद्वाज/सतेंदर चौहान/ललित शर्मा

  • शिमला,
  • 11 दिसंबर 2022,
  • (अपडेटेड 11 दिसंबर 2022, 2:26 PM IST)

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. हिमाचल के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शिमला के रिज मैदान में सुक्खू को सीएम पद की शपथ दिलाई. सुक्खू के साथ कांग्रेस नेता और प्रतिभा सिंह के करीबी मुकेश अग्निहोत्री ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है. सुक्खू के शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे.

हिमाचल के नए डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने शपथ लेने के बाद न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि हम पहली कैबिनेट बैठक में जनता से किए गए अपने वादों को पूरा करेंगे. पुरानी पेंशन योजना बहाल होगी. पहले लोग कहते थे कि कांग्रेस किसी भी राज्य में सत्ता में नहीं आएगी, लेकिन आज हमने बीजेपी का रथ बंद कर दिया है.

कांग्रेस के ये दिग्गज रहे मौजूद

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सुखविंदर सिंह बने हिमाचल के 15वें CM, देखें शपथ ग्रहण का वीडियो
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने राहुल गांधी पहुंचे शिमला, देखें वीडियो

सुखविंदर सिंह सुक्खू ने की आजतक से खास बात, देखें क्या कहा

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सुखविंदर सिंह सुक्खू की शपथग्रहण समारोह में मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल ट्रेडिंग रणनीति उलट गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, अशोक गहलोत, सचिन पायलट, भूपेश बघेल, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, राजीव शुक्ला, प्रतिभा सिंह समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे.

फाइल फोटो

शपथग्रहण में शामिल हुईं सुक्खू की मां

शपथ ग्रहण समारोह से पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू की मां संसार देवी शिमला के संजोली हेलीपैड पर पहुंची. यहां सुक्खू ने उनकी अगवानी की. उनकी मां ने कहा कि उनका बेटा एक सेवादार है और वह लोगों की सेवा करता रहेगा.

फाइल फोटो

प्रतिभा सिंह के घर पहुंचे थे सुक्खू

इससे पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह से उनके घर पहुंचकर मुलाकात की थी. प्रतिभा सिंह के मुलाकात के बाद सुक्खू ने कहा कि प्रतिभा सिंह राज्य में पार्टी की मुखिया हैं. सभी उनके मार्गदर्शन में काम करते हैं. इसलिए वह उन्हें शपथ ग्रहण में आमंत्रित करने के लिए आए थे. प्रतिभा ने भी कहा था कि मैं सुक्खू के शपथग्रहण समारोह में जरूर शामिल होऊंगी.

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साधारण कार्यकर्ताओं को मिल रही बड़ी जिम्मेदारियां: सुक्खू

शपथग्रहण से पहले आजतक से बात करते हुए सीएम सुक्खू ने कहा था अब राजनीति में बदलाव हो रहा है और कांग्रेस में साधारण कार्यकर्ताओं को बड़ी जिम्मेदारियां मिल रही हैं. हिमाचल का परिणाम देश की राजनीति में बड़ा बदलाव लेकर आएगा. उन्होंने बताया कि उनके पिता हिमाचल रोडवेज में ड्राइवर थे. उन्होंने शिमला में दूध बेचकर NSUI से अपना करियर शुरू किया.

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कांग्रेस में कोई मनमुटाव नहीं: विक्रमादित्य

शिमला ग्रामीण से दूसरी बार चुने गए विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में किसी तरह का कोई मनमुटाव नहीं है. अगर पार्टी किसी भी तरह की कोई जिम्मेदारी देती है तो उसका निर्वहन एक सच्चे सिपाही के तौर पर किया जाएगा. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बातचीत के दौरान बताया था कि विक्रमादित्य को कैबिनेट में स्थान मिलेगा.

कौन हैं हिमाचल के नए सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू?

सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल के कांग्रेस कैंपेन कमेटी के प्रमुख हैं. वह नादौन सीट से 5वीं बार विधायक चुने गए हैं. इस बार उन्होंने बीजेपी के विजय अग्निहोत्री को 3363 मतों के अंतर ट्रेडिंग रणनीति उलट से हराया है. सुक्खू ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में तब की थी जब वह सरकारी कॉलेज संजौली, शिमला में छात्र थे. वे कॉलेज छात्र संघ के महासचिव और अध्यक्ष रहे. वह 1989 से 1995 के बीच NSUI के अध्यक्ष रहे. 1999 से 2008 के बीच वे युवा कांग्रेस के प्रमुख भी रहे. सुक्खू दो बार शिमला नगर निगम पार्षद भी चुने गए थे. वह 2013 में हिमाचल कांग्रेस के प्रमुख के पद तक पहुंचे और 2019 तक ट्रेडिंग रणनीति उलट राज्य इकाई के प्रमुख बने रहे.

