नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 83.50 अंक यानी 0.79 प्रतिशत बढ़कर 10,688.65 अंक पर बंद हुआ था। और बंबई शेयर बाजार का संवेदी सूचकांक कारोबार की समाप्ति पर 240.61 अंक यानी 0.69 प्रतिशत शेयर बाजार की धारणा में सुधार उछलकर 35,165.48 अंक हो गया। विमानन कंपनियों में स्पाइसजेट का शेयर 20 प्रतिशत, जेट एयरवेज 7.67 प्रतिशत, इंटरग्लोब एवियेशन में 2.38 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई थी।

कोरोना के मामलों में कमी, शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स और निफ्टी दो माह के शीर्ष स्तर पर

मुंबई। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार कमी आने और आर्थिक गतिविधियों में सुधार की उम्मीदों से मंगलवार को शेयर बाजारों में तेजी का रुख रहा। निवेशकों की धारणा में सुधार से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी पिछले दो माह के शीर्ष …

मुंबई। कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में पिछले कुछ दिनों से लगातार कमी आने और आर्थिक गतिविधियों में सुधार की उम्मीदों से मंगलवार को शेयर बाजारों में तेजी का रुख रहा। निवेशकों की धारणा में सुधार से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी पिछले दो माह के शीर्ष स्तर पर पहुंच गये।

बीएसई सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 612.60 अंक यानी 1.24 प्रतिशत बढ़कर पचास हजार के आंकड़े को पार करता हुआ 50,193.33 अंक पर पहुंच गया। सेंसेक्स का 16 मार्च के बाद यह सबसे ऊंचा बंद स्तर रहा है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 184.95 अंक यानी 1.24 प्रतिशत बढ़कर 15,000 अंक के स्तर से ऊपर 15,108.10 अंक पर बंद हुआ।

शेयर शेयर बाजार की धारणा में सुधार बाजार : कच्चे तेल के दाम घटने और रुपये में सुधार से सेंसेक्स 187 अंक चढ़ा

शेयर बाजार : कच्चे तेल के दाम घटने और रुपये में सुधार से सेंसेक्स 187 अंक चढ़ा

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और रुपये में सुधार से बुधवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 187 अंक सुधरकर 34,000 अंक के स्तर को पार कर गया. इससे पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स में लगातार गिरावट आई थी. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 78 अंक बढ़कर 10,200 अंक के स्तर के ऊपर बंद शेयर बाजार की धारणा में सुधार हुआ. ब्रोकरों ने कहा कि पिछले कुछ सत्रों के दौरान मंदड़िये बढ़चढ़कर बिकवाली सौदे कर रहे थे. वहीं उन्होंने अक्टूबर महीने के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान से पहले सौदा पूरा की लिवाली की, जिससे बाजार की धारणा मजबूत हुई. बैंकिंग और वित्तीय सेवा कंपनियों के शेयरों में लाभ से बाजार बढ़त में रहे. हालांकि, आईटी और फार्मा कंपनियों के शेयरों में नुकसान से यह लाभ सिमट गया.

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सेंसेक्स की कंपनियों में भारती एयरटेल का शेयर सबसे अधिक 10.79 प्रतिशत लाभ में रहा. वारबर्ग पिन्कस, टेमासेक, सिंगटेल और सॉफ्टबैंक सहित छह वैश्विक निवेशकों ने एयरटेल अफ्रीका में सवा अरब डॉलर के निवेश की सहमति दी है. इससे कंपनी का शेयर चढ़ गया. अंतर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में बुधवार को कारोबार के दौरान रुपया 42 पैसे मजबूत होकर 73.15 प्रति डॉलर पर चल रहा था. बाजार में बिकवाली और लिवाली के बीच सेंसेक्स करीब 575 अंक ऊपर नीचे हुआ.

