नौकरी के बजाय करें यह बिजनेस, कम समय में बन जाएगें अमीर
नई दिल्ली : आज के दौर में हर कोई इंसान बढ़ती हुई बेरोजगारी को देखते हुए युवा ज्यादातक अपना बिजनेस शुरु करना चाहते है ताकि अपने बिजनेस दुारा वह खुद भी रोजगार पा सके और दूसरे लोगों को भी रोजगार दे सकें। अगर आप भी नौकरी करने की बजाय अपना बिजनेस करने की सोच रहे है तो जानिए कुछ एेसे बिजनेस आइडियाज के बारे में आप से कम समय में अमीर बन सकते हैं
सोशल मीडिया मैनेजर
अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं और फेसबुक,ट्विटर औऱ लिंक्डइन जैसे साइट्स के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं तो आप सोशल मीडिया मैनेजर बनकर अच्छी कमाई कर सकते हैं। आप किसी पॉलीटीशियन, सिंगर, एक्टर और किसी उद्योगपति के सोशल मीडिया मैनेजर बन सकते हैं। आप अपने मोबाइल से भी उनके सोशल मीडिया एकाउंट को हैंडल कर सकते हैं। इसमें आप अपने अनुभव के अनुसार मुनाफा कमा सकते हैं और फ्रीलांसर बनकर और ज्यादा इनकम पा सकते हैं।
पुरानी चीजों की खरीद-बिक्री
इस्तेमाल की गई चीजों की खरीद और बिक्री के लिए आज ओएलएक्स जैसी साइट काफी मशहूर हो गई है लेकिन आप भी इस काम को अपने इलाके से शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको अपने आसपास की कॉलोनीमें ये संदेश देना होगा कि आप इस्तेमाल की गई चीजों को खरीदते और बेचते हैं। टीवी, फोन, कैमरा, लैपटॉप, फर्नीचर जैसी कई पुरानी चीजें लोग बेचते और खरीदते हैं। इस काम के जरिए आप कम समय में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
मोबाइल फोन रिपेरिंग
मोबाइल फोन रिपेरिंग के बारे में सुनकर आपको भले ही ये लगे कि ये बहुत छोटा काम है लेकिन हम आपको बता दें कि आजकल लोगों के पास मोबाइल की भरमार है और लोगों के पास जितने ज्यादा मोबाइल होंगे उतने ज्यादा रिपेयर भी होंगे। आप थोड़े से पैसे लगाकर मोबाइल को रिपेयर करने का काम सीख सकते हैं और इसे सीखने के बाद अपने हालात के मुताबिक काम कर सकते हैं। आप अपने घर में ही मोबाइल रिपेयर करने की छोटी सी शॉप खोल सकते हैं। इसके जरिए आपका इनकम भी तेजी से बढ़ने लगेगा।
मोबाइल फूड शॉप
आपने देखा होगा कि खाने पीने की चीजों को लोग ठेले पर लगाकर बेचा करते थे लेकिन अब जमाना है मोबाइल शॉप का। जी हां आप मोबाइल फूड शॉप यानी खीने पीने की चलती फिरती दुकान चला सकते हैं। आज के इस दौर में खाने की ज्यादातर चीजें ऑटोमैटिक मशीन से बनने लगी हैं। खाने पीने की मोबाइल शॉप चलाकर आप 100 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं।
मोबाइल बुक शॉप
नौकरी की तलाश करनेवाले लोग मोबाइल बुक शॉप के जरिए किताबें बेचने का काम शुरू कर सकते हैं। मोबाइल बुक शॉप चलाकर आप किताबें बेचकर 100 फीसदी मुनाफा कमा सकते हैं। अगर आप कोई बुक 100 रुपये की खरीदते हैं तो उसे आप 200 रुपये तक आसानी से बेच सकते हैं। ऐसा करके आप कम समय में अच्छी कमाई कर सकते हैं।
इन्वर्टर बेचने का बिजनेस
