ट्रंप कोरोना से बीमार चिंता में पड़े बाजार
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप आज कोविड-19 से संक्रमित पाए गए, जिसके बाद दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई। विश्लेषकों का मानना है कि यह इस खबर की त्वरित प्रतिक्रिया है। हालांकि वे इस घटनाक्रम की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में देरी की संभावना को खारिज कर रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि बाजारों की अमेरिकी राष्ट्रपति की स्वास्थ्य रिपोर्ट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के एक और प्रोत्साहन पैकेज पर कड़ी नजर रहेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने आज कहा कि वह और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद अमेरिकी शेयर वायदा और एशियाई शेयरों में गिरावट आई। एसऐंडपी 500 और डाऊ इंडस्ट्रियल्स दोनों के वायदा अनुबंध 1.9 फीसदी लुढ़के। भारतीय समयानुसार देर शाम अमेरिकी बाजार खुले और खुलते ही सूचकांक लुढ़क गए। खबर छपते समय डाउ जोंस लगभग 218 अंक गिर गया था और नैसडैक 100 में 180 अंक से ज्यादा गिरावट थी।
डाल्टन कैपिटल में प्रबंध निदेशक यू आर भट्ट ने कहा, 'यह खबर ट्रंप खेमे के लिए तगड़ा राजनीतिक झटका है। मुझे नहीं लगता कि इस घटनाक्रम की वजह से अमेरिका में चुनाव स्थगित होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति 14 दिन क्वारंटीन होंगे। फिर भी उन्हें अपने प्रचार के लिए एक पखवाड़ा मिलेगा। वह कोविड-19 को लेकर सहानुभूति हासिल कर सकते हैं। इस खबर से बाजारों का रुझान बिगड़ा है, जिससे उनमें उठापटक बनी रहेगी। हालांकि केवल इस एक घटना की वजह से बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं।'
इस बीच गुरुवार को जारी गैलप सर्वेक्षण के मुताबिक ट्रंप की मई के बाद सबसे अधिक स्वीकृति रेटिंग (46 फीसदी) रही। ये आंकड़े अमेरिकी राष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन के बीच पहली बहस के दो सप्ताह से पहले के हैं। इनसे ट्रंप की स्वीकृति रेटिंग में बढ़ोतरी का पता चलता है, जो सितंबर में 42 फीसदी थी। इन्वेस्को में वैश्विक बाजार रणनीतिकार (जापान को छोड़कर एशिया-प्रशांत) डेविड चाओ ने कहा, 'बाइडन को राष्ट्रीय चुनावों में ट्रंप पर बढ़त मिलने के बावजूूद बाजार भागीदारों को उनकी जीत तय नहीं माननी चाहिए। याद करें कि हिलेरी क्लिंटन वर्ष 2016 के चुनावों में 2016 के पूरे चुनावी वर्ष में ट्रंप से आगे रही थीं, लेकिन फिर भी अमेरिका के विशेष निर्वाचक मंडल मत प्रणाली में उनसे हार गईं।' चाओ का अनुमान है कि आगे उभरते बाजार, एशियाई शेयर साल के अंत में मजबूत होंगे क्योंकि अमेरिकी चुनावों डाउ जोंस वायदा अनुबंध आज का असर खत्म हो जाएगा और निवेशक आर्थिक सुधार और 2021 में कोविड-19 टीके जैसे फंडामेंटल पर ध्यान केंद्रित करेेंगे। मौद्रिक नीति को लेकर विश्लेषकों का अनुमान है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व आगे नरम रुख रखेगा ताकि अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
ट्रंप कोरोना से बीमार चिंता में पड़े बाजार
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप आज कोविड-19 से संक्रमित पाए गए, जिसके बाद दुनिया भर के शेयर बाजारों में गिरावट आई। विश्लेषकों का मानना है कि यह इस खबर की त्वरित प्रतिक्रिया है। हालांकि वे इस घटनाक्रम की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में देरी की संभावना को खारिज कर रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि बाजारों की अमेरिकी राष्ट्रपति की स्वास्थ्य रिपोर्ट और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के एक और प्रोत्साहन पैकेज पर कड़ी नजर रहेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने आज कहा कि वह और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप कोविड-19 संक्रमित पाए गए हैं। इसके बाद अमेरिकी शेयर वायदा और एशियाई शेयरों में गिरावट आई। एसऐंडपी 500 और डाऊ इंडस्ट्रियल्स दोनों के वायदा अनुबंध 1.9 फीसदी लुढ़के। भारतीय समयानुसार देर शाम अमेरिकी बाजार खुले और खुलते ही सूचकांक लुढ़क गए। खबर छपते समय डाउ जोंस लगभग 218 अंक गिर गया था और नैसडैक 100 में 180 अंक से ज्यादा गिरावट थी।
