था कभी ऐतबार हमें इन खबरों के फनकारों पर. ।
अब तो ये खबरों का धमाका री-मिक्स बनाते हैं. ।।
📝AFसर©️ -

#दलाल quotes

सांग पाहुणा
आला कसा घरी.
आमंत्रण तर मी दिले नव्हते
कोणी ' कोरोना दलाल ' तर नाही.

-

अब तक जिनसे पूछते रहते थें, हम हाल चाल . आज वे फिर निकल बैठें ,दलाल ! . होके मशरूफ़ अपनी धून में,वो करते रहें हमें हलाल .

-

यूँ चश्मों से ना देखो मुझे
तुम्हारी नज़रों का प्यार
अटक जाता है दीवारों में।

धुंधला हो जाने दो मुझे
मत दो इसे तुम वो प्यार
जो मेरा है, तेरे दीदारों में।

सजा इन्हें ना डराओ मुझे
लत लग जाना करे बेकार
खींच प्रेम, ठहर नज़ारों में।

धुंधला हो जाने दो मुझे
कर के प्यार पे ऐतबार
फिर दिखूंगा स्पष्ट दीदारों में।

-

अब कहां है वो धर्म के निठल्ले दलाल,
जो आज अपना सिर भी नहीं रहे निकाल।
कल तक जो लड़ रहे थे अल्लाह राम पर,
अब क्यों नह करते है वो सवाल।

क्यों नहीं करते क्युकी ये इंसानियत की जंग,
ना हरा ना ही भगवा सिर्फ एक ही रंग।
हो तुम किसी भी धर्म के नहीं बच पाओगे,
गर यूं ही घूमते रहे बाहर हो कर बेफिक्र मलंग,

-

भक्तजीवियों के आदर्श छीं न्यूज द्वारा कंगना रनौत के सपोर्ट में कराए एक पोल के नकारात्मक रिजल्ट आने पर उस ट्वीट को ही डिलीट कर दिया गया।😂
नोट- ख़बरदार किसी ने इसे चाटुकारिता कहा तो!😂👏

-

झूठ को सच और सच को झूठ दिखाते हैं. ।
ये झूठे कलम वाले आवाम को बरगलाते हैं. ।।

बड़ा ही नाजुक रिश्ता है लोगों का लोगों से. ।
ये टी.वी. वाले मुल्क को जहर की चाय पिलाते हैं. ।।

बहुत फिक्र है इन्हें सरकारों के गिरने और गिराने की. ।
ये मुल्क के दलालों को इन्सानों का मसीहा बतलाते हैं. ।।

गरीबी,भूख,बेकारी और भी सवाल हैं जाने कितने. ।
मगर ये मुल्क को मज़हबी खिलौनों से बहलाते हैं. ।।

था कभी ऐतबार हमें इन खबरों के फनकारों पर. ।
अब तो ये खबरों का धमाका री-मिक्स बनाते हैं. ।।
📝AFसर©️

-

दलाल स्‍ट्रीट के लिए जानिए क्‍यों खास है मार्च का महीना, एक्‍सपर्ट बता रहे कैसी होगी बाजार की चाल

मार्च में कई बड़े इवेंट हैं, जो बाजार की चाल बदलेंगे। (Pti)

शेयर बाजार के लिए बीता हफ्ता काफी नुकसान वाला रहा है। निवेशकों ने जिताना कमाया नहीं उससे ज्‍यादा गंवा दिया। हालांकि शुक्रवार को मार्केट में रिकवरी से कुछ राहत रही। आइए जानते हैं मार्च में दलाल सर्वश्रेष्ठ हैं कैसी रहेगी शेयर बाजार की चाल।