भारत के महानगरों को छोड़ दिया जाए तो देश के अधिकांश हिस्सों में अक्सर लोड शेडिंग जैसी समस्याओं से लोगों को परेशान होना पड़ता है। हालांकि हर किसी मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ को घर और ऑफिस में चौबीस घंटे पावर सप्लाई चाहिए होता है। जिन इलाकों में बार-बार बिजली जाती है उन इलाकों में इन्वर्टर की मांग ज्यादा होती है ऐसे में आप इन्वर्टर बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं या फिर उसे रिपेयर करने का काम शुरू कर सकते हैं। इन्वर्टर बेचने के काम में आप 25 फीसदी तक मुनाफा कमा सकते हैं जबकि इन्वर्टर रिपेरिंग के जरिए आप अपने काम के हिसाब से मुनाफा पा सकते हैं।
आटा चक्की का बिजनेस
अगर आप एक महिला हैं और ज्यादा भागदौड़ ना करने के बजाय घर बैठे कोई काम शुरू करना चाहती हैं तो घर में एक छोटी सी आटा चक्की लगा लीजिए। आटा चक्की लेने के बाद इसके बारे में अपने आसपास की सोसाइटी को खबर कर दें ताकि लोग आपके पास गेहूं पीसवाने के लिए आएं। रेडीमेड आटे के बजाय आज भी अधिकांश लोग खुद गेंहू पीसवाकर ही रोटी खाना पसंद करते हैं। इस काम के जरिए आप अपने ग्राहकों की संख्या के अनुसार इनकम में बढ़ोत्तरी पा सकते हैं
रेज्यूम राइटिंग का काम
अगर आप रेज्यूमे बनाने में माहिर हैं या फिर आपको रेज्यूमे लिखने का शौक है तो आप रेज्यूमे राइटिंग का काम कर सकते हैं। आप इस काम को ऑफिस से या फिर ऑनलाइन भी कर सकते हैं।रेज्यूमे बनवाने वाले लोग आपको सोशल मीडिया के जरिए भी मिल सकते हैं या फिर आप किसी एचआर कंपनी से भी जुड़ सकते हैं और इसके जरिए कम समय में अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं।
टीवी रिपेरिंग का काम
टीवी रिपेरिंग का काम भले ही आपको पुराना और छोटा लगता है लेकिन आज हर घर में लोग टेलीविजन देखते हैं और टीवी खराब हो जाने पर लोग उसे रिपेयर भी कराते हैं। टीवी के बगैर लोग एक दिन भी नहीं गुजार पाते हैं इसलिए टीवी रिपेरिंग करनेवालों की खास डिमांड होती है। आपको बता दें कि टीवी रिपेरिंग करनेवाले की होम विजिट डॉक्टर के विजिट फीस से भी ज्यादा होती है।
फोटोग्राफी का काम करें
आज के इस दौर में हर कोई अपने खास लम्हों को कैमरे में कैद करना चाहता है ताकि सालों साल वो तस्वीरों के माध्यम से उन लम्हों को याद कर सकें। शादी-ब्याह, फंक्शन, सेमिनार जैसे कई इवेंट के दौरान फोटोग्राफर की खास डिमांड होती है। ऐसे में आप फोटोग्राफी का काम करके अच्छा कमा सकते हैं। इसके लिए आपको एक कैमरा खरीदना होगा, अगर आप कैमरा नहीं खरीद सकते तो इसे आप रेंट पर भी ले सकते हैं और इसका किराया आसानी से आपको होनेवाले मुनाफे से निकल जाता है।
ज्यादातर भारतीय पैसे के पीछे भागने में जीवन लगा देते हैं, लेकिन खुश कैसे रहें यह नहीं जानते!
एक अमीर व्यक्ति नदी किनारे अपने आधुनिक बोट और उपकरणों की मदद से मछली पकड़ने की कोशिश में लगा हुआ था। पास ही एक और व्यक्ति मछुआरा कुछ मछलियाँ पकड़ने के बाद आराम से लेटे हुए उसे देख रहा था और मुस्कुरा रहा था। अमीर व्यक्ति बीच-बीच में उसे देखता और फिर मछली पकड़ने में लग जाता।
लगभग 1-2 घंटे बाद वह उस व्यक्ति के पास गया जो अभी भी आराम से लेटा था और कहा- ऐसे क्यों लेटे हो, मछली क्यों नहीं पकड़ते? मछुआरा – मैं आज की मछली पकड़ चुका हूँ. अमीर मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ व्यक्ति- तो क्या हुआ और पकड़ लो. मछुआरा- नहीं मेरी आज की जरूरत पूरी हो गई अब मैं कल फिर से आऊँगा और पकडूंगा।
अमीर व्यक्ति- ज्यादा पकड़ लोगे तो तुम्हारा ही फायदा होगा।
मछुआरा- कैसे?