फाइल फोटो

कौन हैं डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री?

मुकेश अग्निहोत्री लगातार 5 बार चुनाव जीत चुके हैं. वे 2012 से 2017 के बीच वीरभद्र सिंह की सरकार में उद्योग मंत्री रहे. इसके अलावा उन्होंने संसदीय कार्य, सूचना एवं जनसंपर्क के अलावा श्रम एवं रोजगार विभाग की जिम्मेदारी भी संभाली है. हिमाचल के पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने उन्हें साल 2003 में संतोखगढ़ सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा. उसके बाद वह 2007 में भी वहां से चुनाव जीते. साल 2008 में परिसीमन के बाद संतोखगढ़ को हरोली विधानसभा सीट में तब्दील कर दिया गया. मुकेश अग्निहोत्री 2012 में तीसरी बार यहां से निर्वाचित होने में सफल रहे और उन्हें वीरभद्र सिंह की सरकार में मंत्री बनाया गया. कांग्रेस ने फायर ब्रांड नेता और अच्छे वक्ता अग्निहोत्री को साल 2018 में विपक्ष का नेता बनाया.

उल्टा चलने के फायदे जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे, दिमाग हो जाएगा तेज!

जो लोग न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के शिकार हैं और स्ट्रोक की बीमारी से उबर रहे हैं. उनके लिए भी उल्टा टहलना फायदेमंद होता है.

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उल्टा चलने के फायदे जानेंगे तो हैरान रह जाएंगे, दिमाग हो जाएगा तेज!

नई दिल्लीः टहलना शरीर के लिए फायदेमंद माना जाता है. यही वजह है कि स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी हमें टहलने की सलाह देते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि सीधे के साथ ही उल्टा चलना भी हमारे लिए गजब का फायदेमंद साबित हो सकता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि उल्टा चलने से हमारे शरीर को क्या फायदा होता है.

उल्टा चलने से क्या होता है फायदा
विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह है कि हमें हर हफ्ते कुछ घंटे की एरोबिक एक्टिविटी करनी चाहिए. इसमें टहलना भी शामिल है. सीधा चलने के लिए हमें ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं होती है लेकिन अगर हम उल्टा चलना चाहें तो इसके लिए हमें अपने दिमाग को फोकस रखना होगा. सीधा खड़े होने और सामने की दिशा में चलने के लिए हमारी आंखों का शरीर के बाकी हिस्सों से तालमेल जरूरी है लेकिन जब हम उल्टा चलते हैं तो हमारा दिमाग इन सारे सिस्टम के बीचे के कॉर्डिनेशन की प्रोसेसिंग के लिए ज्यादा वक्त लेता है. इससे हमारे शरीर का बैलेंस सुधरता है और शरीर स्थिर होता है.

उल्टा चलने से घुटनों के ऑस्टो आर्थराइटिस से पीड़ित लोगों को भी फायदा होता है. दरअसल पीछे चलते हुए हम जल्दी जल्दी और छोटे छोटे कदम उठाते हैं. इससे हमारे पैर के निचले हिस्से की मांसपेशियां मजबूत होती हैं और जोड़ों पर पड़ने वाला दबाव कम होता है.

इतना ही नहीं जो लोग न्यूरोलॉजिकल बीमारियों के शिकार हैं और स्ट्रोक की बीमारी से उबर रहे हैं. उनके लिए भी उल्टा टहलना फायदेमंद होता है. उल्टा चलने से हमारी रीढ़ का ज्यादा इस्तेमाल होता है. इससे पीठ दर्द से परेशान लोगों को भी फायदा हो सकता है.

विशेषज्ञ कहते हैं कि उल्टा चलने में 40 फीसदी ज्यादा ऊर्जा खर्च होती है. मोटी महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में पता चला है कि इससे वजन भी नियंत्रित हुआ.

उल्टा चलना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन इतना आसान भी नहीं है. बस समतल ट्रेडिंग रणनीति उलट धरातल पर उल्टा चलें ताकि गिरने के चांस कम रहें. प्रैक्टिस के बाद जिम में ट्रेड मिल पर भी इसे कर सकते हैं.

(डिस्कलेमर- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी और विभिन्न लेखों पर आधारित है. जी मीडिया इनकी पुष्टि नहीं करता है. कोई भी समस्या होने पर विशेषज्ञ की सलाह से ही काम करें. )

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