नई दिल्‍ली, KISHOR OSTWAL। यह समझना जरूरी है कि रूस-यूक्रेन युद्ध भारत को कितना प्रभावित करेगा? यह वाकई युद्ध है या कारगिल या खाड़ी या अफगानिस्तान जैसा कुछ, जो अधिक प्रभावित करेगा? Nifty में 13% करेक्‍शन हुआ है जबकि DOW दलाल सर्वश्रेष्ठ हैं में केवल 11% और तथ्य यह है कि अमेरिका OIL के लिए रूस के साथ कूटनीतिक रूप से युद्ध में शामिल रहता है। वह ऐसा भारत के साथ नहीं करता। एक्सपायरी के दिन 5% क्रेश 2020 के बाद दूसरी घटना थी, जब हमने COVID पर प्रतिक्रिया दी थी और बाजार ढह गया। यह ऐसा नुकसान था, जिससे दुनिया के किसी भी देश की तुलना में भारत को सबसे अधिक प्रभावित किया। रूसी बाजारों ने 50% करेक्‍शन किया लेकिन इसकी तुलना भारत के साथ नहीं है। DOW 1940 के बाद 17% से अधिक नहीं टूटा। सिर्फ 3 मौकों पर इसमें बड़ा करेक्‍शन हुआ, वह हैं 2020 COVID 34% (इसके बाद 1 साल में 78% वृद्धि), 2008 Lehman 33% (1 वर्ष में 40% वृद्धि) और 1987 34% (1 साल में 27% की वृद्धि) जबकि इस बार DOW पहले ही 11% करेक्‍शन कर चुका है। हरेक करेक्‍शन के बाद बड़े पैमाने पर रैली (25% से 37%) हुई है और इस बार भी स्थिति अलग नहीं होगी।

Understanding the right investment is most important

रूस के लिए यह सिर्फ इतना है कि यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं होना चाहिए। एक बार UKRAINE ने NATO सदस्यता आवेदन वापस ले लिया तो WAR खत्‍म हो जाएगा। फिर अच्‍छे नतीजे मिलने लगेंगे। ऐसा कभी भी हो सकता है।

सेंसेक्स का 2700 अंक गिरना 20 मार्च के बाद दूसरी बड़ी गिरावट थी। ऐसी गिरावट आगे और नीचे जाने के दरवाजे खोलती है लेकिन तब नहीं जब बाजार अत्यधिक ओवरसोल्ड हो। हां, 30 आरएसआई के साथ, मैं बाजार में और गिरावट की उम्मीद नहीं करता। FEB में गिरावट शुरू होने से पहले निफ्टी में ओपन इंटरेस्ट 1.02 करोड़ था, जबकि गुरुवार को 850 अंकों की भारी गिरावट के बाद भी एक्सपायरी हुई तो मार्च 2022 में ओपन इंटरेस्ट बढ़कर 1.25 करोड़ शेयरों तक पहुंच गया। आखिर FPI, ऑपरेटरों और एचएनआई (संयुक्त) ने लंबे दांव को लगभग 25% तक क्‍यों बढ़ा दिया। इसे आरएसआई डेटा, निफ्टी पीई और बाजार पूंजीकरण से जीडीपी के साथ पढ़ा जाना चाहिए, जिसकी हमें समीक्षा करनी चाहिए।

Use these tips to save money and maximize your savings

गिरावट के बाद गुरुवार को पीई सिर्फ 21 था और वित्त वर्ष 22 में आय में कोई बदलाव नहीं हुआ। हालांकि बढ़ती महंगाई, मार्जिन कम होने और कुछ अन्य कारणों से कुछ हिस्सों में गिरावट आएगी, फिर भी निफ्टी पीई पर असर नहीं पड़ेगा क्योंकि केवल 50 कंपनियां निफ्टी का प्रतिनिधित्व करती हैं। आपको इस पीई की तुलना 28.5 से करनी होगी जहां आप मुनाफा बुक करने के लिए तैयार नहीं थे। यानि 1991 का 11.7 का निचला स्तर। जो लोग निफ्टी के 12000 के टेस्‍ट की उम्मीद करते हैं, मुझे उनकी तारीफ करनी चाहिए क्योंकि वे बहादुर हैं और पीई के 12 तक आने की उम्मीद करते हैं। अनुमान लेना होगा और मैं दोहराता हूं कि दुनिया में कोई अल्पकालिक मंदी और दीर्घकालिक तेजी का कांन्‍सेप्‍ट नहीं है। 10 से 17% सुधार के लिए कोई बीयर मार्केट नहीं है। हम अभी भी बुल मार्केट में हैं और इन सभी को केवल करेक्‍शन कहा जाता है, कभी-कभी छोटे जैसे 4 से 5%, कभी-कभी गिरावट भरे 10 से 11% और कभी-कभी बहुत ज्‍यादा गिरावट वाले 28 से 34% हो सकते हैं।