डाल्टन कैपिटल में प्रबंध निदेशक यू आर भट्ट ने कहा, 'यह खबर ट्रंप खेमे के लिए तगड़ा राजनीतिक झटका है। मुझे नहीं लगता कि इस घटनाक्रम की वजह से अमेरिका में चुनाव स्थगित होंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति 14 दिन क्वारंटीन होंगे। फिर भी उन्हें अपने प्रचार के लिए एक पखवाड़ा मिलेगा। वह कोविड-19 को लेकर सहानुभूति हासिल कर सकते हैं। इस खबर से बाजारों का रुझान बिगड़ा है, जिससे उनमें उठापटक बनी रहेगी। हालांकि केवल इस एक घटना की वजह से बड़ी गिरावट के आसार नहीं हैं।'
इस बीच गुरुवार को जारी गैलप सर्वेक्षण के मुताबिक ट्रंप की मई के बाद सबसे अधिक स्वीकृति रेटिंग (46 फीसदी) रही। ये आंकड़े अमेरिकी राष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बाइडन के बीच पहली बहस के दो सप्ताह से पहले के हैं। इनसे ट्रंप की स्वीकृति रेटिंग में बढ़ोतरी का पता चलता है, जो सितंबर में 42 फीसदी थी। इन्वेस्को में वैश्विक बाजार रणनीतिकार (जापान को छोड़कर एशिया-प्रशांत) डेविड चाओ ने कहा, 'बाइडन को राष्ट्रीय चुनावों में ट्रंप पर बढ़त मिलने के बावजूूद बाजार भागीदारों को उनकी जीत तय नहीं माननी चाहिए। याद करें कि हिलेरी क्लिंटन वर्ष 2016 के चुनावों में 2016 के पूरे चुनावी वर्ष में ट्रंप से आगे रही थीं, लेकिन फिर भी अमेरिका के विशेष निर्वाचक मंडल मत प्रणाली में उनसे हार गईं।' चाओ का अनुमान है कि आगे उभरते बाजार, एशियाई शेयर साल के अंत में मजबूत होंगे क्योंकि अमेरिकी चुनावों का असर खत्म हो जाएगा और निवेशक आर्थिक सुधार और 2021 में कोविड-19 टीके जैसे फंडामेंटल पर ध्यान केंद्रित करेेंगे। मौद्रिक नीति को लेकर विश्लेषकों का अनुमान है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व आगे नरम रुख रखेगा ताकि अर्थव्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
सोना वायदा अनुबंध के निपटान में घरेलू रिफाइनरियों की सोने की छड़ें लेगा एनएसई
प्रमुख शेयर बाजार एनएसई ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने मंच पर सोना वायदा अनुबंधों के निपटान के लिए घरेलू रिफाइनरियों द्वारा तैयार सोने की छड़ों को स्वीकार करेगा। एनएसई ने बीआईएस-मानक सोने के लिए एनएसई.
प्रमुख शेयर बाजार एनएसई ने शुक्रवार को कहा कि वह अपने मंच पर सोना वायदा अनुबंधों के निपटान के लिए घरेलू रिफाइनरियों द्वारा तैयार सोने की छड़ों को स्वीकार करेगा। एनएसई ने बीआईएस-मानक सोने के लिए एनएसई रिफाइनर स्टैंडर्ड (एनआरएस) की शुरुआत की है, जो शुक्रवार, 10 जुलाई 2020 से प्रभावी है। शेयर बाजार ने एक बयान में कहा, ''बीआईएस - मानक सोने के लिए एनएसई रिफाइनर स्टैंडर्ड के तहत एनएसई मंचों पर सोना वायदा सौदों के निपटान के लिए भारत में घरेलू रिफाइनरियों द्वारा तैयार सोने की छड़ों को लिया जा सकेगा।
इससे पहले गुरुवार तक एनएसई सोना वायदा सौदों के निपटान के लिए सिर्फ लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) द्वारा मंजूरी प्राप्त रिफाइनर के सोने को ही स्वीकार करता था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने कहा कि बीआईएस - मानक सोने के लिए एनआरएस की शुरुआत से घरेलू बाजार के प्रतिभागियों को बढ़ावा मिलेगा और उसके मंच पर स्वीकार्य जिंसों के दायरे में बढ़ोतरी होगी।
इस फैसले से क्या होगा फायदा
इस फैसले से डिलिवरी की मौजूदा सूची में डाउ जोंस वायदा अनुबंध आज बढ़ोतरी होगी और इन धातुओं की डिलिवरी की मात्रा को बढ़ाने में मदद मिलेगी। एनएसई के मुख्य कारोबार विकास अधिकारी रवि वाराणसी ने कहा कि एनआरएस की शुरुआत का एक मकसद भारतीय रिफाइनर्स को उचित डाउ जोंस वायदा अनुबंध आज मौका देना भी है, जो बीआईएस के मानकों का पालन करते हैं और एक्सचेंज के निपटान मसौदे का हिस्सा है।
मंदी की चिंताओं के बीच 6 महीने के निचले स्तर पर पहुंचा ब्रेंट क्रूड ऑयल
Crude oil price : मंदी की चिंताओं के बीच ब्रेंट क्रूड ऑयल 6 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गया है. अमेरिका और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने वैश्विक मंदी की चिंताओं को जन्म दिया.