अमीर व्यक्ति-ज्यादा मछली पकड़ोगे तो ज्यादा पैसे आएंगे।
मछुआरा-उससे क्या होगा?
अमीर व्यक्ति झल्लाहट में- अरे! ज्यादा पैसे आएंगे तो तुम एक दिन बड़े आदमी बन जाओगे।
मछुआरा-फिर क्या होगा?
अमीर व्यक्ति- ज्यादा पैसे आएंगे तो तुम्हारे पास बड़ा घर, बड़ी नाव सब कुछ होगा और तुम सुख-चैन से जी पाओगे।
मछुआरा हँसा और बोला- तो मैं क्या कर रहा हूँ! मैं तो अभी भी सुख-चैन से ही जी रहा हूँ।
बिना किसी तनाव के आराम कर रहा हूँ।
सुख-चैन को पाने के लिए जो मुझे तुम बता रहे हो वो तो मेरे पास पहले से ही है फिर मैं क्यों अत्यधिक की लालसा में अपना सुख-चैन खराब करूँ और उठ कर चला गया। इस छोटी सी कहानी में जो असल बात छुपी हुई है वह उस व्यक्ति की खुशी से जुड़ी हुई है।
हर व्यक्ति के लिए खुशी के अलग-अलग मापदंड हैं। खुशी और आर्थिक संपन्नता दोनों अलग-अलग विषय हैं। आर्थिक रूप से सम्पन्न (अमीर) व्यक्ति के पास सभी तरह की सुविधाएं होने के बाद भी जरूरी नहीं की वह खुश हो या संतुष्ट हो। इसके विपरीत आर्थिक तौर पर सामान्य या कमजोर व्यक्ति जरूरी नहीं कि दुःखी ही हो।
हम अपने आस-पास में नज़र दौड़ाएं तो हमें इस तरह के कई उदाहरण देखने को मिल जाएंगे। इसका कतई यह मतलब नहीं कि आर्थिक तौर पर संपन्न होने की कोशिश त्याग दी जाए और उसके लिए कोशिश ही न की जाए। असल में खुशी-सुखी होना हमारे जीवन की जरूरत है और प्रत्येक व्यक्ति जाने और अनजाने इसकी चाहत में कार्य करता दिखाई देता है।
स्कूली पढ़ाई-लिखाई और उसके बाद नौकरी या व्यवसाय करना भी इसमें शामिल है। इन सब की कोशिश के बाद एक अच्छी नौकरी अथवा व्यवसाय के जरिए अच्छा भोजन, अच्छा घर समेत लगभग सभी तरह की सुविधाओं को पाया जरूर जा सकता है लेकिन इन सब को प्राप्त कर लेने के बाद भी व्यक्ति सुखी और ख़ुश रह पाएगा इसकी कोई गारण्टी नहीं।
रुपया-पैसा आपकी दैनिक आवश्यकताओं (सुविधाओं) को पूरा कर सकता है लेकिन आवश्यकता की पूर्ति के बाद भी सुखी हुए या नहीं इसको जाँचने का कोई आधार व्यक्तिगत तौर पर नहीं बन पाया है। जीवन की जरूरी आवश्यकताओं की पूर्ति के बाद ज्यादातर व्यक्ति को सुखी और संतुष्ट हो जाना चाहिए था लेकिन ऐसा दिखाई नहीं देता।
वैश्विक स्तर पर पिछले कई वर्षों से यू एन (यूनाइटेड नेशन) द्वारा हैप्पीनेस को अलग-अलग मापदंडों द्वारा जाँचने और उसका क्रम निर्धारित किया जाता रहा है। जो देश ज्यादा खुशहाल है उन्हें पहले के पायदान से शुरू कर अन्त तक यानि क्रम एक से लेकर एक सौ उनपचास देशों तक की एक सूची तैयार गयी है। यह आँकड़ा पिछले कई वर्षों से हर वर्ष जारी किया जाता रहा है। कुछ दिन पूर्व ही इस वर्ष का आँकड़ा प्रस्तुत किया गया।