पीई पर चर्चा करने के बाद, आइए देखें कि बाजार पूंजीकरण से लेकर जीडीपी अनुपात क्या चल रहा है। यह 1.06 के आसपास है जो 1.18 से नीचे आ गया है और स्वीकार्य स्तर लगभग 1.49 (2007) है, इसलिए इस मोर्चे पर भी मुझे चिंता का कोई कारण नहीं दिखता। अब देखते हैं आरएसआई। यह 30 से नीचे आ गया है और मेरा मानना ​​है कि 31 से नीचे की कोई भी चीज अत्यधिक ओवरसोल्ड स्थिति है। वास्तव में, पिछले 4 महीनों में जब भी आरएसआई 37 से नीचे चला गया है, बाजारों में उछाल आया है। मार्च 2020 के बाद केवल 3 बार RSI ने 31 के स्तर को छुआ जो इस प्रकार है

20 दिसंबर 2021- 32

30 नवंबर 2021- 31

30 मार्च 2020- 33

इससे पहले आरएसआई ने 13 के निचले स्तर को छुआ था और मार्च 2020 में केवल 11 कारोबारी सत्रों के लिए 13 से 30 (औसत 24) के बीच रहा और बाकी इतिहास है। 30 (गुरुवार) पर वर्तमान आरएसआई के साथ आप कितने समय तक मंदी में रहना चाहते हैं, यह आपकी कॉल है। आरएसआई (शुक्रवार) 39 तक सुधर गया, फिर भी यह अभी भी बड़े पैमाने पर ओवरसोल्ड स्थिति दिखाता है।

कमजोरी के लिए 3 प्रमुख ट्रिगर्स में से, रूस यूकेन वॉर (भारत पर कोई अधिक प्रभाव नहीं), एफ और ओ पर मार्जिन और नकद स्टॉक (अब 2 मई तक के लिए स्थगित) और समाप्ति इसलिए ऑपरेटर और एफपीआई अपने मिशन में सफल रहे। क्योंकि हम बेहद डरे हुए थे और युद्ध की खबरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जैसे कि भारत ब्रिटेन के साथ दलाल सर्वश्रेष्ठ हैं युद्ध कर रहा है।

अब नंबर देखें। हम यूक्रेन से 2 बिलियन डॉलर मूल्य और रूस से 5.5 बिलियन डॉलर का आयात करते हैं जबकि यूक्रेन को हमारा निर्यात 372 मिलियन डॉलर और रूस को 2.6 बिलियन डॉलर है। यह 3 ट्रिलियन डॉलर के साइज की भारतीय इकोनॉमी को कैसे प्रभावित करता है. हां, क्रूड का बढ़ना चिंता का विषय है।

देश की ग्रोथ सही दिशा में है। भारत सरकार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रही है। वित्त मंत्री ने COVID 19 सहित सभी संकटों को अच्छी तरह से संभाला है और इसलिए मुझे विश्वास है कि वह वर्तमान स्थिति को अच्छी तरह से संभाल लेंगी। 10 मार्च 1.25 करोड़ निफ्टी OI के बनने का कारण हो सकता है। उस दिन विधानसभा चुनाव के परिणाम आएंगे।

इस नोट में राय मेरी निजी है। आपसे आग्रह है कि आप बाजारों की चाल को देखें क्योंकि इस बार मैं गलत हो गया। लेकिन निश्चित तौर पर इस तरह की मंदी के बावजूद CNI सदस्यों की संपत्ति बरकरार है और उन्होंने बाजारों से बेहतर प्रदर्शन किया है। मैं केवल उन शेयरों को जोड़ने का सुझाव दूंगा जहां आप पहले ही पहुंच चुके हैं। आपने अपने विश्वास पर स्टॉक खरीदा है और सिर्फ इसलिए कि कीमतों में 25% की कमी का मतलब यह नहीं है कि आपका भरोसा गलत है। मार्च में कई बड़े इवेंट हैं। इनमें 10 मार्च को चुनाव के परिणाम आएंगे और 31 मार्च को ईयर एंडर।

