डीमैट अकाउंट ओपन करने के लिए अभी उपर वाली फोटो स्कैल्प ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान पर क्लिक करे.

paper trading in hindi, paper trading kya hota hain , paper trading meaning in hindi

Trading vs Investment में क्या फर्क है इन हिंदी ?|Difference Between Trading & Investment In Hindi.

Difference Between Trading And Investment In Hindi : Quickguruji के आज के आर्टिकल में हम Trading vs Investment में क्या फर्क होता है ? इस के उपर बात करेंगे.

जो लोग स्टॉक मार्केट के फील्ड में अपना नया कदम रखते है,तो ये दो शब्द वो काफी बार सुनते है.इसलिए आज इन्ही दो शब्द के बारे में डिटेल में चर्चा करेंगे.तो चलिए शुरू करते है.

Table of Contents

Introduction

अगर आप Stock market में इंटरेस्ट रखते हो या Stock market सिखना चाहते हो,तो Investment और Trading के बारे में अपको मालूम होना चाहिए.

बहुत सारे लोगों को Trading और Inveatment का मतलब एक ही लगता है,मगर ऐसा नहीं है,दोनों में काफी फर्क है.तो आज की आर्टिकल में हम इन्हीं दोनों के फर्क को समझने वाले हैं.

What Is Trading In Hindi ?(Trading किसे कहते है ?)

Difference Between Trading and Investment

Stock market में आप Trading से बहुत ज्यादा पैसा कमा सकते हो.क्युकी यहां Profit कमाने की कोई limit नहीं है.

लेकिन एक बात याद रखना Trading में बहुत ज्यादा risk होता है.Trading में आप शेयर को Short Term के लिए Buy करते हो.

Short Term के लिए Buy करना मतलब 1 साल या 1 साल से कम टाइम तक अपने पास वो शेयर Hold करके रखना.अब उस शेयर को Trader अपने पास,

  • 1 Min के लिए,
  • 1 week के लिए,
  • एक महिन के लिए,
  • 6 महिने के लिए,
  • या ज्यादा से ज्यादा एक स्कैल्प ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान साल के लिए अपने पास hold करके रख सकता है.

Types Of Trading In Hindi (Trading के प्रकार)

मैने आपको उपर पहिले ही कहा था,की Trading एक Short Term Investment होती है.इसलिए,

Scalp Trading

अगर कोई Trader कुछ मिनिट के लिए Share को Buy करके अपने पास रखेगा और उसे बाद में तुरंत Sell कर देगा तो उसे Scalp trading कहा जायेगा.

Intraday Trading

वहीं अगर कोई Trader सिर्फ एक दिन के लिए shares को Buy और Sell करेगा,तो उसे Intraday trading कहा जायेगा.

Swing Trading

Trader अगर कुछ दिनों के लिए,या कुछ हफ्तों के लिए Shares को Hold पे रखता है और बाद में उसे sell करता है, तो उसे Swing Trading कहेंगे.

Position Trading

अगर कोई Trader किसी Shares को कुछ महीने के लिए अपने पास Hold करके रखता है,तो उसे Position Trading कहेंगे.

Options Trading क्या है? Best Book On Options Trading for Beginners

Best Book On Options Trading for Beginners: क्या आप Options Trading के बारे में जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। आज की पोस्ट में, हम आपको Options Trading Strategies से संबंधित बहुत सारी जानकारी देने जा रहे हैं।

इसके साथ ही हम आपको ऐसे 10 Options Trading for Beginners Book के बारे में बताएंगे। जिसकी मदद से आप Options Trading बहुत अच्छे से कर सकते हैं और उससे काफी पैसे कमा सकते हैं।

Options Trading

Best Book On Options Trading for Beginners

कुछ भी करने से पहले आपको सिखना बहुत जरूरी है. यदि आप नहीं पढ़ते हैं तो आप कमाते भी नहीं हैं। Trading के इस धंधे में बहुत से लोग आते और चले जाते हैं। क्योंकि उन्हें इस विषय में ज्यादा ज्ञान नहीं होता है.

ऑफलाइन पेपर ट्रेडिंग क्या होता है ?

ऑफलाइन पेपर ट्रेडिंग पहले के समय में ज्यादा किया जाता था जिसमें हम पेन और पेपर लेकर उस पर रियल टाइम में मार्केट ट्रेड करते हैं और ट्रेडिंग सीखते हैं ।

सबसे पहले आपको एक पेन और पेपर लेकर बैठना है उसमें आपको उन स्टॉक्स का नाम लिखना है जिसके ऊपर आप ट्रेड करेंगे ।

उसके बाद आप उस पेपर पर स्कैल्प ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान लिखे कि आप किस प्राइस पर उस स्टॉक को खरीदेंगे और किस प्राइज पर आप उसको बेचने वाले हैं और कौन सा स्टॉप लॉस उसमें लगाना है ।

इसमें स्टॉपलॉस लगाना बहुत जरूरी होता है ताकि आपको पता चले कि कहां पर आपका कितना लॉस हो रहा है जिससे कि आप अच्छे से सीख पाए।

आपको जितने दिन में ट्रेडिंग सीखना है अब उतने दिन तक पेपर ट्रेडिंग करके प्रैक्टिस करते रहें , आप जितना ज्यादा दिन पेपर ट्रेडिंग करके प्रैक्टिस करेंगे आप जब रियल ट्रेडिंग करने जाएंगे तो आपको वह एक्सपीरियंस बहुत ज्यादा काम देगा ।