149 देशों के आंकड़ों द्वारा तैयार इस सूची में भारत यानी हम भारतवासी 139 वें पायदान पर हैं। यह कहा जा सकता है कि विश्व के 149 देशों ( जो इन आंकड़ों में शामिल हैं) में से 138 देश के लोग हमारे देश के लोगों की अपेक्षा ज्यादा ख़ुश हैं या ख़ुशहाल हैं। दूसरे तरीके से कहें तो मात्र दस देश ही हैं जिनके मुकाबले में हम आगे हैं।
आँकड़े पूरा सच नहीं होते हैं किन्तु ये इतने कमज़ोर भी नहीं होते की इन्हें झुठलाया जा सके। ख़ुशहाली को मापने के यू एन के जो भी आधार रहे हों वैश्विक तौर पर इनकी अपनी अहमियत है। किसी भी व्यक्ति के लिए ख़ुशी एक निरन्तर चलने वाली प्रकिर्या है। सामाजिक औऱ पारिवारिक जीवन जीते हुए उतार-चढ़ाव हालांकि जीवन का हिस्सा है फिर भी मानव जीवन का अन्तिम लक्ष्य ख़ुशी, संतुष्टि, सुखी होना ही है।
भारत जैसे देश में जहाँ सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया जैसे श्लोक सभी लोगो के सुखी और निरोग रहने की कामना करते हैं उस देश के लोगोंं का इस सूची में इतना अधिक पिछड़ना व्यक्तिगत औऱ व्यवस्थाओं के तौर पर एक सोचनीय विषय तो है ही।
मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ
Amaryllis - Our English Imprint
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- SECRETS OF THE MILLIONAIRE MIND (Hindi)
About the Book
क्या आपको कभी इस मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ बात पर हैरानी हुर्इ है कि कुछ लोग आसानी से अमीर क्यों बन जाते हैं, जबकि बाक़ी लोग ज़िंदगी भर आर्थिक मुश्किलों में फँसे रहते हैं? क्या यह अंतर उनकी शिक्षा, बुद्धि, योग्यताओं, टाइमिंग, काम की आदतों, संपर्कों, क़िस्मत या नौकरी, बिज़नेस अथवा निवेश के चुनाव के कारण होता है?
सदमे भरा जवाब है : इनमें से किसी कारण नहीं!
अपनी ज़बर्दस्त पुस्तक सीक्रेट्स ऑफ़ द मिलियनेअर माइंड में टी. हार्व एकर यह दावा करते हैं कि “पाँच मिनट में मैं बता सकता हूँ कि भविष्य में आपके पास कितनी दौलत होगी!” एकर आपके “धन और सफलता के ब्लूप्रिटं” को पहचानकर यह काम करते हैं। हम सभी के अवचेतन मन में धन का व्यक्तिगत ब्लूप्रिटं होता है और हमारे वित्तीय जीवन पर सबसे ज़्यादा प्रभाव इसी का पड़ता है। आप मार्केटिंग, सेल्स, सौदेबाज़ी, शेयर बाज़ार, रियल एस्टेट और वित्त की दुनिया के बारे में चाहे सब कुछ जानते हों, लेकिन अगर आपका धन का ब्लूप्रिटं सफलता के उच्च स्तर के लिए निर्धारित नहीं है, तो आपके पास कभी ज़्यादा पैसा नहीं रहेगा - और अगर किसी कारण रहा भी, तो शायद आप उसे जल्दी ही गँवा देंगे! अच्छी ख़बर यह है कि अब आप स्वाभाविक और सहज सफलता उत्पन्न करने के लिए अपने धन के ब्लूप्रिटं को दोबारा निर्धारित कर सकते हैं।