डॉ. सोनल दलाल

डॉ. सोनल दलाल अहमदाबाद में एक प्रसिद्ध किडनी रोग विशेषज्ञ हैं और वर्तमान में स्टर्लिंग अस्पताल, अहमदाबाद में अभ्यास करते हैं। पिछले 14 वर्षों से, डॉ. सोनल दलाल ने एक नेफ्रोलॉजी डॉक्टर के रूप में काम किया है और क्षेत्र में कुशल कौशल और ज्ञान प्राप्त किया है।डॉ. सोनल दलाल ने एमडी - आंतरिक चिकित्सा, MBBS और, राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड, नई दिल्ली से डीएनबी - नेफ्रोलॉजी। की डिग्री हासिल की।

डॉ. सोनल दलाल अहमदाबाद में एक प्रसिद्ध किडनी रोग विशेषज्ञ हैं और वर्तमान में स्टर्लिंग अस्पताल, अहमदाबाद में अभ्यास करते हैं। पिछले 14 वर्षों से, डॉ. सोनल दलाल ने एक नेफ्रोलॉजी डॉक्टर के रूप में काम किया है और क्षेत्र में कुशल कौशल और ज्ञान प्राप्त किया है।डॉ. सोनल द.

Similar authors to follow

Ashish Dalal

Follow to get new release updates, special offers (including promotional offers) and improved recommendations.

About Ashish Dalal

ग्वालियर (म. प्र.) में जन्में, खरगोन (म. प्र.) में शिक्षा प्राप्त कर बड़ौदा (गुजरात) में स्थाई रूप से बस चुके आशीष दलाल की अब तक तीन पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। गौर करने लायक बात यह है कि यह तीनों ही पुस्तकें अलग अलग विधाओं में लिखी गई है।

"उसके हिस्से दलाल सर्वश्रेष्ठ हैं का प्यार" आशीष का पहला कहानी संग्रह है जो रोजमर्रा की घटनाओं पर बुनी गई 17 कहानियों का अनूठा प्रेमभरा संग्रह है।

"उस मोड़ पर" उपन्यास प्रेम विवाह को लेकर परिवार के साथ संघर्ष और सामंजस्य की गाथा है।

"गुलाबी छाया नीले रंग" गुजरात हिन्दी साहित्य अकादमी की अनुशंसा से प्रकाशित 82 लघुकथाओं का जीवन के विविध पहलुओं पर आधारित संग्रह है।

इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय स्तर की विविध पत्र पत्रिकाओं में आशीष की रचनायें समय समय प्रकाशित होती रहती है। आप इन्हें प्रतिलिपि और स्टोरीमिरर हिन्दी पोर्टल पर भी फॉलो कर सकते हैं ।

हरियाणा को सर्वश्रेष्ठ राज्य कृषि व्यवसाय पुरस्कार

हरियाणा को सर्वश्रेष्ठ राज्य कृषि व्यवसाय पुरस्कार

नयी दिल्ली में बृहस्पतिवार को आयोजित 5वीं इंडिया एग्री समिट 2022 में केंद्रीय मत्स्य, पशु पालन व डेयरी राज्यमंत्री डा़ संजीव कुमार बाल्यान से सर्वश्रेष्ठ कृषि राज्य व्यवसाय पुरस्कार 2022 प्राप्त करते हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल। साथ में हैं विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमित्रा मिश्रा व बागवानी विभाग के महानिदेशक अर्जुन सैनी।

चंडीगढ़, 10 नवंबर (ट्रिन्यू)