Published: August 17, 2022 4:12 PM IST
Brent Crude Oil Price : वैश्विक आर्थिक मंदी की चिंताओं के बीच ब्रेंट वायदा ताजा निचले स्तर को छूने के साथ कच्चे तेल की कीमतों में बुधवार को गिरावट जारी रही. इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज पर ब्रेंट का अक्टूबर अनुबंध सत्र के दौरान छह महीने के निचले स्तर 91.58 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया.
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दोपहर 2.10 बजे के आसपास, वायदा अनुबंध 91.85 डॉलर प्रति बैरल पर था, जो पिछले बंद से 0.53% कम है.
Nymex पर वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) का सितंबर अनुबंध 86.25% पर कारोबार कर रहा था, जो पिछले बंद से 0.32% कम है.
ईरान परमाणु समझौते के लिए अमेरिका-ईरान वार्ता में फिर से आगे बढ़ने की उम्मीद से भी तेल की कीमतों में और कमी आई है.
लाइव मिंट में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कोटक सिक्योरिटीज में कमोडिटी रिसर्च के प्रमुख रवींद्र राव ने कहा, क्रूड कमजोर धारणा का संकेत दे रहा है, हालांकि हमें कुछ रिकवरी देखने को मिल सकती है. मांग की चिंता, चीन का वायरस फैल गया और ईरान की परमाणु वार्ता में प्रगति के बीच ईरान से उच्च आपूर्ति की संभावना कच्चे तेल की कीमत पर पड़ी.
अमेरिका और चीन के कमजोर आर्थिक आंकड़ों ने वैश्विक मंदी की चिंताओं को जन्म दिया. हाल ही में एक अमेरिकी सर्वेक्षण से पता चलता है कि दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में होमबिल्डर भावना (एचएमआई) कमजोर डाउ जोंस वायदा अनुबंध आज हो गई है और डेवलपर्स को लगता है कि देश “आवास मंदी” से गुजर रहा है.
चीन से उम्मीद से कमजोर आर्थिक आंकड़ों का भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा. विश्लेषकों ने कहा कि चीन की खुदरा बिक्री और कारखाने के आंकड़ों में वृद्धि देखी गई, लेकिन बाजार की उम्मीदों से काफी कम थी. जुलाई में खुदरा बिक्री में एक साल पहले की तुलना में 2.7% की वृद्धि हुई और साल-दर-साल आधार पर औद्योगिक उत्पादन में 3.8% की वृद्धि हुई.
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एनसीडीईएक्स ने कृषि में गुआरेक्स, सोयडेक्स नाम से अलग क्षेत्र सूचकांक जारी किये
मुंबई, पांच जुलाई (भाषा) नेशनल कमोडिटी एण्ड डेरिवेटिव्ज एक्सचेंज (एनसीडीईएक्स) ने सोमवार को कहा कि उसने कृषि जिंस बाजार में दो क्षेत्रीय सूचकांक -- गुआरएक्स और सोयडेक्स-- जारी किये हैं। एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण रास्ते ने एक बयान में कहा, ‘‘सूचकांक के वर्ग में, हमने कृषि जिंस में देश का पहला रिटर्न आधारित कृषि वायदा सूचकांक जारी किया है। गुआरेक्स और सोयडेक्स देश में कृषि जिंस कारोबार में पहले क्षेत्रीय सूचकांक हैं।’’ गुआरेक्स एक रिटर्न आधारित सूचकांक होगा जो कि गुआर सीड और गुआर गम रिफाइंड के वायदा अनुबंध के मूल्य में होने वाली घटबढ
एनसीडीईएक्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण रास्ते ने एक बयान में कहा, ‘‘सूचकांक के वर्ग में, हमने कृषि जिंस में देश का पहला रिटर्न आधारित कृषि वायदा सूचकांक जारी किया है। गुआरेक्स और सोयडेक्स देश में कृषि जिंस कारोबार में पहले क्षेत्रीय सूचकांक हैं।’’
गुआरेक्स एक रिटर्न आधारित सूचकांक होगा जो कि गुआर सीड और गुआर गम रिफाइंड के वायदा अनुबंध के मूल्य में होने वाली घटबढ पर आधारित होगा। इसी प्रकार सोयडेक्स सोयाबीन और रिफाइड सोय तेल के वायदा अनुबंध में आने वाले घटबढ़ पर आधारित होगा।
एनसीडीईएक्स ने कहा कि इन दोनों सूचकांक में वायदा कारोबार को आने वाले दिनों में शुरू किया जायेगा। शुरुआत में ये दोनों सूचकांक कृष जिंस एक्सचेंज की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे और यह केवल गुआर कम्पलेक्स और सोय कम्पलेक्स के प्रदर्शन का मापन करेंगे।
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