सीक्रेट्स ऑफ़ द मिलियनेअर माइंड में दरअसल एक नहीं, दो पुस्तकें हैं। पहला खंड यह स्पष्ट करता है कि आपके धन का ब्लूप्रिटं कैसे काम करता है। टी. हार्व एकर की बुद्धिमत्तापूर्ण सलाह, हास्य और भावनात्मक प्रबलता के असाधारण तालमेल से आप सीखेंगे कि आपके बचपन के प्रभावों ने आपकी आर्थिक तक़दीर को किस तरह तय किया है। आप यह भी सीखेंगे कि अपने ख़ुद के धन के ब्लूप्रिटं को कैसे पहचानना है और इसे कैसे “बदलना” है, ताकि आप न सिर्फ़ सफलता पा सकें, बल्कि इससे भी ज़्यादा महत्वपूर्ण, इसे क़ायम रख सकें और लगातार इसका विस्तार कर सकें।
खंड दो में आपका परिचय दौलत की सत्रह फ़ाइलों से होगा, जो विस्तार से बताती है कि अमीर लोग ज़्यादातर ग़रीब और मध्य वर्गीय लोगों से किस तरह अलग सोचते और काम करते हैं। दौलत की हर फ़ाइल में कर्म करने के क़दम शामिल किए गए हैं, जिनका अभ्यास करके आप असल दुनिया में अपनी आमदनी नाटकीय रूप से बढ़ा सकते हैं और दौलत का संग्रह कर सकते हैं।
अगर आर्थिक द़ृष्टि से आपका प्रदर्शन आपकी उम्मीद के अनुरूप नहीं है, तो आपको अपने धन के ब्लूप्रिटं को बदलना होगा। दुर्भाग्य से आपके धन का वर्तमान ब्लूप्रिटं ज़िंदगी भर आपके साथ रहेगा, जब तक कि आप इसे पहचान नहीं लेते और इसमें सुधार नहीं कर लेते। और इस असाधारण पुस्तक की मदद से आप यह कर सकते हैं। टी. हार्व एकर के अनुसार, यह आसान है। अगर आप अमीर लोगों जैसे सोचते और काम करते हैं, तो इस बात के आसार हैं कि आप भी अमीर बन जाएँगे!
About the Author(s)
अपने सिखाए सिद्धांतों पर अमल करके टी. हार्व एकर सिर्फ़ ढार्इ साल में शून्य से मिलियनेअर बन गए! एकर पीक पोटेंशियल्स ट्रेनिंग के प्रसिडेंट हैं, जो उत्तर अमेरिका में सफलता का प्रशिक्षण देने वाली तेज़ी से विकसित हो रही कंपनी है। ज़मीन से जुड़ी सच्चाइयों और भावनात्मक उत्कटता के अनूठे समन्वय के साथ एकर की हास्यबोध से भरी शैली प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर देती है। दुनिया भर से लोग उनके सेमिनारों में हिस्सा लेने आते हैं और वीकएंड प्रोग्राम के लिए आने वाले लोगों की संख्या अक्सर 2,000 से ज़्यादा होती है। अब तक एकर के प्रशिक्षण ने 25 लाख से भी ज़्यादा लोगों के जीवन को स्पर्श किया है। यहाँ पहली बार अपनी इस क्रांतिकारी पुस्तक में वे सफलता के अपने आज़माए हुए रहस्य बता रहे हैं। इसे पढ़ें और अमीर बनें!
मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ
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जनवरी 2021 के पहले सप्ताह में ब्लूमबर्ग न्यूज़ द्वारा ये खबर दी गयी कि टेस्ला इंक और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति बन गए है। उन्होंने अमेज़ॉन के संस्थापक जेफ़ बिजोस को पीछे छोड़ कर ये स्थान पाया। हालाँकि फोर्ब्स मैगज़ीन के अनुसार तत्कालीन समय में जेफ़ बिजोस ही सबसे अमीर सख्सियत है। परन्तु फिर भी अगर आपको ये जानना है कि एलन मस्क कैसे अपने दृढ निश्चय, निरंतर कठिन मेहनत और लगन से शून्य से शिखर पर पहुंचे तो इसके जरुर पढ़े। हम सब के लिए वे एक प्रेरणा का स्रोत है।
एलन मस्क का पारिवारिक परिचय
एलन रीव मस्क का जन्म 28 जून 1971 को दक्षिण अफ्रीका के प्रिटोरिया, ट्रांसवाल में हुआ था । उनके पिताजी का नाम एरोल मस्क और माता का नाम मेई मस्क था । उनकी माता जी मूल रूप से कनाडा निवासी थी । बचपन के एलन को किताबे पढने का बहुत शौक था । मात्र 10 वर्ष की आयु में उन्होने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखी और 12 वर्ष की आयु में 'ब्लास्टर' नामक विडियो गेम तैयार किया, जिसे एक स्थानीय मैगजीन ने 500 अमेरिकी डॉलर में ख़रीदा था । इसे एलन मस्क की पहली व्यव्सायिक सफलता कहा जा सकता है । पिता से बहुत अच्छा सपोर्ट नहीं मिलने के कारण एलन का उनसे ज्यादा अटैचमेंट नहीं रहा ।
हाई स्कूल पास करने के बाद मस्क को साउथ अफ्रीका के नियमो के अनुसार सेना में भर्ती होना पड़ता लेकिन एलन को इसमें रूचि नहीं थी और वे 17 वर्ष की आयु में अपनी माँ के साथ कनाडा आ गए थे । उनकी माँ उनके इस निर्णय से बहुत खुश थी । कनाडा में एलन ने क्वींस यूनिवर्सिटी में दो वर्ष पढाई करने के बाद 1992 में यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेंसिलवेनिया से इकोनॉमिक्स और फिजिक्स की डिग्री पूरी की । उन्होंने पीएचडी करने की कोशिश भी की, लेकिन दो दिनों में ही छोड़ दी । एलन ने तीन शादियाँ की है जो ज्यादा लम्बी नहीं चली और हर बार उनका तलाक हो गया । उनके 6 बच्चे हुए थे जिनमे से एक की मृत्यु हो गयी थी ।
एलन मस्क की व्यवसायिक शुरुआत - PAY-PAL
एलन मस्क ने अपने भाई किम्बल से मिलकर वर्ष 1999 में 'ज़िप-2' सॉफ्टवेयर कंपनी बनाई, और इसको शुरू करने के लिए उन्होंने 28000 डॉलर अपने पिताजी से लिए थे । कुछ ही वर्षो में उन्होंने इस कंपनी को Compaq को 22 मिलियन डॉलर में बेच दिया । इस डील से हुए मुनाफे से मस्क ने एक नयी कंपनी बनायीं जिसका मैं शून्य से अमीर कैसे बन सकता हूँ नाम था, 'एक्स डॉट कॉम' । एक्स डॉट कॉम और Confinity नामक कंपनी दोनों मिलकर इस क्षेत्र में कार्य करती है । एलन का दावा था कि ये कंपनी पैसा ट्रान्सफर की व्यवस्था में क्रांति लाने वाली है । और उनका दावा सत्य साबित हुआ और आज ये कंपनी 'पे-पल' के नाम से जानी जाती है । हालाँकि इस कंपनी को वर्ष 2002 में E-Bey को बेच दिया गया था, और उनके हिस्से में 165 मिलियन डॉलर आये ।और ये उनके जीवन की एक बहुत बड़ी उपलब्धि थी ।
SPACE-X/ स्पेस-एक्स