भारतीय कृषि एवं खाद्य परिषद द्वारा नई दिल्ली में आयोजित इंडिया एग्री बिजनेस अवार्ड-2022 समारोह में हरियाणा को बेस्ट स्टेट का पुरस्कार मिला है। कृषि क्षेत्र में नीतियां बनाने, उत्पादन, प्रौद्योगिकी, विपणन, मूल्यवर्धन, बुनियादी ढांचे और निर्यात के क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रदेश को यह सम्मान मिला है। प्रदेश के कृषि मंत्री जयप्रकाश दलाल ने यह पुरस्कार प्राप्त किया। इस मौके पर उनके साथ कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा, बागवानी विभाग के महानिदेशक अर्जुन सैनी भी मौजूद थे।

समारोह में कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा राष्ट्रीय खाद्यान्न पूल में सबसे ज्यादा योगदान देने वाले राज्यों में से एक है। प्रदेश ने बागवानी और कृषि-व्यवसाय को बढ़ावा देने की दिशा में विविधीकरण के लिए कई नीतिगत पहल की हैं। हरियाणा ने 400 बागवानी फसल समूहों की मैपिंग की है और 700 किसान उत्पादक संगठनों का गठन किया है। उन्होंने कहा कि क्लस्टरों में बैकवर्ड और फॉरवर्ड लिंकेज को मजबूत करने के लिए राज्य ने एक महत्वाकांक्षी योजना ‘फसल क्लस्टर विकास कार्यक्रम (सीसीडीपी)’ शुरू की है। इसमें एफपीओ के माध्यम से एकीकृत पैक हाउस स्थापित करने के लिए 510.35 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। अब तक 30 एकीकृत पैक हाउस स्थापित किए जा चुके हैं और 35 का कार्य प्रगति पर है। चालू वित्त वर्ष के अंत तक 100 एकीकृत पैक हाउस स्थापित करने का लक्ष्य है।

कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बताया कि किसानों और कृषि उत्पादों के लिए अंतिम मूल्य शृंखला सुनिश्चित करने के लिए 37 कृषि क्षेत्र की कंपनियों ने उत्पादों के व्यापार और विपणन के लिए 34 एफपीओ के साथ 54 एमओयू साइन किए हैं। 10 महीने में 13,400 मीट्रिक टन बागवानी उत्पादों का व्यापार किया है और 14 करोड़ रुपये का काम किया जा चुका है। यह बढ़कर 200 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। जेपी दलाल ने कहा कि ‘भावांतर भरपाई योजना’ के माध्यम से प्रदेश मूल्य संरक्षण में अग्रणी रहा है। हरियाणा प्रौद्योगिकी के मामले में अग्रणी है और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से 11 उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किए हैं।

पेरिस और स्पेन से बेहतर होगी गन्नौर मार्केट

जेपी दलाल ने कहा कि गन्नौर में एशिया की सबसे बड़ी हार्टिकल्चर मार्केट बनाने जा रही है। यह मार्केट पेरिस और स्पेन की मार्केट से भी बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान खाद्यान्न, फल, सब्जियां और फूल तैयार करके देश की इकोनॉमी को बढ़ावा दे रहा है। कृषि क्षेत्र में हरियाणा की नीतियां भारत में सर्वश्रेष्ठ हैं। हमारे पास सबसे ज्यादा अच्छी मंडियां हैं और सबसे ज्यादा किसानों की फसल को एमएसपी पर खरीदते हैं।

कृषि-पशुपालन में हरियाणा अग्रणी : बाल्यान

कार्यक्रम में केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्य राज्य मंत्री संजीव बाल्यान ने कहा कि कृषि एवं पशुपालन के क्षेत्र में हरियाणा सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि मत्स्य व पशुपालन के क्षेत्र के अलावा कृषि क्षेत्र में ग्रोथ को और अधिक बढ़ाना होगा। कृषि और बिजनेस को जोड़ने दलाल सर्वश्रेष्ठ हैं की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसानों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के साथ-साथ वैज्ञानिकों, बृद्धिजीवियों और शोधकर्ताओं को मिलकर काम करना होगा।

रेटिंग: 4.86
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 164