पेपर ट्रेडिंग के फायदे

1. पेपर ट्रेडिंग का पहला फायदा है कि आप यहां पर ट्रेडिंग को एक्सपीरियंस कर सकते हैं और उसे सीख सकते हैं वह भी बिना पैसा लगाए जिससे आपका लॉस नहीं होता है ।

2. पेपर ट्रेडिंग का दूसरा फायदा है कि आप चाहे जितने दिनों तक ट्रेडिंग करो या सीखो तो आपको कोई पैसा नहीं देना होता हैं ।

3. पेपर ट्रेडिंग में आप अलग-अलग स्ट्रेटजी आजमा कर देख सकते हैं , जिससे अगर आप रियल ट्रेडिंग करने जाएंगे तो आपको फायदा मिल पाएगा ।

पेपर ट्रेडिंग करने के नुकसान –

1. पेपर ट्रेडिंग में रियल मनी नहीं होता है इसलिए आप बहुत सारा पैसा लगाकर पेपर ट्रेडिंग करते हो लेकिन जब आप रियल ट्रेडिंग करेंगे तो आपको अपना बजट भी तय करना होता है।

2. पेपर ट्रेडिंग में अगर हमें स्टॉपलॉस हिट हो जाता है तो हमें ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है लेकिन अगर हम रियल ट्रेनिंग में उस स्ट्रेटजी पर काम करेंगे और स्टॉपलॉस हिट होगा तो हमें रियल मनी खोना पड़ेगा।

निष्कर्ष –

हमने इस पोस्ट में आपको पेपर trading क्या होता है ,पेपर ट्रेडिंग कैसे करें और पेपर ट्रेडिंग के क्या फायदे हैं पेपर ट्रेडिंग के क्या नुकसान है इन सभी टॉपिक के बारे में डिटेल में जानकारी दी है ।

मुझे उम्मीद है मेरे द्वारा दी गई पेपर ट्रेडिंग के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी स्कैल्प ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान अगर आपको ऐसे और किसी टॉपिक पर जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं ।

Skin Care : स्किन केयर में क्या होता है CTM रूटीन, इसे फॉलो करने के हैं ये फायदे

Skin Care : स्किन केयर में क्या होता है CTM रूटीन, इसे फॉलो करने के हैं ये फायदे

ग्लोइंग या गोरी स्किन के लिए देखभाल का रूटीन जरूर फॉलो करना चाहिए. वैसे स्किन केयर के तरीकों की भरमार है. कोई स्किन की देखभाल के लिए मार्केट में मिलने वाले प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करता है, तो कोई घरेलू नुस्खों को अपनाकर स्किन को चमकदार या हेल्दी बनाने की कोशिश करता है. मार्केट के प्रोडक्ट्स में केमिकल होने के चलते ये नुकसानदायक साबित हो सकते हैं. वैसे घरेलू नुस्खों को सही तरीके से अपनाया जाए, तो इनसे भी बेस्ट रिजल्ट पाए जा सकते हैं. स्किन केयर के तरीके या ट्रिक्स बहुत हैं, जिनमें से एक सीटीएम भी है, जो ट्रेंड भी कर रही है.

जानें क्या होता है सीटीएम रूटीन

दरअसल, यहां सीटीएम का मतलब क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग से है, जिसकी जानकारी स्टाइलक्रेज डॉट कॉम में शेयर की गई है. स्किन की रोजाना क्लीनिंग और इसे मॉइस्चराइज्ड रखना बेस्ट माना जाता है. अगर आप लगातार इस रूटीन को फॉलो नहीं करते हैं, तो डेड स्किन सेल्स जम जाते हैं और डार्कनेस की प्रॉब्लम होने लगती है. आपको सुबह उठने के बाद क्लींजिंग करनी है और फिर तुरंत मॉइस्चराइजर भी लगाना है. सीटीएम के रूटीन को नाइट में जरूर फॉलो करना चाहिए. आपको रात में सोने से पहले फेस वॉश से स्किन की क्लींजिंग करनी है और फिर होममेड टोनर से टोनिंग करें. इसके बाद स्किन को मॉइस्चराइजर से लॉक करना न भूलें. मॉइस्चराइजर में आप अपने स्किन टाइप के हिसाब से क्रीम को चुन सकते हैं.

1. स्किन की रोजाना क्लींजिंग करने से वह डीप क्लीन हो पाती है. पोर्स में मौजूद गंदगी के रिमूव होने से पिंपल्स या डार्क स्पॉट्स की दिक्कत नहीं होती. इसके अलावा स्किन ग्लो भी कर पाती है.

Trending Home Remedy: इस साल न0.1 फॉर्मूले पर रहे ये घरेलू उपचार, आप भी आजमाएं

Trending Home Remedies In Year 2022: इस साल कोरोना की रफ्तार थोड़ी धीमी रही, लेकिन कुछ स्कैल्प ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान बीमारियों से लोग काफी परेशान रहे. हमारे जरिए छोटी बीमारियों में बताए गए घरेलू उपचारों को लोगों को खूब आजमाया. ये पूरे साल आंकड़ा बताता है. आइये जानें किन-किन से घरेलू उपचारों से लोगों को अधिक लाभ मिला.

alt

5

alt

रेटिंग: 4.81
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 575