इसके बाद वर्ष 2002 में एलन मस्क ने अन्तरिक्ष अन्वेषण तकनीक पर कार्य शुरू करने के लिए स्पेस एक्सप्लोरेशंन टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेसन (स्पेस एक्स) कंपनी को शुरू किया, जो एक निजी अमेरिकी एयरोस्पेस निर्माता और अन्तरिक्ष परिवहन सेवाओ के लिए बनायीं गयी थी । उनका इस कंपनी को बनाने के पीछे मकसद अन्तरिक्ष परिवहन सेवाओ की लागत में कमी करना और मुख्यत मंगल ग्रह तक आसानी से आना - जाना के लिए स्पेसक्राफ्ट तैयार करना था । वे चाहते थे कि इंसानों के लिए कोई दूसरा ग्रह हो जहाँ वे आसानी से आ जा सके और भविष्य में यदि पृथ्वी पर किसी तरह का सकंट आये तो इंसानी जीवन बचा रह सके । इसी सोच के साथ उन्होंने 'स्पेस-एक्स' नाम से अन्तरिक्ष प्रोग्राम शुरू किया था । वर्ष 2020 में स्पेसएक्स अंतराष्ट्रीय अन्तरिक्ष स्टेशन तक मानव को पहुचाने वाली पहली निजी कंपनी बन गयी थी ।
TESLA/ टेस्ला
साल 2004 में एलन मस्क ने इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला की बुनियाद रखी । भविष्य में सौर उर्जा की अहमियत को देखते हुए उन्होंने ये कंपनी शुरू की और उन्होंने कहा कि भविष्य में सब कुछ इलेक्ट्रॉनिक होगा, इसी को ध्यान में रखते हुए ये शुरू किया गया । आज टेस्ला दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्टिक कार बनाने वाली कंपनी है । खास बात यह है कि मस्क इस कंपनी के एप्पल के बेचने के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन एप्पल के सी०ई०ओ० टिम कुक ने इस बारे में होने वाली मीटिंग में आने से मना कर दिया था । उन्होंने कुक के साथ कई बार बैठक की कोशिस की, परन्तु सफल नहीं हुए थे ।
एलन मस्क की सफलता का राज
मस्क बताते है है कि कार्य जो वे ठान लेते है उसको पूरा करने के प्रति उनका नजरिया अर्थात एट्टीट्युड ही उनकी सफलता का राज है । मैं निरंतर मेहनत करके अपने लक्ष्य को प्राप्त करने तक लगातार कार्य करता हूँ, और कुछ अलग करने में विश्वास करता हूँ । वे कहते है कि बैंक में कितना पैसा है, मैं इसे सफलता का पैमाना नहीं मानता हूँ मैं प्रति दिन एक नयी तकनीकी समस्या का हल निकलना चाहता हूँ और ये ही मेरे लिए वास्तविक सफलता है । दिसम्बर 2016 में एलन फ़ोर्ब्स पत्रिका द्वारा जारी दुनिया के सबसे धनी व्यक्तियों की सूची में 21वे स्थान पर काबिज थे ।
ऐसा नहीं है कि मस्क ने कभी असफलता नहीं देखी । वर्ष 2008 में जब दुनिया ने आर्थिक मंदी का सामना किया, तब एलन मस्क की आर्थिक स्थिति भी बहुत ख़राब हो गयी थी, और स्पेस-एक्स के पहले राकेट लांचिंग भी फेल हो गए थे । तब उन्होंने दोस्तों और अन्य सोर्सेस से पैसे उधार लेने पड़े थे । मस्क को जब पूछा गया कि कभी आपको तंगी के कारण दिवालिया होने का डर तो नहीं लगा, तो वे बताते है कि ज्यादा से ज्यादा क्या होता ? मेरे बच्चो को सरकारी स्कूल में ही तो जाना पड़ता, मैं खुद भी तो सरकारी स्कूल में पढ़ा हूँ । इसी तरह जब वर्ष 2017 में टेस्ला अपने उत्पादन से लाभ कमाने के लिए जूझ रहे थे तब उन्होंने एप्पल को टेस्ला बेचने का फैसला किया था परन्तु टिम ने बैठक से मना कर दिया था, तब भी उनके बहुत बुरे दिन चल रहे थे । उनके निकटतम लोग बताते है कि मस्क को काम करने की लत है और वे दिन में कई घंटो तक कार्य करते रहते है । वर्तमान में एलन 8 कंपनियों के मालिक है जिनमे स्पेस-एक्स, टेस्ला, हाइपर लूप, बोरिंग प्रमुख है । एलन मस्क को उनके बेबाक अंदाज, ऊर्जावान खूबी और नए आयडिया को युवा खूब पसंद करते है ।
एलन मस्क द्वारा कही गयी प्रेरणादायक बाते (Elon Musk motivational quote) -
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