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स मजबूत रुख के साथ खुलने के बाद 34,000 अंक के स्तर को पार कर 34,300.97 अंक पर पहुंच गया. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट तथा रुपये में सुधार के बीच सकारात्मक एशियाई रुख से बाजार में तेजी आई. हालांकि, निवेशकों की अचानक की गई, बिकवाली से सेंसेक्स नकारात्मक दायरे में आ गया और इसने 33,726.07 अंक का निचला स्तर भी छुआ. अंत में सेंसेक्स 186.73 अंक या 0.55 प्रतिशत शेयर बाजार की धारणा में सुधार के लाभ से 34,033.96 अंक पर बंद हुआ. इससे पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 1,315 अंक टूटा था. निफ्टी भी 77.95 अंक या 0.77 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,224.75 अंक पर बंद हुआ.

नौ माह बाद शेयर बाजार में लौटे एफपीआई, जुलाई में किया 4,989 करोड़ रुपये का निवेश

 अक्टूबर, 2021 यानी पिछले लगातार नौ माह से एफपीआई भारतीय शेयर बाजारों से निकासी कर रहे थे.

अक्टूबर, 2021 यानी पिछले लगातार नौ माह से एफपीआई भारतीय शेयर बाजारों से निकासी कर रहे थे.

पिछले दो सप्ताह से भारतीय शेयर बाजार में शेयर बाजार की धारणा में सुधार लगातार तेजी देखने को मिल रही है. कंपनियों के अच्छे नतीजों के साथ ही बाजार को व . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last शेयर बाजार की धारणा में सुधार Updated : July 31, 2022, 12:57 IST
जुलाई में एफपीआई ने शेयर बाजारों में करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
भारतीय कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बेहतर शेयर बाजार की धारणा में सुधार रहे हैं.
अक्टूर से इस साल जून तक एफपीआई भारतीय शेयर बाजारों से 2.46 लाख करोड़ रुपये निकाल चुके हैं.

नई दिल्ली. लगातार नौ माह तक बिकवाली करने के शेयर बाजार की धारणा में सुधार बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भारतीय शेयर बाजारों में लौट आए हैं. जुलाई में एफपीआई ने शेयर बाजारों में करीब 5,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है. डॉलर इंडेक्स के नरम पड़ने और कंपनियों के बेहतर तिमाही नतीजों के बाद एफपीआई एक बार फिर लिवाल बन गए हैं.

शेयर बाजार की धारणा में सुधार

शेयर बाजार: निफ्टी 20 अंक नीचे, सेंसेक्स 35,000 अंक के पार

शेयर बाजार: निफ्टी 20 अंक नीचे, सेंसेक्स 35,000 अंक के पार

मुंबई। देश के शेयर बाजार संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.20 बजे 60 अंक नीचे 35104 पर शेयर बाजार की धारणा में सुधार कारोबार कर रहा था। जबकि निफ्टी 20 अंक नीचे 10668 पर कारोबार कर रहा था। शेयर बाजार सोमवार की तेजी के बाद मंगलवार को सपाट ही खुले। शेयर बाजार में कारोबारी की धारणा में सुधार रहा। तीसरे दिन शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुये। मंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 35,000 अंक के पार निकल गया जबकि एनएसई का निफ्टी सूचकांक 10,700 अंक के करीब पहुंच गया था।

म्यूचुअल फंड कंपनियों ने सितंबर में 4,000 करोड़ रुपए के खरीदे शेयर

म्यूचुअल फंड कंपनियों ने सितंबर में 4,000 करोड़ रुपए के खरीदे शेयर

नई दिल्ली। बाजार धारणा में सुधार के साथ म्यूचुअल फंड कंपनियो ने सितंबर में 4,000 करोड़ रुपए से अधिक के शेयर खरीदे। यह लगातार पांचवा महीना है जब इन कोषों ने शेयरों में निवेश बढाया है।

इसके अलावा इन कंपनियों ने शेयर बाजार की धारणा में सुधार सितंबर में बांड बाजार में 23,000 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश किए।

इससे पहले, अगस्त में शेयरों में शुद्ध निवेशक 6,000 करोड़ रुपए, जुलाई में 5,000 करोड़ रुपए, जून में 3,340 करोड़ रुपए तथा मई 105 करोड़ रुपए निवेश हुए थे।

पिछले साल सितंबर से म्यूचुअल फंड कंपनियां शेयर बाजार की धारणा में सुधार शेयर बाजार में शुद्ध रूप से बिकवाल रहे थे। वहीं अगस्त 2013 में 1,607 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे गए थे।

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